Virgin saali seal break sex story – Jija saali sex story: मेरा नाम रानी है और मैं अभी अभी जवान हुई हूं, अपनी उम्र यहां नहीं बताऊंगी लेकिन इतना कहूंगी कि मेरी दीदी की शादी को अभी तीन साल ही हुए हैं, दीदी और जीजा दोनों पुणे में रहते हैं जबकि मैं, मम्मी और पापा लखनऊ में रहते हैं, मेरा एक भाई है जो हॉस्टल में रहता है
एक दिन जीजा जी ऑफिस के काम से लखनऊ आए थे और उन्होंने फोन करके बताया कि मैं आ रहा हूं, उस दिन संयोग से पापा और मम्मी दोनों धार्मिक चारधाम यात्रा पर रात आठ बजे जाने वाले थे क्योंकि टिकट पहले से बुक था और जाना जरूरी था, पापा मम्मी ने जीजा को कहा कि आ जाइए, हम दोनों तो नहीं रहेंगे लेकिन रानी यहां है और वो आपका ख्याल रखेगी
जीजा जी लखनऊ में तीन दिन रहने वाले थे, दीदी भी आतीं लेकिन उन्हें ऑफिस से छुट्टी नहीं मिली थी, इसलिए जीजा जी और मैं दोनों मम्मी पापा को रेलवे स्टेशन छोड़ने गए और वहां से आते आते ग्यारह बज गए, खाना भी हमने बाहर ही खाकर आ गए थे
घर आते ही जीजा जी का मन बदल गया और वो कुछ ज्यादा ही रोमांटिक होने लगे, मुझे छेड़ने लगे, कहने लगे कि आज दीदी नहीं है तो मुझे नींद नहीं आएगी, मैंने कहा कि मैं बीवी नहीं हूं, दीदी आपकी बीवी हैं, आपको साथ सोने की आदत है तो पुणे जाना पड़ेगा
उन्होंने कहा रानी, तुम दो तीन दिन के लिए मेरी बीवी बन जाओ, मैं तुम्हें बहुत मजा दूंगा और तुम खुश हो जाओगी, फिर पूछा कि कोई बॉयफ्रेंड है कि नहीं, मैंने कहा नहीं है, उन्होंने कहा फिर तो और भी अच्छी बात है, बॉयफ्रेंड धोखा दे सकता है लेकिन मैं तुम्हें कभी धोखा नहीं दूंगा और तुम्हें वो सब मिलेगा जो एक जवान लड़की को चाहिए, मैंने कहा मेरी उम्र अभी वो सब करने की नहीं है लेकिन मैं समझ गई थी कि जीजा मेरे से क्या चाहते हैं
उन्होंने मुझे काफी समझाया कि अगर ये कर लोगी तो पढ़ाई में मन लगेगा और तुम खुश हो जाओगी, धीरे धीरे मैं उनकी बातों में आने लगी और बोली कि मुझे बहुत डर लग रहा है, उन्होंने कहा डरने की कोई बात नहीं, तुम जैसा कहोगी वैसा करूंगा, मैंने कहा अगर किसी को पता चल गया तो, उन्होंने कहा कैसे पता चलेगा, हम दोनों के अलावा किसी को कोई जानकारी नहीं होगी, तुम मत डरो, मैं तुम्हारा पूरा ख्याल रखूंगा क्योंकि मैं तुम्हारा जीजा हूं
फिर उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया, धीरे से कंधे पर रखा और मुझे घूरने लगे, धीरे धीरे करीब आए और अपने होठ मेरे होठ पर रख दिए, जैसे ही होठ मिले मैं सिहर गई, अजीब सा एहसास हुआ और सिहरन पूरे शरीर में दौड़ गई, आंखें अपने आप बंद हो गईं जबकि जीजा मेरे होठ चूमने लगे, धीरे धीरे उनका हाथ मेरी छोटी चूचियों पर पहुंच गया और मैं फिर सिहर उठी, उन्होंने मजबूत हाथों से चूचियों को मसलना शुरू कर दिया, मेरे से भी अब रहा नहीं गया और मैं उनके होठ चूमने लगी, आह्ह ह्ह सिहरन हो रही है जीजा के स्पर्श से
उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और अपना लंड थमा दिया जो बहुत मोटा और कड़क हो चुका था, मैं डर गई क्योंकि मेरी चूत का छेद काफी छोटा है लेकिन मैं कामुक हो चुकी थी और चूत गीली होने लगी थी, जीजा मुझे बैडरूम में ले गए, पहले अपना सारा कपड़ा उतारा फिर मेरे कपड़े उतारने लगे, मुझे बहुत शर्म आ रही थी क्योंकि आज तक कभी किसी के सामने नंगी नहीं हुई थी, मैं मना करती रही लेकिन उन्होंने एक न मानी और मेरे सारे कपड़े उतारकर मुझे बेड पर लिटा दिया, फिर मुझे चूमने लगे
जीजा मेरी छोटी चूचियों को मसलते हुए निप्पल मुंह में लेकर चूसने लगे, ग्ग्ग्ग ग्ग्ग्ग गी गी चूसते हुए आवाजें आ रही थीं, मैं सिसकारियां लेने लगी और अंगड़ाईयां लेने लगी, आह इह्ह ओह्ह, ह्ह्ह इह्ह जीजा की जीभ निप्पल पर घूम रही है, उन्होंने टांगें अलग कीं और चूत पर हाथ फेरने लगे, मैं पूरी तरह होश खो चुकी थी, होठ लाल हो गए थे और आंखें नशीली, जीजा मेरे अंगों से खेलते और बार बार चूमते रहे
फिर उन्होंने ऊंगली चूत में डाली तो मुझे बहुत तेज दर्द हुआ, आह्ह्ह्ह चीख पड़ी लेकिन जीजा ने वापस चूचियां सहलाते हुए होठ चूमा, दोनों टांगें और अलग कीं और बीच में बैठकर चूत दोनों हाथों से चीर कर देखने लगे, बोले अंदर तो छेद भी नहीं दिख रहा, मैंने कहा आज तक कभी अपनी चूत नहीं छुई, जीजा बोले आजकल की लड़कियां तो जल्दी सील तुड़वा लेती हैं लेकिन मैं वैसी नहीं हूं, वो मुझ पर टूट पड़े
जीजा ने अपना मोटा लंड निकाला और चूत के छेद पर रखकर घुसाने लगे, इतने छोटे छेद में इतना मोटा लंड कैसे जाता, मैं बार बार उन्हें अलग करती लेकिन वो बार बार कोशिश करते रहे, करीब दस कोशिशों के बाद आखिरकार लंड अंदर घुस गया, मैं दर्द से कराह उठी, आअह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह दर्द में तड़प रही हूं, चूत से हल्का सा खून भी निकलने लगा, जीजा ने मुझे सहलाया और समझाया, फिर हौले हौले लंड अंदर बाहर करने लगे
शुरू में दर्द बहुत था लेकिन दस मिनट बाद चूत खुल चुकी थी और अब उनका लंड आराम से आने जाने लगा, मैं अपनी लय में आ गई और गांड घुमाकर उनका मोटा लंड चूत के अंदर लेने लगी, आह्ह ह्ह आऊ ऊऊ मोअन कर रही हूं जीजा के धक्कों से, जीजा जमकर चोदने लगे, दर्द का एहसास पूरी तरह चला गया था, वो जोर जोर से धक्के देते, चूचियां दबाते, मुझे चूमते और फिर जोर से पेलते, मैं ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्हह्ह आआआआ उफ्फ्फफ्फ्फ़ लंड का पूरा मजा ले रही हूं
करीब एक घंटे की जोरदार चुदाई के बाद जीजा झड़ गए और मैं भी पूरी तरह शांत हो गई, बेदर्द जीजा ने मुझे पूरी रात दर्द देकर चोदा लेकिन मैं भी कहां कम थी, मैंने उनके लंड का खूब मजा लिया और तीन दिनों तक मैं उनकी पत्नी बन गई, जब जीजा वापस पुणे जाने लगे तो बोले आई लव यू रानी, तुम्हारा प्यार कभी नहीं भूलूंगा, ये तीन दिन मेरी जिंदगी के सबसे हसीं पल हैं, ऐसी साली सबको मिले, इतना कहकर वो मुझसे बिदा ले ली और मैं भी आप सभी से विदा लेती हूं, जल्द मिलूंगी दूसरी कहानी के साथ, आपकी रानी