बॉयफ्रेंड के नौकर से चुदवाया

Boyfriend ko dhokha dekh nokar se chudai: दोस्तो, मैं सोनम, 23 साल की, 34-32-36 के कातिलाना फिगर वाली, फिर से अपनी चुदाई की कहानी लेकर हाज़िर हूं। मेरे भरे-भरे चूचे, पतली कमर और उभरी हुई गांड को देखकर अच्छे-अच्छों के लंड खड़े हो जाते हैं। मेरी सहेली रिया, 26 साल की, 32-28-34 के फिगर वाली गोरी और हसीन लड़की है। मेरा बॉयफ्रेंड महेश, जिसे मैं रमेश के नाम से भी बुलाती हूं, 29 साल का, लंबा, कसरती बदन और 7 इंच के मोटे लंड वाला मर्द है।

मेरी पिछली कहानी(मेरे बॉयफ्रेंड ने दो बाबाओं से चुदवा दिया) में आपने पढ़ा था कि कैसे मैंने जंगल में दो बाबाओं से अपनी चूत और गांड चुदवायी थी। अब ये कहानी मेरे आशिक के कर्मचारी भोला से मेरी चुदाई की है, जिसमें मैंने रमेश को धोखा देकर भोला का मोटा लंड लिया।

मेरा आशिक रमेश मेरे घर के सामने एक प्रोविजन स्टोर चलाता था। उसकी दुकान के पीछे एक छोटा सा गोडाउन था, जहां हम दोनों अक्सर चुदाई करते थे। रमेश का 7 इंच का लंड मेरी चूत को अच्छे से संतुष्ट करता था, लेकिन उसकी हरकतें मुझे और चुदास भड़काती थीं। एक दिन उसने अपने स्टोर पर एक नया कर्मचारी रखा। उसका नाम भोला था। भोला 25-26 साल का था, लंबा, पतला, लेकिन तगड़ा। उसकी आंखों में एक भूख थी, जो मुझे पहली बार मिलते ही दिख गयी। वो हमेशा धोती पहनता था, और उसकी धोती में उसका लंड साफ़ उभरता था।

पहली बार जब मैं रमेश की दुकान पर गयी, भोला मुझे घूर-घूरकर देखने लगा। मैंने एक टाइट गुलाबी कुर्ती और लेगी पहनी थी, जिसमें मेरे चूचे और गांड कयामत ढा रहे थे। भोला की नजरें मेरे चूचों पर टिकी थीं, और उसकी धोती में हल्का सा उभार दिख रहा था। मैंने रमेश से पूछा, “ये कौन है?” रमेश ने कहा, “नया बंदा रखा है, भोला।” उसने हमारा परिचय करवाया। भोला की नजरें मेरे बदन पर चिपकी थीं, और मुझे उसकी ये हरकत अंदर ही अंदर गुदगुदा रही थी।

उसके बाद जब भी मैं दुकान पर जाती, भोला मुझे तिरछी नजरों से देखता। उसकी धोती में उसका लंड तन जाता, और मेरी नजरें भी बार-बार उसी पर चली जाती थीं। मुझे उसका लंड देखकर मजा आने लगा था। एक दिन मैं अपने कमरे में बैठी थी। मेरे कमरे की खिड़की हल्की खुली थी, ताकि मैं रमेश को दुकान पर देख सकूं। तभी मैंने देखा कि भोला गली में आया। उसने अपनी धोती उठायी और पेशाब करने लगा। मैंने छुपकर उसे देखा। उसका लंड करीब 8 इंच का, मोटा और काला था। मेरी आंखें चमक उठीं। मैंने एक हाथ अपनी चूत पर रखा और दूसरा अपनी चूचियों पर। मेरी चूत गीली होने लगी थी। मैं पर्दे के पीछे छुपकर उसका लंड निहार रही थी। वो पेशाब करके चला गया, लेकिन उस रात मुझे नींद नहीं आयी। मेरा दिमाग भोला के लंड के इर्द-गिर्द घूम रहा था।

अगले दिन मैंने जानबूझकर एक टाइट काली कुर्ती और लेगी पहनी, जिसमें मेरे चूचे और गांड और भी उभर रहे थे। मैं रमेश की दुकान पर पहुंची। रमेश ने मुझे देखते ही कहा, “सोनम, आज तो तू कयामत लग रही है। चल, गोडाउन में, तेरी चूत की धुनाई करता हूं।” मैंने इधर-उधर देखा तो भोला मुझे घूर रहा था। उसकी धोती में फिर से उभार दिख रहा था। मैंने रमेश से कहा, “तू गोडाउन में जा, मैं आती हूं।” रमेश चला गया। मैंने भोला को एक नॉटी स्माइल दी और गांड मटकाते हुए गोडाउन की ओर चली। भोला मेरे पीछे-पीछे आ गया।

इसे भी पढ़ें   ऑटो वाले ने मुझे चोद दिया। Hot Young Sexy Girl Ki Chudai Kahani

गोडाउन में पहुंचकर मैंने जानबूझकर दरवाजा खुला छोड़ दिया ताकि भोला हमारी चुदाई देख सके। रमेश अंदर था। मैंने उसे साइड में लिटाया, जहां से उसे दरवाजा नहीं दिखता था। मैंने कहा, “रमेश, आज मैं तेरी आंखों पर चुन्नी बांधती हूं। तुझे और मजा आएगा।” वो मान गया। मैंने उसकी आंखों पर चुन्नी बांध दी और उसे किस करना शुरू किया। मैंने उसकी शर्ट उतारी और उसकी छाती पर किस करते हुए नीचे गयी। उसकी जींस और अंडरवियर उतार दिए। अब वो पूरा नंगा था, और उसका 7 इंच का लंड तनकर खड़ा था।

मैंने चोरी-चोरी दरवाजे की ओर देखा। भोला बाहर खड़ा हमारा खेल देख रहा था। मैंने अंजान बनते हुए अपनी काली कुर्ती उतारी। अब मैं सिर्फ काली ब्रा और लेगी में थी। मैंने रमेश का हाथ पकड़कर अपनी चूचियों पर रखा। वो मेरे चूचे मसलने लगा, और मैं मस्ती में सिसकारने लगी, “आह्ह… रमेश… और दबाओ…” मैंने भोला को दिखाते हुए अपनी लेगी और पैंटी उतार दी। अब मैं सिर्फ ब्रा में थी। मैंने अपनी ब्रा भी खोल दी, और मेरी चूचियां आज़ाद हो गयीं। मैंने रमेश के लंड पर अपनी चूचियां रगड़नी शुरू कीं। भोला बाहर खड़ा अपना लंड सहला रहा था।

मैंने रमेश के लंड को मुंह में लिया और चूसने लगी। “आह्ह… सोनम… और चूस…” रमेश सिसकार रहा था। मैंने तिरछी नजरों से भोला को देखा और उसे पास आने का इशारा किया। भोला चुपके से अंदर आ गया और मेरी चूचियों को दबाने लगा। रमेश की आंखों पर चुन्नी थी, और वो वासना में डूबा हुआ था। उसे कुछ पता नहीं था कि भोला भी अंदर है। मैंने एक हाथ से भोला का लंड पकड़ा और सहलाने लगी। उसका 8 इंच का लंड मेरे हाथ में गर्म और सख्त था। मैं एक हाथ से रमेश का लंड चूस रही थी और दूसरे से भोला का लंड हिला रही थी।

भोला मेरे पीछे गया और मेरी चूत को चाटने लगा। उसकी जीभ मेरी चूत की फांकों पर फिसल रही थी, और मैं सिसकार उठी, “आह्ह… रमेश… और चाटो…” मैंने जानबूझकर रमेश का नाम लिया ताकि उसे शक न हो। भोला को बड़ा मजा आ रहा था। उसने अपना लंड बाहर निकाला और इशारे से मुझे चूसने को कहा। मैंने रमेश का लंड मुंह से निकाला और हाथ से हिलाने लगी। फिर मैंने भोला का लंड मुंह में लिया और पागलों की तरह चूसने लगी। “आह्ह… भोला… कितना मोटा है…” मैं मन ही मन सोच रही थी। भोला अपनी सिसकारियां रोक रहा था।

इसे भी पढ़ें   मायके में तन्हाई के दिन और मम्मी पापा

फिर भोला ने मुझे कुतिया बनने का इशारा किया। मैं झुक गयी और रमेश का लंड फिर से चूसने लगी। भोला मेरे पीछे आया और अपनी धोती उतारकर अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगा। मैं उसका मोटा लंड लेने को बेताब थी। उसने धीरे से लंड मेरी चूत में डाला। अभी आधा लंड ही अंदर गया था कि मुझे दर्द होने लगा। “आह्ह… भोला… धीरे…” मैंने इशारे से कहा। लेकिन मुझे डर था कि कहीं रमेश को पता न चल जाए। मैंने भोला को इशारे से मना किया और बाहर जाने को कहा। भोला मन मसोसकर चला गया।

मैंने रमेश के लंड को जोर-जोर से चूसना शुरू किया। कुछ ही मिनटों में वो सिसकारते हुए झड़ गया। “आह्ह… सोनम… क्या चूसा तूने…” उसने चुन्नी हटायी और बोला, “आज तो सनी लियोनी से भी ज्यादा मजा आया।” मैंने हंसकर कहा, “अच्छा, मैं सनी लियोनी लग रही थी?” वो मेरे चूचे दबाते हुए बोला, “तेरे सामने सनी लियोनी भी फेल है।” फिर उसने मेरी चूत चाटना शुरू किया। मैंने कहा, “अब मैं किसे कल्पना करूं?” वो हंसकर बोला, “जो चाहे कर।” मैंने भोला का मोटा लंड याद किया, और मेरी चूत की आग भड़क गयी। रमेश ने मेरी चूत चाटकर मुझे झड़ा दिया।

मैंने कपड़े पहने और बाहर आयी। भोला मुझे देखकर मुस्कराया। मैं उसके पास गयी और बोली, “कैसे हो, भोला?” वो धीरे से बोला, “सोनम, तू तो गर्म माल है। तेरी चूत में आग है। आज मुझे मुठ मारनी पड़ी।” मैंने हंसी रोककर कहा, “तेरा लंड भी कम नहीं है। आज मौका नहीं मिला, लेकिन एक-दो दिन में मैं तेरे लंड की सैर जरूर करूंगी।” भोला बोला, “रमेश को दारू पिला सकती है?” मैंने हां कहा। उसने कहा, “मैं एक गोली दूंगा। उसे दारू में मिला देना।” मैंने सहमति दी। अगली सुबह भोला ने मुझे गोली दे दी।

शाम को मैंने रमेश को कॉल किया और कहा, “आज दारू लेकर आ। पीने का मूड है।” वो बोला, “ठीक है। आज स्टोर जल्दी बंद करके गोडाउन में दारू पार्टी करेंगे, और तू मुझे चुदाई का मजा देगी।” मैंने हां कहा। मैंने एक टाइट लाल कुर्ती और लेगी पहनी, जिसमें मेरा जिस्म सुहागरात की दुल्हन जैसा लग रहा था। अंधेरा होते ही मैं गोडाउन पहुंची। रमेश ने इशारा किया कि दारू अंदर है। मैंने दो पैग बनाए और रमेश के पैग में गोली मिला दी।

रमेश ने पैग एक सांस में पी लिया। दो मिनट बाद वो बेहोश होने लगा। मैंने उसे गोडाउन के कोने में लिटा दिया और दरवाजा खोलकर भोला को अंदर बुलाया। मैंने जल्दी से अपनी कुर्ती और लेगी उतार दी। अब मैं सिर्फ काली ब्रा और पैंटी में थी। भोला अंदर आया और दरवाजा बंद कर दिया। वो मेरे पास आया और पागलों की तरह मेरे होंठों को चूसने लगा। मैं भी उसका साथ दे रही थी। उसने मेरी ब्रा खोल दी और मेरे चूचों को चूसने और मसलने लगा। “आह्ह… भोला… और चूस…” मैं सिसकार रही थी।

इसे भी पढ़ें   मेरी कुंवारी भांजी और मेरी चुदाई

मैंने उसकी धोती उतारी। उसका 8 इंच का मोटा लंड मेरे सामने था। मैंने उसे मुंह में लिया और चूसने लगी। “आह्ह… सोनम… तू तो रांड है…” भोला सिसकार रहा था। मैंने उसकी गोटियों को सहलाया और उसके लंड को गले तक लिया। फिर उसने मेरी पैंटी उतार दी और मेरी चूत में जीभ डालकर चूसने लगा। “आह्ह… भोला… और चाट… मेरी चूत को खा जा…” मैं सिसकार रही थी। मेरी चूत पूरी तरह गीली थी।

भोला उठा और अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ने लगा। मैंने टांगें फैला दीं। उसने धीरे-धीरे लंड मेरी चूत में डाला। “आह्ह… भोला… कितना मोटा है…” मैं चीख पड़ी। उसने दो-तीन जोरदार धक्कों में अपना पूरा लंड मेरी चूत में पेल दिया। मेरी चूत जैसे फट गयी। “आह्ह… निकाल… बहुत दर्द हो रहा है…” मैं चिल्ला रही थी। लेकिन भोला नहीं रुका। वो सांड की तरह मेरी चूत को चोदने लगा। “पट-पट… थप-थप…” की आवाज़ गोडाउन में गूंज रही थी।

थोड़ी देर बाद मेरा दर्द कम हुआ, और मुझे मजा आने लगा। “आह्ह… भोला… और चोद… मेरी चूत फाड़ दे…” मैं सिसकार रही थी। भोला के धक्के इतने तेज़ थे कि मेरी चूचियां उछल रही थीं। मैं दो बार झड़ चुकी थी, लेकिन भोला रुका नहीं। उसने मुझे करीब आधे घंटे तक चोदा और फिर मेरी चूत में ही अपना माल छोड़ दिया। “आह्ह…” मैं निढाल हो गयी। उसने मुझे फिर से चोदा और बाहर चला गया।

थोड़ी देर बाद रमेश को होश आया। मैंने गुस्से में कहा, “एक पैग में बेहोश हो गया? मेरा मूड खराब कर दिया। अब मैं फिर कभी नहीं चुदवाऊंगी।” वो चुपचाप चला गया। मैं घर आ गयी। भोला का लंड रमेश के लंड से कहीं ज्यादा मस्त था। मुझे कोई पछतावा नहीं था।

दोस्तो, मेरी लव धोखा सेक्स कहानी आपको कैसी लगी? अपने मैसेज और कमेंट्स में जरूर बताएं। आपकी राय से मुझे और मस्त कहानियां लिखने की प्रेरणा मिलेगी।

कहानी का अगला भाग: चूत की आग मजदूर के लौड़े से बुझी

Related Posts

Report this post

2 thoughts on “बॉयफ्रेंड के नौकर से चुदवाया”

Leave a Comment