Kuwari Gand Chudai Sex Story – कहानी का पिछला भाग: ब्लैकमेल करके चोदी मेरी चूत
हाय, मैं नेहा, फिर से हाजिर हूं एक नई कहानी लेकर। आपने मेरी पिछली स्टोरीज को इतना प्यार दिया, इसके लिए आप लोगों का दिल से शुक्रिया। हमेशा की तरह सपोर्ट करते रहना और मेरी स्टोरीज पढ़ते रहना। ये स्टोरी भी आपके लंड और चूत को गीला कर देगी।
कहानी से पहले थोड़ा अपने बारे में बता देती हूं। मेरा नाम नेहा है और मैं पंजाब से हूं। मेरा रंग सांवला है, हाइट 5.5 फीट है और मेरा फिगर 34-28-32 है। लंबे काले सिल्की बाल हैं जो रिबॉन्ड किए हुए हैं। पतले सॉफ्ट गुलाबी होंठ हमेशा रस से भरे हुए, जो कोई भी देखे, चूसने को बेताब हो जाए। मेरे शरीर का सबसे सेक्सी पार्ट मेरे बूब्स हैं, जो एकदम नैचुरल, सॉफ्ट और गोल-मटोल हैं। इसके बाद मेरी गांड, जो थोड़ी बाहर निकली हुई है और मेरी चाल को और मस्त बनाती है। चाहे कोई मुझे आगे से देखे या पीछे से, लड़कों के लंड में हर तरफ से आग लगा देती हूं।
अब कहानी पर आते हैं। मेरी बेस्ट फ्रेंड अनमोल की शादी थी पिछले महीने। वो दिल्ली में रहती है। मैं शादी से एक दिन पहले वहां पहुंच गई थी। वहां खूब धूम-धाम थी। मैं सीधा अपनी फ्रेंड के पास गई मिलने। मुझे देखकर वो बहुत खुश हुई। हम दोनों बातें करने लगे।
मैं: “तेरे तो मजा ही मजा है। परसों से तुझे एक पर्सनल लंड मिल जाएगा। जितना चाहे, जब चाहे चुदवा सकती है।” अनमोल: “चुप बे, शरम नहीं आती? तेरे भी तो कोई कम मजा नहीं। कॉलेज में जितना तू चुदी है, उतना तो मैं पूरी जिंदगी में नहीं चुदी।” मैं: “क्या करूं यार, चूत की गर्मी झेली नहीं जाती। वैसे बता, जीजू का लंड कैसा है?” अनमोल: “बहुत बड़ा, मोटा और टेस्टी भी।” मैं: “तूने कब देखा?” अनमोल: “फिल्म देखने गई थी उसके साथ, तब देखा और चूसा भी।” मैं: “साली रंडी, तेरे तो मजे हैं।” अनमोल: “तू भी ढूंढ ले कोई शादी में और चुदवाले।” मैं: “ढूंढूंगी और जमकर चुदवाऊंगी। शायद जीजू होते तो खुलकर चुदवाती।”
हम ऐसे ही मजाक कर रहे थे कि तभी एक लड़का अनमोल के रूम में आया। हम दोनों एक-दूसरे को देखकर शॉक हो गए। उस लड़के ने कहा, “अनमोल, तुझे मेरी मम्मी बुला रही हैं। वो कह रही हैं अभी आ जा, तेरा मेकअप कर देती हूं। उन्हें बाद में कहीं जाना है।” अनमोल ने कहा, “ठीक है।” फिर मुझसे बोली, “चल मेरे साथ, इनका घर पास में ही है। मुझे इनकी मॉम से मेकअप करवाना है।” मैंने कहा, “ठीक है।” अनमोल ने उस लड़के से कहा, “राज (उसका नाम), तू चल, हम दोनों आती हैं।”
हम दोनों उसके पीछे-पीछे चल पड़े और उसके घर में एंटर हुए। उसकी मॉम लॉबी में ही थीं। वो हमें एक रूम में ले गईं और अनमोल का मेकअप शुरू किया। हम तीनों बातें कर रहे थे कि तभी मेरे बॉयफ्रेंड का कॉल आया। मैं उठकर रूम से बाहर आ गई।
मैं लॉबी में खड़ी होकर उससे बातें करने लगी। 5-10 मिनट बाद किसी ने मुझे पीछे से आकर हग कर लिया। मैं डर गई। जब पीछे मुड़कर देखा, तो वो राज था। मैंने इशारे में कहा, “क्या कर रहे हो?” उसने अपनी एक उंगली मेरे होंठों पर रखी और मेरे कान में बोला, “तू बस फोन पर बात कर।”
वो मेरे पेट पर अपने हाथ चलाने लगा। मेरे बालों को एक साइड किया और पहले मेरे गाल पर किस किया, फिर मेरी गर्दन पर किस और लिक करने लगा। मैं उससे छूटने की कोशिश करने लगी, लेकिन उसने मुझे बहुत जोर से दबोच रखा था। तंग आकर मैंने फोन काट दिया और बोली, “क्या कर रहे हो? छोड़ो मुझे।” लेकिन उसने मुझे अपनी ओर घुमाया और अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए।
वो खींच-खींचकर मेरे होंठ चूसने लगा। उसके होंठ चूसने के स्टाइल ने मुझे भी मस्त कर दिया। मैं भी उसे रिस्पॉन्स में जोर-जोर से किस करने लगी। हम एक-दूसरे के होंठ खूब अच्छे से चूस रहे थे कि तभी मेरे फोन पर फिर से मेरे बॉयफ्रेंड का कॉल आ गया।
हमने किस तोड़ी। मैं फोन पिक करने ही वाली थी कि उसने मुझसे फोन छीन लिया और बोला, “कौन है ये?” मैंने कहा, “मेरा बॉयफ्रेंड है।” वो बोला, “इसे बोल गांड मारा अब।” उसने फोन काट दिया और बोला, “चल मेरे कमरे में।”
हम दोनों उसके कमरे में गए। उसने रूम लॉक किया और मुझे पकड़कर फिर से किस करने लगा। किस करते-करते उसने मेरा टॉप उतारने की कोशिश की। मैंने कहा, “नहीं, प्लीज।” वो शॉक हुआ और बोला, “तू ना बोल रही थी चुदने को, अब क्या हुआ?” मैंने कहा, “प्लीज, मैं अब ये नहीं कर सकती।”
उसने मेरे बाल पकड़कर मुझे बेड पर फेंका और बोला, “क्यों साली, अब क्या हो गया? तब तो तू दिन-रात चुदवाती थी और रोज लंड चूसने के लिए भागी आती थी।”
आप सोच रहे होंगे कि ये क्या हो रहा है। तो मैं आपको बता देती हूं कि हम एक-दूसरे को कैसे जानते हैं। राज और मैं नर्सरी से लेकर 10वीं क्लास तक एक ही स्कूल में थे। 9वीं क्लास में वो मेरा बॉयफ्रेंड बन गया था। उसी ने स्कूल की साइंस लैब में मेरी सील तोड़ी थी। दो साल तक हमने खूब चुदाई की। उस टाइम मुझे राज का लंड बहुत टेस्टी लगता था। चूत की चुदाई से पहले मैं सिर्फ राज के लंड की चूसाई करती थी। स्कूल में लगभग रोज ब्रेक में मैं राज का लंड चूसती थी। रात को छत पर, क्योंकि वो हमारे पड़ोस में ही रहता था।
मैंने उसके बाद बहुत लंड चूसे, लेकिन राज के लंड का टेस्ट जैसा कोई और नहीं मिला। मैं चुदती कम थी, राज का लंड चूसती ज्यादा थी। लेकिन 10वीं क्लास खत्म करने के बाद वो लोग घर मूव कर गए थे। उसके बाद हमारा कॉन्टैक्ट नहीं रहा। इसीलिए उसे रूम में देखकर मैं शॉक हो गई थी।
अब वापस कहानी पर। मैंने कहा, “ऐसी बात नहीं है, मुझे डर लग रहा है।” वो बोला, “कोई नहीं आएगा यहां।” लेकिन मैंने कहा, “नहीं, ये गलत है।” वो बोला, “चल साली रंडी, आ मेरा लंड चूस।” मैंने कहा, “नहीं, यहां नहीं।”
वो मेरी बात समझ गया। उसने कहा, “अब मैं समझा मेरी रंडी की बात। साली को छत पर चुदना है।” मैं हल्का सा मुस्कुरा दी। जब हम चुदाई करते थे, तो ज्यादातर छत पर या बालकनी में चुदाई करते थे। वहां खुले आसमान में चुदने का बहुत मजा आता था।
मैंने कहा, “चल ठीक है, मुझे जाने दे, अनमोल वेट कर रही होगी।” वो बोला, “रुक साली।” उसने अपना लंड बाहर निकाला। मैं उसे देखकर शॉक हो गई। इतना बड़ा, एकदम गोरा, कोई बाल नहीं और बहुत चमक रहा था। उसे देखते ही मेरे मुंह में पानी आ गया। वो बोला, “चूसेगी नहीं?”
मैंने दरवाजा लॉक किया और भागकर आई। मैंने उसका लंड सीधा मुंह में ले लिया और जोर-जोर से चूसने लगी। क्या टेस्ट था उसके लंड का! बहुत दिनों बाद उसका लंड मिला था। मैं कहां जाना चाहती थी। वो मेरे बाल पकड़कर मेरा सिर अपने लंड पर दबाने लगा। जिस तरह मैं उसका लंड चूस रही थी, वो सिसकियां ले रहा था और बोलने लगा, “साली, एकदम मस्त रंडी की तरह चूसती है तू लंड को। तेरा चूसने का स्टाइल सबसे अलग है। चूस जोर से।” वो मेरा मुंह ऊपर-नीचे करने लगा।
मैं मस्त होकर चूस रही थी। वो बोलने लगा, “साली, क्या मस्त माल बन गई है तू। तेरे गोल-गोल बूब्स, मस्त बाहर निकली हुई तेरी गांड, लंबे बाल। कितनों ने सजाई तेरी गांड?” मैंने लंड निकाला और बोली, “अभी तक एक भी लंड नहीं गया मेरी गांड में।”
उसने मेरे गाल पर एक जोरदार थप्पड़ मारा और बोला, “साली रंडी, जब तक मैं ना कहूं, लंड मत निकालना।” उसने मेरी गांड पर अपने पैर से रगड़ना शुरू किया और बोला, “क्या मस्त गांड है। दिल कर रहा है अभी चोद दूं इसे। साली, तू लंडों से चुद-चुदकर एकदम मस्त माल बन गई है।”
मैं तो बस उसके लंड के टेस्ट के मजे लेकर चूस रही थी। करीब 10-15 मिनट की चूसाई के बाद उसने अपना पानी छोड़ दिया। मैंने सारा पानी पी लिया।
कहानी का अगला भाग: टिंडर से ढूंढा एक बड़ा लौड़ा
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