बहन की चूत में मेरा मोटा पेल्हर

Behan ki kuwari choot: मेरा नाम विक्की है, उम्र 24 साल, जवान, मस्कुलर बॉडी, कद 5 फीट 10 इंच, और लंड मेरा 7 इंच लंबा, मोटा, और ऐसा कि किसी भी लड़की की चूत को गीला कर दे। मेरी दो बहनें हैं। एक की शादी हो चुकी है, और दूसरी, डॉली, 19 साल की, कंवारी, और फिगर ऐसा कि क्या बताऊं—34-28-36, गोरी-चिट्टी, मम्मे गोल और रसीले, निप्पल्स गुलाबी, और गांड इतनी मस्त कि देखकर लंड सलामी देने लगे। उसकी चाल में एक अजीब सा ठुमका है, जो हर किसी का ध्यान खींच लेता है। ये कहानी एक महीने पुरानी है, जब मैं और डॉली घर पर अकेले थे। मम्मी-पापा किसी रिश्तेदार के यहां गए थे, और घर में बस हम दोनों थे।

उस सुबह मैं अपने कमरे में सो रहा था। रात को कुछ गर्म-गर्म सपने देखे थे, जिसमें मैं किसी की चूत मार रहा था। मेरा लंड सुबह-सुबह ही तना हुआ था, शॉर्ट्स में तंबू बना रहा था। अचानक मुझे डॉली की आवाज सुनाई दी। वो बाथरूम में नहा रही थी, और कोई पुराना हिंदी गाना गुनगुना रही थी। उसकी आवाज सुनकर मेरा लंड और बेकाबू हो गया। दिमाग में शैतानी चढ़ी, और मैंने सोचा, आज मौका है। घर पर कोई नहीं, और डॉली की जवानी को देखकर मेरा मन उसकी चूत चोदने को मचल रहा था।

मैं चुपके से बिस्तर से उठा और बाथरूम के दरवाजे तक गया। दरवाजे में एक छोटा सा छेद था, जिससे मैंने अंदर झांका। डॉली पूरी नंगी थी। पानी की बूंदें उसके गोरे बदन पर मोतियों की तरह चमक रही थीं। उसकी चूत पर हल्की-हल्की झांटें थीं, जो गीली होकर और सेक्सी लग रही थीं। वो अपने मम्मों पर साबुन मल रही थी, और उसके हाथ धीरे-धीरे निप्पल्स को सहला रहे थे। वो शायद खुद को छूकर मजा ले रही थी, क्योंकि उसकी सिसकारियां हल्की-हल्की सुनाई दे रही थीं, “उम्म… आह…” मेरा लंड अब शॉर्ट्स फाड़ने को तैयार था। मैंने सोचा, अब और इंतजार नहीं, आज तो ये चूत मेरी है।

मैं वापस अपने कमरे में आया और बिस्तर पर लेटकर सोने का नाटक करने लगा। थोड़ी देर बाद डॉली नहाकर बाहर आई। उसने सिर्फ एक सफेद तौलिया लपेटा हुआ था, जो उसके मम्मों को मुश्किल से ढक रहा था। उसकी जांघें पूरी नजर आ रही थीं, और तौलिया इतना छोटा था कि नीचे से उसकी चूत की हल्की-सी झलक दिख रही थी। कमरे की लाइट बंद थी, शायद उसे लगा कि मैं सो रहा हूं। उसने पहले लाइट जलाई और मेरी तरफ देखा। मैंने आंखें बंद रखीं, लेकिन पलकों के बीच से उसे चुपके से देख रहा था। उसने पक्का करने के लिए मेरे पास आकर मुझे हल्का सा हिलाया, “भैया, सो रहे हो ना?” मैंने कोई जवाब नहीं दिया, बस सांसें भारी करके सोने का नाटक किया।

उसे यकीन हो गया कि मैं सो रहा हूं। उसने तौलिया खोल दिया और बेड के पास खड़ी होकर अपने बदन पर क्रीम लगाने लगी। उसका गोरा, दूधिया बदन मेरे सामने चमक रहा था। उसके मम्मे एकदम टाइट थे, गुलाबी निप्पल्स तने हुए, और चूत इतनी प्यारी कि मेरा लंड अब फटने को तैयार था। वो अपनी जांघों पर क्रीम मल रही थी, और उसकी उंगलियां धीरे-धीरे चूत के पास जा रही थीं। शायद उसे भी कुछ गर्मी महसूस हो रही थी, क्योंकि वो बार-बार अपनी चूत को हल्का सा छू रही थी।

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मैं चुपके से उठा और उसके पीछे खड़ा हो गया। वो अपनी गांड पर क्रीम मल रही थी, और मैंने अपने शॉर्ट्स से लंड बाहर निकाला। मेरा मोटा, 7 इंच का लंड अब उसकी गांड को छू रहा था। उसने चौंककर पलटने की कोशिश की, “भैया! ये क्या कर रहे हो?” उसकी आवाज में डर और घबराहट थी। मैंने उसकी कमर को पीछे से कसकर पकड़ा और उसके कान में धीरे से बोला, “डॉली, चुप रह। कोई नहीं जानता। तुझे भी मजा आएगा।” वो थोड़ा डर रही थी, लेकिन मैंने उसे धीरे से बेड की तरफ धकेला।

“भैया, ये गलत है… पाप है,” उसने शरमाते हुए कहा। मैंने उसकी आंखों में देखा और बोला, “डॉली, कोई नहीं जानेगा। बस तू चुप रह, और देख, कितना मजा आएगा।” वो अभी भी हिचक रही थी, लेकिन मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और अपने ऊपर चादर डाल ली। मैंने पहले अपने सारे कपड़े उतारे—टी-शर्ट, शॉर्ट्स, और अंडरवियर। अब मैं पूरा नंगा था। फिर मैंने उसकी ब्रा और पैंटी उतारी। उसकी ब्रा काली थी, और पैंटी लाल, जो उसके गोरे बदन पर गजब ढा रही थी। अब हम दोनों भाई-बहन बेड पर नंगे लेटे थे।

मैंने उसे फ्रेंच किस करना शुरू किया। मेरी जीभ उसकी जीभ से खेल रही थी, और वो धीरे-धीरे मेरा साथ देने लगी। उसका हाथ मेरे लंड पर गया, और वो उसे सहलाने लगी। मेरा प्रीकम निकल रहा था, और उसकी उंगलियां उसमें गीली हो गईं। “भैया, तेरा लंड तो घोड़े जैसा है… मेरी चूत तो कंवारी है, कैसे जाएगा?” उसने शरमाते हुए कहा। मैंने उसकी आंखों में देखा और बोला, “डॉली, थोड़ा दर्द होगा, लेकिन मैं धीरे-धीरे करूंगा। तू बस मजा ले।” उसने हल्का सा सिर हिलाया, जैसे हामी भर दी।

मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसके मम्मों को चूसना शुरू किया। उसके गुलाबी निप्पल्स मेरे मुंह में थे, और मैं उन्हें हल्के-हल्के काट रहा था। वो सिसकारियां ले रही थी, “आह्ह… भैया… उफ्फ… ये क्या हो रहा है…” मैंने एक हाथ से उसकी चूत को सहलाया। उसकी चूत पहले से ही गीली थी, और मेरी उंगलियां उसके चूत के दाने को रगड़ रही थीं। वो तड़प रही थी, “भैया, कुछ गुदगुदी हो रही है… आह्ह…” मैंने उसकी चूत को और सहलाया, और मेरी एक उंगली धीरे से उसकी चूत में डाल दी। वो इतनी टाइट थी कि मेरी उंगली भी मुश्किल से गई।

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“भैया, बहुत टाइट है… दर्द होगा,” उसने कहा। मैंने उसे चुप कराया और बोला, “डॉली, थोड़ा रिलैक्स कर। मैं क्रीम लगाता हूं।” मैंने पास में रखी बॉडी लोशन की बोतल उठाई और थोड़ा लोशन अपने लंड पर लगाया। फिर मैंने उसकी चूत पर भी लोशन मला। उसकी चूत अब चिकनी और गीली थी। मैंने धीरे से लंड का सुपारा उसकी चूत पर रखा और हल्का सा धक्का मारा। सुपारा जैसे ही अंदर गया, मुझे जन्नत का एहसास हुआ। लेकिन डॉली को दर्द हुआ। उसकी आंखों में आंसू आ गए, “भैया, रुक जाओ… बहुत दर्द हो रहा है…”

मैंने उसे चुप कराया और उसके मम्मों को फिर से चूसना शुरू किया। एक हाथ से मैं उसकी चूत का दाना रगड़ रहा था, जिससे उसे थोड़ा मजा आने लगा। “आह्ह… भैया… अब थोड़ा अच्छा लग रहा है…” उसने सिसकारी लेते हुए कहा। मैंने धीरे-धीरे लंड को और अंदर धकेला। उसकी चूत की झिल्ली फट गई, और थोड़ा खून निकला। वो दर्द से कराह रही थी, “आह्ह… उफ्फ… भैया, धीरे…” मैंने अपने होंठ उसके होंठों पर रखे और एक जोरदार धक्का मारा। मेरा पूरा 7 इंच का लंड उसकी चूत में समा गया। उसकी चीख मेरे मुंह में दब गई।

थोड़ी देर हम ऐसे ही पड़े रहे। उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी, और मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं किसी गर्म, टाइट गुफा में हूं। फिर मैंने धीरे-धीरे लंड को आगे-पीछे करना शुरू किया। “थप-थप” की आवाज कमरे में गूंज रही थी। डॉली अब दर्द के साथ मजा भी ले रही थी। “भैया, अब अच्छा लग रहा है… और जोर से करो,” उसने कहा। मैंने स्पीड बढ़ाई और जोर-जोर से धक्के मारने लगा। उसकी चूत अब पूरी गीली थी, और मेरा लंड आसानी से अंदर-बाहर हो रहा था।

मैंने उसे घोड़ी बनाया। उसकी मस्त गांड मेरे सामने थी, और मैंने पीछे से उसकी चूत में लंड डाला। “आह्ह… भैया… कितना गहरा जा रहा है… उफ्फ…” वो सिसकारियां ले रही थी। मैंने उसकी कमर पकड़ी और जोर-जोर से चोदना शुरू किया। कमरे में “थप-थप-थप” की आवाज और हमारी सिसकारियां गूंज रही थीं। मैंने बीच-बीच में उसके मम्मों को दबाया और उसकी गांड पर हल्के-हल्के थप्पड़ मारे, जिससे वो और उत्तेजित हो गई। “भैया, मारो ना… मेरी चूत फाड़ दो… आह्ह…” उसने कहा।

करीब 15 मिनट तक मैंने उसे घोड़ी बनाकर चोदा। फिर मैंने उसे बेड के किनारे लिटाया और उसकी टांगें अपने कंधों पर रखीं। इस पोजीशन में उसकी चूत और खुल गई, और मेरा लंड और गहराई तक जा रहा था। “आह्ह… भैया… ये तो जन्नत है… और जोर से…” वो चिल्ला रही थी। मैंने अपनी पूरी ताकत लगा दी। उसकी चूत से पानी टपक रहा था, और मेरे लंड पर उसका रस चिपक रहा था।

फिर मैंने उसे अपनी गोद में बिठाया। वो मेरे लंड पर बैठ गई, और मैंने नीचे से धक्के मारने शुरू किए। उसके मम्मे मेरे सामने उछल रहे थे, और मैं उन्हें चूस रहा था। “उफ्फ… भैया… कितना मजा आ रहा है… और करो…” वो सिसकारियां ले रही थी। मैंने उसकी गांड को थपथपाया और बोला, “डॉली, तेरी चूत तो बिल्कुल मक्खन जैसी है… ले, और ले…”

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करीब 30 मिनट तक हमारी चुदाई चलती रही। कमरे में सिर्फ हमारी सिसकारियां और “थप-थप” की आवाज गूंज रही थी। तभी डॉली ने कहा, “भैया, मेरी चूत से कुछ निकलने वाला है…” उसकी चूत से पानी बूंद-बूंद टपकने लगा, और वो झड़ गई। उसका पूरा बदन कांप रहा था। मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में था, और अब मेरा भी निकलने वाला था। “डॉली, मेरा भी आने वाला है,” मैंने कहा। उसने कहा, “भैया, मेरी चूत में ही छोड़ दो… मैं गोलियां ले लूंगी।”

मैंने स्पीड और बढ़ाई, और आखिरी धक्कों के साथ मेरे लंड ने जोरदार पिचकारी छोड़ी। मेरा गर्म वीर्य उसकी चूत में भर गया। हम दोनों एक-दूसरे से लिपट गए। मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में था, और वो मेरे सीने से चिपककर सांस ले रही थी। थोड़ी देर बाद वो बोली, “भैया, ये तो बहुत मजा आया… फिर से करेंगे?” मैंने उसकी गांड पर हल्का सा थप्पड़ मारा और बोला, “डॉली, तू तैयार रहे, ये तो बस शुरुआत है।”

थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से तन गया। मैंने उसे फिर से बेड पर लिटाया और दूसरा राउंड शुरू किया। इस बार मैंने और धीरे-धीरे चोदा, ताकि वो हर पल का मजा ले सके। मैंने उसके निप्पल्स को चूसा, उसकी चूत को सहलाया, और हर धक्के के साथ उसे सिसकारियां लेने पर मजबूर किया। “आह्ह… भैया… तेरे लंड ने तो मेरी चूत का भोसड़ा बना दिया…” उसने शरारती अंदाज में कहा।

तब से अब तक मैंने डॉली को कई बार चोदा। वो अब गर्भनिरोधक गोलियां लेती है, क्योंकि मुझे बिना कंडोम के चोदना पसंद है। उसकी चूत अब और भी मस्त हो गई है। उसके मम्मे और गांड पहले से ज्यादा रसीले हो गए हैं। जब वो चलती है, तो उसकी गांड का उछाल देखकर मेरा लंड फिर से खड़ा हो जाता है। हमारा ये रिश्ता अब एक गहरा सीक्रेट है, और घर में किसी को कुछ नहीं पता।

दोस्तों, आपको मेरी और डॉली की ये कहानी कैसी लगी? अपनी राय जरूर बताएं।

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