Muslim Devar Bhabhi Sex :- दोपहर हो गई थी, रजिया ने अपनी बेटी आलिया को फोन किया और अपने देवर अब्दुल को खेत में काम करने के लिए भेजा।
रजिया ने अपनी बेटी आलिया से कहा कि वह खेत में जाकर अपने चाचू को खाना दे दे।
आलिया: मैं नहीं जाऊँगी..। अब मुझे हुसैना के घर जाना होगा।
बाहर चारपाई पर बैठा हुक्का गुड़गुड़ा रहा था जफ़र मियाँ, रजिया का शराबी और मूर्ख शौहर। रजिया ने सोचा कि वह सिर्फ उसे भाई का खाना देकर आने को कहेगी। रजिया ने खाना बांधकर बाहर निकालकर अपने मिंया से कहा, “जाओ, अब्दुल को खाना दे आओ।”

यह सुनते ही जफ़र-मियाँ क्रोधित हो गए और कहा, “साली, माँ की लौड़ी, क्या तुम मुझसे बोल रही हो? मैं तुम्हारे पिता का नौकर हूँ, मादरचोदी? Muslim Devar Bhabhi Sex
रजिया ने कुछ नहीं कहा क्योंकि वह जानती थी कि इस हरामी कुत्ते को कुछ नहीं कहना फायदेमंद था; यह सिर्फ दुश्मन को हर दिन ढाई सेर अनाज देता था। वह स्वयं खाना लेकर खेतों की ओर चली। वह अपने खेतों में मजदूरों के साथ काम कर रहा था, माथे से पसीना बहता हुआ और गठीला बदन जो श्रम से लोहे की तरह मजबूत हो गया था।
रजिया ने खाना खेतों के बीच एक छोटे से कमरे में रखा और बाहर काम कर रहे एक कर्मचारी को कहा कि अब्दुल खाना खा लेगा।
तुम्हारी भाभीजान आपको खाने के लिए बुला रही हैं, मजूदर ने जाकर अब्दुल को बताया।
Abul वहीं काम छोड़कर चला गया।
कोठरी में पहुंचकर उसने सभी कर्मचारियों से कहा, “जाओ, खा पी लो!”
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यह सुनते ही सब लोग वहाँ से चले गए. फिर अब्दुल उस कमरे में गया और दरवाजा बंद कर दिया। जब रजिया ने उसे एक तौलिया दिया, तो अब्दुल ने अपने माथे का पसीना पोंछा, लेकिन उसकी नज़र बार-बार रजिया पर जाती रहती थी।
Abul ने दरवाजा बंद करके तौलिया नीचे रखा और चारपाई पर बैठ गया। Abul ने अपनी रजिया भाभी जान के बदन से एक मिनट भी नहीं देखा। जब रजिया ने खाना पास रखा तो अब्दुल ने उसका हाथ पकड़ा और उसे अपनी गोद में बैठा लिया।
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मजेदार हिंदी सेक्स कहानी: रजिया की सुंदर साली कामवासना जल रही थी, मुझे छोड़ो नहीं!
मुझे प्यार करने दो, भाभी!
रजिया: कोई आ जाएगा..।
Абबूल ने कहा कि कोई नहीं आएगा. मैं यहाँ नहीं आता अगर मेरी अनुमति नहीं है।
यह कहते ही अब्दुल ने जांघ, पीठ और बोबे पर हाथ फिरने लगा।
रजिया ने कहा कि वे रात को करेंगे, अब मुझे चले जाओ।
Abul-Bhai, बस एक बार करने दो, फिर चली जाना। मेरे पास रात भर सब्र नहीं होगा!
जब अब्दुल ने रजिया को अपने ऊपर से हटा दिया और उसके साथ में लिटा दिया, वह तुरंत खड़ा हुआ, अपनी लुंगी खोली, चड्डी नीचे की और तीन बार लण्ड को अपने हाथ में पकड़ लिया। रजिया उसे ऐसा करते देखते ही चारपाई पर आ गया और सीधा रजिया के होंठों पर अपना लण्ड रख दिया। Muslim Devar Bhabhi Sex
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लौड़ा भी बहुत जल्दी खड़ा हो गया और अपनी जगह पर आ गया। लेकिन रजिया ने एक तरफ अपना चेहरा कर लिया। रजिया ने लगभग एक हफ्ते पहले रात को अपने निकम्मे शौहर को छोड़कर अपने देवर अब्दुल के कमरे में अपनी मर्जी से शौहर बनाया था।
लेकिन इन महिलाओं का मनोभाव भी शेयर-मार्किट की तरह होता है: वे नहीं जानते कि कब खुद चुदवाने आ जाएं या मना कर दें! वह वापस खटिया पर बैठ गया और भाभी को एक हाथ से पीठ सहलाने लगा।
रजिया कुछ नहीं बोली, जब अपना सर उसकी गर्दन को चुम्मियाँ लेने लगा और कंधे पर रखा। Abul अपना हाथ थोड़ा और नीचे करके भाभी की जांघों को सहलाने लगा।
उसने धीरे-धीरे भाभी के बुरके को ऊपर खींचा। रजिया, बिना किसी कच्छी के, अंदर केवल गाऊन और घाघरा पहना हुआ था। अब अब्दुल ने अपनी उंगलियों से भाभी की जांघों को छूने लगा और हाथ को उनकी जांघों के बीच थोड़ा और अंदर किया।
वह धीरे-धीरे भाभी की नींद में उंगली फेरने लगा। थोड़ी देर बाद, अब्दुल की चुप्पी टूट गई और वह घुटनों के बल फर्श पर बैठ गया। उन्होंने भाभीजान की दोनों टांगों को अपने कंधों पर रखा और उनके भोंसड़े को ज़ोर-ज़ोर से चाटने लगा।
धीरे-धीरे रजिया भी उत्तेजित हो गई और अब्दुल के बालों को अपनी उंगलियों से सहारा। अब अब्दुल ने भाभीजान की किशमिश (clitoris) को अपने मुँह में लिया और रजिया के दाने को चूसने लगा, जैसे नवजात शिशु अपनी माँ की चुचूक चूसता है।
रजिया की फुद्दी, जो शौहर के प्यार से बंजर हो चुकी थी, बेटे की जीभ से प्यार पाकर हरी-भरी होने लगी, धीरे-धीरे पानी छोड़ने लगी। थोड़ी देर बाद, रजिया ने बेटे का सर अपनी मुलायम जांघों के बीच जोर से दबाया और उसके बालों को खींचने लगा, मानो कह रही हो, “अब मैं उस मुकाम के करीब हूँ, तू तेजी से जीभ चला!”’
जैसे-जैसे उदास था, अब्दुल ने इशारों को समझा और भूखी बिल्ली को माफ करने के लिए तेजी से अपनी जीभ चलाने लगा। तुरंत ही रजिया ने ‘हाय… अल्ला’ कहकर झड़ गई और थकी-परेशान होकर खटिया पर लिटकर हांफने लगी।
हाँ, अब्दुल ने सोचा, मैं अब भाभी को चुदवाने से कैसे मना करती है! अब्दुल ने भी खटिया पर चढ़कर अपनी भाभी रजिया की टाँगों को उठा लिया। इससे रजिया के भोसड़े के साथ उसके गाण्ड का छेद भी पूरी तरह से दिखाई दे रहा था, इसलिए वह पूरी तरह से अपनी भाभी के शरीर को देखने लगा।

रजिया ने शरमाकर हाथों से अपना चेहरा ढक लिया। यह देखते ही अब्दुल का लौड़ा लोहे के सरिये की तरह खड़ा हो गया। थोड़ी देर बाद, अब्दुल ने लौड़े को अपनी सगी भाभी की फ़ुद्दी में डाल दिया और चारपाई के दोनों ओर पैर रख लिए, जैसे वह टट्टी कर रहा था।
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रजिया की दोनों टांगें हवा में थीं और अब्दुल का लण्ड चूत में जाने को पूरी तरह से तैयार था। जब अब्दुल ने अपनी कमर ऊपर करके लण्ड को चूत में डाला, तो उसका भोसड़ा गीला और चुदने के लिए पूरी तरह तैयार हो गया।
प्यार की गर्म कहानी: खुद को नियंत्रित नहीं कर पाने के कारण, अब्दुल अपने जानदार लौड़े से अपनी भाभी की कमचुदी फ़ुद्दी को जोतने लगा, जैसे बीज बोने के लिए खेत तैयार कर रहा हो! Abul धीरे-धीरे अपना खड़ा लंड अंदर बाहर करता था, थोड़ा नीचे होता और पूरा अंदर डालता था।
रजिया को चीखने का मन कर रहा था, चाहती थी कि अपने इस बेटे की तरह देवर को चिल्लाकर बता दे, लेकिन वह खुद को संभाल रही थी कि खेत के मजदूर दौड़कर नहीं आ जाएँ।
जब उसे लगता था कि वह झड़ने की कगार पर है, अब्दुल अपने धक्कों को धीमी कर देता और कभी-कभी बिल्कुल हिलना बंद कर देता. फिर बिना हिले-डुले दो-तीन मिनट आराम करता। Muslim Devar Bhabhi Sex
रजिया को ऐसा करना बहुत अच्छा लगता था क्योंकि वह अपने चूतड़ों को आगे पीछे करके अपनी ठुकाई चालू रखती और अब्दुल की कमर को अपने हाथों से बाहर करने के लिए धक्का देती जब वह हिलना बंद करता था।
एक अनुभवी महिला की चुदाई करना कड़ी धूप में खेतों में काम करने से कहीं अधिक थका देने वाला था। जब उसके पसीने छूटने लगे, अब्दुल ने भाभीजान को जोर से एक चुम्मी दी और अपना मुँह रजिया के चेहरे पर गड़ा दिया।
लण्ड ऊपर होने पर अब्दुल ने अपने धक्कों को तेज किया और चूत में फट से दूसरा धक्का लगाया। जब अब्दुल ने रजिया की चूत को जोर से धक्का दिया, तो रजिया ने अपने दोनों हाथों से खटिया के दोनों सिरों को पकड़ लिया. दो-चार धक्के मारने के बाद अब्दुल ने भी पानी छोड़ दिया।
बिना संभले, अब्दुल रजिया की चूचियों पर जा गिरा, उसकी टांगें सीधी हुई, जिससे रजिया की टांगें हवा से नीचे आकर जमीन पर गिरी. दोनों की सांसें बहुत तेज थीं। रजिया ने अब्दुल को अपने ऊपर से उतारा, और उसकी ठंडी चूत से काफी सारा पानी उसकी जांघों तक पहुँच गया।
उसने कपड़े पहनने लगी और अपनी चूत के अंदर का सारा पानी साफ कर दिया। नंगा पड़ा, अपने सगे भाई की जोरू को देखते हुए अब्दुल अपने लण्ड को हाथ में लेकर हिलाता था।
Abul: भाभीजान, मैं एक तोहफा देना चाहता हूँ।
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रजिया रुक गई, तो अब्दुल ने चारपाई के नीचे पड़ा एक डिब्बी उठाया और रजिया को दिया। रजिया ने डिब्बी खोली, जिसमें एक बहुत सुंदर पायल का जोड़ा था. उसे देखकर उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई।
तुम भूल गए, अब्दुल, लेकिन मुझे याद है कि आज आपका जन्मदिन है!
रजिया: अब्दुल, ये पायल बहुत सुंदर है!
Абдул-भाभीजान, आपको मेरा तोहफ़ा पसंद आया, शुक्र है. मुझे महिलाओं के बारे में बहुत कुछ पता नहीं है।
रजिया: मैं अभी जा रही हूँ, लेकिन खाना खाओ। Muslim Devar Bhabhi Sex
Abul: ठीक है भाभीजान, लेकिन रात को कमरे में आना। तुम्हारे जन्मदिन को खटिया में लेटकर खुशियों से मनाएँगे!
यह सुनकर रजिया रोमांचित हो गई, थोड़ा शरमा गई और जल्दी से घर चली गई। लेकिन उसे क्या पता था कि अब्दुल ने भाभीजान की गांड चुदाई करके अपना जन्मदिन धूमधाम से मनाने की योजना बनाई थी? अब्दुल ने खाना खाया और कपड़े पहनकर काम पर चला गया।
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घर में सब लोग शाम को आँगन में बैठे चाय पी रहे थे। रजिया की बेटी आलिया एक मित्र की शादी की तैयारियों में मदद करने गई थी, लेकिन जब वह वापस आई तो उसके हाथों में मेंहदी लगी हुई थी। उसने अपनी अम्मी रजिया को मेंहदी दिखाने की कोशिश की, कहते हुए, “अम्म्मीजान, देखो ना”। वाह, मेहदी!
रजिया: बहुत अच्छा लग रहा है!
आलिया, गुलबदन चाची ने शहर की एक विशिष्ट ब्यूटीपार्लर लड़की को फोन किया है।
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रजिया ने मुँह बिगाड़ कर कहा कि हाँ, उनके घर में बहुत पैसा आता है, क्योंकि पुलिस में उनके खसम के कारण उनके पास बहुत पैसा है. वे ऐसे अवसरों पर जमकर उड़ाएँगे भी।
मस्तराम की बकवास कहानी: कपड़े की दुकान में काम करने वाली सुंदर लड़की रजिया अपने पुराने दिनों की यादों में खो गई, जब उसे भी निकाह की मेंहदी लगाई गई थी. उसके दिल में कितने अरमान थे उस दिन। लेकिन सुहागरात को ही उन पर पानी फिर गया, जब जफ़र मियाँ शराब के नशे में चूर, तम्बाकू से बदबूदार मुँह के साथ सीधे उस पर चढ़ गया और आधे मिनट में झड़ गया, बिना किसी रोमांस के।
रजिया को अब्दुल जैसा बुद्धिमान देवर मिल गया था, जो उसका ख्याल रखता था और हर तरह से उसे “संतुष्ट” करता था। रजिया ने एक बार फिर अपनी बेटी को अपनी नई पायल दिखाने का विचार किया।

यह सोचकर कि आलिया भी अब्दुल से नई पायल, झुमके या चूड़ियाँ लाने की जिद करेगी और उनके घर की माली हालत खराब हो जाएगी, बहुत अच्छा लगा। बाप-दादा ने बहुत सारी जमीन छोड़ दी थी, लेकिन अब्दुल भाई जफ़र मियाँ ने कुछ जमीन छोड़कर शराब और जुए में सब कुछ खर्च कर दिया।
अब अब्दुल बड़ा हो गया और खुद काम करने लगा. तब परिवार की गाड़ी फिर से चलने लगी. अब्दुल की मेहनत से उन्होंने अधिक जमीन खरीदी, एक नया घर बनाया और सरकारी ऋण से ट्रेक्टर भी लिया। रजिया का कंधा हिलाते हुए आलिया ने झकझोरा: अम्मीजान, किन विचारों में खो गई? क्या खाना नहीं बनाना है? “सेक्सी मुस्लिम महिला का गधा”
रजिया: बेटी, चलो। Muslim Devar Bhabhi Sex
रात के नौ बजने को आ गए, रजिया ने अपने जन्मदिन की खुशी में सबके लिए खीर भी बनाई, लेकिन अब्दुल अभी भी खेत से नहीं आया था। खाना खाकर आलिया अपने कमरे में चली गई। घर में टीवी नहीं था, इसलिए आलिया देर रात तक अपने कमरे में रोमेंटिक नोवल लेकर पढ़ती रहती।
जब कोई रोमेंटिक सीन आता, तो वह पढ़ते पढ़ते अपनी बुर को उंगली से सहलाती, बहुत मजा आता। वैसे, वह अभी भी पूरी तरह से कुँवारी थी। जब रजिया रसोई में बाकी काम कर रही थी, बाहर से जफर मियाँ ने कहा, “मैं पन्द्रह मिनट में आता हूँ।” “सेक्सी मुस्लिम महिला का गधा”
इसके बाद वह चला गया। रजिया भी समझ गई कि पन्द्रह मिनट का अर्थ था कि अब उसका मिंया पूरी रात अड्डे पर बैठकर दारू पीकर टल्ली होकर किसी झाड़ियों या नाली में गिरकर सो जाएगा। यही बात घर में रहने वाले सभी लोगों ने भी चाही थी कि जफ़र मियाँ घर से बाहर ही रहती रहे।
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वह घर पर रहते हुए अक्सर छोटी छोटी बातों पर बहस करता, गालियाँ बकता और मार-पिटाई करता था। Abul जब से पैसे कमाने लगा, उसने गाँव में शराब की दुकान चलाने वाले को कहा कि मेरे भाई आकर जितना पीना चाहे पी सकता है, और महीने की पहली तारीख को हिसाब मुझसे देना चाहिए।
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Абबूल पूरी तरह से चाहता था कि अगर बुढ़िया जहरीली शराब पीकर मर जाए तो वह खुश हो जाएगा. वह चाहता था कि अगर उसे सरकार से चार-पांच लाख रुपये मिले तो खेती करने के साथ-साथ छोटी मोटी किराने की दुकान भी शुरू कर देगा और घर की चार आवश्यक वस्तुओं को भी पूरा करेगा। अब रजिया अब्दुल की ओर देखते हुए घर के बाहर खाट पर बैठी हुई थी। साढ़े नौ बजे अब्दुल वापस आ गया। “सेक्सी मुस्लिम महिला का गधा”
रजिया: अब्दुल भाई, इतनी देर हो गई क्यों?
Abul: भाभीजान, ट्रेक्टर कुछ खराब हो गया था।
रजिया: चल, हाथ धो ले, मैं खाना बनाती हूँ।
थोड़ी देर बाद, अब्दुल रसोई में आया और बैठा, जबकि रजिया ने उसकी थाली में खाना देना शुरू किया।
रजिया, मैंने भी खीर बनाई है, तुम्हें पसंद है ना?
रजिया ने प्यार से अब्दुल की ओर देखा।
हाँ, अब्दुल ने मुस्कुराकर कहा।Muslim Devar Bhabhi Sex
रजिया उठी और एक डिब्बे से काजू, बादाम, किशमिश और अखरोट निकालकर अब्दुल की खीर वाली कटोरी में डाली।
Abul: भाभीजान, इतना मत करो।
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रजिया, क्या तुम पूरे दिन खेतों में इतनी मेहनत करते हो? खाएगा नहीं तो बल कैसे मिलेगा?
हिंदी में अन्तर्वासना सेक्स कहानियाँ: रजिया ने भाई के सामने अपने नंगे शरीर की नुमाइश करते हुए मन ही मन कुछ अलग सोचा था. उसने खीर में इतने सारे काजू, बादाम और किशमिश मिलाए ताकि अब्दुल की मर्दाना शक्ति बढ़ जाए और रात भर बिना थके उसकी जमकर ठुकाई कर सके।
रजिया बरसों से भूखी थी और आजकल की अलहड़ लड़कियों की तरह नहीं थी कि सिर्फ एक बार चुदाई में फिस्स हो जाए. उसने ठान लिया था कि आज रात में कम से कम तीन या चार बार चुदाई करूँगी। जब अब्दुल खाना खाने लगा, रजिया प्यार से उसे देखने लगी। “सेक्सी मुस्लिम महिला का गधा”
अम्दुल ने भाभी के पैरों पर ध्यान दिया और पूछा, “भाभीजान, तुमने वह पायल क्यों नहीं पहनी?” क्या आपको मेरा तोहफा अच्छा नहीं लगा?
रजिया ने कहा कि आलिया की शादी करने की उम्र अब नहीं है, इसलिए उसे निकाह में दे देंगे।

भाभीजान, आप भी! यहाँ तक कि आपकी उम्र है, आप बिल्कुल परिस्तान की रानी लगती हैं! आपको स्वीकार करना ही मेरा तोहफा है। पायल कहाँ है? Muslim Devar Bhabhi Sex
रजिया, अलमारी में है!
खाना छोड़कर अब्दुल अलमारी से एक पायल निकालकर भाभीजान को पहनाया।
“काश तू मेरा शौहर होता!” रजिया बहुत शरमाई, लेकिन उसका पूरा शरीर क्रोध से पुलकित हो गया।’
अब्दुल ने भाभी को अपनी बांहों में भर लिया, उसके होठों पर एक बोसा देकर उसके बालों में हाथ फेरते हुए कहा, “मियाँ बीवी राजी हो तो मैं अभी भी बन सकता हूँ, काजी!”
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रजिया ने अपनी आँखें बंद कर, अब्दुल के चौड़े सीने पर सर रखकर कहा, “यह हसीन रात कभी खत्म नहीं होगी।”’
थोड़ी देर बाद वह खुद को संभालते हुए अब्दुल से अलग हुई और कहा, “चल, सलीन, तू अभी खाना खा ले।”
Abdul: भाभीजान, हम अब चलेंगे..।
वह अपने कमरे की ओर इशारा करती थी।
रजिया ने कहा कि वह आने वाली है, बाबा. पहले कुत्तों को खाना दे दूँ। Muslim Devar Bhabhi Sex
अब्दुल ने सोचा कि कुत्तों की याद आने पर आज भाभीजान की कुत्ता-आसन doggie style में गाण्ड चुदाऊँगा।
Abul अपने कमरे में चला गया। वह कुछ दिन पहले शहर गया था कि फसलों के लिए कीटनाशक खरीदने के लिए, रजिया के लिए एक पायल खरीदने के लिए. उसने रेलवे स्टेशन के बुक-स्टाल से एक किताब भी लाया, जिसमें आधुनिक कोकशास्त्र का वर्णन था, जिसमें चुदाई के कई तरीकों का चित्रण था।
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लंबे समय तक उसने किताब के पन्नों को आगे-पीछे पढ़ा। उसने उठकर पूरे कमरे में धुआं फैलाया, जब पायल की छम्म-छम्म की आवाज उसके कान में पड़ी। रजिया पहले अपनी बेटी आलिया के कमरे में गई, जहां बत्ती बंद थी, जो बताता था कि बेटी सो गई है और कोई खतरा नहीं था। “सेक्सी मुस्लिम महिला का गधा”
वह दबे पाँव अब्दुल के कमरे में गई, दरवाजा बंद कर दिया और अब्दुल के पलंग की ओर चली। रजिया के कंधों को अपने दोनों हाथों से पकड़कर अब्दुल उठकर आहिस्ता से पलंग पर बैठा।
Абдул माशाल्लाह, आज आप बहुत सुंदर लग रहे हैं, भाभी! नई नवेली दुल्हन की तरह शरमाते हुए, रजिया ने दोनों हाथों से चहेरे को ढक लिया। रजिया के हाथों को उसके चेहरे से हटाकर, अब्दुल ने उसके गाल पर एक चुम्मा दिया और उसके दोनों टांगों को जमीन से ऊपर उठाकर पूरी तरह से उसे पलंग पर लेटा दिया। Muslim Devar Bhabhi Sex
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Abul फट से अपनी शर्ट, लुंगी और कच्छा निकालकर जमीन पर फेंक दी और पलंग पर बैठ गया। Abul जानता था कि ऐसे भाभीजान को सीधे सीधे गांड मारने देने में उसके पास कोई चांस नहीं है. फिर भी, जब उसने औरत को राजी करने के लिए आधुनिक कोकशास्त्र पढ़ा, तो वह समझ गया कि धीरे-धीरे रोमेंटिक तरीके से आगे बढ़ना ही सही है।
तब औरत खुद को पलंग में प्यार करने के लिए आती है। दोपहर में खेत में की गई चुदाई से उसे भाभीजान की कमजोरी का भी पता चला। रजिया अभी भी पलंग पर लेटी मुस्कुरा रही थी, तो अब्दुल उसके पैरों के पास गया और उनकी पायल को चूम लिया। अब्दुल भाभीजान के पैर धीरे-धीरे दबाने लगे। “सेक्सी मुस्लिम महिला का गधा”
क्या कर रहे हैं?’
पूरे दिन काम करते हुए आप थक गए होंगे। लेटकर आराम कीजिए, कुछ भी मत बोलिए।’
Abby प्यार से अपने भाभी के पैरों को दबाने लगा..। उसके हाथ धीरे-धीरे ऊपर बढ़ने लगे, पहले घुटनों तक, फिर जांघों तक. उसने दोनों हाथों से रजिया के दोनों मोटे बोबों को जकड़ा और उन्हें मसलने लगा।
‘हाय अल्लाह…’ रजिया ने आँखें बंद करके अपने नीचे का होंठ दांतों के बीच दबाया।
यह देखकर, अब्दुल जोश में आ गया और लेटी हुई रजिया की जांघों पर बैठकर बोबों को मसलने लगा। थोड़ी देर बाद, वह अपने दाहिने हाथ से चूची मसलाई करते हुए भाभीजान की दोनों टांगों के बीच की जन्नत पर अपना बायाँ हाथ रखा।
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उन्होंने बिना गाउन या घाघरा उतारे या नीचे किए, अपने नाखूनों से भाभीजान की भोंस को रगड़ने लगा। रजिया ने अपनी हुंकार को रोकने के लिए अपनी हथेली होंठों के बीच रखी, जैसे वह स्वर्ग में थी। जब से अब्दुल खाने बैठा था, वह चुदाई करने के लिए उत्सुक था, लेकिन उसने खुद को नियंत्रित रखा, कहते हुए, “आज भाभीजान का जन्मदिन है, तो उनका पहले मजे लेने का हक है।”“सेक्सी मुस्लिम महिला का गधा” Muslim Devar Bhabhi Sex
ऐसा लगभग आधे घंटे तक अब्दुल ने किया। जब रजिया झड़ गई, तो अब्दुल ने सोचा कि अब लोहा गर्म हो गया है, हथोड़ा मारने का समय है। उसने धीरे-धीरे रजिया को पेट के बल सुलाकर उनका गाउन और घाघरा उपर की ओर खींचा।
मुश्किल हिंदी सेक्स कहानी: देवर ने मुझे ब्लैकमेल करके रंडी बनाया, फिर अपने दोनों हाथों से रजिया के नितम्बों को दोनों ओर पसारा और भाभीजान की गाण्ड के कसे हुए छेद को देखा। शादी के बीस साल बाद भी, जफ़र मियाँ की गाण्ड चुदाई करना जफ़र मियाँ के लिए एक लोकपाल बिल पास करने की तरह असंभव था क्योंकि उसके शौहर का फटीचर लंड बमुश्किल से चूत में घुस पाता था।
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जब अब्दुल ने भाभी जान की गांड में अपना लौड़ा डाला, तो रजिया घबरा गई और भागने की कोशिश करने लगी। लेकिन अब्दुल ने रजिया के मुंह को एक हाथ से कसकर पकड़ा। और गांड में लिंग डालने लगा। रजिया का जीवन खत्म हो गया था। लेकिन अपने देवर को खुश करने के लिए वह भी ये दुःख सहती थी। ऐसे ही पंद्रह मिनट तक अब्दुल ने रजिया की गांड चोदी और उसके गांड में झड़ गया। अब्दुल का लंड खाने से रजिया की गांड सूज गई।