हाय दोस्तों, मेरा नाम वरुण है। मैं जयपुर में एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता हूँ। उम्र 28 साल, गोरा रंग, 6 फीट की हाइट, कसरती बदन, और मेरा लंड 6 इंच लंबा और 2 इंच मोटा, जो किसी भी औरत को मदहोश करने के लिए काफी है। ये कहानी मेरी और मेरी होने वाली साली दीपिका की है, जिसने अपनी जवानी और कामुक हरकतों से मुझे हवस की आग में झोंक दिया। मेरी शादी राधिका से नवंबर में तय है। राधिका 25 साल की है, सांवली, सुंदर, फिगर 32-28-34, शांत स्वभाव और प्यार करने वाली। मैं उससे बेइंतहा मोहब्बत करता हूँ, लेकिन उसकी छोटी बहन दीपिका, 20 साल की, एकदम आग का गोला है। दीपिका गोरी, भरा हुआ बदन, फिगर 30-28-30, लंबे काले बाल, कजरारी आँखें, और वो चाल जो किसी का भी दिल धड़का दे। उसकी हर अदा से जवानी टपकती थी। जीजा-साली का रिश्ता मस्ती और छेड़खानी का होता है, लेकिन दीपिका की हरकतों ने मुझे इस कदर बेकाबू किया कि मैं अपनी हवस पर काबू न रख सका। ये कहानी मेरी और दीपिका की चुदाई की है, जो सच्ची और इतनी गरम है कि आप भी पढ़कर गर्म हो जाएँगे।
शादी की तैयारियाँ जोरों पर थीं। मैं अक्सर राधिका के घर जाता था। दीपिका मुझे देखकर हमेशा मुस्कुराती, कभी मेरे पास बैठकर जानबूझकर अपनी जाँघ मेरे पैर से सटाती, कभी हँसते हुए मेरे कंधे पर हाथ रख देती। उसकी शरारतें मुझे शुरू में मजेदार लगती थीं, लेकिन धीरे-धीरे वो मेरे जिस्म में सनसनी पैदा करने लगीं। एक दिन मैं राधिका के घर गया। दीपिका रसोई में थी, टाइट सफेद टॉप और शॉर्ट्स पहने हुए। उसका टॉप इतना टाइट था कि उसके बूब्स साफ उभरे हुए दिख रहे थे, और शॉर्ट्स में उसकी गोरी जाँघें चमक रही थीं। मैं पानी लेने गया, और उसने जानबूझकर मेरे सामने झुककर अलमारी से बर्तन निकाला। उसकी गहरी क्लीवेज और टाइट बूब्स देखकर मेरा लंड जींस में सख्त होने लगा। वो मुस्कुराई और बोली, “जीजू, पानी चाहिए या कुछ और?” उसकी आवाज में शरारत थी। मैंने हँसकर टाल दिया, लेकिन उसकी वो नजरें मेरे दिमाग में बस गईं।
एक दिन मैंने राधिका से कहा, “चलो, मूवी देखने चलते हैं।” वो बोली, “आज ऑफिस में मीटिंग है, तुम दीपिका को ले जाओ।” मैंने मजाक में कहा, “चलो, साली के साथ भी मस्ती हो जाएगी।” दीपिका ने सुना और फट से तैयार हो गई। उसने काला टाइट टॉप और मिनी स्कर्ट पहनी। टॉप में उसके 30 इंच के बूब्स उभरे हुए थे, और स्कर्ट इतनी छोटी थी कि उसकी गोरी, मुलायम जाँघें साफ दिख रही थीं। उसकी कमर की लचक और वो कातिलाना अदा देखकर मेरे होश उड़ गए। हम थिएटर पहुँचे। कॉर्नर सीट थी, और हॉल में भीड़ कम थी। मूवी शुरू हुई, और एक हॉट सीन आया, जिसमें हीरो-हीरोइन एक-दूसरे को चूम रहे थे। मैंने हँसते हुए कहा, “दीपिका, एक किस तो बनता है?” सोचा वो हँसेगी, लेकिन उसने मेरी तरफ देखा, अपनी आँखों में शरारत भरी, और मेरे होंठों पर अपने गर्म, रसीले होंठ रख दिए।
वो किस लंबी और गहरी थी। उसकी जीभ मेरे मुँह में थी, और मेरी जीभ उसके मुँह में। उसकी गर्म साँसें मेरे जिस्म में आग लगा रही थीं। मैंने धीरे से अपना हाथ उसकी जाँघ पर रखा, उसकी स्कर्ट के नीचे सरकाया। उसकी मुलायम, गोरी जाँघें छूते ही मेरा 6 इंच का लंड जींस में तन गया। मैंने धीरे से उसके टॉप के ऊपर से उसके बूब्स पर हाथ रखा। वो टाइट टॉप में कैद थे, और मैंने हल्के से दबाया। वो सिसक पड़ी, “आह्ह…” उसकी सिसकी सुनकर मेरी हवस और भड़क गई। उसने धीरे से कहा, “जीजू, दीदी को पता चला तो मार डालेगी।” मैंने उसके कान में फुसफुसाया, “न तू बोलेगी, न मैं बोलूँगा।” मेरा हाथ उसकी स्कर्ट के नीचे उसकी पैंटी तक पहुँच गया। पैंटी गीली थी, और वो हल्के-हल्के मोन कर रही थी, “उह्ह… ओह्ह…” थिएटर का अंधेरा और उसकी गर्मी मुझे पागल कर रहे थे। मैंने कहा, “यहाँ रुकना ठीक नहीं, मेरे रूम चलें?” वो शरमाई, लेकिन हल्के से सिर हिलाकर बोली, “हम्म… चलो।”
बाइक पर वो मेरे पीछे कसकर चिपक गई। उसके 30 इंच के बूब्स मेरी पीठ में गड़ रहे थे, और उसकी जाँघें मेरी कमर से सट रही थीं। मेरा लंड इतना सख्त था कि जींस फटने को थी। रास्ते में वो मेरे कानों में बोली, “जीजू, जल्दी चलो, मुझसे अब रुका नहीं जा रहा।” उसकी बात सुनकर मेरी हवस सातवें आसमान पर थी। मैंने बाइक तेज भगाई। रूम पहुँचे, गेट बंद किया। दीपिका ने मुझे देखा, उसकी आँखों में हवस और शरारत थी। मैंने उसे कमर से पकड़ा, अपनी बाँहों में खींचा, और बेड पर लेटा दिया। वो बोली, “जीजू, इतनी जल्दी क्या है?” मैंने कहा, “साली, तूने जो आग लगाई है, अब उसे बुझाना तो पड़ेगा।”
मैं उसके ऊपर लेट गया। उसकी साँसें तेज थीं, और उसकी छाती ऊपर-नीचे हो रही थी। मैंने उसके टॉप के ऊपर से उसके बूब्स दबाए। वो सिसक पड़ी, “आह्ह… जीजू…” मैंने उसके होंठों पर अपने होंठ रखे, और एक लंबी, गहरी किस शुरू हुई। उसकी जीभ मेरी जीभ से लिपट रही थी, और उसकी गर्म साँसें मुझे मदहोश कर रही थीं। मैंने उसका काला टॉप ऊपर किया, उसकी काली ब्रा खोली। उसके गोरे, टाइट 30 इंच के बूब्स मेरे सामने थे, गुलाबी निप्पल सख्त और उभरे हुए। मैंने एक निप्पल मुँह में लिया, चूसा, और जीभ से चाटा। वो तड़पने लगी, “आह्ह… जीजू… और करो…” मैंने दूसरे बूब को जोर से दबाया, निप्पल को उंगलियों से मसला, और वो सिसकियाँ लेने लगी, “उह्ह… ओह्ह…” उसकी सिसकियाँ मेरे जिस्म में बिजली दौड़ा रही थीं। मैंने 10 मिनट तक उसके बूब्स चूसे, दबाए, और वो तड़पती रही।
मैंने उसकी मिनी स्कर्ट उतारी। उसकी काली पैंटी गीली थी। मैंने पैंटी के ऊपर से उसकी चूत पर उंगलियाँ फिराईं। वो सिहर उठी, “आह्ह… जीजू… प्लीज…” मैंने उसकी पैंटी धीरे-धीरे नीचे सरकाई। उसकी चूत गोरी, साफ, और पूरी तरह गीली थी। मैंने उसकी चूत पर मुँह लगाया, जीभ से चाटा। उसका नमकीन, मादक स्वाद मुझे पागल कर रहा था। मैंने जीभ अंदर डाली, और वो चिल्लाई, “आह्ह… जीजू… ओह्ह…” उसकी कमर हिल रही थी, और वो मेरे बाल पकड़कर मेरे मुँह को अपनी चूत पर दबा रही थी। मैंने उसकी चूत को चाटा, चूसा, और उसकी क्लिट को जीभ से सहलाया। वो तड़प रही थी, “आह्ह… जीजू… बस… अब डाल दो…” मैंने 15 मिनट तक उसकी चूत चाटी, और वो दो बार झड़ गई। उसकी चूत से रस टपक रहा था, और उसकी सिसकियाँ कमरे में गूँज रही थीं, “आह्ह… ओह्ह… जीजू…”
मैंने अपनी जींस और अंडरवियर उतारा। मेरा 6 इंच का लंड लोहे की रॉड की तरह तन गया। दीपिका ने उसे देखा, और बोली, “जीजू, ये तो बहुत मस्त है…” मैंने कहा, “साली, अब तुझे इसका मजा चखाता हूँ।” उसने मेरा लंड पकड़ा, धीरे-धीरे सहलाया, और फिर मुँह में लिया। उसकी जीभ मेरे लंड के टॉप पर घूम रही थी, और वो लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी। मैं आँखें बंद करके मजे ले रहा था, “आह्ह… दीपिका… और चूस… और जोर से…” वो 20 मिनट तक चूसती रही, कभी लंड को गहराई तक लेती, कभी जीभ से टॉप को चाटती। मैं झड़ने के करीब था, लेकिन मैंने उसे रोका, “बस, अब तुझे चोदने का टाइम है।”
मैंने उसे बेड पर लिटाया। उसकी चूत गीली और गर्म थी। मैंने लंड उसकी चूत पर टिकाया, और धीरे से रगड़ा। वो सिहर उठी, “आह्ह… जीजू… प्लीज… डाल दो…” मैंने धीरे से लंड अंदर डाला। उसकी चूत टाइट थी, और मेरा लंड उसमें फंस रहा था। मैंने एक जोरदार धक्का मारा, और वो चिल्लाई, “आह्ह… जीजू… धीरे… दर्द हो रहा है…” मैंने कहा, “बस थोड़ा सा, अब मजा आएगा।” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। उसकी चीखें धीरे-धीरे सिसकियों में बदल गईं, “आह्ह… ओह्ह… जीजू… और करो…” उसकी कमर मेरे धक्कों के साथ ताल मिलाने लगी। मैंने स्पीड बढ़ाई, और कमरे में फच-फच की आवाजें गूँजने लगीं। उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी, और वो हर धक्के के साथ चिल्ला रही थी, “आह्ह… जीजू… चोदो मुझे… और जोर से…” मैंने उसके बूब्स पकड़े, जोर-जोर से दबाए, और निप्पल मसले। वो तड़प रही थी, “उह्ह… जीजू… मम्मी… और जोर से…”
30 मिनट की चुदाई के बाद वो फिर झड़ गई। उसकी चूत से रस बह रहा था, और उसकी साँसें तेज थीं। मैंने उसे घोड़ी बनाया। उसकी गोरी, गोल 30 इंच की गांड मेरे सामने थी। मैंने उसकी गांड पर हल्के से थप्पड़ मारा, और वो सिहर उठी, “आह्ह… जीजू… ये क्या…” मैंने कहा, “साली, तेरी गांड तो माल है।” मैंने उसकी चूत में फिर से लंड डाला, और जोर-जोर से धक्के मारने लगा। उसकी गांड हर धक्के के साथ हिल रही थी, और वो चिल्ला रही थी, “आह्ह… ओह्ह… जीजू… मार डालोगे क्या…” मैंने उसके बाल पकड़े, और और जोर से चोदा। फच-फच की आवाजें और उसकी सिसकियाँ कमरे में गूँज रही थीं।
मैंने पूछा, “गांड भी मरवाएगी?” वो हिचकिचाई, “जीजू, वो तो दर्द करेगा…” मैंने कहा, “डर मत, तुझे जन्नत का मजा दूँगा।” मैंने बाथरूम से तेल लिया, उसकी गांड के छेद पर लगाया, और उंगली डाली। वो चिल्लाई, “आह्ह… नहीं… दर्द हो रहा है…” मैंने धीरे-धीरे उंगली अंदर-बाहर की, और वो सिसकने लगी, “जीजू… प्लीज… आगे से करो…” लेकिन मेरी हवस रुकने का नाम नहीं ले रही थी। मैंने उसकी गांड पर लंड टिकाया, और धीरे से दबाव डाला। वो चीख पड़ी, “आह्ह… निकालो… मर जाऊँगी…” मैंने उसकी कमर पकड़ी, और धीरे-धीरे लंड अंदर डाला। उसकी चीखें सिसकियों में बदल गईं, “आह्ह… जीजू… धीरे…” मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए। उसकी गांड टाइट थी, और मेरा लंड उसमें जकड़ रहा था। 20 मिनट की गांड चुदाई के बाद वो नॉर्मल हो गई, और मजे लेने लगी, “आह्ह… जीजू… और करो…”
मैंने उसे फिर से बेड पर लिटाया, और उसकी चूत में लंड डाला। वो अब पूरी तरह से मेरे साथ थी, अपनी कमर उठा-उठाकर मजे ले रही थी। मैंने पूछा, “कहाँ झड़ूँ?” वो बोली, “मुँह में…” मैंने लंड उसके मुँह में डाला, और वो लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी। 15 मिनट बाद मैं उसके मुँह में झड़ गया। हम दोनों थककर बेड पर लेट गए। मैंने उसे बाँहों में लिया, और बोला, “साली, तू तो एकदम माल है।” वो हँसी, “जीजू, आप भी तो मस्त हो।” हमने कपड़े पहने, और वो बोली, “दीदी को कुछ मत बताना।” मैंने कहा, “तू टेंशन मत ले, ये हमारा राज है।”
दोस्तों, ये थी मेरी और दीपिका की चुदाई की गरम कहानी। आपको कैसी लगी, जरूर बताना।