Bhai Behen ki chudai sex story – Indian incest story: मेरा नाम दिलीप है। मैं सासाराम, बिहार का रहने वाला हूँ, उम्र 22 साल, कद 5 फीट 10 इंच, गोरा रंग, और जिम जाने की वजह से बदन कसा हुआ। चेहरा साफ-सुथरा, हल्की दाढ़ी, और भूरी आँखें जो लड़कियों को अक्सर पसंद आती हैं। मेरी बहन रिया, 20 साल की, फिगर 34-28-36, रंग दूध सा गोरा, और लंबे काले बाल जो कमर तक लहराते हैं। उसकी बड़ी-बड़ी कजरारी आँखें और गुलाबी होंठ किसी का भी दिल लूट लें। उसकी चूचियाँ गोल, भरी हुई, और निप्पल गुलाबी, जो उसकी टाइट टी-शर्ट में साफ झलकते हैं। हम दोनों भाई-बहन घर में ज्यादातर अकेले रहते हैं। पापा फौज में हैं, साल में दो-तीन बार ही घर आते हैं। मम्मी सरकारी नौकरी करती हैं, ग्रामीण इलाकों में टूरिंग की वजह से कभी-कभी 10-15 दिन तक बाहर रहती हैं।
लॉकडाउन ने हमारी जिंदगी को और खुला कर दिया। हम दोनों ने अपने-अपने स्मार्टफोन लिए, मम्मी-पापा को बहाना बनाया कि यूट्यूब से ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे। लेकिन सच ये था कि मैं रात-रात भर ब्लू फिल्में देखता, और रिया? वो भी कुछ कम नहीं। उसकी मोबाइल हिस्ट्री चेक करो तो लंड, चुदाई, और हॉट वीडियो से भरी पड़ी थी। दिन में हम भाई-बहन की तरह नॉर्मल बातें करते, हँसी-मजाक करते, लेकिन रात होते ही अपने-अपने कमरे में मोबाइल लेकर घुस जाते। रिया की आदत थी कि वो रात को अपने कमरे का दरवाजा हल्का खुला छोड़ देती, शायद उसे गर्मी लगती थी।
एक दिन की बात है, मैं अपने दोस्त विशाल की बर्थडे पार्टी में गया था। उस दिन मैंने नीली जींस और काली टी-शर्ट पहनी थी। रात के 11:30 बज चुके थे जब मैं घर लौटा। सासाराम की सड़कें रात को सुनसान हो जाती हैं, और ठंडी हवा चल रही थी। घर का मेन गेट बंद था, लेकिन मुझे ताले का जुगाड़ पता था। मैंने चुपके से ताला खोला और अंदर घुस गया। सोचा, रिया को डराऊँगा, थोड़ा मस्ती करूँगा। घर में हल्की रोशनी थी, सिर्फ रिया के कमरे से नीली-सी लाइट झलक रही थी। मैंने अपने जूते उतारे, ताकि कोई आवाज न हो, और चुपके से उसके कमरे की तरफ बढ़ा। दरवाजा हल्का-सा खुला था, और अंदर से “आह… ऊफ्फ…” की हल्की सिसकियाँ सुनाई दे रही थीं।
मैंने दरवाजे की झिरी से झाँका, और जो देखा, मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। रिया बेड पर पूरी नंगी थी। उसने गुलाबी रंग का टॉप और काली लेगिंग्स पहनी थी, जो अब बेड के पास फर्श पर पड़ी थीं। उसकी गोरी-गोरी जाँघें पूरी खुली हुई थीं, और वो अपने दोनों पैर फैलाए हुए थी। उसकी चूचियाँ, 34 साइज की, गोल-गोल, कड़क, और गुलाबी निप्पल्स सख्त होकर तन रहे थे। वो अपनी उंगलियों से अपनी चूचियाँ मसल रही थी, और दूसरा हाथ उसकी चूत पर था। उसकी चूत पूरी गीली थी, हल्की गुलाबी, और छोटा-सा दाना उभरा हुआ था। वो अपनी उंगली उसमें अंदर-बाहर कर रही थी, और सिसक रही थी, “आह… दिलीप… उफ्फ… चोद दो मुझे…”
उसके मोबाइल पर एक हॉट वीडियो चल रहा था। स्क्रीन पर एक गोरा लड़का किसी लड़की को जोर-जोर से चोद रहा था, और लड़की की चीखें रिया के हेडफोन में गूँज रही थीं। रिया उसी रिदम में अपनी चूत में उंगली कर रही थी, और उसकी सिसकियाँ तेज हो रही थीं। “आह… भैया… तुम्हारा लंड… उफ्फ…” वो मेरे नाम की मुठ मार रही थी! मेरा दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। मेरा लंड, जो 7 इंच का है और सुपारा गुलाबी, जींस में तनकर सख्त हो गया। मैंने अनजाने में अपना लंड पकड़ लिया और धीरे-धीरे सहलाने लगा। मेरी साँसें भारी हो रही थीं, और मैं साइड में खड़ा होकर ये नजारा देख रहा था।
रिया की सिसकियाँ और उसकी नंगी चूचियाँ मुझे पागल कर रही थीं। उसकी चूत की गीली चमक और उसकी उंगलियों की हरकत मेरे होश उड़ा रही थी। मुझसे रहा नहीं गया। मैंने अपनी टी-शर्ट और जींस उतारी, और सिर्फ काले बॉक्सर में उसके सामने खड़ा हो गया। मेरा लंड बॉक्सर में साफ दिख रहा था, सुपारा गीला होकर चमक रहा था। रिया ने मुझे देखा और डर के मारे उछल पड़ी। उसने जल्दी से चादर खींचकर अपनी चूचियाँ और चूत ढकने की कोशिश की। “भैया! तुम… यहाँ? प्लीज… मम्मी-पापा को मत बताना!” उसकी आवाज काँप रही थी, और उसकी आँखों में डर के साथ शर्मिंदगी थी।
मैंने उसे शांत किया, “रिया, डर मत। मैं कुछ नहीं बताऊँगा। लेकिन तू मेरे बारे में सोच रही थी, है ना?” वो शरमा गई, उसका चेहरा लाल हो गया। मैंने आगे कहा, “देख, मैं भी तुझ जैसा ही हूँ। रात-रात भर मैं भी मुठ मारता हूँ, और सच कहूँ तो कई बार तेरे बारे में सोचकर। तू मेरे बारे में सोचती है, मैं तेरे बारे में। क्यों ना हम अपनी प्यास बुझा लें? भाई-बहन का रिश्ता तो है, लेकिन ये हमारा राज रहेगा।”
रिया थोड़ा हिचकिचाई। उसने चादर को और सख्ती से पकड़ लिया, बोली, “लेकिन भैया, ये गलत तो नहीं? और अगर मम्मी-पापा को पता चल गया तो?” मैंने हँसते हुए कहा, “क्या तू अपनी चुदाई की कहानी मम्मी-पापा को बताएगी? मैं तो नहीं बताने वाला।” वो हल्के से मुस्कुराई, लेकिन फिर डरते-डरते बोली, “और अगर मैं प्रेग्नेंट हो गई तो?” मैंने उसे भरोसा दिलाया, “टेंशन मत ले। मैं मेडिकल से टैबलेट ला दूँगा, तुझे कुछ नहीं होगा।”
रिया ने हल्के से सिर हिलाया, और चादर धीरे-धीरे नीचे कर दी। उसकी नंगी चूचियाँ फिर से मेरे सामने थीं। मैं उसके करीब गया और उसे अपनी बाहों में लिया। उसकी गर्म साँसें मेरे सीने पर लग रही थीं। मैंने उसकी चूचियाँ पकड़ीं, और धीरे-धीरे दबाने लगा। “आह… भैया…” उसने सिसकी ली। उसकी चूचियाँ मुलायम थीं, और गुलाबी निप्पल्स सख्त होकर उभर रहे थे। मैंने एक निप्पल को उंगलियों से मसला, और वो सिहर उठी। उसने मेरे बॉक्सर के ऊपर से मेरा लंड पकड़ लिया और धीरे-धीरे सहलाने लगी। “भैया, ये तो बहुत बड़ा है…” उसने शरमाते हुए कहा।
मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी चूचियों को चूसने लगा। “आह… ऊफ्फ… भैया, और जोर से…” वो सिसक रही थी। मैंने एक निप्पल को मुँह में लिया, और जीभ से उसे चाटने लगा। दूसरी चूची को मैंने उंगलियों से मसला, और रिया की सिसकियाँ तेज हो गईं। “भैया, तुम कितना अच्छा चूसते हो… आह…” उसकी आवाज में शरम और जोश दोनों थे। मैंने उसकी चूचियों को बारी-बारी चूसा, और फिर नीचे गया। उसकी चूत पूरी गीली थी, गुलाबी दाना उभरा हुआ था। मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर रखी और धीरे-धीरे चाटना शुरू किया। “आह… भैया… उफ्फ… ये क्या कर रहे हो…” रिया की सिसकियाँ कमरे में गूँज रही थीं।
मैंने उसकी चूत के दाने को जीभ से सहलाया, और वो बेड पर तड़पने लगी। “भैया, और चाटो… मेरी चूत को खा जाओ…” उसकी गंदी बातें मुझे और जोश दिला रही थीं। मैंने उसकी जाँघों को और फैलाया और उसकी चूत में जीभ डाल दी। उसका रस इतना स्वादिष्ट था कि मैं रुक ही नहीं पा रहा था। “आह… भैया… मैं पागल हो जाऊँगी…” रिया की कमर हिल रही थी, और वो अपनी चूत को मेरे मुँह पर दबा रही थी। मैंने उसकी गांड के नीचे एक तकिया रखा, ताकि उसकी चूत और ऊपर उठे। फिर मैंने उसकी गांड के छेद को चाटा। “भैया! वहाँ… आह… ये गंदा है…” वो चिहुँक उठी, लेकिन उसकी सिसकियों से साफ था कि उसे मजा आ रहा था।
मैंने उसकी गांड में एक उंगली डाली और धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा। साथ ही मैं उसकी चूत को चूसता रहा। “आह… भैया… तुम तो मेरी जान ले लोगे…” रिया पागल हो रही थी। मैंने अब दो उंगलियाँ उसकी चूत में डालीं और तेजी से अंदर-बाहर करने लगा। “पच-पच” की आवाज कमरे में गूँज रही थी, और रिया की सिसकियाँ तेज हो रही थीं। “भैया, अब डाल दो… और मत तड़पाओ…” उसने कहा।
मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा। मेरा सुपारा गीला होकर चमक रहा था। मैंने धीरे से धक्का मारा, और मेरा लंड आधा अंदर चला गया। “आह… भैया… दर्द हो रहा है…” रिया कराह उठी। मैंने उसे चूमा और कहा, “बस थोड़ा सा, रिया… मजा आएगा।” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरा लंड हर धक्के में और सख्त हो रहा था। “आह… ऊफ्फ… भैया… और जोर से…” रिया अब मजे ले रही थी। मैंने स्पीड बढ़ाई, और कमरे में “पच-पच” की आवाज गूँजने लगी।
रिया अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा साथ दे रही थी। “चोदो मुझे, भैया… मेरी चूत फाड़ दो… आह…” उसकी गंदी बातें मुझे और जोश दिला रही थीं। मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से उसकी चूत में लंड पेल दिया। “आह… भैया… ये तो बहुत गहरे जा रहा है…” वो चिल्ला रही थी। मैंने उसकी कमर पकड़ी और जोर-जोर से धक्के मारने लगा। उसकी चूचियाँ हवा में लटक रही थीं, और मैंने उन्हें पकड़कर मसलना शुरू किया। “भैया, मेरी चूचियाँ दबाओ… और जोर से…” वो सिसक रही थी।
करीब 20 मिनट तक मैंने उसे अलग-अलग पोज में चोदा। पहले घोड़ी स्टाइल में, फिर उसे बेड के किनारे लिटाकर उसकी टाँगें अपने कंधों पर रखीं। हर धक्के के साथ उसकी चूचियाँ उछल रही थीं। “आह… भैया… और जोर से… मेरी चूत को रगड़ दो…” रिया चिल्ला रही थी। मैंने उसे अपनी गोद में बिठाया और नीचे से धक्के मारने लगा। उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। “आह… भैया… मैं झड़ने वाली हूँ…” उसने कहा। मैंने और तेज धक्के मारे, और वो जोर से चिल्लाई, “आह… उफ्फ… भैया!” उसकी चूत ने मेरे लंड को जकड़ लिया, और मैं भी झड़ गया।
हम दोनों पसीने से तरबतर होकर बेड पर गिर पड़े। थोड़ी देर बाद हम बाथरूम गए। मैंने उसे शावर के नीचे खड़ा किया। उसकी चूचियाँ पानी में चमक रही थीं। मैंने साबुन लिया और उसकी चूचियों पर लगाया। “भैया, तुम बहुत गंदे हो…” उसने हँसते हुए कहा। मैंने उसकी चूत में फिर से उंगली डाली और साबुन से मसला। वो फिर से गर्म हो गई। मैंने उसे दीवार के सहारे खड़ा किया और पीछे से उसकी चूत में लंड डाल दिया। “पच-पच” की आवाज बाथरूम में गूँज रही थी। “आह… भैया… तुम तो रुकते ही नहीं…” रिया सिसक रही थी।
रात भर हमने अलग-अलग जगह चुदाई की। सुबह मैं मेडिकल स्टोर गया और रिया के लिए टैबलेट लाया। उसने टैबलेट खाई और बोली, “भैया, तुमने मेरी चूत फाड़ दी। सूज गई है, दर्द हो रहा है।” मैंने हँसते हुए कहा, “तू भी तो रात भर आह-आह करके चुदवाती रही।” हम दोनों हँस पड़े। अब हम दोनों भाई-बहन रोज रात को चुदाई का मजा लेते हैं।
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