Sex ki devi padosi aunty ki chudai sex story ये बात उन दिनों की है जब मैं, विक्की, 19 साल का था और एच.एल. साइंस कॉलेज में पढ़ता था। तब मेरा लंड हर वक्त खड़ा रहता था, जैसे बस किसी को चोदने का मौका ढूंढ रहा हो। मैं दिल्ली के एक मोहल्ले में रहता था, जहां मेरे पड़ोस में सरला आंटी रहती थीं। सरला आंटी, उफ़, क्या बात थी उनकी! 35 साल की थीं, लेकिन बदन ऐसा कि मानो सेक्स की देवी धरती पर उतर आई हो। उनकी चाल में एक अजीब सी कशिश थी, और वो गोल-मटोल गांड, बड़े-बड़े बूब्स जो उनकी साड़ी में से झलकते थे, वो किसी को भी पागल कर सकते थे। उनकी त्वचा गोरी थी, और होंठ इतने रसीले कि बस मन करता था उन्हें चूस लिया जाए। उनकी एक दो साल की बेटी थी, और वो दोनों अकेले रहती थीं। उनके पति ट्रक ड्राइवर थे, जो महीनों बाद घर लौटते थे।
उनका घर मेरे घर के ठीक बगल में था। हमारा बाथरूम और उनका बाथरूम एक-दूसरे से सटा हुआ था, बस एक कच्ची ईंटों की दीवार के बीच। उनका बाथरूम उनके घर के पीछे था, और उसकी दीवार में छोटे-छोटे छेद थे, जिनसे हल्की-हल्की रौशनी बाहर आती थी। मैं अक्सर सोचता था कि काश एक बार उनको नहाते हुए देख लूं, तो मेरी जिंदगी बन जाए।
एक दोपहर की बात है, मैं अपने बेडरूम में लेटा हुआ मोबाइल पर किसी दोस्त से बात कर रहा था। गर्मी का मौसम था, और मैं सिर्फ बनियान और शॉर्ट्स में था। तभी सरला आंटी शक्कर मांगने के लिए घर आईं। मम्मी-पापा बाहर गए थे, तो वो सीधे मेरे बेडरूम में आ गईं। उनकी साड़ी का पल्लू हल्का सा खिसका हुआ था, और उनके बूब्स का उभार साफ दिख रहा था। वो मेरे बेड पर बैठ गईं और मेरे बालों में उंगलियां फिराने लगीं। मैंने आंखें खोलीं तो देखा उनकी गांड मेरे चेहरे के ठीक सामने थी। वो गुलाबी साड़ी में थीं, और उनकी गांड इतनी भरी-भरी थी कि मेरा लंड तुरंत खड़ा हो गया। मैंने हिम्मत जुटाई और धीरे से उनकी गांड पर एक चुम्मा दे दिया। वो शायद नहीं समझ पाईं, बस हल्का सा मुस्कुराईं और शक्कर लेकर चली गईं। जाते-जाते उन्होंने मेरे गाल पर एक किस किया और “थैंक्स, विक्की” कहकर चली गईं। मेरे लंड ने तो जैसे उन्हें सलामी दे दी!
उस रात मैंने ठान लिया कि अब सरला आंटी की चुदाई करनी ही है। अगले दिन मैंने एक प्लान बनाया। उनके बाथरूम की दीवार में एक ईंट ढीली थी, जिसे मैंने चुपके से निकाल दिया। अब उसमें एक छोटा सा छेद बन गया था। दोपहर को जब वो नहाने गईं, मैं चुपके से उस छेद पर अपनी आंखें चिपका दी। अंदर का नजारा देखकर मेरी सांसें रुक गईं। सरला आंटी धीरे-धीरे अपनी साड़ी उतार रही थीं। उनकी गोरी कमर, पतली सी नाभि, और फिर जब उन्होंने अपनी ब्रा और पैंटी में खड़े होकर अपने बूब्स दबाए, तो मेरा लंड पैंट में तंबू बन गया। वो अपनी ब्रा उतारकर अपने 36D के बूब्स को मसल रही थीं, और हल्की-हल्की सिसकारियां ले रही थीं, “आहह… उहह…” फिर उन्होंने अपनी पैंटी उतारी, और उनकी गुलाबी चूत साफ दिखी। वो इतनी गीली थी कि चमक रही थी।
उन्होंने अपनी चूत में दो उंगलियां डालीं और जोर-जोर से अंदर-बाहर करने लगीं। उनका एक हाथ उनके बूब्स को दबा रहा था, और वो सिसकारियां ले रही थीं, “उम्म… आहह… कितना अच्छा लग रहा है…” मैं समझ गया कि वो भी सेक्स की भूखी थीं। मेरा लंड तो जैसे फटने को तैयार था। मैंने सोच लिया कि आज रात कुछ न कुछ करके उनकी चुदाई करूंगा।
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उसी रात आसमान में बादल गरज रहे थे, और हल्की बारिश हो रही थी। सरला आंटी डर गईं और मुझे फोन करके अपने घर बुलाया। मैं तो जैसे मौके की तलाश में था। घर से आज्ञा लेकर उनके घर पहुंच गया। वो एक पतली सी नाइटी में थीं, जिसमें उनके बूब्स और गांड का उभार साफ दिख रहा था। वो टीवी पर मूवी देख रही थीं। मैं भी उनके पास कुर्सी पर बैठ गया। तभी उनकी बेटी रोने लगी। उन्होंने उसे गोद में लिया और अपनी नाइटी का गला नीचे करके अपना बूब निकाला। वो दूध पिलाने लगीं, और मैं उनके गोल, भारी बूब्स को देखता रह गया। उनका निप्पल गुलाबी और सख्त था। मैंने नजरें हटाईं तो वो हल्का सा मुस्कुराईं।
थोड़ी देर बाद उन्होंने अपनी बेटी को सुला दिया और एक नींद की गोली खा ली। मैंने पूछा, “आंटी, ये क्या था?” वो बोलीं, “विक्की, ये नींद की गोली है। इसके बिना मुझे नींद नहीं आती।” फिर वो अपनी बेटी के पास बेड पर लेट गईं, और मैं सोफे पर। लेकिन नींद तो मुझे कहां आ रही थी? मेरे दिमाग में बस वही बाथरूम का नजारा घूम रहा था। आखिरकार, मैंने हिम्मत जुटाई और उनके बेड के पास जाकर बैठ गया।
उनकी सांसें गहरी थीं, वो गहरी नींद में थीं। मैंने धीरे से उनके ब्लाउज के ऊपर से उनके बूब्स को सहलाया। कोई हलचल नहीं हुई। मेरी हिम्मत बढ़ी, और मैंने उनके पेट को चूमना शुरू किया। उनकी साड़ी को धीरे-धीरे ऊपर उठाया और उनकी गोरी जांघों को सहलाने लगा। उनकी त्वचा इतनी मुलायम थी कि मेरा लंड और सख्त हो गया। मैंने उनकी पैंटी में हाथ डाला और उसे नीचे सरका दिया। उनकी चूत मेरे सामने थी, वही जो मैंने सुबह देखी थी। मैंने धीरे से उसकी चूत को चाटना शुरू किया। उसका स्वाद नमकीन और थोड़ा मीठा था। “उम्म…” मैंने अपनी जीभ से उनकी चूत को चोदा, और मेरी उंगलियां उनकी चूत में अंदर-बाहर होने लगीं। साथ ही, मैंने उनके ब्लाउज के बटन खोले और उनके बूब्स को दबाने लगा। वो गहरी नींद में थीं, लेकिन उनकी सिसकारियां शुरू हो गई थीं, “आहह… उहह…”
लगभग 10 मिनट तक मैं उनकी चूत चाटता रहा और उनके बूब्स दबाता रहा। तभी मुझे लगा कि वो जागने वाली हैं। मैं डर गया और तुरंत सोफे पर जाकर लेट गया। सुबह जब मैं उठा, तो वो मेरे पास आईं और मेरे बालों में हाथ फेरते हुए हल्का सा मुस्कुराईं। उनकी वो स्माइल कुछ कह रही थी, लेकिन मैं समझ नहीं पाया। क्या उन्हें रात की बात पता थी? मैं घर लौट आया, लेकिन मेरा दिमाग उसी स्माइल में अटक गया। मैंने सोच लिया कि आज रात उनकी चुदाई करके ही रहूंगा।
रात को मैं फिर उनके घर गया। वो टीवी देख रही थीं, और मैं उनके पास बैठ गया। उनकी बेटी सो रही थी। बाहर बारिश जोरों से हो रही थी। अचानक बिजली चमकी, और वो डरकर मुझसे लिपट गईं। उनकी नरम बूब्स मेरी छाती से दब गए, और मेरा लंड फिर खड़ा हो गया। हम टीवी देखने लगे, तभी उन्होंने मुझसे पूछा, “विक्की, कल रात मेरे ब्लाउज के बटन तुमने ही खोले थे ना?” मैं थोड़ा घबरा गया, लेकिन हिम्मत करके बोला, “हां, आंटी, मैंने ही खोले थे। मुझे पता है आप भी सेक्स की भूखी हैं। प्लीज, सरला, मुझसे चुदवा लो।” ये सुनते ही उन्होंने मुझे जोर से लिप्स पर किस किया। उनके रसीले होंठ मेरे होंठों से चिपक गए, और वो मेरे होंठों को चूसने लगीं। “उम्म… विक्की…” वो 5 मिनट तक मेरे होंठ चूसती रहीं।
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फिर उन्होंने कहा, “मुझे सिर्फ सरला कहो।” और मुझे धक्का देकर बेड पर गिरा दिया। वो मेरी शर्ट उतारकर मेरी छाती को चूमने लगीं। उनके गर्म होंठ मेरी त्वचा पर फिसल रहे थे। वो मेरी पैंट के ऊपर से मेरे लंड को चूमने लगीं। मैं पूरी तरह उत्तेजित हो चुका था। मैंने कहा, “सरला, मेरा लंड देखना चाहोगी?” वो शरमा गईं, लेकिन उनकी आंखों में चमक थी। मैंने अपनी पैंट उतारी, और मेरा 8 इंच का लंड बाहर आया। वो हैरान होकर बोलीं, “इतना बड़ा लंड? मेरे पति का तो इससे आधा भी नहीं है!”
वो मेरे लंड को जोर-जोर से हिलाने लगीं और उसे चूसने लगीं। “उम्म… कितना सख्त है…” उनकी जीभ मेरे लंड के टोपे पर घूम रही थी। मैंने उनकी साड़ी उतारी और उनकी पीठ को चूमने लगा। उनकी ब्रा और पैंटी में वो और भी सेक्सी लग रही थीं। मैंने उनकी ब्रा खींचकर फेंक दी और उनकी पैंटी फाड़ दी। उनकी गीली चूत मेरे सामने थी। मैंने उनकी चूत को चाटना शुरू किया, और वो सिसकारियां लेने लगीं, “आहह… विक्की… चाटो… और जोर से…” उनकी चूत का रस मेरे मुंह में आ रहा था।
वो बोलीं, “विक्की, अब देर मत करो। मैं तुम्हारी रंडी बनने को तैयार हूं।” ये सुनकर मेरा लंड और सख्त हो गया। मैंने उनके बूब्स को चूसना शुरू किया। उनके निप्पल्स से दूध की बूंदें टपक रही थीं। मैंने कहा, “सरला, इस दूध का क्या करूं?” वो बोलीं, “इसे मेरे लंड पर लगाओ और मेरी चूत में घुसा दो।” हम 69 की पोजीशन में आ गए। मैं उनकी चूत को जीभ से चोद रहा था, और वो मेरे लंड को चूस रही थीं। “उम्म… आहह… विक्की… कितना मोटा है तेरा लंड…” 69 position sex
फिर मैंने उन्हें बेड पर लिटाया और उनकी टांगें अपने कंधों पर रखीं। मेरा लंड उनकी चूत पर रगड़ रहा था। वो बोलीं, “विक्की, मेरी गांड भी मारो। आज तक किसी ने नहीं मारी।” मैंने उन्हें कुत्तिया की तरह घुमा दिया और उनके गांड के छेद पर लंड रखा। धीरे-धीरे मैंने लंड अंदर डाला। वो चिल्लाईं, “उईई… मां… फट गई मेरी गांड!” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। “थप… थप…” उनकी गांड लाल हो गई। वो चिल्ला रही थीं, “आहह… विक्की… फाड़ दो… और जोर से…” 15 मिनट तक मैं उनकी गांड मारता रहा, फिर मैंने लंड निकाला और उनके मुंह में दे दिया। उन्होंने मेरा सारा रस पी लिया।
हम दोनों थककर बेड पर लेट गए। मैंने उनके बूब्स को फिर से मसलना शुरू किया। वो बोलीं, “विक्की, मेरे बूब्स चूसो।” मैं उनके निप्पल्स को चूसने लगा। उनका दूध मेरे मुंह में आ रहा था। वो सिसकारी ले रही थीं, “आहह… और जोर से चूसो…” फिर हम दोबारा 69 में आए। उनकी चूत पूरी तरह गीली थी। मैंने उनकी टांगें फैलाईं और अपना लंड उनकी चूत में डाल दिया। “उईई… मां… कितना बड़ा है…” वो चिल्लाईं। मैंने जोर-जोर से धक्के मारने शुरू किए। “थप… थप… थप…” उनकी चूत का रस बह रहा था। वो दो बार झड़ चुकी थीं, और मैं भी 20 मिनट बाद झड़ गया।
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वो बोलीं, “विक्की, तुमने मुझे जन्नत दिखा दी।” हम दोनों सो गए। सुबह मैं उठा तो वो किचन में चाय बना रही थीं। वो गाउन में थीं। मैंने उनका गाउन उठाया और अपना लंड उनकी गांड में डाल दिया। एक हाथ उनकी चूत में था। “आहह… विक्की… सुबह-सुबह?” वो हंसते हुए बोलीं। मैंने 10 मिनट तक उनकी चुदाई की। अब जब भी मौका मिलता है, हम चुदाई का मजा लेते हैं।
दोस्तों, आपको मेरी और सरला की चुदाई की कहानी कैसी लगी? क्या आपने भी कभी ऐसी आंटी के साथ मजा लिया है? कमेंट में जरूर बताएं!