हाय गाय्स, मैं सचिन, पुणे से। ये स्टोरी है मेरी और मेरी फ्रेंड की हॉट मॉम की, जो मेरी स्कूल टीचर भी थी।
मैं १८ साल का था, बारहवीं में, और मेरी फ्रेंड वैष्णवी के साथ बहुत क्लोज़ था। हम अलग-अलग सेक्शन्स में थे, लेकिन उसकी मॉम, रोहिणी मैम, मेरी बायोलॉजी टीचर थी। रोहिणी मैम, यार, क्या माल थी! उनकी उम्र शायद ३५ के आसपास, लेकिन उनकी फिगर ऐसी थी जैसे कोई २५ साल की हिरोइन। उनके बूब्स, ३४डी, मुलायम और गोल जैसे रसीले आम, और उनकी गाँड इतनी मस्त थी कि जब वो साड़ी में चलती थी, हर कदम पर लहराती थी। स्कूल के सारे लड़के उनके नाम की मुठ मारते थे, और मैं भी उनके खयालों में रातें गुज़ारता था।
वैष्णवी के पापा को दिल्ली में ट्रांसफर मिला था, लेकिन वैष्णवी की पढ़ाई की वजह से वो और मैम पुणे में ही रुके। मैं और वैष्णवी अक्सर उनके घर पर नाइट स्टे करते, पीएस४ खेलते, और मस्ती करते। रात को रोहिणी मैम हमें खाना देती, और मैं उनकी क्लीवेज को चुपके से घूरता। उनकी साड़ी का पल्लू कभी-कभी सरक जाता, और उनकी नाभि, जैसे कोई चमकता सितारा, मेरे दिल को छू लेती थी। मैं बाथरूम में जाकर उनके नाम की मुठ मारता, सोचता कि काश एक बार उनकी चूत को चख पाऊँ।
एक बार मैम ने मुझे क्लास की सारी बायोलॉजी की किताबें कलेक्ट करके लाने को कहा। ५० किताबें थी, और मैं उनके टेबल पर रख नहीं पा रहा था। मैंने कहा, “मैम, आप ही ले लो मेरे हाथ से।” जब वो किताबें ले रही थी, मेरे हाथ का पिछला हिस्सा उनके बूब्स से टकराया। वो इतने नरम थे, जैसे बादल में उंगली डाल दो। मेरे तो होश उड़ गए! मैंने सोचा अब डांट पड़ेगी, लेकिन मैम ने बस हल्का सा मुस्कुराया और किताबें रख दी। उस रात मैं उनके बूब्स की उस फीलिंग को याद करके तीन बार मुठ मारी।
मेरा १८वां बर्थडे आने वाला था। मैंने वैष्णवी के साथ मूवी और डिनर का प्लान बनाया था। मैं उनके घर गया, बेल बजाई। रोहिणी मैम ने दरवाजा खोला। यार, वो लाल साड़ी में ऐसी लग रही थी जैसे कोई कामदेवी! उनकी कमर और हिप्स साड़ी से साफ दिख रहे थे, और उनकी क्लीवेज मेरे दिल को चाकू की तरह चीर रही थी। मैंने पूछा, “मैम, वैष्णवी है?” उन्होंने कहा, “नहीं बेटा, वो अपने कज़िन के यहाँ गई है, वो कल दुबई जा रहा है।” मैं उदास हो गया। मेरे पेरेंट्स भी बिज़ी थे, और अब वैष्णवी भी नहीं थी। मैंने कहा, “मैम, मेरा बर्थडे है, और सबने मुझे डिच कर दिया।”
मैम मेरे पास सोफे पर बैठी, उनका पल्लू हल्का सा सरका, और बोली, “क्यों उदास हो रहा है? मेरे साथ बर्थडे सेलिब्रेट करेगा?” मैंने कहा, “मैम, क्या करेंगे?” वो बोली, “टीवी पर मूवी देखेंगे, मैं कुछ स्पेशल खाना बनाऊँगी।” मैंने कहा, “मैम, मैं तो अपने १८वें बर्थडे पर गाना गाना और डांस करना चाहता हूँ।” वो हँसी और बोली, “तू मेरे जैसी बूढ़ी के साथ डांस करेगा?” मैंने तुरंत कहा, “मैम, आप बूढ़ी कहाँ हैं? मैं आपके साथ डांस करना पसंद करूँगा।”
हमने टीवी पर सन म्यूज़िक चैनल लगाया। मैम की साड़ी में उनकी कमर हर स्टेप पर लहरा रही थी। मैं उनकी फिगर को घूर रहा था, और मेरा लंड पैंट में तनने लगा। थोड़ी देर बाद एक रोमांटिक गाना आया। मैंने कहा, “मैम, क्या हम डुएट डांस कर सकते हैं?” वो मुस्कुराई और बोली, “हाँ, क्यों नहीं।” मैंने हिम्मत करके उनके हिप्स पर हाथ रखा। उनका जिस्म गर्म था, और वो कुछ नहीं बोली। मैंने धीरे-धीरे उनकी नाभि के पास हाथ ले गया। मेरा दिल ज़ोर-ज़ोर से धड़क रहा था। कभी मेरा हाथ उनके बूब्स के करीब चला जाता, और मेरा लंड अब पैंट में दर्द करने लगा था।
आधे घंटे बाद हम बोर हो गए। मैंने कहा, “मैम, क्या हम कुछ प्रॉप्स यूज़ करें?” वो मान गई। एक गाने में वो साड़ी में थी, लेकिन फिर एक आइटम सॉन्ग आया। मैंने उनकी तरफ देखा। वो बोली, “मैं तेरे सामने ऐसे कपड़े नहीं पहनूँगी।” मैंने उदास चेहरा बनाया, तो वो बोली, “अच्छा, उदास मत हो, मैं बस ब्लाउज़ और पेटीकोट पहन लूँगी।”
उन्होंने साड़ी उतारी। यार, काले ब्लाउज़ और पेटीकोट में उनकी फिगर ऐसी लग रही थी जैसे कोई पोर्नस्टार! उनकी कमर और गाँड इतनी सेक्सी थी कि मैं बस घूरता रहा। मैंने उनके हिप्स पर हाथ रखा और टीवी के स्टेप्स कॉपी करने लगा। गाने में हीरो ने आइटम गर्ल की गर्दन पर किस किया। मैंने हिम्मत करके मैम की गर्दन पर हल्का सा किस कर दिया। उनकी त्वचा इतनी नरम थी कि मेरे होंठ वहाँ रुक गए। वो पलटी और बोली, “ये क्या कर रहा है?” मैंने कहा, “मैम, मैं तो टीवी वाले स्टेप्स कर रहा हूँ।” वो मेरी उदासी नहीं देखना चाहती थी, तो फिर से डांस करने लगी।
अगले गाने में हीरो ने एक्ट्रेस की नाभि को किस किया और पिंच किया। मैंने भी मैम की नाभि पर किस किया। उनकी साँसें तेज़ हो गई, और वो हल्का सा सिसकी, “आह…” उनकी आवाज़ ने मेरे लंड को और सख्त कर दिया। मैंने उनकी नाभि को चूमना और चाटना शुरू किया, मेरी जीभ उनकी त्वचा पर फिसल रही थी। फिर मैंने हिम्मत करके उनके बूब्स पर हाथ रखा। वो मुझे नहीं रोकी। मैंने उनके बूब्स को ज़ोर से दबाया, और उनके ब्लाउज़ के ऊपर से ही उनके निप्पल्स सख्त हो गए थे।
मैंने उनका ब्लाउज़ उतारा। उनकी काली ब्रा में उनके बूब्स ऐसे लग रहे थे जैसे कोई मखमली तकिया। मैंने ब्रा के ऊपर से उनके बूब्स चूसे, और वो सिसकी, “उफ्फ…” मैंने उनकी ब्रा उतारी। उनके हल्के भूरे निप्पल्स को देखकर मैं पागल हो गया। मैंने उनके निप्पल्स को चूसना शुरू किया, जैसे कोई भूखा शेर दूध पी रहा हो। कभी एक बूब्स को दबाता, कभी दूसरे को चाटता। वो मेरे बालों में उंगलियाँ फिरा रही थी, और उनकी सिसकियाँ तेज़ हो रही थी, “आह… सचिन… और कर… उफ्फ…”
मैंने उनके होंठों पर गहरा, गीला किस किया। उनकी जीभ मेरी जीभ से टकरा रही थी, और वो मुझे उतने ही जोश से चूम रही थी। मैंने उनका पेटीकोट खींचकर उतार दिया। उनकी काली पैंटी गीली थी, और उसकी खुशबू ने मुझे दीवाना कर दिया। मैंने उनकी पैंटी उतारी। उनकी चूत गीली और गुलाबी थी। मैं घुटनों पर बैठ गया और उनकी चूत को चाटना शुरू किया। मेरी जीभ उनके क्लिट को सहला रही थी, और वो ज़ोर-ज़ोर से सिसक रही थी, “आह… सचिन… और चाट… मेरी चूत को खा जा…” मैंने उनकी चूत में जीभ डाली, उनका रस मेरे मुँह में आने लगा। कुछ मिनट बाद वो काँपते हुए झड़ गई, और उनकी चूत से रस बहने लगा।
उन्होंने हाँफते हुए कहा, “सचिन, अब तेरे कपड़े उतार।” मैंने अपनी शर्ट, पैंट, और अंडरवियर फटाफट उतार दिया। मेरा ६ इंच का लंड तनकर खड़ा था। वो मेरे सामने घुटनों पर बैठी और मेरा लंड अपने मुँह में ले लिया। उनके मुँह की गर्मी और उनकी जीभ का जादू मुझे स्वर्ग में ले गया। मैं वर्जिन था, तो एक मिनट में ही झड़ गया। मेरा माल उनके चेहरे पर गिरा, और वो हँसते हुए बोली, “इतनी जल्दी?” लेकिन दो मिनट बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया।
मैंने उन्हें सोफे पर लिटाया और उनकी टाँगें फैलाई। उनकी चूत गीली और गर्म थी। मैंने अपना लंड उनकी चूत पर रगड़ा, और वो सिसकी, “उफ्फ… डाल दे…” मैंने धीरे से अपना लंड उनकी चूत में डाला। वो इतनी टाइट थी कि मुझे लगा मैं अभी झड़ जाऊँगा। मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए, और वो हर धक्के के साथ चिल्ला रही थी, “आह… सचिन… और ज़ोर से… मेरी चूत को फाड़ दे…” मैंने स्पीड बढ़ाई, और उनकी चूत को ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा। उनके बूब्स हर धक्के के साथ उछल रहे थे। मैंने उनके निप्पल्स को मसला, और वो चिल्लाई, “उफ्फ… हाँ… ऐसे ही…”
पहली बार मैं ५ मिनट में झड़ गया, और मेरा माल उनकी चूत में गया। लेकिन मेरा लंड अभी भी तनकर खड़ा था। मैंने उन्हें पलटाया और उनकी गाँड को देखा। वो इतनी गोल और मस्त थी कि मैंने हल्का सा थप्पड़ मारा। वो हँसते हुए बोली, “बड़ा शैतान है तू।” मैंने उनकी गाँड को चाटा, और फिर अपना लंड उनकी चूत में पीछे से डाला। मैंने उन्हें कुत्ते की तरह चोदा, ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारते हुए। वो चिल्ला रही थी, “आह… सचिन… मेरी चूत फाड़ दे… और ज़ोर से…” मैंने १० मिनट तक चुदाई की, और फिर उनकी चूत में दूसरी बार झड़ गया।
तीसरी बार मैंने उन्हें गोद में उठाया और दीवार के सहारे चोदना शुरू किया। उनकी टाँगें मेरी कमर के चारों ओर लिपटी थी, और वो मेरे होंठों को चूस रही थी। मैंने उनकी चूत को फिर से ज़ोर-ज़ोर से चोदा, और इस बार हम दोनों एक साथ झड़ गए। वो थककर मेरे कंधे पर सिर रखकर हाँफ रही थी। कमरे में उनकी सिसकियों की गूँज थी, और हम दोनों पसीने से तर थे।
जब मैं घर जाने लगा, मैंने उनकी काली पैंटी चुपके से जेब में डाल ली। अगले दिन स्कूल में मैं स्टाफ रूम गया और मैम को उनकी पैंटी दिखाई। वो शरमाते हुए बोली, “तू बड़ा हरामी है।” लेकिन उनकी आँखों की शरारत बता रही थी कि ये बस शुरुआत थी।