दोस्त की चाची की प्यासी चुत

मेरा नाम मोहित है और मैं सतना से बिलॉन्ग करता हूँ। मैं एक हैंडसम दिखने वाला बंदा हूँ… काफी लड़कियों, भाभियों और चाचियों के साथ सेक्स कर चुका हूँ। ये एकदम सच्ची कहानी है, जो आज से 3 साल पहले की है। ये बात उन दिनों की है जब हमारे यहाँ मेला लगता है… मेले में काफी लोग आते-जाते हैं।

तब एक दिन मुझे मेरे दोस्त की चाची दिखी, जो हाइट में ज्यादा तो नहीं थी, लेकिन दिखने में बड़ी ही सुंदर थी। उसका फिगर है 36-30-36। मैं उसे देखकर हैरान हो गया… क्योंकि है ही ऐसी! और उससे ज्यादा हैरानी की बात ये थी कि मेरा दोस्त उसके साथ था।

तब मेरे मन में उसके बारे में जानने की इच्छा हुई। मैं अपने दोस्त के पास गया। वो मुझे देखकर काफी खुश हुआ और बोला—”ये मेरी चाची हैं… आज ही दिल्ली से आई हैं।” मैंने उन्हें देखकर एक प्यारी सी स्माइल दी और फिर अपने दोस्त को बाय बोलकर वहाँ से चला गया।

और फिर मैं रोज़ ही मेले में जाने लगा। वो मुझे रोज़ तो नहीं, लेकिन हर दूसरे-तीसरे दिन मिल जाती थी। मैं उसका पीछा करता और उसे देखता रहता। और ये बात उसे भी पता थी। फिर मैंने हिम्मत करके एक दिन उससे बात कर ही ली और उससे बोला—”मैं आपको लाइक करता हूँ और आपसे बात करना चाहता हूँ।” उसने बोला कि वो भी मुझे लाइक करती है, और ये कहकर उसने मुझे अपना नंबर दे दिया।

उसके बाद हम रोज़ बात करने लगे। फिर एक दिन मैंने उससे मिलने को कहा, तो वो कहने लगी कि वो ज्यादा घर के बाहर नहीं जाती और उसके घरवाले भी उस पर शक करते हैं। उसका पति दिल्ली में ही काम करता था, और यहाँ उसके भाई-बहन होने की वजह से अपनी फैमिली को भी उनके पास ही छोड़कर वापस चला गया।

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खैर, तब मैंने उससे बोला—”कोई तो रास्ता होगा ना मिलने का?” तब उसने कहा—”हाँ, अगर तुम आ सकते हो तो लेट नाइट हम घर पर ही मिल सकते हैं… क्योंकि उस टाइम सब सो जाते हैं।”

मैंने कहा—”ठीक है।” फिर एक दिन उसका फोन आया, और वो बोलने लगी—”आज घर पर कोई नहीं है, तुम रात में आ जाना।” मैं बड़ा ही खुश हुआ, पर मन में एक निराशा थी कि उसके बच्चे तो वहाँ होंगे ही। तब मैंने यही सोचकर उसे फोन किया और पूछा—”तुम्हारे बच्चे…?”

उसने कहा—”मैं उन्हें सुला दूँगी।” और मैं बड़ा ही खुश हुआ। और रात होते ही घर पहुँच गया। वो बड़ी ही कातिल लग रही थी… लाल रंग की नाइटी में! तब मैं जाकर बैठ गया और दो-चार बात करने के बाद मैंने उसे किस किया। उसके शरीर में करंट-सा दौड़ गया, और उसके मुँह से “आह्ह…” की आवाज़ निकल गई। और उसने मुझे कसकर पकड़ लिया!

फिर मैं उसके फेस पर किस करने लगा और उसके होंठों को चूसने लगा। वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी। मैं उसके मुँह में अपनी जीभ डाल रहा था, और वो उसे चूस रही थी। फिर मैंने उसके बूब्स को नाइटी के ऊपर से ही दबाना शुरू कर दिया। क्या बूब्स थे… एकदम खड़े और एकदम टाइट!

वो सिसकियाँ भरने लगी—”आआआह्ह्ह… हम्म्म्म…” और मेरे हाथ के ऊपर हाथ रखकर उन्हें दबाने लगी। मैंने देर नहीं की और उसकी नाइटी उतार दी… और उसके बूब्स चूसने लगा और उसके बड़े से निप्पल को लिक करने लगा। उसे बड़ा मज़ा आ रहा था। फिर मैंने उसे लिटा दिया और उसकी जाँघों पर किस करने लगा और काटने लगा!

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उसे बड़ा ही मज़ा आ रहा था इससे। मैंने उसकी चूत के होंठों को हाथ से खोलकर चाटना शुरू किया। और अपनी जीभ उसकी चूत में डालकर चुदाई करने लगा… उसकी चूत गीली होने की वजह से नमकीन स्वाद आ रहा था। मुझे भी बड़ा मज़ा आ रहा था!

उसके बाद मैंने उसे अपने लंड के दर्शन कराए, और वो देखकर उसे पकड़कर पागलों की तरह चूसने लगी। कम से कम 10 मिनट चूसने के बाद उसने कहा—”बस… बर्दाश्त नहीं हो रहा… इसे अंदर डाल दो!” तब मैंने उसे लिटाकर उसकी चूत पर लंड रखकर रगड़ने लगा।

और फिर धीरे से अंदर डाल दिया… चूत भी गीली होने की वजह से ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी। और अंदर जाते ही वो मचलने लगी। और मुझे बोलने लगी—”चोदो मुझे और तेज़… और तेज़! बहुत दिनों से इस चूत को लंड नहीं मिला… आज इसकी आग बुझा दो!” और मैं उसे फुल स्पीड से चोदता रहा।

उसके बाद मैंने उसे घोड़ी बनाया और चूत मारने लगा। करीब 15 मिनट में हम दोनों आसपास ही झड़ गए और थककर लेट गए।

वो मुझे पागलों की तरह चूम रही थी। थोड़ी देर बाद मैं फिर से तैयार हो गया, और उसे गांद मारवाने के लिए बोला। पहले तो वो मना करती रही, क्योंकि उसने कभी ऐसा नहीं किया था। लेकिन बाद में मान गई… मैंने उसे ऑयल लाने के लिए बोला, और वो लेकर आ गई। फिर उससे कम से कम आधा घंटा अपने लंड की मसाज कराई।

उसके बाद थोड़ा ऑयल उसकी गांद पर लगाया और फिर चेयर पर बैठ गया। उसे अपने ऊपर बैठने को कहा। उसने ऐसा ही किया और ऊपर बैठ गई। मैंने अपना लंड उसकी गांद के छेद पर रख दिया और आराम-आराम से उसे अंदर करने लगा। जैसे ही मेरे लंड का टोपा अंदर गया, वो उछल पड़ी और उठ गई। फिर मैंने उसे थोड़ा शांत किया…

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और फिर से ऐसा करने को कहा, वो फिर से बैठ गई। पर इस बार मैंने एक ही झटके में अपना आधा लंड अंदर कर दिया। और वो चीखने लगी… “छोड़ दो मुझे… आआहहह… मर गई!” पर मैंने उसे छोड़ा नहीं, बल्कि एक और झटका मारकर बाकी लंड अंदर कर दिया। और ऐसे ही चलता रहा। जब थोड़ी देर बाद वो शांत हुई, तब मैंने उसकी गांड मारना शुरू किया।

और वो बड़े मज़े से मुझसे गांड मरवाने लगी। तब मैं थोड़ी देर बाद उसकी गांड में ही झड़ गया। उसे बड़ा मज़ा आया, और उसने फिर से ऐसा करने को कहा। तब हम पूरी रात ऐसे ही करते रहे। 2 बार उसकी चूत मारी और 2 बार गांड मारी। और पिछले साल से वो मुझसे चुदी आ रही है। और बहुत खुश है मेरे लंड से!

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