Hardcore Girlfriend Boyfriend Sex Story हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम अनामिका है। मैं एक 26 साल की जवान लड़की हूँ, रंग गोरा, कद 5 फुट 4 इंच, और मेरा फिगर 34-28-36 है, जिसकी वजह से मेरे मम्मे और गान्ड हर किसी का ध्यान खींचते हैं। मेरी जिंदगी में मस्ती और चुदाई का एक अलग ही रंग है, और आज मैं तुम्हें अपनी एक ऐसी कहानी सुनाने जा रही हूँ, जिसे याद करके मेरी चूत गीली हो जाती है और बदन में सिहरन दौड़ने लगती है। ये कहानी मेरे और मेरे यार, राहुल, के बीच की है। राहुल, 28 साल का हट्टा-कट्टा लड़का, 6 फुट लंबा, मस्कुलर बॉडी, और उसका लंड, हाय, वो 7 इंच का मोटा हथियार, जो मेरी चूत और गान्ड को हर बार तहस-नहस कर देता है।
तो दोस्तों, बात उस दिन की है जब राहुल आगरा मेरे पास आया था। हमने पहले होटल के रूम में खूब चुदाई की थी, और वो रात इतनी गर्म थी कि तीन बार चोदने के बाद राहुल मेरा ऊपर ही लंड मेरी चूत में डाले सो गया था। सुबह वो वापस चला गया, लेकिन उस एक हफ्ते में मैं उसकी याद में पागल सी हो गई थी। हर रात मैं अपनी चूत में उंगलियाँ डालकर, उसका लंड याद करके हस्तमैथुन करती थी। मेरी चूत उसकी चुदाई की प्यासी थी, और मैं बस उसका इंतज़ार कर रही थी।
एक हफ्ते बाद, सुबह के 10 बजे, मेरे रूम का दरवाजा खटखटाया। मैं अभी-अभी नहाकर निकली थी, और मेरे बदन पर सिर्फ एक पिंक नाइटी थी, नीचे ब्लैक ब्रा और पैंटी। नाइटी इतनी पतली थी कि मेरे मम्मे और गान्ड का उभार साफ दिख रहा था। जैसे ही मैंने दरवाजा खोला, राहुल अंदर घुस आया। उसने फट से दरवाजा बंद किया और मुझे अपनी बाहों में कस लिया। उसका गर्म बदन मेरे बदन से टकराया, और वो मेरे होंठों को बेतहाशा चूमने लगा। उसकी जीभ मेरे मुँह में थी, और मैं उसकी साँसों की गर्मी महसूस कर रही थी।
“अनामिका, मैं पूरे हफ्ते तेरी चूत की प्यास में तड़प रहा था। आज तू मेरी प्यास बुझा दे,” राहुल ने मेरे कान में फुसफुसाते हुए कहा, उसकी आवाज़ में हवस भरी थी।
मैंने हँसते हुए मजाक किया, “अरे, लो पानी पी लो, फिर कोल्ड ड्रिंक भी देती हूँ।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
राहुल ने हँसकर पानी का गिलास लिया, एक घूँट पिया और बोला, “पानी तो ठीक है, पर कोल्ड ड्रिंक मैं गिलास से नहीं पियूँगा।”
मैंने शरारत से पूछा, “तो फिर कैसे?”
वो मेरे पास आया, मेरे होंठों को फिर से चूमा, मेरे मम्मों को जोर से दबाया और बोला, “नए स्टाइल में पियूँगा, आज तुझे दिखाता हूँ।”
मैंने अपनी नाइटी ठीक करते हुए पूछा, “कौन सा नया स्टाइल?”
“बस रुको, अभी बताता हूँ,” उसने शरारती अंदाज़ में कहा और मुझे अपनी बाहों में खींच लिया।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
मैंने कहा, “रुको, मैं अभी नहा के आती हूँ।”
राहुल ने मेरी आँखों में देखते हुए कहा, “चल, मैं तुझे नहलाता हूँ।”
मैं शरमाते हुए बोली, “धत, बेशर्म! मुझे शर्म आती है।”
वो हँसा और बोला, “जब मैं तेरी चूत और गान्ड मारता हूँ, तब तो शर्म नहीं आती?”
मैंने हँसते हुए जवाब दिया, “अरे, उस वक्त तो मैं इतनी गर्म हो जाती हूँ कि होश ही नहीं रहता।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
“तो चल, आज मैं तुझे गर्म करके नहलाता हूँ, और कोल्ड ड्रिंक पीने का नया तरीका भी दिखाता हूँ। सच्ची, तुझे बहुत मज़ा आएगा,” राहुल ने कहा, और उसकी आँखों में शरारत चमक रही थी।
मैंने हँसकर कहा, “अच्छा, अगर ऐसा है तो चलो।”
हम दोनों बाथरूम में घुस गए। बाथरूम में घुसते ही राहुल ने मुझे दीवार से सटा लिया और मेरे होंठों को चूमना शुरू कर दिया। उसका एक हाथ मेरे मम्मों पर था, दूसरा मेरी गान्ड को सहला रहा था। मेरी नाइटी भीगने से मेरे बदन से चिपक गई थी, और मेरे मम्मे ब्रा में उभरे हुए साफ दिख रहे थे। मेरी पैंटी भी साफ नजर आ रही थी, और ये देखकर राहुल की साँसें तेज हो गईं। उसने शावर खोल दिया, और ठंडा पानी मेरे बदन पर गिरने लगा। मेरी नाइटी पूरी तरह भीग चुकी थी, और मेरे निप्पल्स ब्रा के ऊपर से सख्त होकर दिख रहे थे।
राहुल घुटनों के बल बैठ गया, मेरी नाइटी को ऊपर उठाया और मेरी जांघों को चूमने लगा। उसकी गर्म साँसें मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चूत को छू रही थीं। “आआह… राहुल… मज़ा आ रहा है,” मैंने सिसकारियाँ लेते हुए कहा। उसने मेरी पैंटी के अंदर हाथ डाला, एक हाथ से मेरी गान्ड को सहलाया और दूसरे से मेरी चूत को रगड़ने लगा। मेरी चूत पहले से ही गीली थी, और उसकी उंगलियों ने मुझे और गर्म कर दिया। “आआह… आआ… राहुल… और करो,” मैंने सिसकारी भरी।
उसने मेरी पैंटी को मुँह से पकड़ा और धीरे-धीरे नीचे उतार दिया। मेरी गीली चूत देखकर उसका मुँह ललचाया, और वो मेरे क्लिटोरिस को चूमने और चाटने लगा। “आआह… आआ… हाय… मर गई… राहुल… आआह,” मैंने उसके सर को पकड़कर अपनी चूत पर दबाया। उसकी जीभ मेरी चूत के होंठों पर फिसल रही थी, और मैं हवस की आग में जल रही थी। उसका एक हाथ मेरी गान्ड के छेद को सहला रहा था, और मैं पहली बार इतनी जल्दी ऑर्गज़म के किनारे पर थी। “आआह… राहुल… मैं… मैं झरने वाली हूँ… आआ… हाय!” मेरी चूत ने जोर से पानी छोड़ा, और मैं काँपते हुए दीवार का सहारा लेने लगी।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
राहुल ने हँसते हुए कहा, “ये तो बस शुरुआत है, जान।” उसने मेरी नाइटी को और ऊपर उठाया, मेरी ब्रा खोल दी, और मेरे सख्त निप्पल्स पर मेरी चूत का जूस अपने होंठों से लगाया। फिर वो मेरे मम्मों को जोर-जोर से दबाने और चूसने लगा। “आआह… राहुल… हाय… और चूसो,” मैं सिसकार रही थी। मेरी ब्रा नीचे गिर गई, और मैंने नाइटी भी उतार दी। अब मैं सिर्फ अपनी पैंटी से पैर निकालकर पूरी नंगी थी।
मैंने राहुल की जीन्स की तरफ देखा, जहाँ उसका लंड सख्त होकर बाहर आने को बेताब था। “अरे जान, इस बेचारे को क्यों सजा दे रहे हो? इसे तो बाहर आने दो,” मैंने शरारत से कहा।
राहुल ने हँसकर जवाब दिया, “हाँ, ये तो बाहर आएगा ही, वरना मज़ा क्या आएगा?”
मैंने कहा, “अच्छा, तुम रुको, मैं जरा कोल्ड ड्रिंक लाती हूँ।”
वो बोला, “जाओ ना, मुझे प्यास लगी है।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
मैं पूरी नंगी हालत में फ्रिज की तरफ भागी और एक ठंडी फैंटा की बोतल ले आई। भागने से मेरी साँसें फूल रही थीं, और मेरे मम्मे ऊपर-नीचे हो रहे थे। राहुल ने मुझे देखकर कहा, “जान, तेरे मम्मे कितने मस्त हैं।”
मैंने हँसकर बोला, “अच्छा, अब कोल्ड ड्रिंक पियो।”
राहुल ने शरारत से कहा, “पहले तू लॉलीपॉप चूस।”
मैंने मजाक में कहा, “लॉलीपॉप? मैं कोई बच्ची थोड़े हूँ जो लॉलीपॉप चूसूँगी!”
वो बोला, “अरे, मेरे पास तेरे लिए खास टेस्टी लॉलीपॉप है।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
मैंने हँसकर कहा, “अच्छा, दिखाओ तो।”
उसने कहा, “पहले अपनी आँखें बंद कर।” मैंने आँखें बंद कीं, और उसने अपनी जीन्स का बटन खोला, अंडरवियर नीचे किया और अपना मोटा लंड बाहर निकाला। उसने उस पर थोड़ा फैंटा डाला और बोला, “जानू, मुँह खोल।”
मैंने मुँह खोला, और उसने अपना लंड मेरे मुँह में डाल दिया। मैंने जीभ से चाटा और कहा, “अरे, ये तो ऑरेंज फ्लेवर का लॉलीपॉप है!”
राहुल ने हँसकर कहा, “हाँ, अब चूस और मज़ा ले।”
मैंने उसकी जीन्स और अंडरवियर को घुटनों तक उतारा और उसका लंड चूसना शुरू कर दिया। उसका लंड इतना मोटा और सख्त था कि मेरे मुँह में पूरा नहीं समा रहा था। मैंने धीरे-धीरे उसे चाटा, उसकी टिप पर जीभ घुमाई, और फिर पूरा मुँह में लेने की कोशिश की। राहुल ने मेरे सर को पकड़ा और जोर-जोर से चुसवाने लगा। “आआह… अनामिका… और चूस… आआ… उफ्फ… मज़ा आ रहा है,” वो सिसकारियाँ ले रहा था। मैंने उसकी बॉल्स को भी सहलाया, और वो और गर्म हो गया।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
अचानक उसने कहा, “बस, रुक जा, वरना मैं अभी झर जाऊँगा।”
मैंने हँसते हुए कहा, “तो झर जाओ ना।”
वो बोला, “नहीं, मुझे अभी तेरी चूत और गान्ड मारनी है।”
मैं हँसकर हट गई। राहुल ने अपनी टी-शर्ट और जीन्स उतार दी, और अब वो भी पूरी तरह नंगा था। उसने कहा, “अब मेरी बारी है, कोल्ड ड्रिंक पिलाओ।”
मैंने पूछा, “वो कैसे?”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
उसने फैंटा की बोतल उठाई और बोला, “तू मेरा गिलास है।” उसने मुझे सामने खड़ा किया, मेरे होंठों से शुरू करके मेरे मम्मों, नाभि, चूत, गान्ड और जांघों पर धीरे-धीरे फैंटा डालना शुरू किया। ठंडी फैंटा मेरे बदन पर गिर रही थी, और मैं सिहर रही थी। राहुल ने मेरे मम्मों से शुरू करके चाटना शुरू किया, फिर मेरी नाभि, और फिर मेरी चूत पर आ गया। उसकी जीभ मेरी चूत के होंठों पर फिसल रही थी, और मैं चीख रही थी, “आआह… राहुल… हाय… और चाटो… आआ… मज़ा आ रहा है।” वो मेरी गान्ड के छेद तक गया, और वहाँ भी चाटने लगा। मेरी चूत फिर से गीली हो गई, और मैं दूसरी बार ऑर्गज़म के करीब थी। “आआह… राहुल… मैं… मैं फिर से… आआ… हाय!” मेरी चूत ने फिर से पानी छोड़ा।
अब मैंने कहा, “अब मेरी बारी।” मैं घुटनों पर बैठ गई और राहुल के लंड पर फैंटा डालकर चूसना शुरू किया। मैं उसकी बॉल्स को भी चाट रही थी, और वो सिसकारियाँ ले रहा था, “आआह… अनामिका… उफ्फ… तू तो कमाल है।” मैंने उसका लंड गले तक लिया, और वो जोश में आ गया।
अचानक उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मेरे मम्मों को जोर से नोचा। मेरी चीख निकल गई, “आआह!” उसका लंड मेरी गान्ड के छेद को छू रहा था, और मैं सिहर रही थी। उसने मुझे बाहों में उठाया, मेरी गान्ड से उसका लंड रगड़ रहा था। वो मुझे बेडरूम में ले गया और बेड पर चारों हाथ-पैरों के बल बैठने को कहा। उसने वैसलीन की शीशी उठाई, मेरी गान्ड के छेद को चाटा, और उस पर वैसलीन लगाई। फिर अपने लंड पर भी वैसलीन लगाई।
मैंने शरमाते हुए पूछा, “आज पहले गान्ड मारोगे?”
वो बोला, “हाँ, आज तेरी गान्ड फाड़ दूँगा।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
मैंने हँसकर कहा, “ठीक है, पर धीरे से, नहीं तो मेरी गान्ड सचमुच फट जाएगी।”
राहुल ने पहले दो उंगलियों से मेरी गान्ड का छेद ढीला किया, फिर धीरे से अपना लंड मेरी गान्ड पर रखा और अंदर धकेलना शुरू किया। “आआह… राहुल… धीरे… आआ… दर्द हो रहा है,” मैंने सिसकारी भरी। उसने धीरे-धीरे धक्के देना शुरू किया, और उसके हाथ मेरे मम्मों को मसल रहे थे। बीच-बीच में वो मेरी चूत में उंगलियाँ डालकर फिंगरिंग भी कर रहा था। “आआह… राहुल… और जोर से… आआ… मज़ा आ रहा है,” मैं हवस में डूबकर चीख रही थी।
वो जोश में आ गया, मेरी जांघें पकड़ीं और एक जोरदार झटके में अपना पूरा लंड मेरी गान्ड में डाल दिया। “आआह… हाय… मर गई!” मेरी चीख निकल गई। दर्द के साथ-साथ मज़ा भी आ रहा था। राहुल ने स्पीड बढ़ा दी, और उसका लंड मेरी गान्ड को चीरता हुआ अंदर-बाहर हो रहा था। “आआह… राहुल… और जोर से… मेरी गान्ड फाड़ दो,” मैं हवस में पागल होकर चीख रही थी। उसने मेरे चूतड़ों पर सटाक-सटाक थप्पड़ मारे, और मेरी गान्ड लाल हो गई। “आआह… हाय… मज़ा आ रहा है,” मैं सिसकार रही थी।
थोड़ी देर बाद राहुल रुका और बोला, “अब तू मेरे लंड पर बैठकर कूद।” मैंने हँसकर कहा, “अच्छा बाबा, करती हूँ।” वो बेड पर लेट गया, और मैं उसके लंड पर उसकी तरफ मुँह करके बैठ गई। मैं धीरे-धीरे कूदना शुरू किया, और उसका लंड मेरी गान्ड में गहराई तक जा रहा था। “आआह… अनामिका… और कूद… उफ्फ… मज़ा आ रहा है,” राहुल सिसकार रहा था। उसका एक हाथ मेरे मम्मों को मसल रहा था, और दूसरा मेरी चूत को सहला रहा था। मैं फिर से ऑर्गज़म के किनारे थी। “आआह… राहुल… मैं… मैं झरने वाली हूँ… आआ… हाय!” मेरी चूत ने जोर से पानी छोड़ा, और वो उसके पेट और हाथों पर फैल गया।
मैं थककर बोली, “बस, मैं थक गई।”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
राहुल ने मेरे मम्मों पर मेरी चूत का जूस लगाया और उन्हें चूसने लगा। फिर उसने मेरे मम्मों के बीच अपना लंड रगड़ा और साफ किया। उसने मुझे पेट के बल लेटने को कहा और मेरे पेट के नीचे तीन तकिए रख दिए। मैं डर गई, “क्या, अभी और गान्ड मारोगे?”
वो हँसा और बोला, “नहीं जान, अब तेरी चूत की बारी है।”
मैंने कहा, “अरे, चूत तो सामने से मारी जाती है।”
उसने कहा, “ये नया स्टाइल है।” उसने मेरी टांगें फैलाईं, मेरी चूत पर हाथ फेरा और एक जोरदार झटके में अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। “आआह… हाय… राहुल… धीरे!” मेरी चीख निकल गई। वो जोर-जोर से मेरी चूत मारने लगा, और उसके हाथ मेरे निप्पल्स को खींच रहे थे। उसकी जीभ मेरे मम्मों को चाट रही थी, और मैं नीचे देख रही थी कि उसका लंड मेरी चूत में पिस्टन की तरह चल रहा था। “आआह… राहुल… और जोर से… आआ… मज़ा आ रहा है,” मैं सिसकार रही थी। मेरी चूत ने फिर से पानी छोड़ा।
मैंने पूछा, “तुम्हारा अभी तक नहीं निकला?”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
वो बोला, “नहीं, आज जी भरकर चोदने के बाद ही झरूँगा।”
उसने मुझे बेड के किनारे पर खींचा, खुद जमीन पर खड़ा हो गया, मेरी टांगें अपने कंधों पर रखीं और पूरी ताकत से चोदने लगा। उसका लंड मेरी चूत की गहराई तक जा रहा था। अचानक मुझे मेरी चूत में कुछ गर्म-गर्म लगा। मैंने पूछा, “ये क्या, तुम्हारा निकल गया?”
राहुल ने हँसकर कहा, “नहीं, मैंने तेरी चूत में मूत दिया। मज़ा आ रहा है ना?”
मैं चीखी, “हाय… राहुल… तू तो पागल है… आआह… मज़ा आ रहा है!” मेरी चूत ने फिर से पानी छोड़ा। 10 मिनट तक वो मुझे उसी पोजीशन में चोदता रहा। फिर उसने मुझे मेज के किनारे पर बैठाया, मेरी टांगें अपनी कमर पर लपेटीं और जोर-जोर से चोदने लगा। “आआह… राहुल… फाड़ दो मेरी चूत… और जोर से!” मैं चीख रही थी।
उसकी साँसें तेज हो रही थीं। “आआह… अनामिका… उफ्फ… मेरा निकलने वाला है… आआ… उफ्फ!” वो चिल्ला रहा था। मैंने अपनी टांगों से उसे और जोर से खींचा। अचानक उसने मुझे बाहों में उठा लिया, मेरा मुँह उसके मुँह से सटा, और मेरे मम्मे उछल रहे थे। वो मुझे उसी पोजीशन में उछालने लगा, और उसका लंड मेरी चूत को चीर रहा था। “आआह… राहुल… और जोर से… आआ… हाय!” मैं चीख रही थी।
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
अचानक उसने एक जोरदार झटका मारा, और उसका गर्म जूस मेरी चूत में छूट गया। “आआह… उफ्फ… मर गया!” वो चिल्लाया। मेरी चूत ने भी एक बार फिर पानी छोड़ा। हम दोनों के जूस बेड पर टपक रहे थे। हम थककर बेड पर गिर गए और कुछ देर वैसे ही पड़े रहे।
थोड़ी देर बाद मैं उठी और राहुल के लिए खाना बनाने लगी। हम दोनों पूरे नंगे थे। खाना खाने के बाद हम एक-दूसरे की बाहों में सो गए। दो घंटे बाद उठकर हमने फिर अलग-अलग पोजीशन में चुदाई की। रात को भी एक बार जोरदार चुदाई हुई, और राहुल ने अपना लंड मेरी चूत में डाले हुए ही मुझे बाहों में भरकर सो गया।
सुबह उठकर हमने 69 पोजीशन में ओरल सेक्स किया। राहुल ने कहा, “जान, एक दिन में इतना मज़ा मैंने जिंदगी में कभी नहीं लिया। शायद तेरे बिना ले भी नहीं पाऊँगा।”
मैंने हँसकर कहा, “हाँ, जिस प्यार और मज़े से तूने मेरी चूत और गान्ड मारी, शायद ही कोई और मार पाए। आई लव यू, जानू।”
जब राहुल जाने के लिए तैयार हुआ, मैं उदास हो गई। उसने कहा, “चिंता मत कर, मैं जल्दी वापस आऊँगा, और इस बार अपने दोस्त को भी लाऊँगा। हम दोनों मिलकर तेरी चूत और गान्ड मारेंगे। सोच, एक लंड तेरी चूत में और एक तेरी गान्ड में, कितना मज़ा आएगा!”
आप यह Family Sex Stories - Incest Sex Story हमारी वेबसाइट फ्री सेक्स कहानी डॉट इन पर पढ़ रहे है।
मैंने हँसकर कहा, “हाँ, तो मैं भी अपनी सहेली को बुला लूँगी, और हम सब मिलकर ग्रुप सेक्स करेंगे।”
इसी वादे के साथ राहुल चला गया।
दोस्तों, ये कहानी आपको कैसी लगी? अपनी राय जरूर बताइए, और अगर आपके पास भी ऐसी गर्म कहानियाँ हैं, तो मेरे साथ शेयर करें।