Suhagrat sex story – Acting class sex story – NRI girl sex story: मेरा नाम प्रीत है, मैं पंजाब से हूँ, मेरी उम्र अभी 29 साल है, मैं अपने शरीर को फिट रखता हूँ, रोज जिम जाता हूँ और सिक्स पैक एब्स बना रखे हैं।
पढ़ाई पूरी करने के बाद मैं एक्टिंग सीखने मुंबई आया, वहाँ हमारी क्लास में लड़के-लड़कियाँ दोनों थे, कुछ लड़कियाँ तो NRI थीं, सभी बहुत सेक्सी थीं।
मेरी कहानी उनमें से एक लड़की जस्सी के बारे में है, जस्सी असल में पंजाब से थी लेकिन विदेश में रहती थी, अब इंडियन कल्चर के साथ एक्टिंग सीखने आई थी।
जस्सी का फिगर 32-28-34 था, उसके मम्मे ऐसे गोल-गोल कि लगता था भगवान ने खास ध्यान देकर बनाए हों, इतने मस्त और उभरे हुए, और उसकी गांड भी इतनी रसीली कि देखते ही पकड़कर चोदने का मन करता था, लेकिन मैं कंट्रोल कर लेता था।
एक दिन क्लास में टीचर आए और बोले कि आज से स्पेशल क्लास शुरू होगी, इसके लिए तीन दिन बाद एग्जाम होगा, जो एक्टिंग से ही होगा।
हम सबने सहमति दी, टीचर ने जोड़ियाँ बना दीं, मेरी किस्मत अच्छी थी कि मेरी जोड़ी जस्सी के साथ बनी।
टीचर बोले कि तीन दिन बाद हसबैंड-वाइफ की एक्टिंग करनी है, पास हुए तो अगली क्लास में जाओगे, और वो एक्टिंग सुहागरात की होगी।
सब एक-दूसरे को देखकर हँसने लगे, मैं मन ही मन सोच रहा था कि एक्टिंग कौन करेगा जब इतना सेक्सी माल साथ हो।
हम सब प्रैक्टिस करने लगे लेकिन क्लास में सबके सामने शर्म आ रही थी, सबके साथ यही हाल था।
टीचर ने देखा तो सबको बुलाया और बोले कि यहाँ नहीं होगा, एक-दूसरे के घर जाकर प्रैक्टिस करो, कोई बहाना नहीं चलेगा।
मेरे साथ टीचर की अच्छी बनती थी, उन्होंने मेरी तरफ देखकर कहा, प्रीत, जस्सी को अपने घर बुला लो, तुम अकेले रहते हो और घर भी बड़ा है।
जी हाँ, मैं किराए पर पूरा मकान लेता हूँ ताकि घरवाले आएँ तो जगह की दिक्कत न हो।
मैंने जस्सी से कहा कि अगर दिक्कत न हो तो आज मेरे घर चलो, यहाँ आराम से प्रैक्टिस हो जाएगी, जस्सी मान गई और हम दोनों घर आ गए।
घर आते ही मैंने कहा कि आज से तीन दिन हम पति-पत्नी की तरह रहेंगे ताकि एक्टिंग में दिक्कत न आए, जस्सी ने हँसते हुए हाँ कर दिया।
मैंने कहा, पत्नी जी, आप फ्रेश हो लो, मैं भी नहाकर आता हूँ, जस्सी बोली, जो हुक्म मेरे पति देव, और हँसकर अपने रूम में चली गई।
मैं बाथरूम गया, अपने लंड को अच्छे से साफ किया, मन बना लिया था कि आज जस्सी की चूत के दर्शन करने हैं और लंड से मजे देने हैं।
नहाकर मैं रूम में बैठ गया, कुछ देर बाद जस्सी ने आवाज लगाई, पति देव जी, खाना खा लीजिए।
हम खाना खाने लगे, खाते-खाते एक-दूसरे को जानने लगे, मुझे पता चला कि जस्सी का बॉयफ्रेंड था और वो उससे कई बार मिल चुकी है, मैं समझ गया कि जस्सी पहले भी चुद चुकी है, इसे भी चुदाई करवानी है।
खाना खत्म हुआ, मैं जानबूझकर अलग रूम में सोने चला गया, थोड़ी देर बाद लाइट चली गई और जस्सी की चीख सुनाई दी।
मैं भागकर उसके रूम में गया, जस्सी डरकर मेरे गले लग गई और बोली, प्रीत, आज रात मेरे साथ सो जाओ, मुझे अकेले डर लगता है।
जस्सी के गोल मम्मे मेरी छाती से दब गए, मेरा लंड तुरंत खड़ा हो गया, मेरा हाथ उसकी गांड पर पहुँच गया, मैं धीरे-धीरे सहलाने लगा, जस्सी की साँसें भी गर्म होने लगीं।
जस्सी बोली, ये क्या कर रहे हो, मैंने कहा, मुझे सुहागरात याद आ गई, और टीचर ने एक्टिंग करने को कहा है, तुम्हें याद है या याद दिलाऊँ।
जस्सी मुस्कुराकर बोली, पति देव, मैं थोड़ा-थोड़ा भूल गई हूँ, याद दिलवा दो न।
ये सुनकर मैं समझ गया कि जस्सी की चूत में खुजली हो रही है, ये लंड माँग रही है, मैंने जस्सी को बाँहों में उठाया, बेड पर लिटाया और पास पड़ी मोमबत्ती जला दी।
मोमबत्ती की हल्की रोशनी में मैं उसके पास लेट गया, उसके बूब्स पर हाथ रखकर सहलाने लगा, जस्सी ने भी देर न की और मेरे लंड को लोअर के ऊपर से मसलने लगी।
मेरा लंड फुकारे मारने लगा, पूरी तरह खड़ा हो गया, मैंने जस्सी की टी-शर्ट और लोअर उतार दी, अब वो सिर्फ काली जालीदार ब्रा-पैंटी में थी, सच में कातिल लग रही थी।
मैंने कहा, जस्सी, मैं बहुत दिनों से तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता था, तेरे नाम की मुठ मारकर सोता था।
जस्सी भी खुल गई, बोली, मैं भी उसी दिन से तेरे लंड को लेना चाहती थी जब तूने मुझे जैकेट दी थी, मैंने देख लिया था और सोच लिया था कि जल्दी ही प्रीत के लंड से चुदवाऊँगी।
मैंने उसकी ब्रा और पैंटी भी उतार दी, एक बूब को मुँह में लिया, चूसने लगा और एक हाथ से चूत में उँगली डाल दी।
जस्सी बोली, इस चूत ने बहुत से लंड खाए हैं, एक उँगली से कुछ नहीं होगा, मैंने तीन उँगलियाँ एक साथ डाल दीं, जस्सी आह्ह्ह ओह्ह्ह करने लगी, मैं समझ गया कि साली ने बहुत चुदाई करवाई है।
काफी देर उँगली करता रहा, जस्सी ने चादर कसकर पकड़ ली, उसका पानी निकलने वाला था, कुछ ही पलों में मेरे हाथ में गर्म रस छोड़ दिया, आह्ह्ह्ह ह्ह्ह्ह इह्ह्ह्ह करके झड़ गई।
अब मैं उठा, कपड़े उतारे, लंड उसके मुँह के पास ले गया और कहा, पत्नी जी, चूसो इसे।
जस्सी मुस्कुराई, लंड हाथ में लिया और चूसने लगी, ग्ग्ग्ग गी गी गों गों करके इतने प्यार से जैसे बच्ची लॉलीपॉप चूस रही हो, मैंने उसके बाल पकड़े और गले तक पेल दिया, वो ग्ग्ग्ग्ग गोग गोग करती रही।
पाँच मिनट चुसवाने के बाद मैंने उसकी चूत पर मुँह सेट किया, जीभ से चाटने लगा, जस्सी का बुरा हाल हो गया, वो जोर-जोर से चिल्लाने लगी, आह्ह्ह ओह्ह्ह प्रीत बस करो, अपना लंड डाल दो मेरी चूत में, मर रही हूँ तेरे लंड के लिए।
मैंने सोचा लोहा गरम है, अब देर नहीं करनी, लंड पर थूक लगाया, उसकी चूत पर भी थूक लगाया और एक झटके में पूरा पेल दिया।
जस्सी चीख उठी, आउच्च्च पति देव आराम से, मैं तो आपकी ही हूँ, मजा आराम से आएगा।
मैं थोड़ी देर रुका, फिर धीरे-धीरे झटके मारने लगा, जस्सी भी नीचे से गांड उछालकर साथ देने लगी, बोलने लगी, और जोर से फाड़ दो मेरी चूत मेरी जान, आह्ह्ह ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ऊउइइ ईईई करके मजे लेने लगी।
मैं पूरी ताकत से पेलने लगा, कुछ देर बाद माल निकलने वाला था, मैंने पूछा कहाँ निकालूँ, जस्सी बोली, आप मेरे पति हो, जहाँ मन करे वहाँ निकाल दो।
मैंने पूरा माल उसकी चूत में ही छोड़ दिया और उसके ऊपर लेट गया, हम दोनों पसीने से तर, कुछ देर ऐसे ही रहे।
तभी लाइट आ गई, जस्सी का गोरा बदन देखकर मेरा लंड फिर खड़ा हो गया, मैं उसके पास गया, किस करने लगा।
हम 69 पोजीशन में आ गए, मैं उसकी चूत चाट रहा था, वो मेरा लंड चूस रही थी, ग्ग्ग्ग गी गी गों गों करती हुई, काफी देर तक एक-दूसरे के रस का मजा लिया।
फिर जस्सी उठी, मेरे ऊपर बैठ गई, चूत में लंड सेट करके उछलने लगी, उसके मम्मे उपर-नीचे हो रहे थे, मुझे बहुत मजा आ रहा था।
कुछ देर बाद जस्सी थक गई, बोली, पति देव अब आप ऊपर आओ, मैं थक गई हूँ।
मैं ऊपर आया और फिर जोर-जोर से ठोकने लगा, जस्सी फिर आह्ह्ह ओह्ह्ह ऊईईई करके झड़ने लगी, मैंने भी दूसरी बार उसकी चूत में ही माल भर दिया।
हम दोनों थककर सो गए, लेकिन उन तीन दिनों में हमने सुहागरात की एक्टिंग नहीं, असली चुदाई की प्रैक्टिस की।