सहेली ने चुदवा दिया दूसरे लड़के से- 2

हैलो दोस्तों, मैं अनु हूँ, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि राहुल ने हमारी चुदाई की वीडियो डिलीट कर दी, पर छवि ने खुद उसके साथ दो राउंड चुदवा लिए। खाना खाकर हम तीनों वापस फ्लैट पर आए। कुछ देर बातें हुईं, राहुल ने हमारे बारे में पूछा, कॉलेज, कोर्स, मैं और संजय कैसे मिले, छवि और मेरी बचपन की दोस्ती। छवि ने सब बता दिया। राहुल मेरे साथ नजदीकियाँ बढ़ाने की कोशिश करने लगा, पर मैंने कोई रिस्पॉन्स नहीं दिया।

कहानी का पिछला भाग: सहेली ने चुदवा दिया दूसरे लड़के से- 1

फिर वे दोनों अंदर चले गए अगले राउंड के लिए, पर पाँच मिनट बाद बाहर आ गए। मैंने पूछा, “क्या हुआ इतनी जल्दी?” छवि बोली, “राहुल तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता है, सिर्फ एक बार।” मैंने साफ मना कर दिया। छवि ने बहुत मनाया, पर मैं नहीं मानी। फिर उसने राहुल को इशारा कर दिया। राहुल मेरे पास आया, मुझे बाहों में जकड़ लिया और बोला, “अनु अब तुम्हारी बारी।” मैं विरोध करने लगी, “मैंने हाँ नहीं कहा।” पर वो नहीं माना, मुझे गोद में उठाकर अंदर ले गया। छवि ने पीछे से दरवाजा लॉक कर दिया।

अंदर दीवार से टिकाकर वो बोला, “एक बार की तो बात है।” मैंने कहा, “छवि से मन नहीं भरा?” वो हँसा, “नहीं। तुम्हें वो मजा दूँगा जो संजय नहीं दे पाया।” मेरे बाल खोलते हुए कमर से खींचा, मेरे बूब्स उसकी छाती से दब गए। उसकी पकड़ इतनी मजबूत थी कि मैं हिल भी नहीं पाई। फिर उसने जबरदस्त किस की, मेरे होंठ चूसने लगा जैसे निगल जाएगा। मैं विरोध करती रही पर मेरे बदन में आग लगने लगी।

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उसने मेरे दोनों हाथ ऊपर उठाकर एक हाथ से पकड़ लिए और दूसरा किस किया। फिर कमीज ऊपर की, बूब्स तक फँस गई। नाडा खोलकर एक झटके में सलवार और पैंटी नीचे कर दी। मेरी एक टाँग ऊपर उठाई और मुँह चूत पर रख दिया। उसकी गर्म जीभ अंदर तक, आह्ह्ह्ह्ह राहुललल मततत, पर कुछ ही सेकंड में मैं आँखें बंद कर मजा लेने लगी। वो देखकर खुश हुआ, मुझे बेड पर लिटाया, सलवार-पैंटी पूरी उतार फेंकी। टाँगें ऊपर कर चूत चाटने लगा, जैसे भूखा हो। आह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह ऊउइइइ ऊईईईई, मेरी कमर अपने आप ऊपर उठने लगी।

फिर कमीज भी उतार दी, मैं सिर्फ ब्रा में थी। छवि कोने में बैठी पॉर्न देख रही थी। राहुल बोला, “मजा आ रहा है न अनु?” मैं चुप रही तो उसने दो उंगलियाँ झट से चूत में पेल दीं। आआह्ह्ह्ह्ह उइइइईई राहुललल, मेरे मुँह से निकल गया। वो मुस्कुराया, “हाँ न?” मैंने इशारे में हाँ कह दिया। मेरी चूत पूरी गीली हो चुकी थी। वो अपने कपड़े उतारकर 6 इंच का मोटा लंड बाहर निकाला, फनफनाता हुआ। मैं डर भी गई और गर्म भी। मैंने मुस्कुरा दी।

उसने लंड चूत पर रगड़ा, मैं तड़प उठी, आह्ह्ह्ह्ह डालो नाा। मैंने कहा, “बिना प्रोटेक्शन के नहीं।” वो नहीं माना, पर मैंने जिद की तो बेमन से कंडोम पहना। फिर लंड रगड़कर सुपारा अंदर-बाहर करने लगा, मैं कसमसा रही थी। आखिर मेरी चूत फैलाई और एक जोरदार झटका मारा। आआआह्ह्ह्ह्ह दर्ददद, मैं चीखी। रुका, फिर पूरा जोर लगाकर पूरा पेल दिया। अब जन्नत जैसा लग रहा था। वो मेरे होंठ चूसने लगा, बूब्स मसलने लगा। ब्रा कंधे से खिसकाकर चूचियाँ आजाद कर दीं। मेरे पुराने लव बाइट्स देख मुस्कुराया, मैं भी शर्मा कर मुस्कुरा दी।

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धीरे-धीरे धक्के शुरू किए। मेरी सिसकारियाँ निकलने लगीं, आआह्ह्ह्ह अइइय्याा ईईई राहुलल औररर। वो बूब्स मसलता, निप्पल काटता। फिर बोला, “कुतिया बन जा।” मैं तुरंत घुटनों पर हो गई। पीछे से लंड सेट कर पेला और बाल पकड़कर स्पीड बढ़ा दी। ब्रा भी खोल फेंकी। चपाचप चपाचप की तेज आवाजें, आह्ह्ह्ह्ह और जोर सेे चोदोो मुझेे आम्म्म्म। गांड पर चाँटे मारता, मैं और गर्म हो जाती। दस मिनट तक लगातार चुदाई, न मैं झड़ी न वो।

फिर मुझे सीधा लिटाया, टाँगें कंधों पर रखी और तेज ठुकाई शुरू। किस करता, जांघ पर काट लिया, आह्ह्ह्ह्ह। फिर बेड किनारे खींचा, खुद खड़ा रहा। टाँगें कंधों पर, पूरी ताकत से झटके। मेरा बदन हिल रहा था, बूब्स उछल रहे थे। मैं कमर उछालकर साथ दे रही थी। कुछ सेकंड में मैं झड़ने लगी, शरीर अकड़ गया, आआआह्ह्ह्ह्ह ऊउउइइइईई राहुलललल, चूत से रस की बौछार। मैं निढाल हो गई।

राहुल ने कंडोम उतारा, मेरे बाल पकड़कर बेड किनारे बिठाया। बूब्स पर चाँटा मारा, आह्ह्ह्ह। लंड मुँह में ठूँसा। मैंने सोचा जल्दी खत्म कर दूँ। हाथों से पकड़कर चूसने लगी, ग्ग्ग्ग्ग गोंगों गीगीगी, सुपारा जीभ से चाटा। वो कराह रहा था, आह्ह्ह्ह अनुुु मेरी जाननन। मिनटों में झड़ने लगा, लंड निकालकर मेरे बूब्स पर सारा माल उड़ेल दिया। मेरे ऊपर लेटकर किस करने लगा।

फिर बाथरूम में मेरे पीछे आया, पानी डालकर गीला किया, पीछे से पकड़कर साबुन लगाया, चूमता रहा। नहाकर बाहर आए। मैं कपड़े पहनने लगी तो राहुल बोला, “थैंक्स छवि, तुम्हारी वजह से अनु की चूत मिली।” छवि हँसी, “मैं जानती थी राहुल का लंड कमाल का है, तुझे भी मजा आएगा इसलिए प्लान बनाया।” मैंने कहा, “ठीक है, जो हुआ अच्छा हुआ।” राहुल बोला, “जब मन करे आ जाना।” मैंने मना कर दिया, “एक बार काफी है।”

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फिर उसने बताया कि वो सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, फ्लैट उसका अपना, संजय पुराना पड़ोसी है, उसी ने बताया था कि गर्लफ्रेंड ला रहा है। मैंने कहा, “संजय को मत बताना।” वो मान गया। उसने हमें हॉस्टल छोड़ा। रात को मजेदार नींद आई।

अगले दिन संजय का फोन आया, कॉलेज गए। अब मैं खुल चुकी थी। संजय मौका पाकर छेड़ता, चूची मसलता, गांड में चिमटी काटता। ग्रुप में सबको पता था। छवि सीनियर और राहुल दोनों के साथ सेट थी। एग्जाम नजदीक थे, इसलिए पढ़ाई पर फोकस किया।

बाकी चुदाई की कहानियाँ अगली बार। आपको कैसी लगी, जरूर बताना।

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