छुपन छुपाई खेलते 4 चचेरी बहनों को पेल लिया (4 Bahano ki chudai)
ये कहानी मेरे गांव की है, जहाँ मैंने अपनी जवानी के दिन बिताए। अब मैं लखनऊ में रहता हूँ, पर उस वक्त की बात आज भी मेरे दिल में ताजा है। मैं उस समय 18 साल का था, राजीव, लंबा-चौड़ा, गेंहुआ रंग, और सेक्स की समझ पूरी थी। मेरी चार चचेरी बहनें थीं—खुशी, रितु, काजल …