Family Group Sex Story: पिछली दोनो कहानियों(जीजाजी और दीदी के साथ मस्ती – 2) में आपने पढ़ा के मैंने कैसे पहले बहन और जीजाजी के साथ मजे किये और फिर मेरी मम्मी सीमा के साथ चुदाई की और उन्हें दूसरे मर्दो से चुदवाया भी।
पहले यह कामुकता डॉट कॉम पर प्रकाशित थी, लेकिन जैसा की आप जानते है, हमारी ऑफिसियल साइट अब यह यानि फ्री सेक्स कहानी डॉट इन है इसीलिए अब से सारी कहानियां यही प्रकाशित होंगी।
फिर पापा मम्मी के साथ घूमने जाने के बाद मैं उसी दिन दीदी के घर पर चला गया। तब जीजाजी तो आफिस गए हुए थे तो घर पर दीदी और अन्नू ही थी। अन्नू ने गेट खोला और फिर मैं अन्नू से मिला। हमने एक दुसरे से हाथ मिलाया और फिर हम एक दूसरे से काफी खुश होकर मिले। फिर हम एक दुसरे से बातें करते हुए घर के अंदर चले गए। तब हॉल में दीदी बैठी थी तो फिर मैं दीदी से मिला। दीदी ने तब ऊपर एक ब्रा टाइप की टीशर्ट पहन रखी थी जो कि काफी ढीली थी। जिस कारण उनके बोबे आधे से ज्यादा दिख रहे थे।
उनका पेट काफी हद तक आगे की और निकल चुका था। तब मुझे आगे से तो पता नहीं चला के उन्होंने क्या पहन रखा है। लेकिन जब मैं उनके गले लगे तो फिर मुझे उनकी गाँड नंगी दिखाई दी। फिर मुझे पता चला के उन्होंने G स्ट्रिंग पैंटी पहन रखी थी। जिस कारण उनकी पैंटी उनके दोनों चूतड़ों के बीच घुसी हुई थी। तब मैं कुछ देर तक तो उनकी नंगी गाँड को देखता रहा। तब वहां सामने ही अन्नू खड़ी थी। जिसने मुझे दीदी कि गाँड घूरते हुए देख लिया था। फिर जब मैंने उसकी तरफ देखा तो फिर वो मुस्कुराने लगी तो फिर मैं भी मुस्कुराने लगा।
फिर गले लगने के बाद मैं घुटनो के बल बैठकर दीदी के पेट पर किस किया। फिर मैं खड़ा हुआ तो दीदी ने मेरी गाल पर किस कर दिया और फिर मैंने भी दीदी के गाल पर किस किया। फिर दीदी मुझसे बोली के तू बैठ मैं तेरे लिए चाय लेकर आती हूँ। फिर इतने मैं अन्नू बोली के भाभी आप बैठिए चाय मैं बनाकर लाती हूँ। फिर दीदी बोली के मैं बैठी ही रहती हूँ। तू इससे बातें कर मैं चाय बनाकर ले आती हूँ।
फिर दीदी किचन की तरफ जाती है तो पीछे से दीदी कि नंगी गाँड देखकर मेरी नजर उनकी गाँड पर ही टिक जाती है। अन्नू भी दीदी को पीछे से देखती रहती है। फिर मैं और अन्नू बातें करने लगते है। दीदी की शादी के बाद से ही हम दोनों काफी अच्छे फ्रेंड बन गए थे। अन्नू ने तब शॉर्ट्स पहन रखे थे। अन्नू पतली, हसीन और खुले विचारों वाली लड़की है। फिर दीदी चाय लेकर आ जाती है तो फिर हम तीनों एक साथ बैठकर चाय पीते है और खूब बातें करते है।
काफी देर बाते करने के बाद दीदी अपने कमरे में चली जाती है और आराम करने लगती है। फिर मैं और अन्नू ही होते है। फिर अन्नू मुझसे पूछती है के तुम्हारी दीदी ऐसे कपड़ो में रहती है तुम्हे बुरा नहीं लगता। फिर मैंने कहा के दीदी सीधे और सरल स्वभाव की है और काफी समझदार भी है। वो शादी से पहले घर पर पुरे कपड़ो में ही रहती थी और उसने कभी भी ऐसे वैसे कपड़े पहनने के लिए जिद नहीं कि।
अब उनकी शादी हो चुकी है तो अब चाहे वो जैसे भी कपड़े पहने। वो उनकी इच्छा है और वैसे भी मैं और दीदी भाई बहन से ज्यादा दोस्त है। वो मेरा बहुत ध्यान रखती है और मुझे बहुत प्यार भी करती है। उनकी भी काफी इच्छाएं है। अगर वो अपनी इच्छाओं को पूरी करना चाहे तो इसमें क्या गलत है। अब दीदी ने चाहे कपड़े पहने है या नहीं मुझसे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उनकी जिंदगी है वो चाहे जैसे रहे। मेरी बात सुनकर अन्नू मुझसे काफी इम्प्रेस हुई और बोली के काश हर मर्द की सोच तुम्हारे जैसी होती।
हमें बातें करते करते शाम हो गई और फिर जीजाजी भी आफिस से आ गए तो फिर जीजाजी मुझसे मिलकर काफी खुश हुए। फिर दीदी कमरे से बाहर आई तो हम उन्हें देखते ही रह गए। दीदी ने तब एक ब्रा और नीचे बस वो ही G स्ट्रिंग पैंटी पहन रखी थी। फिर दीदी आकर सोफे पर बैठ गई। फिर जीजाजी कमरे में कपड़े बदलने के लिए चले गए और अन्नू किचन में चली गई। फिर मैंने दीदी से कहा के तुम अन्नू और जीजाजी के सामने ब्रा पैंटी में रह लेती हो। फिर दीदी मुस्कुराकर बोली के अरे ब्रा पैंटी में तो क्या एक बार मे नंगी भी हो चुकी हूँ उनके सामने। फिर मैंने पूछा के वो कैसे। फिर दीदी बताने लगी के एक बार नहाने के बाद मैं सिर्फ टॉवल में थी।
फिर मैं जैसे ही कमरे से बाहर आई तो मुझे चक्कर आने लगा। फिर मैं जैसे तैसे जाकर सोफे पर बैठी। तब मेरा टॉवल भी पता नहीं कब खुल चुका था। फिर पहले अन्नू आई और फिर तुम्हारे जीजाजी आये मेरे पास और फिर वो दोनों मुझे नंगी को ही पकड़कर कमरे में ले गए और फिर बेड पर सुला दिया। फिर अन्नू ने हमारी हनीमून की फ़ोटो देखी तो वो बोली के भाभी आपको मुझसे शर्माने की कोई जरूरत नहीं है। फिर मैं उससे बोली के मुझे गर्मी बहुत लगती है तो फिर अन्नू बोली के तो आप ब्रा पैंटी में ही रह लिया करो ना। फिर उसके बाद से मैं ब्रा पैंटी में रहने लगी।
तुम्हारे जीजाजी के जाने के बाद तो मैं बिल्कुल नंगी ही रहती हूँ। ये सब सुनकर मेरा लंड खड़ा हो चुका था। फिर जीजाजी कपड़े बदलकर बाहर आ गए और इतने में अन्नू भी चाय नाश्ता लेकर आ गई। फिर हम सबने साथ बैठकर चाय नाश्ता किया और काफी बातें की। फिर रात हुई तो अन्नू तो किचन में बिजी हो गई। मैं और जीजाजी दीदी के पास ही बैठे थे तो फिर दीदी पेंट के ऊपर से ही हम दोनों के लंड पर हाथ फेरने लगी और फिर कमरे में चलने के लिए कहा। फिर हम सब कमरे में चले गए और कमरे में जाते ही हमने कमरा अंदर से बंद कर दिया। फिर दीदी हमसे बोली के मैं पेशाब करके आती हूँ।
फिर दीदी तो पेशाब करने चली गई और फिर मैं और जीजाजी नंगे होकर बेड पर लेट गए और अपने अपने लंड हिलाने लगे। फिर हम दोनो एक दुसरे के लण्ड पकड़कर हिलाने लगे। फिर दीदी पेशाब करके आई तो वो भी नंगी ही थी। फिर वो आकर हमारे बीच करवट लेकर लेट गई। तब दीदी की जीजाजी की तरफ पीठ थी तो जीजाजी दीदी से पीछे से चिपक कर लेट गए और फिर दीदी की गाँड मारने लगें। मैंने लंड दीदी के मुंह मे दे दिया तो दीदी मेरा लंड चुसने लगी। फिर हमने पोजीशन बदली। फिर मैं दीदी की गाँड मारने लगा और जीजाजी दीदी के मुंह मे करने लगे। फिर कुछ देर करने के बाद हम दोनों झड़ गए।
फिर दीदी सीधी होकर लेट गई तो फिर मैं और जीजाजी दीदी के पेट को चूमने लगे और फिर आने वाले बच्चे के बारे में बातें करने लगे। फिर दीदी बोली के अब तुम दोनों जाओ हम रात को बाकी बाते करेंगे। फिर मैं और जीजाजी तो कपड़े पहनकर कमरे से बाहर आ गए। इसके थोड़ी देर बाद अन्नू ने खाना बना लिया तो फिर उसने हमें खाना खाने के लिए कहा। फिर जीजाजी ने दीदी को आवाज लगाई तो फिर दीदी कमरे से बाहर आई तो दीदी ने ट्रांसपेरेंट ब्रा पैंटी पहने हुए थे। जिसमे की दीदी काफी सेक्सी लग रही थी। फिर एक बार तो हम तीनों दीदी को ही देखते रहे और फिर अन्नू ने खाना लगा दिया तो फिर हम सब खाना खाने लगे। खाना खाने के बाद हम सब अपने अपने कमरों में सोने चले गए।
फिर मैंने मम्मी को मैसेज लेकिन उनका कोई रिप्लाई नहीं आया। फिर मैं उठा और कमरे से बाहर आया। तब अंधेरा था सब तरफ। फिर मैं दीदी के कमरे में चला गया तो देखा के जीजाजी तो सो चुके थे और दीदी नंगी लेटी हुई थी। फिर मैं भी नंगा होकर दीदी के बगल में लेट गया। फिर मैंने दीदी से पूछा के जीजाजी इतनी जल्दी कैसे सो गए तो दीदी बोली के आज आफिस में बहुत काम था तो वो थक गए थे। फिर दीदी मेरा लण्ड हिलाने लगी और साथ मे मुझसे बाते करने लगी। वो बोली के अब तो मम्मी भी तुमसे चुदवा चुकी है। तुम दोनों ने मिलकर बहुत मजे किये है। फिर ये सुनकर मैं मुस्कुराते हुए बोला के हां मम्मी के साथ बहुत मजा आता है। फिर मैंने दीदी से पूछा के तुम्हे पहले ही सब कुछ पता था तो तुमने कभी किसी को बताया क्यों नहीं। फिर दीदी ने कहा के मैंने एक बार मम्मी को नौकर से चुदते हुए देखा था और तब मम्मी को काफी मजा आ रहा था। फिर मम्मी ने मुझसे कहा भी था के ये बात मैं किसी को ना बताउं। साथ मे एक बात और कही थी के मैं शादी से पहले किसी से भी ना चुदवाऊं। वरना रंडी बन जाऊंगी। फिर मैं बोला के तो फिर तुम अपने आप को शांत कैसे रखती थी। फिर बहन बोली के मम्मी और मैं एक दूसरे की चुत चाटकर एक दुसरे से मजे कर लेते थे। जिसके बाद मुझे लंड की कमी नहीं महसूस होती थी। फिर मैं कई बार बैगन, खीरा वग़ैरह से भी कर लेती थी।
मेरा लंड खड़ा हो चुका था तो ये देखकर बहन करवट लेकर सो गई और फिर पीछे से मैं दीदी की गाँड मारने लगा। प्रेगनेंसी के कारण दीदी की गाँड बड़ी हो चुकी थी। जिस कारन मुझे और भी ज्यादा मजा आ रहा था। फिर मैंने दीदी से घोड़ी बनने के लिए कहा तो वो फिर जैसे तैसे घोड़ी बन गई और अपने एक हाथ से अपने पेट को पकड़े रखा। दीदी को ऐसे चोदकर मुझे काफी मजा आया। फिर मैं झड़ गया तो फिर हम दोनों एक दुसरे से चिपक कर लेट गए। फिर थोड़ी देर और बातें करने के बाद मैं अपने कमरे में आकर लेट गया।
अगले दिन सुबह जब मैं उठकर कमरे से बाहर आया तो देखा के दीदी ने ब्रा पैंटी पहन रखी थी और पैंटी ट्रांसपेरेंट थी। जिस कारण उनकी गाँड काफी हद तक दिख रही थी। अन्नू ने शॉर्ट्स पहन रखे थे। जिसमें वो कमाल की लग रही थी। वो दीदी को एक्सरसाइज करवा रही थी। जीजाजी भी वहीं पर बैठे थे। जब मैं अन्नू को देख रहा था तो जीजाजी ने मुझे पकड़ लिया और फिर वो मुस्कुराने लगे। फिर मैं वहीं बैठकर चाय पीने लगा। चाय पीने के बाद जीजाजी और मैं बाहर घूमने चले गए। फिर जीजाजी ने मुझसे पूछा के तुम्हे अन्नू पसंद है क्या। जीजाजी की बात सुनकर मैं थोड़ा नर्वस हो गया। फिर जीजाजी बोले के अगर अन्नू तुम्हे पसंद और वो भी तुम्हे पसंद करती है तो मैं तुम दोनों की शादी करवा दूंगा और अगर अन्नू तुमसे सेक्स करना चाहती है तो तुम कर लेना। क्योंकि अगर कोई अगर वो किसी और से करेगी और इसका पता चल गया तो बहुत बदनामी हो जाएगी। इससे अच्छा के तुम ही उससे कर लो। उसे भी सेक्स की जरूरत महसूस होती होगी अब। अगर तुम दोनों के बीच सब ठीक रहेगा तो मैं तुम दोनों की शादी करवा दूंगा। जीजाजी की ये बात सुनकर मैं काफी खुश हुआ।
फिर जीजाजी मुझे अपने आफिस की बात बताने लगे और बोले के एकता तो अभी प्रेग्नेंट है उसके साथ अच्छे से हो नहीं पाता है तो मैं अभी मेरी एक सेकेट्री से कर रहा हूँ। फिर उन्होंने मुझे उसकी फ़ोटो दिखाई। वो काफी सेक्सी थी। फिर जीजाजी बोले के कभी मूड हो तो बता देना। फिर मैं बोला के ठीक है। ऐसी बातें करने के बाद मेरा लंड खड़ा हो चुका था। फिर हम घर के अंदर आये तो अब अन्नू किचन में थी। फिर जीजाजी नहाने चले गए तो मैं भी उनके साथ चला गया। फिर हम दोनों नंगे होकर बाथरूम में नहाने गए तो देखा के दीदी वहां पहले से ही नहा रही थी। फिर हम तीनों मिलकर नहाने लगे। दीदी हम दोनो के लन्ड पकड़कर हिलाने लगी। फिर कुछ देर हिलाने के बाद दीदी नीचे बैठकर एक एक करके हमारे लंड चुसने लगी और हम दोनों झड़ गए तो फिर दीदी तो बाथरूम से बाहर आ गई और हम दोनों नहाते रहे।
फिर कुछ देर बाद मैं और जीजाजी भी बाथरूम से बाहर आ गए। तब दीदी शीशे के सामने बिल्कुल नंगी खड़ी होकर अपने आप को देख रही थीं। फिर जीजाजी बोले के फिक्र मत करो तुम्हारा फिगर ठीक जाएगा डिलीवरी के बाद। फिर ये सुनकर दीदी हंसकर बोली के फिगर तो मुझे ठीक करना ही पड़ेगा वरना तुम अपनी आफिस वाली लड़कियों को ही चोदते रहोगे। ये सुनकर हम सब हंसने लगे। फिर मैं तो बेड पर नंगा ही लेट गया और लन्ड हिलाने लगा और जीजाजी आफिस के लिए तैयार होने लगे। इतने में अन्नू ने बाहर से हम तीनो को आवाज लगाई तो फिर मैंने तो जल्दी से अपने वही कपड़े पहन लिए और दीदी ने सिर्फ एक टॉवल बांध लिया और फिर हम दोनों ऐसे ही बाहर आ गए और फिर थोड़ी देर बाद जीजाजी भी बाहर आ गए।
फिर हम सब बाते और हंसी मजाक करने लगें। फिर थोड़ी देर बाद दीदी खड़ी हुई और दोनो हाथों में प्लेट लेकर किचन की तरफ जाने लगी। तभी दीदी का टॉवल खुल कर नीचे गिर गया। फिर दीदी हमारी तरफ मुंह करके खड़ी हो गई। तब दीदी हम तीनो के सामने एक दम नंगी थी। फिर दीदी ने प्लेट साइड में रखकर अपना टॉवल उठाने के एकदम नीचे झुकी तो दीदी को पेट मे काफी दर्द हुआ। जिस कारण दीदी वहीं पेट पकड़कर खड़ी हो गई और दर्द से कराहने लगी। ये देखकर हम तीनों जल्दी से खड़े होकर दीदी के पास गये। फिर मैंने और अन्नू ने दीदी को वहीं सोफे पर लेटाया। दीदी को काफी ज्यादा दर्द हुआ था जिस कारण उनकी आंखों में आंसू आ गए थे। दीदी सोफे पर एकदम नंगी लेटी थी और हममें से किसी ने भी दीदी को किसी को ढकने की कोशिश नहीं कि। फिर जीजाजी दीदी के पास जाकर बैठ गए और फिर प्यार से दीदी के पेट पर हाथ फेरने लगे। दीदी ने चुत के बाल काट रखे थे तो दीदी की चिकनी चुत बहुत मस्त लग रही थी। दीदी हम तीनों के सामने नंगी रह चुकी थी तो हम तीनो में से किसी के भी दिमाग मे दीदी को किसी कपड़े से ढकने के बारे में ख्याल नहीं आया।
फिर कुछ देर बाद दीदी का दर्द कम हो गया। दीदी को दर्द होता देख जीजाजी और अन्नू की आंखों में भी आंसू आ गए। फिर जीजाजी तो दीदी से लिपट गए और अन्नू को मैंने अपने गले लगा लिया। फिर कुछ देर बाद दीदी का दर्द बिल्कुल खत्म हो गया। फिर दीदी उठकर बैठ गई। फिर जीजाजी दीदी के पेट को चूमने लगे। दीदी को 6ठा महीना लग चुका था और दीदी के पेट ने हलचल होने लगी थी। फिर उस दिन भी दीदी के पेट में हलचल हुई तो तब दीदी ने हमे ये बताया तो हम सब काफी खुश हुए। फिर हम सब हाथ लगाकर दीदी के पेट की हलचल महसूस करने लगे। फिर अन्नू ने दीदी को टॉवल उठाकर दिया तो फिर दीदी हँसकर बोली के अब इसकी जरूरत रह गई है क्या। ये सुनकर अन्नू शर्मा गई। फिर दीदी ने कहा के तुम सब मेरे अपने ही हो अब मुझे तुम लोगो से शर्म नहीं आती। दीदी की ये बात सुनकर हम तीनो एक दुसरे की तरफ देखने लगे। फिर जीजाजी ने दीदी को हॉस्पिटल ले जाकर दिखाने के लिए कहा तो फिर दीदी बोली के अब मैं एक दम ठीक हूँ। आप ऑफिस जाइये। मैं इन दोनों के साथ चली जाऊंगी। फिर जीजाजी तो ऑफिस चले गए और फिर मैं और अन्नू हॉस्पिटल जाने की तैयारी करने लगे।
तब मैं और अन्नू शॉर्ट्स में थे। फिर हम दोनों तैयार होने के लिए अपने अपने कमरे में जाने लगे। तभी अन्नू ने मुझसे कहा के मैं तो बहुत डर गई थी। फिर मैंने अन्नू के हाथ को अपने हाथ मे लेकर कहा के तुम डरो मत मैं तुम्हारे साथ हूँ। फिर अन्नू मुस्कुराकर मेरे गले से लग गई। फिर हम दोनों अपने अपने कमरे में जाकर तैयार होकर आ गए। तब तक दीदी बिल्कुल नंगी ही सोफे पर लेटी थी। फिर अन्नू दीदी से बोली के मैं आपके लिए नाइटी ले आती हूँ। फिर अन्नू के जाने के बाद सिर्फ मैं ही वहां पर था। फिर दीदी मुझे देखकर मुस्कुराने लगी और फिर अपनी चुत सहलाने लगी। दीदी को ऐसे देखकर मैं भी मुस्कुराने लगा। फिर मैं दीदी के पास गया और दीदी के होंठों पर, दोनो बोबो पर और चुत पर किस किया। फिर दीदी करवट लेकर लेट गई तो दीदी की गाँड का छेद मेरी तरफ आ गया। फिर मैं अपना मुँह दीदी की गाँड में घुसाकर दीदी के गाँड के छेद को चाटने लगा। फिर तभी अन्नू के आने की आहट हुई तो फिर मैंने मुंह हटा लिया और फिर दीदी भी सीधी होकर बैठ गई। अन्नू दो तीन नाइटी लेकर आई थी तो फिर उनमें से एक दीदी ने पहन ली और फिर हम तीनों डॉक्टर के पास चले गए।
डॉक्टर ने दीदी का चेकअप किया और बताया के दीदी और बच्चा दोनो एकदम ठीक है। ये सुनकर हम काफी खुश हुए। फिर मैंने जीजाजी को भी फोन करके इस बारे में बता दिया तो वो भी काफी खुश हुए। फिर हम घर आ गए। घर आने के बाद अन्नू ने खाना बनाया और फिर खाना खाकर अन्नू तो अपने कमरे में चली गई और मैं दीदी के साथ दीदी के कमरे में चला गया। फिर हमने कमरा अंदर से बंद कर लिया और फिर हम दोनों नंगे होकर लेट गए। फिर मैं दीदी की गाँड मारने लगा। तभी मम्मी के व्हाट्सएप्प पर मैसेज आने लगे। फिर मम्मी ने अपनी बिकिनी में फ़ोटो भेजी। मम्मी फ़ोटो में काफी सेक्सी लग रही थी। जिन्हें देखकर मैं और ज्यादा गर्म हो गया। फिर मैंने दीदी से अपना पेट पकड़कर रखने के लिए कहा तो दीदी ने ऐसा ही किया और फिर मैं दीदी की गाँड में तेज धक्के मारने लगा। दीदी की मखमली गाँड की चुदाई से मुझे बहुत मजा आ रहा था। फिर कुछ देर बाद मैं झड़ गया तो फिर मैं और दीदी मम्मी से चैट पर बात करने लगे। फिर दीदी ने वीडियो कॉल कर ली। फिर हम वीडियो चैट करने लगे। तब पापा कमरे में नहीं थे तो फिर हम खुलकर बाते करने लगे।
मम्मी ने बताया के यहां घूमने के लिए काफी अच्छी जगह है। फिर दीदी ने मम्मी से कहा के वहाँ आप कम से कम कपड़े पहनना और अपनी फोटो हमारे प्राइवेट ग्रुप में सेंड करती रहना। फिर मम्मी बोली के ठीक है। फिर मैंने मम्मी से कहा के अपनी नंगी फ़ोटो ग्रुप में सेंड कर देना और फिर बोलना के गलती से सेंड हो गई। ये सुनकर मम्मी बोली के तुम अपने पापा से इतना डरो मत वो इतने भी ज्यादा खडूस नही है। मैं उन्हें सब समझा दूँगी। वो इसके लिए मुझे कुछ नहीं कहेंगे। फिर मैं मम्मी से बोला के तुम हो ही ऐसी जो किसी भी मर्द को किसी भी चीज के लिए तैयार कर लेती हो। ये सुनकर मम्मी हंसने लगी। फिर दीदी ने मम्मी से कहा के वहाँ कई बीच ऐसे है जहां लोग नंगे रहते है। फिर ये सुनकर मम्मी बोली के हां तुम्हारे पापा भी इस बारे में बता रहे थे। फिर दीदी बोली के तो आप वहां जरूर जाना और खूब मजे करना। फिर मम्मी बोली के तुम फिक्र मत करो। मैं यहां खूब मजे करूंगी और हम वापिस आएंगे तब तक हम चारो के बीच कोई शर्म नहीं रहेंगी। फिर मम्मी ने फोन काट दिया शायद पापा आ गए थे।
फिर मैंने दीदी से कहा के मुझे मम्मी बहुत सेक्सी लगती है। फिर दीदी बोली के तुम्हे क्या मुझे भी बहुत अच्छी लगती है। दीदी फिर मेरा लंड सहलाने लगी। मैं फिर मम्मी की पुरानी फ़ोटो और वीडियो देखने लगा। जिन्हें देखकर मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। मैं तब काफी ज्यादा गर्म हो चुका था। फिर मैं फिर से बहन की गाँड चुदाई करने लगा और फिर झड़ गया तो फिर मैं बहन को वैसे ही झोड़कर अपने कमरे में जाने लगा। बहन को तब नींद आ चुकी थी और उसकी गाँड से मेरा पानी निकल रहा था। लेकिन मैंने वो साफ नहीं किया और फिर अपने कमरे में चला गया। जब मैं अपने कमरे की तरफ जा रहा था तब मैंने सोचा के चलो देखते है अन्नू क्या कर रही है। फिर मैं दरवाजे के कीहोल से देखने लगा तो देखता ही रह गया। अन्नू तब बिल्कुल नंगी होकर उंगली कर रही थी। फिर मैं कुछ देर तो देखता रहा। अन्नू को देखकर मैं फिर से गर्म हो गया तो मैं फिर दीदी के कमरे में चला गया। फिर नंगा होकर दीदी के पास जाकर लेट गया और उसकी गाँड में लण्ड रगड़ने लगा। जिससे दीदी जाग गई। फिर मैंने दीदी को सब कुछ बताया तो दीदी बोली के उसने मेरे सामने भी कई बार उंगली की है। फिर दीदी मेरे लंड को सहलाने लगी। फिर तभी मुझे व्हाट्सएप्प पर एक मैसेज आता है। फिर मैंने जैसे ही व्हाट्सएप्प खोलकर देखा तो देखता ही रह गया। मम्मी ने एक फोटो ग्रुप में डाली थी। उसमें मम्मी बिल्कुल नंगी होकर बेड पर बैठी थी और मुस्कुरा रही थी। उस फ़ोटो में मम्मी ने थोड़े पैर भी खोल रखे थे और मम्मी ने चुत के बाल साफ कर रखे थे। जिस कारण मम्मी की चिकनी चुत बहुत सेक्सी लग रही थी।
फिर मैंने ये फोटो दीदी को दिखाई तो वो भी देखती ही रह गई। फिर दीदी ने अपने फोन में व्हाट्सएप्प खोला और फिर एक मैसेज भेज दिया के बहुत सेक्सी लग रही हो। फिर मैंने भी एक इमोजी भेज दी। फिर थोड़ी देर बाद मम्मी का एक मैसेज आता है और वो ग्रुप में ऐसी फ़ोटो सेंड करने के लिए सॉरी कहती है। हमे पता था के वो पापा की वजह से ऐसा कर रही है। लेकिन फिर मैंने और दीदी ने इसके लिए मम्मी को माफ कर देते है और उन्हें खूब एन्जॉय करने के लिए कहते है। फिर पापा का मैसेज आता है और उन्होंने मैसेज में मम्मी की फ़ोटो के लिए लिखा था के अभी तक काफी जवान लगती हो। फिर मम्मी पापा से कहने लगी के आप तो मुझ पर ध्यान ही नहीं देते हो। इस तरह फिर हम सब चैट करते रहते है। फिर दीदी मम्मी को मॉडल बनने के लिए कहती है और मम्मी से और फ़ोटो सेंड करने के लिए कहती है। मम्मी भी कम नहीं थी। मम्मी ने भी झट से अपनी एक फोटो भेज देती है जिसमे मम्मी बेड पर उल्टी होकर नंगी लेटी थी और उनकी बड़ी गाँड दिख रही थी। फिर उस फ़ोटो के लिए बहन मम्मी की काफी तारीफ करती है। मैं भी मम्मी की तारीफ करता हूँ।
फिर तो हद ही हो गई मम्मी अपने दोनों बोबो की फ़ोटो भेजती है और लिखती है के आओ बच्चों दूध पिलो। मम्मी की ऐसी फ़ोटो देखकर तो दीदी भी गर्म हो जाती है। फिर हम चैट में काफी हंसी मजाक करते है। जिससे कि माहौल थोड़ा हल्का हो जाता है। इसके बाद मैं मम्मी की बेड वाली फ़ोटो फोन में निकालकर फ़ोन को आगे रख लेता हूँ और फिर दीदी को घोड़ी बनाकर चोदने लग जाता हूँ। दीदी भी मेरा पूरा साथ देती है। फिर चुदाई के बाद मैं और दीदी नंगे ही लेट जाते है। फिर मैं अपने कमरे में जाकर सो जाता हूँ। फिर शाम को अन्नू मेरे कमरे में आकर मुझे उठाती है और फिर वो मुझे चाय देती है। फिर मैं बैठकर चाय पीने लग जाता हूँ और अन्नू भी मेरे सामने बैठ जाती है। फिर हम बातें करने लग जाते है। हम काफी बाते करते है। बातें करते करते हम एक दुसरे के बारे में पूछने लगते है। फिर मैं अन्नू को बता देता हूँ के मेरी एक दो गर्लफ्रैंड रह चुकी है। फिर अन्नू कहती के मेरा अभी तक एक भी बॉयफ्रेंड नहीं बना है। फिर मैं अन्नू से कहता हूं के तुम लेस्बियन हो। फिर अन्नू कहती हैं के नही नही मुझे लड़के पसंद है। फिर के कहकर अन्नू शर्माकर मुस्कुराने लग जाती है।
काफी देर बातें करने के बाद मैं और अन्नू जैसे ही मेरे कमरे से बाहर निकलते है तो देखते है कि जीजाजी और दीदी सोफे पर बैठे थे और जीजाजी दीदी की चुत सहला रहे थे। दीदी भी अपनी टांगे खोलकर बैठी थी और मजा ले रही थी। उन दोनों को ऐसे देखकर हम वहीं रुक जाते है और फिर वापिस कमरे में आ जाते है। फिर मैंने कहा के ये दोनों भी ना ये भी नहीं देखते के घर मे इनके अलावा कोई और भी है। मेरी बात सुनकर अन्नू हंसने लग जाती है। फिर मैं अन्नू के गले लग जाता हूँ और फिर अन्नू भी अपने दोनों हाथ मेरी पीठ पर रख देती है। ऐसे अचानक गले लगने पर अन्नू कुछ भी नहीं कहती है। मेरा मन अन्नू को किस करने का कर रहा था लेकिन जैसे तैसे करके मैंने खुद को रोक लिया। फिर दीदी ने आवाज लगाई तो फिर हम दोनों बाहर चले गये। फिर दिन ऐसे ही निकलने लगे। दीदी अब घर मे नंगी ही रहती और मौका मिलने और मैं और जीजाजी दीदी की गाँड मार लेते। दीदी टॉयलेट वगेरह जाती तो दीदी मुझे साथ ले जाती और फिर दीदी मेरा लंड चूसने लग जाती। कभी कभी मैं और जीजाजी दोनो एक साथ दीदी के साथ जाते तो दीदी हम दोनों का लंड पकड़कर हिलाती और फिर बारी बारी से चुस्ती। अन्नू का तो हम पर शक करने का सवाल ही नहीं उठता था। जिस कारण हम तीनों खूब मजे कर रहे थे।
जीजाजी भी कम नही थे वो हमारे सामने ही दीदी की गाँड सहला देते और दीदी के बोबो को पकड़ लेते। ये देखकर मुझे तो कोई खास फर्क नहीं पड़ता था लेकिन अन्नू गर्म हो जाती थी। लेकिन फिर वो उँगली करके खुद को शांत कर लेती थी। फिर एक दिन अन्नू दीदी के साथ नहा रही थी तो अन्नू उँगली करने लग जाती है। फिर दीदी अन्नू से कहती है के तुम्हे बॉयफ्रेंड की सख्त जरूरत है। फिर अन्नू कहती है के हां पर बॉयफ्रेंड बनाऊं किसे। फिर दीदी कहती है के मेरा भाई है ना। वो तुम्हे अच्छा नहीं लगता। फिर अन्नू कहती है के वो बात नही है। भाई क्या सोचेगा। फिर दीदी कहती है के वो कुछ नहीं कहेंगे। तुम्हे अगर मेरा भाई अच्छा लगता है तो तुम उसके साथ तुम्हारा जो मन हो वो करो। तुम्हारा भाई कुछ नहीं कहेगा। अगर तुम्हें मेरा भाई अच्छा लगे तो मैं तुम दोनो की शादी भी करवा दूँगी। ये सुनकर अन्नू ने हँसकर कहा के ओके। फिर उस दिन के बाद अन्नू और मैं लगभग पास पास ही रहने लगे। हम खूब बातें करते और सारा दिन हंसते रहते। हम दोनो एक दुसरे को पसंद करने लगे थे।
फिर हम रोज एक दुसरे को हग करते और किस करते। फिर एक दिन जीजाजी ने हमे एक साथ देख लिया तो अन्नू काफी घबरा गई। पर जीजाजी ने कुछ नहीं कहा। उस दिन जब हम सब साथ बैठकर खाना खा रहे थे तो तब जीजाजी ने अन्नू से कहा के अगर ये तुम्हे अच्छा लगता है तो तुम इसके साथ टाइम स्पेंड कर सकती हो। मैं तुम्हे कुछ नही कहूंगा। अगर तुम दोनों एक दूसरे को पसंद करते हो शादी कर लेते हो तो ये मेरे लिए बहुत खुशी की बात होगी। ये सुनकर अन्नू थोड़ी खुल गई। फिर वो जीजाजी और दीदी के सामने भी मुझसे चिपकी रहती। मैं भी अन्नू का हाथ पकड़ लेता और उसके साथ मस्ती करता रहता। जीजाजी और दीदी भी हम दोनों को एक साथ देखकर काफी खुश होते। मैं अन्नू के बदन को सहलाने लगा था और हम लोग लिप किस भी करने लगे थे पर अभी चुदाई बाकी थी। फिर एक दिन मैंने अन्नू की चुत में उंगली डालकर हिलाने लगा तो वो काफी गर्म हो गई। फिर वो मेरी पेंट के ऊपर से ही मेरा लंड पकड़ने लगी। तब शाम हो चुकी थी तो फिर मैंने उससे रात को करने के लिए कहा। फिर रात को जब जीजाजी और दीदी खाना खाकर अपने कमरे में चले गए तो फिर मैं अन्नू के कमरे में चला गया।
मैंने जाते ही अन्नू को पकड़ लिया और फिर हम किसिंग करने लगे। फिर हम दोनो नंगे हो गए। मैं तो अन्नू को नंगी देखकर पागल हो गया। अन्नू भी मेरे नंगे लंड को देखती ही रह गई और फिर मेरे लंड को सहलाने लगी। फिर मैंने लंड अन्नू के मुंह मे दे दिया तो फिर वो मेरा लंड चुसने लगी। फिर मैंने उसे बेड पर लेटाया और उसकी चुत चाटने लगा। फिर मैंने लंड उसकी चुत में डाल दिया तो उसे थोड़ा सा दर्द हुआ। फिर मैं चुदाई करने लगा तो उसे काफी मजा आने लगा। मुझे भी अन्नू की चुत चोदकर काफी मजा आ रहा था। फिर मैं झड़ने लगा तो मैंने सारा पानी उसके पेट पर छोड़ दिया। फिर हम आराम करने लगे। फिर अन्नू मेरा लंड हिलाने लगी तो मेरा लंड फिर से तैयार हो गया तो फिर से हम चुदाई करने लगे। इस तरह उस रात हमने कई बार चुदाई की। फिर सुबह जब हम दोनों एक साथ कमरे से बाहर निकले तो जीजाजी और दीदी सामने ही बैठे थे। वो हमें देखकर सब समझ गये थे पर बोला कुछ नही है। उस दिन अन्नू कुछ ज्यादा ही खुश लग रही थी। फिर जीजाजी ने मुझसे इशारे से पूछा के हो गया क्या। फिर मैंने कहा के हां। फिर जीजाजी और दीदी एक दुसरे की तरफ देखकर मुस्कुराने लगे और फिर अन्नू की तरफ देखकर भी मुस्कुराने लगे। जिससे अन्नू को भी पता चला गया के उन्हें सब कुछ पता चल गया।
फिर उस दिन के बाद से मैं अन्नू के कमरे में ही सोने लगा और हम रोज रात को चुदाई करने लगे। फिर मैंने अन्नू को जीजाजी के अफेयर के बारे में बताया और दीदी के बारे में भी कहा के देखो वो सारा दिन नंगी रहती है और अपनी लाइफ एन्जॉय कर रही है। ये सुनकर अन्नू को भी लगा के सब मजे कर रहे है तो उसे भी खुलकर मजे करने चाहिए। फिर अन्नू ने शर्माना काफी हद तक छोड़ दिया और फिर वो मेरे साथ ऐसे रहने लगी के जैसे मेरी बीवी ही हो। दिन में जीजाजी तो आफिस गए होते और घर पर हम तीनों ही होते तो हम दिन में भी चुदाई कर लेते। अब दीदी से भी हमे कुछ ज्यादा शर्म नहीं आती थी तो दीदी के सामने ही हम कमरे में चुदाई करने चले जाते। दिन में जीजाजी तो होते नहीं थे तो दीदी के कहने पर दिन में सिर्फ बिकिनी पहनकर रहने लगी। इससे अन्नू को भी काफी अच्छा लगता था। अन्नू अलग अलग टाइप की बिकिनी और ब्रा पैंटी वगेरह पहनती। जिसमे वो काफी सेक्सी लगती। उसे ऐसे देखकर मुझसे रहा नहीं जाता तो मैं अन्नू की काफी चुदाई करता। एक बार अन्नू दीदी की ट्रांसपरेंट ब्रा पैंटी पहनकर आई और साथ के मेकअप वगेरह भी कर रखा था और हाई हील के सैंडल पहन रखे थे। तब वो बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थी। मैं तब सिर्फ अंडरवियर में था।
अन्नू को देखकर मुझसे जरा भी नहीं रुका गया और मैं दीदी के सामने ही उससे किस करने लगा। अन्नू भी गर्म हो चुकी थी। फिर मैंने उसकी ब्रा पैंटी निकालकर उसे नंगी कर दिया और फिर वहीं दीदी के सामने लेटाकर उसे चोदने लगा। दीदी भी वहीं खड़ी होकर हमे देखने लगी। मै अन्नू को काफी देर तक चोदता रहा। फिर हमारी चुदाई खत्म हुई तो हम दोनों दीदी के सामने एक दम नंगे थे। फिर मैंने दीदी से इसके लिए सॉरी कहा तो दीदी हँसकर बोली के इट्स ओके यार। तुम भाई से ज्यादा मेरे फ्रेंड हो। फिर दीदी ने मुझे अपने गले से लगा लिया। तब हम दोनों भाई बहन एक दम नंगे थे। फिर दीदी ने अन्नू को भी अपने गले से लगाया और कहा के तुम भी मेरी फ्रेंड की तरह हो आज से। इसलिए मुझसे छुपाने की कोई जरूरत नहीं है। फिर दीदी ने हम दोनों को एक साथ गले लगाया। फिर मैं पीछे से दीदी की गाँड सहलाने लगा। जिससे कि मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया। फिर दीदी मेरे खड़े लंड को देखकर हँसकर बोली के इसे बैठा ले अब देख बेचारी अन्नू का क्या हाल कर दिया है। फिर दीदी ने अन्नू से पूछा के अन्नू और मजे करने है क्या। फिर अन्नू ने हां में सिर हिलाया तो फिर दीदी हँसकर बोली के तो जाओ अब कमरे में जाकर आराम से कर लो। मैं तुम दोनों के कपड़े वहीं लेकर आती हूँ।
फिर मैं अन्नू को ले जाकर चोदने लगा और फिर पीछे से दीदी अन्नू की ब्रा पैंटी और मेरा अंडरवियर लेकर कमरे में आ जाती है और फिर वहीं बेड के एक किनारे पर बैठकर हमे देखने लग जाती है। फिर मैं झड़ने वाला होता हूँ तो फिर लंड अन्नू के मुंह मे डाल देता हूँ और फिर अन्नू सारा पानी पी जाती है। फिर हम दोनों ही बेड पर नंगे ही लेट जाते है और फिर दीदी भी हमारे साथ आकर लेट जाती है। फिर अन्नू दीदी से चिपक कर लेट जाती है और मैं अन्नू से। फिर अन्नू पेशाब करने चली जाती है तो फिर दीदी सरक कर मेरे पास आ जाती है और फिर अन्नू पेशाब करके आकर दूसरी तरफ लेट जाती है। यानी अब दीदी हम दोनों के बीच मे होती है। दीदी की मेरी तरफ पीठ होती है तो मैं दीदी से पीछे से चिपक कर लेट जाता हूँ। फिर हम सभी ही थोड़ी देर के लिए सो जाते है।
फिर थोड़ी देर सोने के बाद हम सब जाग जाते है और बाते करने लगते है। मैं अभी भी दीदी के साथ चिपक कर लेटा हुआ था और मेरा एक हाथ दीदी के एक बूब पर था। अन्नू दीदी के दूसरी साइड लेटी हुई थी। दीदी और अन्नू एक दुसरे के बोबो को सहला रहे थे। फिर दीदी अन्नू की चुत सहलाने लगी तो फिर अन्नू ने अपनी टांगे फैला दी और दीदी की तरफ देखकर हंसने लगी। फिर दीदी ने अन्नू से कहा के चुत मरवाकर मजा आ रहा है या नहीं। दीदी के मुंह से चुत शब्द सुनकर अन्नू थोड़ी शर्माने लगती है। क्योंकि तब मैं भी वहीं पर था। फिर दीदी हँसकर कहती है के अरे मजे लेने है तो किसी से शर्माओ मत। फिर दीदी ने अपना एक हाथ पीछे करके मेरा खड़ा लन्ड सहलाने लग जाती है और फिर मेरा लंड अपनी गाँड के छेद पर रख देती है। फिर मैं थोड़ा सा धक्का लगाता हूँ तो पूरा लंड गाँड में चला जाता है। फिर दीदी एक लंबी सांस लेती है। अन्नू को बिल्कुल भी पता नहीं लगा के दीदी ने मेरा लंड अपनी गाँड में ले लिया है। फिर दीदी मुड़कर मेरी तरफ देखने लगी और फिर मुझसे बोली के मैं तुम्हारे सामने चुत शब्द बोल सकती हूँ क्या। तब दीदी पूरे मूड में थी। फिर मैं बोली के आप जो चाहे वो बोल सकती हो। फिर ये सुनकर दीदी हंसने लगती है और अन्नू भी हंसने लगती है। फिर दीदी अन्नू से कहती है के मैं इससे बहुत प्यार करती हूँ और हम जिससे प्यार करते है उससे फिर कैसे शर्माना।
फिर दीदी वापिस मेरी तरफ मुड़कर देखती है और अपने होंठ मेरे होंठो पर रख देती है। फिर हम दोनों लिप किस करने लगते है। तब मेरा लंड दीदी की गाँड में था तो मैं धीरे धीरे धक्के लगाने लग जाता हूँ पर अन्नू को इसका पता नहीं चल पाता है। हम दोनों को किस करते देख अन्नू देखती रह जाती है और साथ मे हंसने लगती है। फिर किस करने के बाद दीदी और अन्नू बातें करने लग जाती है। मैं झड़ा नहीं था तो अभी तक मेरा लंड दीदी की गाँड में ही था। फिर थोड़ी देर बाद जब अन्नू चाय बनाने चली जाती है तो तब मैं दीदी की गाँड में जोर जोर से धक्के लगाने लगता हूँ और झड़ जाता हूँ। फिर मैं और दीदी उठकर कमरे से बाहर चले जाते और फिर हम तीनों वहीं बैठकर चाय का आनंद लेते है। फिर उस दिन के बाद से मैं दीदी के सामने ही अन्नू की चुदाई करने लगा। रात को जब जीजाजी सो जाते तो दीदी हमारे कमरे में आ जाती और फिर हम तीनों मिलकर खूब मस्ती करते।
मैं फिर दीदी के सामने अन्नू को पकड़कर कभी भी चुदाई कर देता और अब अन्नू भी खुल चुकी थी तो फिर वो भी अब दीदी के सामने मेरे लन्ड को खूब सहलाती और चूसती। हमे देखकर दीदी भी अपनी चुत सहलाती रहती और अपने बोबो को दबाने लग जाती। जीजाजी के आफिस जाने के बाद मैं और अन्नू नंगे हो जाते और चुदाई करने लग जाते। हम दिन भर चुदाई करते रहते और रात को भी चुदाई करते। फिर एक दिन मैं और अन्नू चुदाई कर रहे थे। पास ही में दीदी बैठी थी। तब अन्नू घोड़ी बनी हुई थी। फिर अचानक तब मेरे लंड में तेज दर्द होने लगा तो फिर मैं अपना लंड पकड़कर बैठ गया। तब मेरा लंड बिल्कुल खड़ा था। मुझे ऐसे देखकर दीदी ने मुझसे पूछा के क्या हुआ और फिर मेरे पास आकर बैठ गई। फिर मैंने बताया के मेरे लण्ड में अचानक दर्द शुरू हो गया है। इतने में अन्नू भी मेरे पास आ गई। फिर दीदी ने मेरे हाथ लंड से हटाए और फिर मेरा लंड सहलाकर देखने लगी। अन्नू ये सब देख रही थी। फिर अन्नू ने भी मेरा लंड पकड़कर देखा। फिर वो दिनों बारी बारी से मेरा लंड सहलाने लगी।
फिर दीदी ने कहा के मेरी एक डॉक्टर फ्रेंड है उससे फ़ोन करके पूछती हूँ। फिर दर्द कुछ कम हो गया तो मैने दीदी से कहा के अब दर्द कम हो गया है। फिर दीदी बोली के मैं फोन करके पूछ ही लेती हूँ। कहीं कोई ज्यादा दिक्कत ना हो जाएं। फिर दीदी ने फोन किया और अपनी डॉक्टर फ्रेंड को बताने लगी के ऐसे ऐसे करके मेरे पति के पेनिस में दर्द शुरू हो गया है क्या करना चाहिए। फिर दीदी की फ्रेंड बोली के अगर पेनिस ज्यादा देर तक खड़ा रहता है तो दर्द होने लगता है ये आम बात है। फिर दीदी ने पूछा के कोई सीरियस दिक्कत तो नहीं है ना। फिर वो बोली के नहीं है अगर फिर भी तुम्हें लगता है तो चेक करवा लो। फिर दीदी बोली के ओके मैं देखती हूँ अगर दर्द ऐसे ही रहा तो हम आ जाएंगे। फिर दीदी की फ़्रेंड बोली के ठीक है। फिर दीदी ने फोन काट दिया। तब तक मेरे लंड का दर्द बिल्कुल ठीक हो चुका था। फिर दीदी मेरे लंड को पकड़कर सहलाने लगी और पूछा के अभी भी लंड में दर्द हो रहा है क्या। दीदी के मुंह से लंड शब्द सुनकर अन्नू दीदी की तरफ देखकर मुस्कुराने लगी और फिर दीदी भी समझ गई के उन्होंने क्या कह दिया है। फिर दीदी भी मुस्कुराने लगी और फिर दीदी मुझसे बोली के तुम्हारे लंड में दर्द का सुनकर मैं काफी डर गई थी। अब दीदी ने फिर लंड कह दिया था। इस बार अन्नू जोर जोर से हंसने लगी। फिर दीदी मुझसे बोली के अब यार मैं लंड को लंड ही कहती हूँ। किसी को बुरा लगे तो लगता रहे।
फिर मैं दीदी से बोला के कोई बात नहीं दीदी। आपको जो अच्छा लगे वो कहो। इसमे शर्माने वाली कोई बात नहीं है। फिर अन्नू ने भी कहा के मैं भी थोड़ा घबरा गई थी। फिर अन्नू बोली के अब हम तीनों फ्रेंड है तो ये सब तो चलता रहता है। फिर मैंने अन्नू से कहा के तुम्हे भी अब इसे लंड ही कहना है तो बोलो क्या कहना है। फिर अन्नू ने थोड़ा शर्माकर कहा के लण्ड। फिर दीदी बोली के अन्नू शर्मा क्यों रही हो थोड़ा खुलकर कहो। फिर अन्नू ने हँसकर कई बार लंड कहा। तब दीदी एक हाथ से मेरे लंड और गोटो को सहला रही थी। फिर हम तीनों लेट गए। मैं बीच मे लेटा था तो अन्नू और दीदी दोनो मेरे लंड को सहला रही थी बारी बारी से। मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था और पूरी शान से खड़ा था। फिर अन्नू उठी और मेरे लंड को अपने दोनों हाथों में लेकर चूमने लगी। ये देखकर मैं और दीदी हंसने लगे। फिर अन्नू मुझसे कहने लगी के मैं अब तुम्हारे बिना एक पल भी नहीं रह पाऊंगी। फिर मैंने मेरे लंड की तरफ सहारा करते हुए बोला के मेरे बिना या इसके बिना। फिर अन्नू हंसती हुई बोली के तुम दोनों के बिना। फिर अन्नू मेरे गले से लग जाती है। फिर दीदी अन्नू से कहती है के मैं तुम दोनों के बारे में उनसे बात करूंगी। ये सुनकर अन्नू जाकर दीदी के गले लग जाती है। फिर अन्नू दीदी के बड़े बड़े बोबो को अपने हाथों में लेकर सहलाने लग जाती है।
हम तीनों यूं ही बातें कर रहे होते है तो फिर अन्नू मुझसे पूछती है के तुम्हे किस टाइप की लड़कियां पसंद है। फिर मैं बताता हूँ के मुझे भरे बदन वाली औरते बहुत पसंद है। ये सुनकर दीदी बोलती है के थोड़ा खुलकर बताओ। अब हम फ्रेंड्स है तो शर्माने की कोई बात नहीं है। फिर मैं बताता हूँ के मुझे बड़े बड़े बोबो और बड़ी गाँड वाली औरते ज्यादा पसंद आती है। फिर अन्नू अपने बोबो को हाथ मे लेकर कहती है के तो मुझे अब अपने बोबो को बड़ा करना पड़ेगा। फिर दीदी कहती है के अब तुम्हे कुछ करने की जरूरत नहीं है। तुम दोनों रोजाना इसी तरह चुदाई करोगे तो कुछ टाइम बाद ये अपने आप ही बड़े हो जाएंगे। ये सुनकर हम सब हंसने लगते है। फिर मैंने अन्नू से पूछा के तुम्हे कैसे मर्द पसंद है। फिर अन्नू बोली के मुझे तो बस तुम पसंद हो। तुम्हारे लिए मैं कुछ भी कर सकती हूँ। फिर अन्नू ने दीदी से पूछा के आपको कैसे लड़के पसंद है। फिर दीदी कहती है के मुझे बॉडीबिल्डर मर्द ज्यादा पसंद है। मैं चाहती हूं के मैं 4-5 मर्दो के साथ एक घर मे नंगी रहूँ और वो दिन भर मेरी चुदाई करते रहे। मैं उनके लंड चुसु और वो सब मिलकर मेरी चुत चाटे और मेरी गाँड की चुदाई करें।
दीदी की ये बात सुनकर हम गर्म होने लगे। अन्नू और दीदी अपनी चुत सहलाने लगे और मैं भी अपना लंड सहलाने लगा। फिर मुझसे नहीं रहा गया तो फिर मैं अन्नू के ऊपर आकर अन्नू की चुदाई करने लगा। तब दीदी दूसरी तरफ करवट लेकर लेट गई और मैं दीदी की बड़ी गाँड देखने लगा। मुझे दीदी की गाँड बहुत पसंद थी हमेशा से ही। मैं झड़ने वाला हुआ तो मैंने लंड चुत से बाहर निकाल लिया और सारा पानी अन्नू की चुत पर डाल दिया। फिर मैं दीदी की गाँड पर हाथ फेरने लगा तो दीदी ने पीछे की तरफ गर्दन करके मुझे देखकर मुस्कुराने लगी। फिर मैंने दीदी से कहा के एक बात कहूँ। फिर दीदी बोली के बोल क्या बात है। फिर मैंने कहा के मुझे आपकी गाँड बहुत पसंद है। ये सुनकर अन्नू और दीदी हंसने लगी और फिर मैं दीदी की गाँड चूमने लगा। फिर दीदी बोली के और क्या क्या पसंद है वो अभी बता दे। फिर मैं बोला के मुझे आप बहुत पसंद हो। फिर मैं पीछे से दीदी से चिपक कर लेट जाता हूँ और अन्नू भी मेरे पीछे से मुझसे चिपक कर लेट जाती है। फिर मैं अन्नू से कहता हूँ के तुम भी मुझे बहुत पसंद हो। फिर हम तीनो ऐसे ही चिपक कर लेटे रहते है। फिर अन्नू दीदी से पूछती है के आपका सेक्स करने का मन करता है। फिर दीदी बोली के करता तो है पर डॉक्टर ने करने से मना किया है। लेकिन फिर भी मैं कर लेती हूँ। फिर ये सुनकर अन्नू पूछती है के कैसे करते हो। फिर दीदी कहती है के डॉक्टर ने आगे से करने के लिए मना किया है पर पीछे से तो कर ही सकती हूँ। ये कहकर फिर दीदी अपनी गाँड पर हाथ फेरने लग जाती है और फिर अपनी गाँड चौड़ी करके अपनी गाँड का छेद हमे दिखाती है। अन्नू तो दीदी की गाँड का छेद देखते ही रह जाती है। जब दीदी अपनी गाँड का छेद दिखा रही होती है तो तब मेरा लंड दीदी की गाँड के एकदम पास होता है। दीदी की गाँड का छेद देखकर मैं अपना लंड सहलाने लगता हूँ। फिर अन्नू कहती है के आपको दर्द नहीं होता पीछे से। फिर दीदी ने मुस्कुराकर कहा के बस पहली बार हुआ था अब तो बहुत मजे आते है।
फिर मैंने अन्नू से कहा के हमारी सुहागरात पर मैं तुम्हारी गाँड मारूंगा। ये सुनकर अन्नू हंसने लगती है। फिर दीदी कहती है के प्रेगनेंसी के कारण मेरी गाँड में गहराई में खुजली होती रहती है। वो होते है तो वो अपना लंड मेरी गाँड में अंदर तक डाल देते है जिससे कि खुजली मिट जाती है। पर वो कौनसा सारा दिन घर पर रहते है। फिर मैंने दीदी से कहा के जीजाजी इन दिनों अपनी एक सेकेट्री की खुजली मिटा रहे है। फिर दीदी ने मुझसे कहा के तुम्हे भी बता दिया। मैं बोला के हां। फिर अन्नू को कुछ समझ नहीं आया तो अन्नू ने पूछा के कौनसी सेकेट्री। फिर दीदी ने अन्नू को अपने फोन में जीजाजी और सेकेट्री की फ़ोटो निकालकर दिखाई। वो फ़ोटो जीजाजी ने खुद दीदी को भेजी थी। उन फ़ोटो में जीजाजी उस सेकेट्री की चुदाई कर रहे थे। वो सेकेट्री काफ़ी खूबसूरत थी। अपने भाई को ऐसे और किसी औरत के साथ मजे करते देख अन्नू गर्म हो गई और दीदी से बोली के आपको बुरा नही लगता भाई ऐसे दूसरी औरत के साथ मजे कर रहे है। फिर दीदी हँसकर बोली के बुरा लगने वाली क्या बात है। मैंने उन्हें खुद इसकी इजाजत दी है। ये सुनकर अन्नू काफी हैरान हुई। फिर दीदी ने अन्नू से कहा के किसी से प्यार करना और सेक्स करना अलग अलग बात होती है। जरूरी नहीं कि हम जिसके साथ सेक्स करें उससे प्यार हो। फिर अन्नू ने मुझसे पूछा के तुम्हे बुरा नहीं लगता के तुम्हारे जीजाजी किसी और औरत से कर रहे है। ये सुनकर दीदी हँसकर बोली के तुम किसको कह रही हो। ये और तुम्हारा भाई एक साथ बैठकर पोर्न देखते हुए अपना लन्ड हिलाते है। ये सुनकर तो अन्नू और भी ज्यादा हैरान हो गई।
फिर दीदी बताने लगी के तुम्हारे आने से पहले की बात है। मैं अपने कमरे में सो रही थी। जब मैं उठकर कमरे से बाहर आई तो देखा के ये दोनों हाल में बैठे पोर्न मूवी देख रहे थे और अपने अपने लंड हिला रहे थे। फिर मुझे देखकर ये दोनों डर गए और फिर अपनी अपनी पेंट पहनने लगे। लेकिन टीवी बन्द नहीं कर पाए। फिर मैंने टीवी खुद अपने हाथ से बंद किया। फिर ये दोनों मेरे पैरों में पड़ गए। मैंने भी थोड़ा गुस्सा होने का नाटक किया। मुझे गुस्से में देखकर तुम्हारा भाई तो पूरा घबरा गया। लेकिन फिर मैं हंसने लगी और इन दोनों से कहा के अरे आप दोनो पोर्न ही तो देख रहे थे कोई गुनाह थोड़ी कर दिया। फिर मैं टीवी आपिस ऑन करके किचन में चली गई। लेकिन फिर उन्होंने टीवी बन्द कर दिया और फिर ये अपने कमरे में चला गया था। फिर मैं और तुम्हारे जीजाजी दोनो बैठकर पोर्न देखने लगे और फिर हमने चुदाई भी की। फिर उस दिन मैंने उनसे खुलकर बात की और उन्हें सब कुछ करने की इजाजत दे दी। फिर उन्होंने मुझे भी कहा के तुम भी किसी से भी चुदवा सकती हो। फिर उस दिन के बाद मैं बिकिनी पहनकर रहने लगी इन दोनों के सामने। मुझे बिकिनी में देखकर तुम्हारे भाई का तो हमेशा खड़ा ही रहता और वो हमेशा मेरे ऊपर ही चढ़े रहते। ये भी मुझे देखकर अपना लंड हिला लेता था। फिर मैं दीदी से बोला के नहीं दीदी। फिर दीदी बोली के कोई बात नहीं अब मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
दीदी की ये झूठी कहानी सुनकर अन्नू तो काफी गर्म हो चुकी थी। अन्नू को पता चल गया था के उसे छोड़कर सभी काफ़ी मजे कर रहे है। अन्नू ने जब अपने भाई की उस सेकेट्री के साथ फोटो देखी तो वो देखती ही रह गई। उसने शायद अपने भाई को पहली बार नंगा देखा था। फिर ये सब बातें बताने के बाद दीदी बार बार अपनी गाँड के छेद में उंगली करने लगी। उन्हें तब बहुत जोरो की खुजली हो रही थी। फिर दीदी ने अन्नू से कहा के अन्नू मेरी गाँड में बहुत खुजली होने लग गई है। तुम्हारा भाई तो शाम को ही आएंगे। अगर तुम बुरा ना मानो तो इससे खुजली मिटा लूं क्या। फिर अन्नू ने झट से कहा के हां हां क्यों नहीं। मैं तो ये सब देखता ही रह गया के कैसे दीदी ने अन्नू को आसानी से अपनी चुदाई मुझसे करवाने के लिए मना लिया था।
मेरा लंड तब खड़ा ही था तो फिर दीदी ने अपने हाथ से मेरा लन्ड पकड़ा और अपनी गाँड के छेद पर लगा लिया। फिर मैंने एक झटका मारा तो अन्नू की आंखों के सामने पूरा लंड दीदी की गाँड में चला गया। अन्नू बैठी बैठी ये सब देख रही थी। फिर अन्नू ने कहा के अगर भाई को इसका पता चल गया तो। फिर दीदी बोली के वो कुछ नहीं कहेंगें। वो बाहर मजे करते है तो क्या मैं अपने भाई से खुजली भी नहीं मिटवा सकती। फिर दीदी ने मुझसे कहा के और अंदर तक डाल दे। फिर मैंने लंड पूरा जड़ तक गाँड में डाल दिया। फिर मैं लन्ड अंदर बाहर करने लगा और दीदी मजे से चुदवाने लगी। फिर दीदी सीधी होकर लेट गई और बोली के थोड़ा आगे भी डाल दे। फिर मैं दीदी के ऊपर आ गया और फिर दीदी की चुत में लंड डालकर करने लगा। दीदी की चुत से लंड अंदर बाहर होता देखकर अन्नू भी अपनी चुत सहलाने लगी। फिर मैं झड़ने वाला हुआ तो सारा पानी चुत के अंदर ही डाल दिया। ये देखकर अन्नू बोली के ये क्या कर दिया। अगर दीदी प्रेग्नेंट हो गई तो। फिर दीदी हँसकर बोली के अभी तो प्रेग्नेंट ही हूँ। दोबारा से प्रेग्नेंट नहीं होउंगी। फिर ये सुनकर अन्नू को अपनी बेवकूफी भरी बात पर ख़ुद ही हंसने लगी।
उस दिन दीदी ने अन्नू को काफी कुछ बता दिया था जो कि अन्नू को हजम नहीं हो रहा था। फिर ऐसे ही कई दिन निकल गए और मैं दीदी और अन्नू की चुदाई करने लगा। फिर तो अन्नू के सामने दीदी मेरा लंड भी चूसने लगी थी। फिर कभी कभी तो अन्नू और दीदी दोनो साथ मिलकर मेरा लंड चुस्ती। अन्नू अब और भी ज्यादा खुल चुकी थी और वो भी अब खुलकर चुदाई के मजे लेने लग गई थी। अन्नू जब मुझे और दीदी को चुदाई करते देखती तो उसे भी अब अपने भाई से ज्यादा शर्म नहीं आती थी। दीदी भी अन्नू को जीजाजी के सामने पूरी तरह खोलना चाहती थी लेकिन दीदी ने कुछ टाइम और निकलने दिया ताकि अन्नू पूरी तरह से तैयार हो जाये। मैं और दीदी अन्नू के साथ मजे करने में इतने बिजी हो गए के हमे मॉम से बात करने का ख्याल ही नहीं आया। फिर एक दिन दोपहर को हमारे व्हाट्सएप्प ग्रुप में एक वीडियो आती है। तब मैं, दीदी और अन्नू सो रहे थे। फिर सबसे पहले वो वीडियो दीदी ने देखा और फिर दीदी ने वीडियो देखकर मुझे उठाया और फिर वो वीडियो मैंने भी देखी। वीडियो देखकर हम देखते ही रह गए। हमे इसकी उम्मीद तो थी पर ये इतनी जल्दी होगा इसकी उम्मीद नहीं थी। वीडियो मैं मम्मी पापा दोनो बीच पर खड़े थे और मम्मी पापा का लंड हिला रही थी और वो दोनो एक दुसरे से लिप किस कर रहे थे।
वो वीडियो उन्होंने स्पेशल मेरे और दीदी के लिए बनाई थी। फिर कुछ देर लिप किस करने के बाद पापा कहने लगे हम दोनों कुछ दिनों से बीच पर नंगे ही घूम रहे है। जिसमे हमे बहुत मजा आ रहा है। अब तुम दोनों भी बड़े हो गए हो और सब कुछ समझते हो और जानते हो तो अब तुम लोगो से क्या छुपाना। फिर मम्मी बोली के जिंदगी एक बार ही मिलती है इसलिए जिंदगी के मजे लो। बात यहीं खत्म नहीं हुई। फिर मम्मी ने एक आदमी को खींचकर अपने साथ चिपका लिया और फिर मम्मी बोली के ये मेरा बॉयफ्रेंड है। वो आदमी काला था और लंबा चौड़ा था। वो शायद अफ्रीकन था और वो भी नंगा था। उसका लण्ड काफ़ी लम्बा था। मम्मी और वो एक दुसरे की कमर में हाथ डालकर खड़े थे। फिर मम्मी उसका लंड पकड़कर भी सहलाने लगी। तब मम्मी पापा और उस आदमी के बीच मे खड़ी थी। फिर पापा मम्मी से अलग हो गए और फिर मम्मी और उस आदमी की वीडियो बनाने लगे। फिर उस आदमी ने मम्मी को अपनी बाहों के ले लिया और मम्मी की गाँड सहलाने लगा। मम्मी भी उसके साथ बहुत खुश थी।
फिर पापा कहने लगे के तुम्हारी मम्मी को भी खुलकर जीने का हक है। उसे शुरू से ही सेक्स बहुत पसंद था लेकिन मेरे कारण वो कभी खुलकर कर ही नहीं पाई। इस कारण मैंने उसे बॉयफ्रेंड बनाने की इजाजत दे दी। फिर मम्मी कहती है के सिर्फ हम दोनों ही नंगे क्यों रहे। तुम लोगो को भी नंगा होना होगा और अपनी फोटो ग्रुप में डालनी होगी। ताकि हम को एक दुसरे से शर्म ना आये। फिर इतना कहकर मम्मी उस आदमी के साथ कहीं जाने लगती है और पापा उन दोनों की पीछे से वीडियो बनाने लगते है। वो दोनो एक दुसरे की कमर में हाथ डालकर चल रहे थे। फिर वीडियो वहीं खत्म हो जाती है। वो वीडियो देखकर मैं और बहन एक दुसरे को देखकर हंसने लगते है। फिर दीदी कहती है के मम्मी ने तो सब काम सेट कर दिया और साथ मे अपनी सेटिंग भी कर ली। वीडियो देखकर मेरा लंड तो बिल्कुल खड़ा हो चुका था। मैं सोचने लगा के मम्मी पता नहीं कैसे कैसे और कितनी बार उस आदमी से चुदी होगी।
तभी ग्रुप में मम्मी पापा अपनी नंगी फ़ोटो डालते है। उनमें से कुछ फोटो मम्मी की उस आदमी के साथ थी। जिसमे वो आदमी मम्मी के बोबो को सहला रहा था और चूस रहा था। फिर एक फोटो में तो पापा और वो आदमी दोनो मम्मी के बोबो को चूस रहे थे और उन दोनों के हाथ मम्मी की चुत पर थे। फिर एक दूसरी फ़ोटो में मम्मी उस आदमी का लंड पकड़कर उसे ध्यान से देख रही थी। अब ऐसी फ़ोटो देखकर तो किसी बूढ़े का भी लंड खड़ा हो जाये। ऐसी फ़ोटो देखकर मैं और बहन फुल गर्म हो चुके थे। फिर बहन बोली के अब तो सिर्फ मम्मी की उस आदमी के साथ चुदाई की वीडियो आना बाकी है और देख लेना वो भी आ जायेगी। फिर बहन बोली के अब अगर मम्मी पापा को भी शर्म नहीं आ रही है तो हम क्यों शरमाये। फिर मैं बोला के तो बताओ फिर हम क्या करें। फिर दीदी बोली के हम भी वो ही करते है जो वो कर रहे है। फिर मैं और दीदी उठकर दीदी के कमरे में चले जाते है और अन्नू वहीं सोई रहती है।
फिर दीदी के कमरे मे जाकर हम दोनों क्या करते है। ये मैं अगले भाग मे बताऊँगा।
कहानी जारी रहेगी…
जीजाजी और दीदी के साथ मस्ती – 4
Nice incest sex story in Hindi, I love reading Hindi family fuck story