अधकटी चोली में चाची ने उरोज दिखाए (Chachi ki jawani ne bhateeje ko pagal kiya)
मैंने आखिरकार चाचाजी के बार-बार आग्रह पर गर्मी की छुट्टियां गांव के पुश्तैनी घर में बिताने का फैसला किया। जब मैं गांव पहुंचा, तो चाचाजी की खुशी का ठिकाना न रहा। उन्होंने शीला चाची को पुकारते हुए कहा, “देखो, मनीष आ गया तुम्हारा साथ देने। अब मैं बेफिक्र होकर अपने दौरे पर जा सकता हूं। …