Mami aur Bhanje ki chudai: मेरा नाम कमलेश है और मैं बैंगलोर में रहता हूँ। मेरी मामी मध्य प्रदेश में रहती हैं इसलिए मैं उनसे कभी-कभी ही मिल पाता हूँ। मेरी मामी बहुत सुंदर हैं, और उनका फिगर बहुत लाजवाब है। मेरी मामी मुझसे बहुत प्यार करती हैं। जब मेरे मामा की शादी हुई थी तो मैं बहुत छोटा था, तो मामी मुझे प्यास से कभी गले लगातीं, कभी मेरे गालों को काटती थीं। हॉट मामी सेंसुअल सेक्स
पर मुझे इससे बहुत बुरा लगता था, इसलिए मैं उनसे हमेशा दूर भागता था। कभी-कभी तो वो मेरे होंठों को चूमना चाहती थीं पर मैंने कभी उन्हें ऐसा नहीं करने दिया। उस समय मैं एक छोटा बच्चा था और मुझे ये सब सेक्स वекс के बारे में कुछ नहीं पता था। पर मैं अब जवान होकर बिल्कुल चोदू लड़का बन गया हूँ और मुठ भी बहुत मारता हूँ।
और जब मैं सीमा मामी के बारे में सोचता हूँ तो मेरा लंड खड़ा हो जाता है। मुझे इस बात का अफसोस था कि मैंने मामी को पहले किस या हग क्यों नहीं करने दिया। और उनकी इन हरकतों के वजह से मैं सुनिश्चित था कि वो मुझसे चुदना चाहती थीं। फिर क्या था मैंने भी डिसाइड किया कि अब जब उनके पास जाऊँगा तो उनपे ट्राई जरूर मारूँगा।
लेकिन अभी मैं तब छोटा था, लगभग 9वीं क्लास में था। जब मैं उनके पास गया तो एक दिन वो और मैं घर में बिल्कुल अकेले थे और वो रसोई में काम कर रही थीं। मैं भी उनके पास जाकर खड़ा हो गया और उनसे बातें करने लगा।
सीमा मामी- तू इतने दिनों बाद आता है, तुझे अपनी मामी की जरा भी याद नहीं आती?
मैं- मुझे तो याद आती है इसलिए चाहे देर बाद ही सही आ तो जाता हूँ, आपको तो बिल्कुल भी नहीं आती इसलिए कभी भी नहीं आते।
मामी जी- मैं क्या करूँ, आना ही नहीं हो पाता।
मैं- देखा, खुद तो आते नहीं, मुझे कह रहे हो, मैं ही हूँ जो हमेशा आपसे मिलने आता हूँ, आपको तो मुझे इसके लिए इनाम देना चाहिए (ये मैंने जान बूझकर कहा था)।
सीमा मामी- अच्छा तो क्या चाहिए?
मैं- कुछ भी जो आप चाहो (ऐक्चुअली मैं किस माँगना चाहता था लेकिन डायरेक्टली नहीं कह सकता था, डर जो लग रहा था)।
सीमा मामी- नहीं, तुम कहो तुम्हें क्या चाहिए?
मैं- अरे कुछ भी दे दो ना (तब मुझे बड़ा डर लग रहा था कि अगर डायरेक्टली कह दिया तो कहीं वो गुस्सा ना हो जाएँ)।
बड़ी देर ऐसे ही चलता रहा, उन्हें भी पता लग गया कि मैं उनसे क्या चाहता हूँ लेकिन ना तो वो अब डायरेक्टली कह रही थीं और ना मैं। उनके ऐटिट्यूड से लग रहा था कि वो तैयार हैं किस के लिए लेकिन मैं उनसे कह ही नहीं पाया और फिर हमारे बीच कुछ नहीं हुआ। और मैं वापस आ गया, मैं अपने आप को मन ही मन कोसता रहा कि मैं कितना बड़ा ओल्डू का पठ्ठा हूँ कि इतना अच्छा मौका हाथ से गँवा दिया और मैं श्योर हूँ कि सीमा मामी भी सोच रही होंगी कि मैं कितना बड़ा बेवकूफ हूँ।
खैर कुछ टाइम ऐसे ही बीत गया और 12वीं क्लास में मेरा दोबारा वहाँ जाने का प्रोग्राम बना। मैंने इस बार सोचा हुआ था कि इस बार तो कुछ ना कुछ जरूर करके आऊँगा। मैं इस बार अपने डैड के साथ गया था तो हुआ यूँ कि वो रसोई में ही काम कर रही थीं। और बाकी सब ड्राइंग रूम में बैठे बातें कर रहे थे, मैं उनके साथ खड़ा हो गया और बातें करने लगा। हम तब नॉर्मल बातें ही कर रहे थे लेकिन कुछ देर बाद टॉपिक थोड़ा चेंज हो गया।
सीमा मामी- अरे तू तो बड़ा पतला हो गया है, देख तेरी बाजू कितनी पतली है (और उन्होंने मेरी बाजू पकड़ ली)। तब मुझे बड़ा मजा आया।
मैं- आप भी तो कितने पतले हो।
सीमा मामी ने अपने पेट पे हाथ रखते हुए कहा कि ‘नहीं तो देख मैं कितनी मोटी हो रही हूँ, मेरा पेट भी बाहर को आ रहा है।’ मेरा बड़ा मन किया कि मैं भी वहाँ हाथ रख लूँ और बड़ी हिम्मत करके मैंने अपना हाथ उनके पेट पे रख दिया, उन्होंने कुछ ऑब्जेक्शन नहीं किया।
मैंने कहा- कहाँ? ठीक-ठाक तो है आपका पेट, इनफैक्ट बड़ा ही अच्छा है।
सीमा मामी- हाँ हाँ मुझे पता है तू बस मेरा दिल रखने को कह रहा है।
मैं- अरे नहीं, सच में मेरा तो मन कर रहा है कि इसे ऐसे ही टच करता रहूँ।
सीमा मामी स्माइल करने लगीं और मुझे लगा कि बात बन सकती है। तब के लिए हमारी बात खत्म हो गई और पूरे दिन कुछ खास नहीं हुआ। उसके बाद अगले दिन वो सुबह रसोई में ही खाना बना रही थीं। और मैं फिर से उनके पास चला गया, ऐक्चुअली सिर्फ रसोई ही होती थी जहाँ वो अकेले होते थे और जहाँ मैं उनसे ऐसी बातें कर सकता हूँ।
उस वक्त घर पे मैं, सीमा मामी, मेरे डैड जो सो रहे थे और मेरी नानी जी थे। सीमा मामी के बच्चे स्कूल में थे और मामा जी काम पे गए हुए थे। पहले तो हम इधर-उधर की बातें करते रहे लेकिन फिर मैंने मौका देख कर फिर वही बात शुरू कर दी।
मैं- मामी जी आपको याद है? पिछली बार आपने मुझे इनाम देना था लेकिन नहीं दिया था (और ऐसे कहते हुए मैंने पीछे से हाथ दुबारा उनके पेट पर रख दिया)।
ये सब कुछ बड़े नॉर्मल तरीके से हुआ, उन्हें भी बुरा नहीं लगा, वो भी शरारती मूड में आ गए थे। और उन्हें पता था कि मेरे इरादे नेक नहीं हैं।
सीमा मामी- हाँ हाँ मुझे याद है, बोल क्या चाहिए तुझको?
मैं- कुछ भी दे दो।
सीमा मामी- तू बोल तुझे क्या चाहिए?
मैं- मम्म्म आपका पेट टच करके तो बड़ा अच्छा लग रहा है।
सीमा मामी- टॉपिक चेंज मत कर, क्या इनाम चाहिए?
मैं- मम्म्म अच्छा तो जो माँगूगा वो दोगे? मना तो नहीं करोगे?
सीमा मामी- मना नहीं करूँगी।
मैं- प्रॉमिस?
सीमा मामी- हाँ प्रॉमिस, तू अपनी मामी से जो मर्जी माँग ले, मैं कभी मना नहीं करूँगी।
मैं- एक बार सोच लो, मैं कुछ भी माँग सकता हूँ।
सीमा मामी- सोच लिया, माँग ले।
मैं- मम्म्म अच्छा तो अपना पेट ही टच करने दो।
सीमा मामी- टच कर तो रहा है इतनी देर से।
मैं- नहीं, अंदर से!
सीमा मामी- मम्म्म ओके कर ले।
मैं- पक्का? देख लो किसी को पता चल गया तो?
सीमा मामी- नहीं पता चलेगा।
मैं- आप मामा जी से तो कुछ नहीं कहोगे?
सीमा मामी- नहीं, अब इनाम तो देना ही है।
फिर क्या था, मैं धीरे-धीरे अपना हाथ उनकी कमीज के साइड पे लेकर गया और अपना हाथ हल्के से अंदर करने लगा। मामी जी को पता नहीं था कि हाथ धीरे-धीरे अंदर जा रहा है, वो तो मेरे साथ अभी भी बातें कर रही थीं।
और फिर जैसे ही मेरी उंगलियाँ उनकी सॉफ्ट-सॉफ्ट सी स्किन को टच हुईं, वो एकदम से काँप गईं। क्या बताऊँ यारों, क्या फीलिंग थी वो, मेरा लंड तो एकदम खड़ा हो गया। उनकी स्किन इतनी मुलायम थी कि आज भी जब वो पल याद करता हूँ तो मजा ही आ जाता है।
और फिर मैं ऐसे ही उनके पेट को टच करता रहा, बड़ा ही मजा आ रहा था। मेरा हाथ उनके सूट के अंदर और मेरा खड़ा लंड उनकी गांड को छू रहा था। उनकी स्किन पे जब अपना हाथ फेर रहा था तो बॉडी में अजीब सा करंट दौड़ रहा था। चाहे अभी मैंने उनका पेट ही टच किया था वो भी इनाम के बहाने, लेकिन हम दोनों को पता था कि हमारा अफेयर शुरू हो गया है। फिर उन्होंने मेरा हाथ हटा दिया और कहा कि बहुत हो गए अभी के लिए, मैंने भी जिद नहीं की और हाथ निकाल लिया।
मैं- आपको किस कर लूँ?
सीमा मामी- ओके।
और फिर मैंने उनके गालों पे किस की, बड़े सॉफ्ट गाल थे उनके। फिर मैंने उनके लिप्स पे किस करनी चाही लेकिन उन्होंने नहीं करने दी और कहा कि कोई आ जाएगा। और फिर मैं वहाँ से चला गया।
फिर क्या था, जब भी मुझे मौका मिलता, मैं उन्हें कहीं ना कहीं टच कर देता या गालों पे किस्सी कर देता। पूरा दिन हमने यही सब किया, कभी वो मुझे छेड़ते, कभी मैं उन्हें। हम एक-दूसरे को आँखों ही आँखों में नॉटी-नॉटी स्माइल्स पास करते रहते।
कभी मैं उन्हें गालों पे किस करता, कभी उनकी सलवार के ऊपर से ही थाइज़ को टच करता रहता। उस दिन शाम को वो बैठे हुए थे, घर में सिर्फ मैं, वो और उनके बच्चे थे। लेकिन वो टीवी पे वीडियो गेम खेलने में बिजी थे। मैं सीमा मामी के साथ बैठ गया और उनके पीछे से उनकी कमीज ऊपर कर दी। और उनकी पीठ पे हाथ फेरने लगा, मुझे ऐसा लग रहा था कि मानो मेरा कोई सपना सच हो गया हो।
किसी को पता ना चले इसलिए उन्होंने अखबार पढ़ना शुरू कर दिया जिस से हम क्या कर रहे हैं ये किसी को पता ना चले। और वैसे भी उनके बच्चे इतने छोटे थे और गेम में इतना बिजी थे कि उन्हें कुछ पता ही नहीं चल रहा था कि उनकी मम्मी के साथ मैं क्या कर रहा हूँ। “हॉट मामी सेंसुअल सेक्स”
पहले तो मैं उनकी पीठ पे हाथ फेरता रहा, फिर अपना हाथ उनके ऊपर ले आया और उनके बूब्स के साथ ब्रा के ऊपर से ही टच करने लगा। मैं पहली बार ऐसे किसी को टच कर रहा था। मुझे इतना मजा आ रहा था कि मैं एक्सप्लेन भी नहीं कर सकता।
ये सबकुछ उनके बच्चों के पीठ पीछे ही हो रहा था इसलिए ज्यादा रिस्क ना लेते हुए मैं उनकी ब्रा के अंदर हाथ नहीं डाल पाया। फिर मैं उनकी सलवार के ऊपर से ही उनकी चूत टच करने की कोशिश कर रहा था। लेकिन सीमा मामी ने टच नहीं करने दी लेकिन मुझे इतना तो पता चल गया था कि उन्होंने अंदर कच्छी नहीं डाली हुई थी। मुझे उनके नीचे के बाल फील हो रहे थे पर उन्होंने और नीचे नहीं जाने दिया।
और फिर नेक्स्ट डे ऐसा ही चलता रहा, जब भी मौका मिलता मैं उन्हें किस कर देता या उनके बूब्स को दबा देता। लेकिन इस से ज्यादा कुछ नहीं हो पाया क्योंकि हमें ऐसा मौका ही नहीं मिला। जब हम घर में बिल्कुल अकेले हों, हम दोनों ही एक-दूसरे के साथ सेक्स करना चाहते थे लेकिन मौका ही नहीं मिला।
और मैं इतना ही करके वापस बैंगलोर आ गया, जब आ रहा था मुझे बड़ा ही दुख था क्योंकि मैंने सिर्फ उन्हें ऊपर-ऊपर से ही प्यार किया, ना तो मैं इनके लिप्स पे किस कर पाया, ना ही उनके बूब्स चूस पाया। और ना ही उनकी फुद्दी यानी कि चूत को टच कर पाया, सेक्स तो बड़ी दूर की बात है। “हॉट मामी सेंसुअल सेक्स”
लेकिन जब मैं वापस आया, मेरा बड़ा मन करता था उनके पास जाने का। दो साल बीत गए, मैं कॉलेज में आ गया लेकिन वहाँ जाने का मौका ही नहीं मिला। इन दो सालों में मैंने उनके नाम की बड़ी मुठ मारी। कभी-कभार फोन पे बात हो जाती थी, तो बड़ा अच्छा लगता था। लेकिन फिर और भी मन करने लग जाता था उनके पास जाने का और दो साल बाद यानी जस्ट एक महीना पहले मुझे मौका मिल ही गया! दो साल के इंतज़ार के बाद मुझे दोबारा मौका मिला अपनी प्यारी सेक्सी और हॉट मामी के पास जाने का। मुझे याद है जब मैं जा रहा था तो मन में बड़ी अजीब सी खुशी हो रही थी। वो शायद ये सोचकर हो रही थी कि मैं अपनी मामी के पास जा रहा हूँ जो मेरी मामी कम और मेरी गर्लफ्रेंड ज्यादा है। और मेरे से चुदने को बिल्कुल तैयार बैठी हैं। मुझे डर भी लग रहा था कि उनसे नजरें कैसे मिलाऊँगा लेकिन इस बात की एक्साइटमेंट ज्यादा थी।
मन में ये डर भी था कि अगर मुझे पिछली बार की तरह मौका ही नहीं मिला तो मैं क्या करूँगा, अगर ऐसा हुआ तो मैंने जो दो साल इंतज़ार किया है वो सब बेकार हो जाएगा। खैर यही सब सोचता-सोचता मैं वहाँ पहुँच गया। दिल में बड़ी ही गुदगुदी हो रही थी। जब वहाँ पहुँच तो उन्होंने ही दरवाजा खोला, मेरी साँसें ही तेज हो गईं उन्हें देख के। बड़ी ही प्यारी लग रही थीं वो। उन्होंने एक बड़ा ही सेक्सी येलो सूट पहना हुआ था जिसका गला डीप था और सूट उनके बदन से चिपका हुआ था। “हॉट मामी सेंसुअल सेक्स”
उन्होंने पहले तो बड़े ही नॉर्मल वे से मेरा स्वागत किया, तब मुझे कुछ देर के लिए लगा कि शायद अब वो बात खत्म हो गई है। वो सब कुछ भूल गए हैं लेकिन ऐसा सोच कर मैं दुखी हो ही रहा था कि वो टी लेकर आए। हमारा आई कॉन्टैक्ट हुआ और उन्होंने एक बड़ी ही नॉटी सी स्माइल पास की, ओह माय गॉड, मैं तो खुशी से पागल ही हो गया। वो इतनी सेक्सी और कामुक स्माइल थी कि दिल किया कि उन्हें अभी अपनी बाहों में लेकर उनके होंठ चूम लूँ।
उन दिन मुझे मौका नहीं मिला उनसे अकेले में बात करने का, बस हम सिर्फ इशारों ही इशारों में बात कर रहे थे। लेकिन अगले दिन मौका मिल गया। वो अपने रूम में अकेले थे, मैं भी उनके रूम में चला गया और उन्हें पीछे से पकड़ लिया। उस वक्त घर में सिर्फ नानी जी थे लेकिन वो सो रहे थे। मैंने उनके गालों पे किस कर दी। वो पीछे मुड़े और मुझे एक बहुत ही टाइट सी हग कर ली और हम ऐसे ही एक-दूसरे को हग करते रहे।
सीमा मामी- बड़ा टाइम लगा दिया इस बार आने में।
मैं- क्या करता मामी जी, बस आना ही नहीं हुआ।
सीमा मामी- मैंने तेरा बड़ा इंतज़ार किया।
और मैंने कुछ नहीं कहा, बस उनके होंठों पे अपने होंठ रख दिए, वो मेरी जिंदगी की पहली किस थी। उनके नरम-नरम होंठ जैसे ही मेरे होंठों से मिले, ऐसा लगा मानो बरसों की प्यास बुझ गई हो। किस करते-करते कब मेरे हाथ उनके हिप्स पे चले गए पता ही नहीं चला। मैंने किस करते-करते अपना मुँह खोला और अपनी जीभ बाहर निकाली लेकिन उन्होंने मुझे धक्का दे दिया और कहा “इतने हॉट मत हो, ये सही मौका नहीं है, जब मौका होगा तब।”
फिर वो दिन हम कुछ नहीं कर सके, बस जब मौका मिलता था मैं उनके साथ थोड़ी बहुत छेड़-छाड़ कर लेता था। उस दिन ना जाने मैंने उन्हें कितनी बार किस की। एक बार वो स्टोर रूम में काम कर रहे थे तो मैं भी अंदर चला गया और कुछ कहे बिना उनका हाथ पकड़ा और अपने लौड़े पे रख दिया। वो पहली बार था जब किसी ने मेरे लंड को हाथ लगाया हो। वो मुझसे छूटने की कोशिश कर रहे थे लेकिन छूट नहीं पाए। “हॉट मामी सेंसुअल सेक्स”
और फिर कुछ देर तक मेरा लंड का मसलता रहे। और मैं उनके बूब्स को दबाता या उन्हें लिप किस करता। और फिर अगले दिन वो हुआ जिसका मुझे सालों से इंतज़ार था, सुबह-सुबह सब घरवाले किसी रिश्तेदार के यहाँ गए थे।
लेकिन मैं नहीं गया, घर पे सिर्फ मैं, मेरी सीमा मामी और उनके बच्चे ही थे। मैंने मौका देख कर उन्हें पकड़ लिया, उन्होंने कहा बच्चों को स्कूल जाने दो फिर मैं बस तुम्हारी हूँ। जैसे ही बच्चे स्कूल गए, मैंने उन्हें दबोच लिया और पागलों की तरह किस्सेस करने लगा और उन्हें बेड पे पटक दिया।
मैं- सीमा मामी आज तो आपके पास कोई बहाना नहीं है, आज तो मैं आपको अच्छे से प्यार करके ही दम लूँगा।
सीमा मामी- हाँ हाँ ठीक है लेकिन पहले मुझे मामी-मामी कहना बंद कर और सिर्फ सीमा कह।
मैं- तो फिर मेरी सीमा तैयार हो जा, आज तो तेरी चूत को खा ही जाऊँगा।
हम लिप किस करने लगे, हमारी टंग एक-दूसरे के साथ खेल रही थी। अबाउट 20 मिनट तक हम यूँ ही किस करते रहे, हमारी जीभ एक-दूसरे के मुँह में थी। एंड आई कूड टेस्ट हर स्लाइवा, उनका तो थूक भी बड़ा ही टेस्टी था और किस करते-करते मैं उनके बूब्स को कमीज के ऊपर से ही टच करने लगा। उनके बूब्स बड़े ही सॉफ्ट-सॉफ्ट थे, जब मैं उन्हें दबा रहा था तो उनके मुँह से सेक्सी आवाजें निकल रही थीं। और हम अभी भी किस कर रहे थे। “हॉट मामी सेंसुअल सेक्स”
उनकी आवाजें सुन कर मैं और भी ज्यादा हॉट हो रहा था। ये मेरा पहला एक्सपीरियंस था जब मैं किसी के इतना क्लोज हो रहा था। मेरा लंड तो मेरा पजामा फाड़ के बाहर आ रहा था। मैं ये सब करते-करते अपना लंड उनके साथ रगड़ रहा था जो मुझे और भी हॉट कर रहा था। और फिर मैं अपना हाथ उनके हिप्स पर ले गया और उन्हें दबाने लगा, बहुत ही प्यारे थे उनके चूतड़।
फिर मैं अपना हाथ धीरे-धीरे ऊपर ले गया और उनकी कमर पे ले गया। कमीज के अंदर से उनकी स्किन वेलवेट की तरह सॉफ्ट थी और मैं उनकी पीठ पे हाथ फेरने लगा। मैं उनकी नेक पे किस कर रहा था और उसे चाट रहा था। और फिर मैंने उन्हें बेड पे लिटा दिया और उनकी नेवल को किस करने लगा। और फिर मैंने उनकी नाभि को चाटना शुरू कर दिया और फिर मैं धीरे-धीरे उनकी कमीज ऊपर करता और अपने लिप्स भी ऊपर ले जाता किस करता हुआ और फिर मैंने उनकी कमीज उतार दी। वो सीन मेरी जिंदगी का बेस्ट सीन था, उन्होंने व्हाइट कलर की ब्रा पहनी हुई थी।
उनके गोरे-गोरे शरीर पे वो ब्रा बड़ी ही अच्छी लग रही थी। फिर मैंने उनके बूब्स पे ब्रा के ऊपर से ही किस की और फिर उन्हें उल्टा लिटा दिया। और उनकी पीठ पे किस करने लगा, जब मैं उनकी पीठ पे अपनी जीभ फेरता, सीमा तो पागल ही हो जाती। मन तो कर रहा था कि उन्हें खा ही जाऊँ, फिर मैंने उनकी ब्रा की स्ट्राइप्स पे किस की, बहुत ही अच्छी फीलिंग थी वो। फिर मैंने उनकी ब्रा के हुक खोल दिए और जब उन्हें अपनी तरफ मोड़ा मैं तो देखता ही रह गया, उनके बूब्स इतने प्यारे और सेक्सी थे। “हॉट मामी सेंसुअल सेक्स”
मैं पागल ही हो गया, उनके निप्पल्स खड़े हुए थे। मैं उनके बूब्स के पास अपना मुँह लेकर गया और उनपे हल्के से किस की और फिर अपना मुँह उनके निप्पल के पास ले आया। और उनके निप्पल के अराउंड अपनी जीभ फेरने लगा, सीमा के मुँह से आह्ह्ह्हा निकल रही थी और फिर मैंने एकदम से उनके निप्पल को मुँह में लिया और उन्हें चूसने लग गया। सीमा पागलों की तरह आवाजें निकाल रही थीं।
काफी देर बूब्स को चूसने के बाद मैंने उनकी पजामी उतार दी। उन्होंने मरून कलर की अंडरवेयर पहनी हुई थी। मैंने कच्छी के ऊपर से ही उनकी चूत को सूंघा, क्या मादक खुशबू थी। मैंने उनकी अंडरवेयर उतार दी, पहली बार किसी की चूत देख रहा था, बिल्कुल साफ की हुई थी मेरे लिए। मैंने उनकी चूत को चाटना शुरू किया, टेस्ट थोड़ा अजीब सा लगा स्टार्टिंग में लेकिन बाद में चूत का स्वाद बड़ा ही अच्छा लगा।
सीमा ने ये एक्सपेक्ट नहीं किया था कि मैं उनकी चूत चाटूँगा और जैसे ही चाटनी शुरू की उनकी तो हालत ही खराब हो गई। ऐसा लगा जैसे उन्होंने पहली बार चूत चटवाई हो। और कुछ देर बाद वो झड़ गईं और उनका रस मेरे मुँह में आ गया। क्या गजब का टेस्ट था उसका दोस्तों, अगर कभी सेक्स करो तो चूत जरूर चाटना, आपको भी उतना ही मजा आएगा जितना आपकी सहेली को आएगा। फिर उन्होंने मेरे कपड़े उतार दिए।
जब मैं पूरा नंगा हुआ तो बड़ा ही मजा आया क्योंकि पहली बार किसी को ऐसे अपना लंड दिखा रहा था। वो मेरे लंड ही देख रही थीं और उनके फेस पे एक गजब की स्माइल थी। सीमा ने बिल्कुल भी टाइम ना वेस्ट करते हुए मेरे लंड पकड़ लिया और उसके गोरे-गोरे हाथों में मेरे लंड ये नजारा बड़ा ही अच्छा था। फिर वो अपना मुँह मेरे लंड के पास लाईं, मुझे उनकी गर्म-गर्म साँसें अपने लंड पे महसूस हो रही थीं। और जैसे ही उन्होंने मेरा लंड अपने मुँह में लिया, ऐसा लगा कि मैं बस अभी झड़ जाऊँगा। “हॉट मामी सेंसुअल सेक्स”
उनका लंड चूसना बड़ा ही जबरदस्त था, ये फीलिंग वर्ड्स में एक्सप्लेन नहीं हो सकती। उनके पिंक होंठ मेरे लंड पे थे, और उनकी जीभ उसे चाट रही थी। मुझे इतना अच्छा कभी नहीं लगा, वो जब मेरे लंड को चूस रही थीं मेरे शरीर में करंट दौड़ रहा था। मैंने उन्हें कहा कि मैं झड़ने वाला हूँ तो उन्होंने इशारा करके कहा कि उनके मुँह में ही झड़ जाऊँ। बस फिर क्या था, मुझे इजाजत मिल गई थी और मैंने पिचकारी उनके मुँह में ही मार दी।
मैं कभी इतना गजब का नहीं झड़ा था। मेरा माल तो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था, फिर झड़ने बाद भी सीमा मेरा लंड चूसती रही। और फिर 10 मिनट में वो दोबारा खड़ा हो गया, अब बारी उसकी चूत की थी। मैंने अपने लंड का टोपा उसकी चूत पे रगड़ा, मजा ही आ गया, क्या कोमल चूत थी उनकी, बिल्कुल सॉफ्ट और गीली। जैसे ही मैंने धक्का लगाया, लंड अंदर चला गया, चूत टाइट नहीं थी क्योंकि वो दो बच्चों की माँ हैं। लेकिन बिल्कुल खुली हुई भी नहीं थी, मेरे लंड को जकड़ने के लिए काफी थी। जैसे ही वो अंदर गया, मुझे लगा जैसे मेरा लंड किसी आग की भट्टी में चला गया हो। सीमा की चूत बड़ी ही गर्म और गीली थी, सीमा आआआ नाह्ह्ह्ह कर रही थीं। और मैं धक्के लगाता रहा, धक्के लगाते हुए सीमा के बूब्स को दबा रहा था। और जब वो चिल्लाने लगीं तो मैंने अपना मुँह उनके मुँह पे रख के किस करने लगा और अपनी जीभ सीमा के मुँह में ही डाल दी, कुछ देर बाद वो झड़ गईं। “हॉट मामी सेंसुअल सेक्स”
और मैं भी सीमा की चूत में ही झड़ गया और हम ऐसे ही नंगे एक साथ सोते रहे। और तब 4 घंटे बाद उठे, जब मैं उठा, सीमा नंगी ही सो रही थीं, मैंने सीमा की चूत को चाटना शुरू कर दिया। और हमने दो बार और चुदाई की, जब तक उनके बच्चे यानी मेरे भाई वापस नहीं आए। उसके बाद हमें सेक्स करने का मौका तो नहीं मिला लेकिन थोड़ा बहुत मौका लग जाता था जिसमें हम किस, हग करते या एक-दूसरे की बॉडी को फील करते। उन्होंने मुझे कई बार ब्लोजॉब भी दिया, यहाँ तक कि उन्होंने मेरी रिक्वेस्ट पे अपनी नहाते हुए की वीडियो रिकॉर्ड करके मुझे दी।
ये हॉट मामी सेंसुअल सेक्स की कहानी आपको पसंद आई तो इसे अपने फ्रेंड्स के साथ फेसबुक और व्हाट्सएप पर शेयर करें……………