सुहागरात से पहले (Shadi se pahle hi chud gyi)
मेरी सगाई की तारीख पक्की हो चुकी थी। जब मैं पहली बार सुनील से मिली, तो उसकी हँसमुख अदा और मस्ती भरी बातों ने मुझे बाँध लिया। वो न सिर्फ़ देखने में आकर्षक था, बल्कि उसका मज़ाक करने का अंदाज़ भी कमाल का था। मैं तीन दिन से इंदौर में थी, और सुनील हर रोज़ …