Dost ki behan ki chudai sex story: मेरा नाम सुमित है, उम्र 22 साल, मैं चुदाई का बहुत प्यासा रहने वाला लौंडा हूँ, देखने में भी अच्छा हूँ, यह बात उन दिनों की है जब मैं बीकॉम के दूसरे साल में था, जवानी हिलोरें मार रही थी, लण्ड अक्सर हाथ में ही रहता था, चुदाई की इच्छा को मुठ मारकर ही शांत करना पड़ता था
उन्हीं दिनों मेरी दोस्ती एक लड़की से हुई जो मेरे दोस्त की बहन थी, शुरुआत में मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था, लेकिन बाद में मैं उसे गलत नज़रों से देखने लगा, एक दिन हम फोन पर बात कर रहे थे, मैंने मजाक में उससे चुम्मा मांग लिया, उसने तुरंत दे दिया, तब मुझे लगा कि यहाँ काम बन सकता है
अगले दिन मैंने उसे प्रोपोज कर दिया, मुझे तो लग रहा था जैसे उसे इसी का इंतजार था, अब वो मेरी गर्लफ्रेंड थी, मैं उसका बॉयफ्रेंड, हमारे बीच हल्की-फुल्की अश्लील बातें होने लगीं, एक दिन मैंने कहा, मैं तुझसे अकेले में मिलना चाहता हूँ, वो तुरंत मान गई
मैंने तुरंत इंतजाम किया, मम्मी को मामा के यहाँ भेज दिया, पापा ऑफिस में थे, सुबह दस बजे उसे लेने गया, घर लाकर जैसे ही अंदर आए, मेरी जवानी उफान मारने लगी, मैंने उसे ध्यान से देखा, क्या लग रही थी वो, पर्पल टॉप, ब्लू जींस, गोरा मुखड़ा, लम्बे बाल, हाय, काबू रखना मुश्किल हो गया
जैसे-तैसे थोड़ी देर बात की, फिर डांस के लिए पूछा, उसने हाँ कर दी, मैंने बाहों में ले लिया, कंधे और गर्दन पर चूमते हुए डांस शुरू किया, हम एकदम चिपके हुए थे, उसके बड़े-बड़े स्तन मेरे सीने से रगड़ रहे थे, मैंने हौले से पूछा, क्या हम कुछ कर सकते हैं, उसने कहा नहीं, मैंने जोर नहीं डाला
कंप्यूटर चालू करके ब्लू फिल्म चला दी, कोल्ड ड्रिंक लाने चला गया, वो कहानी वाली थी, उसे हॉलीवुड मूवी लगी, कोल्ड ड्रिंक लेकर आया तो उसने बंद कर दिया, हमने एंजॉय की, फिर बाँहों में ले लिया, गोद में उठा लिया, अब वो भी चुदासी हो गई थी, उसकी साँसें तेज़ चल रही थीं, आँखें शर्म से झुकी हुईं
मैंने पूछा, कुछ हो जाए, वो हंस पड़ी, मैंने मौका न गंवाते हुए अलमारी से गोली निकाली, खा ली, अब उसे बिस्तर पर ले गया, चूमने लगा, वो जवाब दे रही थी, उसके होंठ नरम और गर्म थे, मैंने जीभ अंदर डाली, वो चूसने लगी, ग्ग्ग्ग.. गी.. गी.. की आवाज़ें आने लगीं, मैंने एक हाथ उसके दुदू पर रख दिया, दबाया, वो सिसकारी, आह.. इह्ह..
अब वो पूरी तरह गरम हो गई, मैंने पैंट और टी-शर्ट उतार दी, उसके टॉप में हाथ डाल दिया, ब्रा के ऊपर से चूची दबाई, वो और सिसकारियाँ भरने लगी, ओह्ह.. ह्ह्ह.. मैंने झटपट टॉप और जींस उतार दी, अब वो काली ब्रा और चड्डी में थी, उसकी गोरी जाँघें चमक रही थीं, मैंने जाँघों पर चूमना शुरू किया, हाथ फिराया, ऊपर की तरफ बढ़ता गया
उसकी चड्डी गीली हो चुकी थी, मैंने उँगलियाँ चूत पर फिराईं, वो तड़प उठी, आह ह ह ह ह्हीईई, उसने पानी छोड़ दिया, चड्डी भीग गई, मैंने अपने कपड़े उतार दिए, अपना सख्त लंड उसके हाथ में दे दिया, उसने सहलाया, ऊपर-नीचे किया, मुझे जन्नत लग रहा था, लंड में झनझनाहट हो रही थी
मैंने उसके बाकी कपड़े उतार दिए, ब्रा खोली, 34 सी साइज़ के चूचे बाहर आए, गुलाबी निप्पल तने हुए, मैंने चूसे, काटा, वो कराह रही थी, ऊऊ.. ऊउइ.. ऊईईई, फिर चूत को सहलाने लगा, बिल्कुल गुलाबी, मुलायम, बाल साफ़ किए हुए, मैंने उँगली अंदर डाली, अंदर-बाहर किया, वो दो बार झड़ गई, आअह्ह्ह्ह.. ओह ! चूत से रस बह रहा था
मैंने लंड उसकी चूत पर लगाया, रगड़ा, वो तड़प गई, इह्ह.. ..! मैंने तेल लिया, चूत के छेद पर लगाया, लंड की टोप पर भी, फिर धीरे से अंदर धकेला, वो सिहर उठी, दोनों पैर मेरी कमर पर जकड़ लिए, मैंने जोर से दबाया, पूरा लंड एक झटके में अंदर, वो चीखी, आह्ह.. ह्ह.. लेकिन फिर मजे लेने लगी
मैंने धीरे-धीरे पेलना शुरू किया, चूत टाइट थी, लंड को निचोड़ रही थी, मैंने स्पीड बढ़ाई, बेड हिल रहा था, उसके चूचे उछल रहे थे, मैंने उन्हें दबाया, वो कराह रही थी, आऊ.. ऊऊ.. उईईई, मैंने उसे 40 मिनट तक लगातार चोदा, मिशनरी में, फिर डॉगी में घुमाया, गांड ऊपर की, पीछे से घुसेड़ा, उसके बाल पकड़े, जोर-जोर से ठोका, वो झड़ती रही, तीन बार और झड़ी
फिर दो बार और ली, एक बार काउगर्ल में वो ऊपर चढ़ी, लंड पर उछली, चूचे हिल रहे थे, मैंने नीचे से ठोका, आह इह्ह ओह्ह, आखिरी में मुँह में लिया, लेकिन नहीं डाला, बाहर निकालकर उसके पेट पर गिराया, वो निहाल हो गई, मैं तृप्त, उसके चूचे आज भी दिल तड़पाते हैं, उस दिन जन्नत हासिल कर ली.