Indian Wife Swapping: मेरा नाम सुमोना है। मैं एमबीए पास हूँ और एक बड़ी आईटी कंपनी में मार्केटिंग हेड के तौर पर काम करती हूँ। मैं उत्तरप्रदेश के एक साधारण मिडिल क्लास परिवार से हूँ, लेकिन मेरी शादी दिल्ली के एक रईस और बड़े घराने में हुई है। मेरे ससुराल में हर तरह की सुख-सुविधा है—बड़ी-बड़ी गाड़ियाँ, नौकर-चाकर, और आधुनिक लाइफस्टाइल का हर सामान। लेकिन मैंने एक चीज़ नोटिस की है, इन बड़े घरों में पैसों की चमक के पीछे कई बार इंसान कितना नीचे गिर जाता है। ये लोग अपनी बहन, बीवी, यहाँ तक कि रिश्तों को भी शेयर करने से नहीं हिचकते। बाहर से देखने में लगता है, वाह! क्या रॉयल फैमिली है, कितना रुतबा है। लेकिन इस रुतबे के पीछे एक ऐसी ज़िंदगी भी छुपी होती है, जो शर्मिंदगी और जिल्लत से भरी होती है।
मैं ये नहीं कह रही कि हर बड़ा घर ऐसा ही होता है, लेकिन मैंने कई ऐसी फैमिलीज़ देखी हैं, जो इस तरह की हरकतें करती हैं। मैं अपनी बात बताने से हिचक रही थी, लेकिन अब मन हल्का करने के लिए अपनी कहानी आप सबके सामने रख रही हूँ। मेरी उम्र 28 साल है, और मैं काफ़ी खूबसूरत हूँ। मेरी गोरी रंगत, 36 साइज़ की चूचियाँ, और सेक्सी फिगर की वजह से ही शायद इस बड़े घराने ने मुझसे शादी की। मेरा पति मुझे सेक्स की देवी कहता है, और मैं भी सचमुच पूरी तरह सेक्सी हूँ। मेरा फिगर ऐसा है कि हर मर्द की नज़र मुझ पर ठहर जाती है। मेरी चूचियाँ भरी हुई, कमर पतली, और गाण्ड इतनी मस्त कि लोग बस देखते रह जाएँ।
मेरे पति को मेरे साथ चुदाई का बहुत शौक है। दिन हो या रात, जब भी टाइम मिलता है, वो मुझे चोदने लगता है। मैं भी खूब मज़े लेती हूँ। हमारी सेक्स लाइफ हमेशा से मस्त रही है। लेकिन अब मैं आपको उसका एक दूसरा पहलू बताने जा रही हूँ, जो मुझे आजकल थोड़ा परेशान भी करता है और उत्तेजित भी। मेरा पति अब मुझे दूसरों के साथ शेयर करने लगा है।
मैं अपनी कंपनी में एरिया हेड हूँ। मेरा बॉस, आकाश, जो करीब 35 साल का है, बहुत बड़ा ऐशो-आराम वाला इंसान है। मैंने उसे कई बार हाई-प्रोफाइल कॉल गर्ल्स के साथ देखा है। वो मुझे भी हमेशा घूरता था, मेरी चूचियों और गाण्ड पर उसकी नज़रें टिकी रहती थीं। वो मुझसे फ्लर्ट भी करता था, लेकिन मैं उसका कोई खास रिस्पॉन्स नहीं देती थी। मैं हमेशा काम से काम रखती थी। उसने कई बार कोशिश की कि मुझे अपने जाल में फँसाए, लेकिन वो नाकाम रहा। फिर धीरे-धीरे उसने मेरे पति से दोस्ती कर ली। अब वो मेरे घर आने-जाने लगा। मेरे पति के साथ उसकी दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि वो हमारे घर की पार्टियों का हिस्सा बन गया।
पार्टियों में वो मुझे गले लगाने का बहाना ढूँढता, ताकि मेरी चूचियों का दबाव और गर्माहट उसे महसूस हो। मैं उसकी हरकतों को अच्छे से समझती थी, लेकिन चुप रहती थी। फिर एक दिन पता चला कि मेरे पति और आकाश ने आपस में वाइफ स्वैपिंग की बात पक्की कर ली। यानी मेरे पति को आकाश की बीवी, सुलेखा, और आकाश को मैं। सुलेखा भी बहुत हॉट और सेक्सी औरत है। मेरे पति को वो बहुत पसंद थी। कई बार वो मुझे चोदते वक्त सुलेखा का नाम लेता था। आकाश ने मेरे पति को ऑफर दिया कि एक रात वो सुलेखा के साथ मज़े करे और आकाश मेरे साथ।
मैं इस सबके लिए तैयार नहीं थी। मैं नहीं चाहती थी कि कोई दूसरा मर्द मुझे छूए। लेकिन जब मैंने मना किया, तो मेरा पति बुरी तरह भड़क गया। वो चिल्लाने लगा, “तू गँवार है, गाँव की औरत! सुंदर होने का क्या फायदा? तू इस बड़े घर की बहू बनने के लायक ही नहीं है!” मैं डर गई। मुझे लगा कि कहीं वो मुझे छोड़ न दे। मैं जानती थी कि उसका कई लड़कियों के साथ अफेयर चल रहा है। मजबूरी में मैंने हाँ कर दी।
शनिवार की शाम को मैंने खुद को तैयार किया। मैंने ब्लैक साड़ी पहनी, कट वाला ब्लाउज़, जिसमें मेरा गला और चूचियाँ साफ दिख रही थीं। रेड लिपस्टिक, स्ट्रेट बाल, और हाई हील्स में मैं किसी रंडी से कम नहीं लग रही थी। हम संग्रीला होटल पहुँचे, जहाँ आकाश और सुलेखा भी आए। सुलेखा ने टाइट गाउन पहना था, जिसमें उसकी चूचियाँ बाहर निकलने को बेताब थीं। हम चारों ने साथ में डिनर किया। आकाश ने मेरे कंधे पर हाथ रखा और बोला, “सुमोना, तुम बहुत खूबसूरत हो। मैं खुशकिस्मत हूँ कि मुझे तुम्हारे पति जैसा दोस्त मिला।” मेरे पति ने भी हँसते हुए कहा, “मी टू!”
डिनर के बाद हमने व्हिस्की पी। नशा चढ़ने लगा था। फिर दोनों कपल्स अलग-अलग होटल के कमरों में चले गए। मेरे पति सुलेखा को लेकर अपने कमरे में गए, और मैं आकाश के साथ। कमरे में घुसते ही आकाश ने दरवाजा बंद किया और मुझे अपनी बाहों में भर लिया। उसका मोटा लंड मेरी साड़ी के ऊपर से ही मेरी चूत को टच करने लगा। वो धीरे-धीरे मेरे गाण्ड पर लंड रगड़ने लगा और मेरे होंठों को चूसने लगा। उसका गर्म स्पर्श मेरे बदन में आग लगा रहा था। मैं भी अब माहौल में ढल चुकी थी। मैंने उसकी शर्ट के बटन खोल दिए और उसके चौड़े सीने को सहलाने लगी। उसकी छाती पर हल्के-हल्के बाल थे, जो मुझे बहुत सेक्सी लगे। उसने मेरे ब्लाउज़ के ऊपर से मेरी चूचियों को दबाना शुरू किया, और मैं सिसकारियाँ लेने लगी।
मैंने पीछे मुड़कर अपनी साड़ी को थोड़ा और टाइट किया, ताकि मेरी गाण्ड और उभरी हुई लगे। आकाश अब मेरी गाण्ड पर लंड रगड़ने लगा और सामने से मेरी चूचियों को मसलने लगा। उसका एक हाथ मेरे पेट पर फिसलने लगा, और वो मेरी नाभि के आसपास उंगलियाँ घुमाने लगा। मैं पूरी तरह गर्म हो चुकी थी। व्हिस्की का नशा और आकाश का टच मुझे पागल कर रहा था। कुछ ही देर में हमने एक-दूसरे के कपड़े उतार फेंके। मेरी ब्रा और पैंटी फर्श पर थी, और आकाश सिर्फ अपने अंडरवियर में था। उसका लंड अंडरवियर के अंदर से साफ दिख रहा था—मोटा, लंबा, और सख्त।
आकाश ने मुझे बेड पर लिटाया और मेरी चूत को चाटना शुरू किया। उसकी जीभ मेरी चूत के होंठों पर फिसल रही थी, और मैं सिहर रही थी। वो एक हाथ से मेरी चूचियों को दबा रहा था, और उसकी उंगलियाँ मेरे निप्पल्स को मसल रही थीं। मेरी चूत गीली हो चुकी थी, और मैं तड़प रही थी। करीब 15 मिनट तक उसने मेरी चूत को चाटा, और मैं दो बार झड़ चुकी थी। उसका मोटा लंड मुझे चाहिए था। मैंने उसका अंडरवियर उतारा और उसका लंड अपने मुँह में ले लिया। वो इतना मोटा था कि मेरा मुँह पूरा भर गया। मैं उसे चूसने लगी, और वो “आह… आह… सुमोना, क्या चूसती हो!” कहते हुए सिसकारियाँ ले रहा था। मैंने उसका लंड चाटा, लॉलीपॉप की तरह, और उसके टट्टों को भी हल्के से सहलाया।
फिर आकाश ने मुझे उल्टा लिटाया और मेरी गाण्ड को चाटने लगा। उसकी जीभ मेरी गाण्ड के छेद पर फिसल रही थी, और मैं पागल हो रही थी। वो बोला, “सुमोना, क्या माल हो तुम! तुम्हें चोदने के लिए मैंने अपनी बीवी तक तुम्हारे पति को दे दी। लेकिन अब मैं ऐसा नहीं करूँगा। तुम्हें जितना पैसा चाहिए, लेती रहो। तुम्हारी नौकरी पक्की है, बस मेरे साथ ऐसे ही चुदाई करती रहो।” उसकी बातें सुनकर मुझे गुस्सा भी आया, लेकिन मेरा बदन उसकी हरकतों से इतना गर्म हो चुका था कि मैं कुछ बोल नहीं पाई।
आकाश ने अपना मोटा लंड निकाला और मेरी चूत के ऊपर रखकर धीरे-धीरे रगड़ने लगा। उसका लंड मेरी चूत के होंठों को छू रहा था, और मैं तड़प रही थी। फिर उसने एक झटके में लंड मेरी चूत में पेल दिया। मैं चीख पड़ी, “आह… आकाश… धीरे!” लेकिन वो रुका नहीं। उसने मेरी चूत को जोर-जोर से चोदना शुरू किया। उसका लंड इतना मोटा था कि मेरी चूत पूरी तरह भर गई थी। वो अलग-अलग पोज में मुझे चोदने लगा। पहले मुझे मिशनरी में चोदा, फिर डॉगी स्टाइल में। मेरी गाण्ड हवा में थी, और वो पीछे से मेरी चूत में लंड पेल रहा था। उसका एक हाथ मेरी चूचियों पर था, और दूसरा मेरी कमर को पकड़े हुए।
हर धक्के के साथ मेरा बदन सिहर रहा था। मैं भी उसका साथ दे रही थी, अपनी गाण्ड को पीछे धकेलकर। वो मेरे कानों में गंदी-गंदी बातें कर रहा था, “सुमोना, तेरी चूत कितनी टाइट है… तुझे चोदने का मज़ा ही अलग है।” मैं भी माहौल में थी, और बोल पड़ी, “हाँ आकाश, चोदो मुझे… और जोर से!” उसने मुझे रात भर चोदा। कभी मेरे ऊपर चढ़कर, कभी मुझे अपनी गोद में बिठाकर। उसने मुझे इतने पोज में चोदा कि मैं गिनती भूल गई। हर बार जब मैं झड़ती, वो और जोश में आ जाता। उसकी बाहों की पकड़, उसका चोदने का स्टाइल, सब कुछ मुझे दीवाना बना रहा था।
सुबह होने तक हम दोनों थक चुके थे। मैं बेड पर पड़ी थी, मेरी चूत और गाण्ड दुख रही थी, लेकिन मन में एक अजीब-सा सुकून भी था। आकाश ने मुझे गले लगाया और बोला, “सुमोना, तुम जैसी औरत मैंने पहले कभी नहीं देखी। अब तुम मेरी हो।” मैंने कुछ नहीं कहा, बस चुपचाप उसकी बाहों में लेटी रही।
अब ये सिलसिला चल पड़ा है। हर महीने 15 दिन तो आकाश ही मुझे चोदता है। मेरे पति को भी सुलेखा के साथ मज़े लेने की आदत हो गई है। मुझे पैसा, शोहरत, और मज़ा—सब मिल रहा है। मैं अब आकाश के लंड की दीवानी हो चुकी हूँ। उसकी चुदाई का स्टाइल, उसकी गंदी बातें, सब कुछ मुझे उत्तेजित करता है। ज़िंदगी में और क्या चाहिए? बस मज़े ही मज़े!