अपनी MILF पड़ोसन को घर बुलाकर खूब चोदा

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम उत्कर्ष है, और मैं गाजियाबाद का रहने वाला हूँ। मैं कोई रेगुलर सेक्स स्टोरी राइटर तो नहीं, लेकिन मुझे हॉट और चुदाई वाली कहानियाँ पढ़ने का बड़ा शौक है। ये मेरी पहली कहानी है, तो थोड़ा मसाला डालकर आपके लिए पेश कर रहा हूँ। मेरी हाइट 6 फुट 3 इंच है, बॉडी फिट और मेंटेंड है, और चेहरा ऐसा कि लड़कियाँ मेरे पीछे पागल रहती हैं। मेरी सारी भाभियाँ और लड़कियाँ जो ये कहानी पढ़ रही हैं, सुन लो, मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, जो किसी भी औरत की चूत को पानी-पानी कर सकता है।

बात तब की है जब मैं नया-नया अपनी सोसाइटी में शिफ्ट हुआ था। गाजियाबाद के एक पॉश अपार्टमेंट में मेरा फ्लैट था, और पहले ही दिन मुझे वहाँ की चकाचौंध दिख गई। लड़कियाँ, भाभियाँ, और औरतें, सब एक से बढ़कर एक। लेकिन एक पड़ोसन थीं, जिनकी नजर मुझ पर कुछ अलग ही थी। मानो उनकी आँखें मेरे कपड़ों को चीरकर मेरे लंड तक पहुँचना चाहती थीं। बाद में जब मैंने उनके साथ वक्त बिताया, तो उन्होंने कहा था, “उत्कर्ष, पहली नजर में ही मैंने सोच लिया था कि तुझे तो मैं बिस्तर पर लाऊँगी।” मैंने उनका नाम इस कहानी के लिए साक्षी रखा है। साक्षी भाभी करीब 30-32 साल की थीं, लेकिन उनकी फिगर, हाय राम! 36-28-38 का फिगर, गोरी चमड़ी, और चेहरा ऐसा कि मॉडल भी फेल। उनके बूब्स इतने टाइट और रसीले कि अगर थोड़ा सा क्लीवेज भी दिख जाए, तो मेरा लंड सलामी देने लगता। उनकी गांड तो ऐसी थी कि हर कदम पर लचकती थी, मानो कह रही हो, “आजा, इसे फाड़ दे।” लेकिन उनकी आँखों में एक प्यास थी, क्योंकि उनके पति ज्यादातर बाहर रहते थे। वो अपने 8 साल के बेटे के साथ अकेली रहती थीं, और शायद चुदाई की भूख ने उन्हें बेचैन कर रखा था।

एक दिन मेरे घर में दूध खत्म हो गया। मैंने सोचा, चलो साक्षी भाभी के पास ही जाकर माँग लेता हूँ, आखिर पड़ोसी जो हैं। मैंने उनके फ्लैट की डोरबेल बजाई। जब उन्होंने दरवाजा खोला, तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गईं। उस दिन उन्होंने एक टाइट व्हाइट शर्ट पहनी थी, जिसके ऊपर के दो बटन खुले थे। उनका क्लीवेज इतना गहरा और रसीला दिख रहा था कि मेरा लंड पैंट में तंबू बनाने लगा। नीचे उन्होंने ब्लैक टाइट पजामा पहना था, जो उनकी जाँघों और गांड को पूरी तरह चिपककर हाइलाइट कर रहा था। मैं तो बस उनके बूब्स और गांड को घूरता रह गया।

इसे भी पढ़ें   लेखक से चूत और गांड मरवाई | Hot Girl Antarvasna Kahani

मैंने हकलाते हुए कहा, “भाभी, दूध है क्या?” वो मुस्कुराईं, और आँख मारते हुए बोलीं, “बेटा, दूध तो बहुत है, लेकिन कोई पीने वाला नहीं मिलता।” मैंने भी मौके का फायदा उठाया और बोल दिया, “भाभी, मैं तो पी लूँगा आपका सारा दूध, बस आप दे तो सही।” वो हँस पड़ीं और किचन में चली गईं। एक भगोने में दूध लेकर आईं और बोलीं, “ये भगोना अपने पास रख ले, मैं बाद में लेने आऊँगी।” मैंने कहा, “ठीक है, थैंक्यू भाभी।”

दो दिन बाद, साक्षी भाभी मेरे फ्लैट पर भगोना लेने आईं। उस दिन वो एक ब्लैक कुर्ता और टाइट सलवार में थीं। कुर्ता इतना फिटिंग था कि उनके बूब्स मानो बाहर निकलने को बेताब थे। उनकी सलवार उनकी गांड को ऐसा शेप दे रही थी कि मेरा मन कर रहा था कि अभी पकड़कर चोद दूँ। उस दिन मैं सुबह-सुबह सोकर उठा था, और मैं सिर्फ शॉर्ट्स में था। गलती से अंडरवियर भी नहीं पहना था, और मॉर्निंग वुड की वजह से मेरा लंड शॉर्ट्स में पूरा तना हुआ था। जैसे ही मैंने दरवाजा खोला, साक्षी भाभी की नजर सीधे मेरे लंड पर गई। मेरा शॉर्ट्स इतना टाइट था कि लंड का शेप साफ दिख रहा था, और वो बस उसे घूरती रहीं।

मैंने मजाक में कहा, “भाभी, भाभी? मेरा चेहरा यहाँ है, वहाँ नहीं!” वो एक शरारती स्माइल के साथ बोलीं, “अरे हाँ, पता है मुझे। बस दुनिया का आठवाँ अजूबा देख रही थी।” मैं नींद में था, तो ज्यादा ध्यान नहीं दिया और उन्हें अंदर बुला लिया। मैंने भगोना लाने के लिए किचन में जाने की कोशिश की, लेकिन तभी भाभी ने कहा, “बेटा, एक मिनट। तुम्हारे पास मलाई है क्या?” उनकी नजर फिर मेरे लंड पर थी। मैंने हँसते हुए कहा, “भाभी, मलाई तो नहीं है, लेकिन हाँ, निकाल सकता हूँ। बस आप थोड़ी मदद कर दें।” वो बस हँसीं और चली गईं, लेकिन उनकी आँखों में वो चमक थी, जो बता रही थी कि वो भी मुझसे चुदवाने को तैयार हैं।

इसे भी पढ़ें   मैंने बेटे से सिनेमा हॉल में चुदवाया-2

तीन दिन बाद, साक्षी भाभी का बर्थडे था। उन्होंने मुझे अपने घर बुलाया। उनके पति हमेशा की तरह बाहर थे, और मैं उनके फ्लैट पर पहुँचा। उस दिन उन्होंने एक टाइट रेड शर्ट और ब्लैक जींस पहनी थी। उनकी जींस उनकी गांड को इतना हाइलाइट कर रही थी कि मैं तो बस उसे देखता रह गया। जैसे ही मैं अंदर गया, उन्होंने कहा, “आजा, हैंडसम लौंडे!” मैंने उन्हें गले लगाया, और उनके बूब्स मेरी छाती से टकराए। मेरा लंड हल्का-हल्का खड़ा होने लगा, और वो शायद उसे महसूस कर रही थीं, क्योंकि उन्होंने मुझे और जोर से गले लगाया। मैंने मन में ठान लिया था कि आज तो साक्षी भाभी को चोदकर ही रहूँगा।

हमने उनके बेटे के साथ केक काटा। रात हो चुकी थी, और उनका बेटा स्कूल के लिए जल्दी सोने चला गया। अब सिर्फ मैं और साक्षी भाभी थे। मैंने कहा, “भाभी, मुझे भी नींद आ रही है। सोने चलें?” वो शरारती अंदाज में बोलीं, “हाँ बेटा, चलो। आज मैं तुझे सुलाऊँगी।” मैंने मौका देखकर कहा, “भाभी, लेकिन आपका गिफ्ट तो बाकी है।” उन्होंने पूछा, “क्या है मेरा गिफ्ट, दिखा?” मैंने कहा, “भाभी, मैंने हाल ही में मसाज का कोर्स जॉइन किया है। अगर आप चाहें तो मैं आपको फ्री में मसाज दे सकता हूँ।” वो तुरंत मान गईं और बोलीं, “ठीक है, लेकिन मसाज कहाँ होगी?” मैंने कहा, “मेरे फ्लैट पर।” उन्होंने बिना हिचक हाँ कह दिया। मेरे मन में लड्डू फूट रहे थे।

हम मेरे फ्लैट पर पहुँचे। मैंने कहा, “भाभी, आप मेरे रूम में जाकर नंगी होकर पेट के बल लेट जाइए। अगर टॉवल चाहिए तो रख लें।” मैंने फिर से आँख मारी। वो हँसते हुए बोलीं, “हाय, नॉटी बच्चे! ठीक है, मैं चेंज करती हूँ।”

इसे भी पढ़ें   चाची ने मुझे सजा दिया

जब मैं रूम में गया, तो साक्षी भाभी सिर्फ एक पतले टॉवल में लेटी थीं। उनका फिगर इतना कातिलाना था कि मेरा लंड शॉर्ट्स में तुरंत खड़ा हो गया। मैंने शॉर्ट्स उतार दी, क्योंकि वो बोली थीं, “बेटा, जब मैं यहाँ नंगी लेटी हूँ, तो तुझे भी नंगा ही होना चाहिए। बराबरी रहेगी।” उन्होंने फुसफुसाते हुए कहा, “आजाद कर दो उसे।” मैंने तुरंत अपने सारे कपड़े उतार दिए। मेरा 7 इंच का लंड पूरा तना हुआ था, और जैसे ही मैं बेड पर चढ़ा, मेरा लंड उनकी गांड को छूने लगा। वो पलटीं और मेरे लंड को देखकर उनकी आँखें फटी की फटी रह गईं।

आप यह Padosi chudai ki kahani हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।

वो चिल्लाईं, “हाय रे, इतना मोटा और लंबा लंड! ये तो मेरी चूत को फाड़ देगा!” और एकदम से मेरा लंड पकड़ लिया। मैंने मजाक में कहा, “भाभी, ये क्या हरकत है?” लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी और मेरा लंड जोर-जोर से हिलाने लगी।

Related Posts

Report this post

Leave a Comment