बॉयफ्रेंड ने मुझे तो पेला ही, मेरी बेटी को भी चोदा

Maa ke samne Beti ki chudai सभी मोटे लंड वाले मर्दों के लंड को चूमते हुए और सभी रसीली चूत वाली हसीनाओं की चूत को चाटते हुए मैं आप सभी का दिल से स्वागत करती हूँ। ये मेरी पहली कहानी है, जो मैं आप सभी के साथ शेयर कर रही हूँ। इसे पढ़कर आपको इतना मज़ा आएगा कि आपकी चूत और लंड दोनों बेकरार हो जाएंगे, ये मेरा वादा है। Maa ke boyfriend ne beti ko choda

मेरा नाम रंजू कुशवाहा है। मैं चंडीगढ़ की रहने वाली हूँ। मेरी उम्र 40 साल है, लेकिन मैंने अपने खानपान और जिम की मेहनत से अपने जिस्म को 30 साल की लड़की जैसा बनाए रखा है। मेरा फिगर 36-28-36 का है, जो किसी भी मर्द को दीवाना बना दे। मेरी गोरी चमकती त्वचा, भरे हुए दूध, और कसी हुई गांड की वजह से लोग मुझे देखकर पागल हो जाते हैं। मेरी एक बेटी है, सोनल, जो अब 21 साल की हो चुकी है। वो भी मेरी तरह खूबसूरत और सेक्सी है, उसका फिगर 34-28-34 है। उसकी जवान चूचियां और पतली कमर किसी भी मर्द का लंड खड़ा कर दे।

मेरे पति ने मुझे तलाक दे दिया है, और अब वो मेरे साथ नहीं रहते। इस वजह से मेरी चूत की आग बुझाने के लिए मुझे गैर मर्दों का सहारा लेना पड़ता है। अभी मेरे तीन बॉयफ्रेंड हैं – बसंत, देवराज, और कबीर। इनमें से कबीर मुझे सबसे ज्यादा पसंद है। वो 35 साल का है, जिम का ट्रेनर है, और उसका जिस्म ऐसा है कि बस देखते ही चूत गीली हो जाए। उसका लंड 10 इंच का है, मोटा और गुलाबी, जो किसी भी औरत को जन्नत दिखा दे। कबीर का स्टैमिना इतना जबरदस्त है कि वो 40-45 मिनट तक बिना झड़े चोद सकता है। मैं उसके जिम में रोज वर्कआउट करती हूँ, और वहीं से हमारा चक्कर शुरू हुआ।

कुछ दिन पहले की बात है। मैंने उस दिन जामुनी रंग की साड़ी पहनी थी, जो मेरे जिस्म पर चिपककर मेरी चूचियों और गांड को और उभार रही थी। मेरा ब्लाउस नूडल स्ट्रैप और लो-कट था, जिसमें से मेरी 36 की चूचियां आधी बाहर झांक रही थीं। मेरे गोरे पेट और गहरी नाभि साड़ी के नीचे से साफ दिख रहे थे। कबीर मेरे घर आया था। हम दोनों लॉबी में सोफे पर बैठकर कॉफी पी रहे थे और गप्पें मार रहे थे। धीरे-धीरे बातों का रुख बदलने लगा। कबीर ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे अपनी ओर खींच लिया। उसका गरम जिस्म मेरे जिस्म से टकराया, और मेरी चूत में हल्की सी गुदगुदी होने लगी।

“क्या बात है जान, आज तो तू बड़ी मस्त लग रही है,” कबीर ने अपनी भारी आवाज़ में कहा, और उसका हाथ मेरे कंधे से फिसलता हुआ मेरी चूचियों पर जा रुका।

“बस, ऐसे ही तैयार हुई हूँ। तेरा क्या इरादा है?” मैंने हंसते हुए पूछा।

“इरादा तो वही है, जो हर बार होता है। कितने दिन हो गए, तेरी चूत का रस नहीं चखा,” कबीर ने मेरे कान में फुसफुसाते हुए कहा। उसकी गर्म सांस मेरे कानों में पड़ी, और मेरी चूत में करंट सा दौड़ गया।

मैंने कॉफी का घूंट लिया और उसे छेड़ते हुए कहा, “तो आज मेरी कितनी सेवा करेगा, मेरे राजा?”

कबीर ने मेरी साड़ी के पल्लू को हल्के से खींचा और मेरे ब्लाउस के ऊपर से मेरी चूचियों को दबाने लगा। “सारी रात तुझे चोदूंगा, रंजू। तू आज मेरी रंडी बन,” उसने कहा और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उसकी जीभ मेरे मुंह में घुस गई, और वो मेरे रसीले होंठों को चूसने लगा। मैं “उम्म्म… अह्ह… मम्म…” की आवाज़ें निकालने लगी। उसका एक हाथ मेरी चूचियों को मसल रहा था, और दूसरा मेरी साड़ी के नीचे घुसकर मेरी जांघों को सहलाने लगा। मेरी पैंटी पहले ही गीली हो चुकी थी।

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कबीर ने मेरे ब्लाउस के बटन खोल दिए। मेरी लाल ब्रा में कैद चूचियां बाहर निकल आईं। वो मेरे गालों को चूमने लगा, फिर मेरे गले पर हल्के से काटने लगा। “आह्ह… कबीर… धीरे…,” मैं सिसकारी। उसने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया, और मेरी 36 की चूचियां आजाद हो गईं। मेरे काले निप्पल्स तनकर खड़े थे, और कबीर की आंखों में हवस की चमक साफ दिख रही थी। उसने मेरे एक दूध को मुंह में लिया और चूसने लगा, जैसे कोई बच्चा दूध पी रहा हो। “आह्ह… ओह्ह… माँ… उउउ… अअअ…,” मैं सिसकारियां ले रही थी। उसका दूसरा हाथ मेरी साड़ी और पेटीकोट में घुस गया, और मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चूत को रगड़ने लगा।

“क्या मस्त चूत है तेरी, रंजू,” कबीर ने कहा और मेरी पैंटी में हाथ डालकर मेरी चूत में उंगली डाल दी। उसकी उंगली मेरी गीली चूत में फिसल रही थी, और मैं “आह्ह… उउउ… माँ… सी सी सी…” की आवाज़ें निकाल रही थी। वो मेरी चूत को उंगली से चोद रहा था, और मैं मज़े में पागल हो रही थी।

तभी दरवाजा खुला, और मेरी बेटी सोनल कॉलेज से वापस आ गई। उसने हमें देख लिया। मेरे ब्लाउस के बटन खुले थे, और कबीर की उंगली मेरी चूत में थी। सोनल ने एक पल के लिए हमें घूरा और फिर चुपचाप अपने कमरे में चली गई। कबीर ने उसकी गांड को घूरते हुए कहा, “तेरी बेटी तो बिल्कुल माल हो गई है, रंजू।”

“हाँ, अब जवान हो गई है,” मैंने हल्के से कहा, लेकिन मन में डर था कि कबीर की नजर उस पर न पड़ जाए।

“उसकी चूत दिलवा दे, जान,” कबीर ने हंसते हुए कहा।

“पहले मेरी आग तो बुझा, फिर देखते हैं,” मैंने बात टालते हुए कहा।

हम दोनों बेडरूम में चले गए। कबीर ने मेरी साड़ी खींचकर उतार दी। मैं अब सिर्फ ब्लाउस और पेटीकोट में थी। उसने मुझे बेड पर धकेल दिया और मेरे ऊपर चढ़ गया। मेरे होंठों को फिर से चूसने लगा, और उसका एक हाथ मेरी चूचियों को मसल रहा था। “आह्ह… कबीर… और जोर से…,” मैं सिसकारी। उसने मेरा ब्लाउस और पेटीकोट भी उतार दिया। अब मैं सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी। मेरी गोरी त्वचा चमक रही थी, और मेरा जिस्म किसी संगमरमर की मूर्ति जैसा लग रहा था।

कबीर ने मेरी ब्रा उतार दी और मेरे दूध को दोनों हाथों से मसलने लगा। “क्या मस्त दूध हैं तेरे, रंजू। एकदम पपीते जैसे,” उसने कहा और मेरे निप्पल्स को मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं “आह्ह… उउउ… ओह्ह माँ… सी सी सी…” की आवाज़ें निकाल रही थी। उसकी जीभ मेरे निप्पल्स पर घूम रही थी, और मेरी चूत में आग लग रही थी। वो मेरे पेट पर किस करते हुए नीचे बढ़ा और मेरी पैंटी उतार दी। मेरी चूत पूरी तरह गीली थी, और उसकी गंध कमरे में फैल रही थी।

कबीर ने मेरी चूत को सूंघा और कहा, “क्या खुशबू है, रंजू। आज तो तेरी चूत का सारा रस पी जाऊंगा।” उसने अपनी जीभ मेरी चूत पर रखी और चाटने लगा। उसकी जीभ मेरी चूत के दाने को रगड़ रही थी, और मैं “आह्ह… उउउ… माँ… अई अई… सी सी सी…” की सिसकारियां ले रही थी। वो मेरी चूत को चूस रहा था, और मैं मज़े में पागल हो रही थी। उसकी जीभ मेरी चूत के अंदर तक जा रही थी, और मैं अपने कूल्हों को हिलाकर उसका साथ दे रही थी।

कुछ देर बाद कबीर ने अपनी पैंट उतारी। उसका 10 इंच का लंड पूरी तरह तन चुका था। “आजा, रंजू। मेरे लंड को चूस,” उसने कहा। मैंने उसके लंड को हाथ में लिया। वो गुलाबी और मोटा था, जैसे कोई हथियार। मैंने पहले उसे हल्के से सहलाया, फिर सुपारे को चाटना शुरू किया। “आह्ह… चूस, रंजू… और जोर से चूस,” कबीर सिसकारी। मैंने उसके लंड को मुंह में लिया और गन्ने की तरह चूसने लगी। मेरा मुंह उसके लंड पर ऊपर-नीचे हो रहा था, और वो “उउउ… सी सी सी… हा हा…” की आवाज़ें निकाल रहा था।

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कुछ देर बाद उसने मुझे घोड़ी बनाया और पीछे से मेरी चूत में अपना लंड घुसा दिया। “आह्ह… माँ… कबीर… धीरे…,” मैं चीखी। उसका लंड मेरी चूत को चीरता हुआ अंदर घुस गया। वो जोर-जोर से धक्के मारने लगा। “फट फट फट…” की आवाज़ कमरे में गूंज रही थी। मैं “आह्ह… उउउ… अई अई… माँ…” की सिसकारियां ले रही थी। कबीर मेरी कमर पकड़कर मुझे पेल रहा था, और मैं मज़े में डूब रही थी। उसने 20 मिनट तक मुझे चोदा, और फिर मेरी चूत में ही अपना पानी छोड़ दिया।

चुदाई के बाद वो कपड़े पहनकर अपने घर चला गया। लेकिन अब वो हर दूसरे-तीसरे दिन मेरे घर आने लगा। मुझे डर था कि कबीर की नजर मेरी बेटी सोनल पर न पड़ जाए। मैं नहीं चाहती थी कि वो मेरी बेटी को इस हवस के खेल में खींचे।

एक शाम कबीर फिर मेरे घर आया। हम दोनों ने शराब पीना शुरू किया। कुछ देर बाद कबीर का मूड बन गया। उसने मुझसे पूछा, “तेरी बेटी सोनल कहाँ है?”

“तुझसे मतलब? तू मेरे साथ मज़े कर,” मैंने बात टालने की कोशिश की।

“साली, चुप कर! बता, सोनल कहाँ है?” कबीर गुस्से में बोला। उसकी आंखों में हवस साफ दिख रही थी।

“वो बाहर गई है,” मैंने डरते हुए कहा।

“झूठ बोलती है, रंडी!” कबीर चिल्लाया और शराब की बोतल हाथ में लेकर सोनल के कमरे की ओर बढ़ गया। मेरा दिल जोर-जोर से धड़क रहा था। मैंने सोचा, आज मेरी बेटी नहीं बचेगी।

कबीर सोनल के कमरे में घुस गया। सोनल बिस्तर पर लेटी थी। उसने नेट का सलवार सूट पहना था, जो उसके जिस्म पर चिपक रहा था। उसका गला खुला था, और उसकी 34 की चूचियां साफ झांक रही थीं। वो सोते हुए भी किसी अप्सरा जैसी लग रही थी। कबीर उसकी जवानी को देखकर पागल हो गया। वो शराब के नशे में उसके पास बैठ गया और उसके गालों पर किस करने लगा।

“कबीर! उसे छोड़ दे! मेरी चूत ले ले, लेकिन मेरी बेटी को मत छू!” मैं चिल्लाई।

“साली, चुप कर! तेरी फुद्दी चोद-चोदकर मैं बोर हो गया। आज तेरी बेटी की चूत फाड़ूंगा,” कबीर ने गुस्से में कहा और सोनल के ऊपर लेट गया।

सोनल नींद में थी। कबीर ने उसके गालों को चूमना शुरू किया, फिर उसके सूट के ऊपर से उसकी चूचियों को छूने लगा। सोनल “आह्ह… माँ… उउउ… अअअ…” की सिसकारियां लेने लगी। कबीर ने उसके सूट को कमर तक उठाया और उसकी ब्रा को ऊपर खींच दिया। सोनल की 34 की चूचियां नंगी हो गईं। “वाह, क्या माल है तेरी बेटी!” कबीर ने हंसते हुए कहा।

वो सोनल की चूचियों को मसलने लगा। सोनल अभी भी नींद में थी, लेकिन उसे मज़ा आने लगा था। “आह्ह… उउउ… सी सी सी…” वो सिसकारियां ले रही थी। तभी उसकी नींद खुल गई। “अंकल, ये क्या कर रहे हो?” उसने हैरानी से पूछा।

“बेटी, आज तुझे जन्नत दिखाऊंगा,” कबीर ने कहा और उसकी चूचियों को फिर से मसलने लगा। सोनल को मज़ा आने लगा। वो “आह्ह… और जोर से, अंकल… अई अई…” कहने लगी। मैं ये सब देखकर टेंशन में थी। मैंने कबीर की शर्ट पकड़कर उसे खींचने की कोशिश की। “छोड़ दे मेरी बेटी को, कबीर! मेरे साथ जो करना है कर!” मैं चिल्लाई।

कबीर ने गुस्से में मेरे गाल पर एक चांटा जड़ दिया। “साली रंडी, चुपचाप देख! वरना और मार खाएगी!” उसने मुझे धमकाया। मैं डर के मारे चुप हो गई।

कबीर ने सोनल का सूट पूरी तरह उतार दिया। अब वो सिर्फ ब्रा और सलवार में थी। उसने उसकी ब्रा भी उतार दी, और सोनल की चूचियां पूरी तरह नंगी हो गईं। वो एकदम कसी और मुलायम थीं, जैसे ताजे पपीते। कबीर ने उसके निप्पल्स को मुंह में लिया और चूसने लगा। सोनल “आह्ह… उउउ… अई अई… मम्मी… सी सी सी…” की सिसकारियां ले रही थी। वो अब पूरी तरह चुदासी हो चुकी थी।

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“अंकल, और चूसो… बहुत मज़ा आ रहा है,” सोनल ने कहा। कबीर ने उसकी चूचियों को 15 मिनट तक चूसा, फिर उसकी सलवार खोल दी। सोनल की गुलाबी पैंटी में उसकी चूत की शेप साफ दिख रही थी। कबीर ने उसकी पैंटी उतार दी, और सोनल की चूत सामने आ गई। वो बिल्कुल लाल और रसीली थी। कबीर ने उसकी चूत को सूंघा और कहा, “क्या मस्त चूत है, सोनल। एकदम कुंवारी।”

वो उसकी चूत को चाटने लगा। उसकी जीभ सोनल की चूत के दाने को रगड़ रही थी, और सोनल “आह्ह… उउउ… माँ… अई अई… सी सी सी…” की सिसकारियां ले रही थी। कबीर ने उसकी चूत में जीभ घुसा दी, और सोनल के कूल्हे हिलने लगे। “आह्ह… अंकल… और चाटो…,” वो चिल्लाई।

20 मिनट तक कबीर ने उसकी चूत चाटी, फिर उसने अपनी पैंट उतारी। उसका 10 इंच का लंड पूरी तरह तन चुका था। “सोनल, मेरे लंड को चूस,” उसने कहा। सोनल ने हैरानी से उसके लंड को देखा। “बाप रे, अंकल! ये तो बहुत बड़ा है!” उसने कहा।

“चूस, बेटी। तुझे मज़ा आएगा,” कबीर ने कहा और अपना फोन निकालकर एक ब्लू फिल्म चला दी। सोनल ने वीडियो देखा और सब समझ गई। उसने कबीर के लंड को हाथ में लिया और हिलाने लगी। “आह्ह… सी सी सी… हा हा…” कबीर सिसकारी। सोनल ने उसके सुपारे को चाटा, फिर पूरे लंड को मुंह में ले लिया। वो बिजली की रफ्तार से लंड चूस रही थी, और कबीर “उउउ… सी सी सी… और चूस, बेटी…” कह रहा था।

सोनल ने उसके लंड को थूक से गीला किया और मुंह में लेकर चूसने लगी। कबीर को जन्नत का मज़ा आ रहा था। 15 मिनट तक सोनल ने उसका लंड चूसा, फिर कबीर ने कहा, “चल, कुतिया बन जा।”

सोनल ने अपनी पैंटी उतार दी और घोड़ी बन गई। कबीर ने उसकी चूत को फिर से चाटा, फिर पीछे से अपना 10 इंच का लंड उसकी चूत में घुसा दिया। “आह्ह… माँ… अई अई… धीरे, अंकल!” सोनल चीखी। कबीर ने उसकी कमर पकड़ी और जोर-जोर से धक्के मारने लगा। “फट फट फट…” की आवाज़ कमरे में गूंज रही थी। सोनल “आह्ह… उउउ… अई अई… माँ… सी सी सी…” की सिसकारियां ले रही थी।

“फाड़ दो मेरी चूत, अंकल! जैसे मम्मी को पेलते हो, वैसे मुझे चोदो!” सोनल चिल्लाई। कबीर ने उसके बाल पकड़े और और जोर से धक्के मारने लगा। उसकी चूत टाइट थी, और कबीर का लंड उसे चीर रहा था। वो 25 मिनट तक सोनल को चोदता रहा, और फिर उसकी चूत में अपना पानी छोड़ दिया।

अब कबीर जब भी आता है, वो मुझे और सोनल दोनों को चोदता है। हम दोनों उसकी रंडी बन चुकी हैं। आपको मेरी कहानी कैसी लगी, जरूर बताएं।

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1 thought on “बॉयफ्रेंड ने मुझे तो पेला ही, मेरी बेटी को भी चोदा”

  1. ❤️💃❤️ हर औरत की तमन्ना होती है कि उसकी सील किसी भारी लंड और अनुभवी मर्द हितोडे वो उसके लिए हर संभव कोशिश करती है उसके बाद भी अगर वो कामयाब नहीं होती तो वो इस इच्छा के साथ जीती है कि कभी ना कभी उसको इक मूसल और फौलादी लंड जरूर चोदेगा… लेकिन बोहत कम औरतों को ऐसे लंड नसीब होते हैं…बचपन की गलतियां और नशे की वजह से ज्यादातर पति नामर्द हो चुके हैं…उनकी लुल्ली 2 मिनट में झड़ जाती है और औरत हमेशा प्यासी ही रह जाती है…सेक्स सुख ना मिलने की वजह से औरत बहुत ज्यादा चिड़चिड़ी हो जाती है और वो अपने नामर्द पति को हमेशा गलिया देती है,  उससे लड़ती है… और हारकर वो पति खुद अपनी पत्नी को इक मूसल लंड की सवारी करवाने के लिए जुगाड़ में लग जाता है… फिर वो दोनों मिलके इक मूसल लंड का मजा लेते हैं… जब वो बरसों की प्यासी औरत यही सब काम अपने नामर्द पति के सामने करती है तो उसका मजा दो गुना जो जाता है क्योंकि वहां वो उसको जलील करती है…बोलती है देख मादरचोद ये होता है असली लंड..उसकी लुल्ली और तत्यों पर थप्पड़ मारके दुसरे मर्द के मोटे लंबे लंड को सहलाकर प्यार करती है… दूसरे मर्द का मूसल लंड देख कर उसकी चूत मैं चिटियाँ रेंगने लगती हैं… उसके स्पर्श का एहसास ही उसको अलग सी सनसनी दे देता है… जब वो उस फौलादी लंड की सवारी करती है तो पूरी बेशरम होकर चिख सकती है, गालियाँ दे सकती है और वो हर काम कर सकती है जो उसको चरम सुख देता हूँ क्योंकि वहाँ उसको जज करने वाला नहीं होता… लंड की ठोकर और उसके अंदर का रंडीपन उसे सातवे आसमान की सैर कराता है… 👉👌💦🍌🐂🍆💃😜❤️

    जो भी गर्ल स्टडी से ब्रेक लेकर मजे लेना चाहती हो।अपने स्ट्रेस को ख़त्म करना चाहती हो तो जल्द से जल्द आओ।सब ख़त्म कर देंगे। वॉइस कॉल पर ।ओर भी बहुत कुछ करेंगे जो यहां लिखा नही जा सकता। ❤️❤️

    बुर की खुजली मिटाने हेतु मुझसे संपर्क करे सब कुछ सेफ रहेगा बहुत ही बेहरहमी से बुर गांड़ मरूंगा और सब कुछ सेफ रहेगा और लन्ड का पानी पिला दूंगा
    age doesn’t matter❤️❤️

    किसी नामर्द की बीवी बनकर रहने से अच्छा है किसी मर्द की रखैल बनकर रहो और अपनी ज़िंदगी के मजे लो कोइ लड़की या भाभी जो मुझसे सीक्रेट मीटिंग करना चाहती हो या  मुझसे गर्भवती होकर बच्चा लेना चाहती हो तो dm करो

    बेरहमी से चुत गांड मारूँगा होटो को चूस चूस कर चबा जाऊंगा जालिम मर्द की रांड़ बनकर कोन चुदना पसन्द करेगी। चुत से पानी की धार निकाल दूंगा। लॉन्ग टाइम रिलेशनशिप करनी हो तो msg karey 💃👉👌💦🐂❤️😘

    सम्भोग ही जीवन का सत्य है…
    एक स्त्री कितनी प्यासी और
    कितनी कामवासनाओं से भरी परी है । एक स्त्री अपने मन के
    अश्लील और कामुक विचार को सिर्फ बिस्तर पर किसी मर्द की बाँहों में लिपट कर  अपनी अदाओं से व्यक्त करती है ।
    जो मर्द उसकी इन अदाओं को समझ जाता है सिर्फ वही मर्द चरमसुख पाने का हकदार होता सम्भोग में किये वादे और बातें कभी झूठी नहीं होती हैं।
    😚😘❤‍🔥

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