बॉयफ्रेंड के साथ पहला सेक्स अनुभव।

मेरे प्रेमी के साथ मेरी Frist Time Friend Xxx Sex Story उस समय की है, जब उसने मुझे पहली बार लंड के नीचे लिया था। उस समय मेरी उम्र 19 वर्ष की थी। मैं बहुत दुखी थी।

नमस्कार, मेरे प्यारे पाठक..। मेरा नाम रिया है और मैं सवा पांच फुट की हूँ। मेरे बूब्स के साइज़ 36 हैं, मेरा कमर 29 इंच का है और मेरा गांड 38 इंच का है।

मैं अपनी Frist Time Friend Xxx Sex Story बताने जा रही हूँ. यह मेरे प्रेमी के साथ पहली बार हुई है, जब उसने मुझे पहली बार लंड के नीचे लिया था। मेरी उम्र उस समय 19 साल की थी, और आज 22 की हूँ।

मेरी पिछली कहानी

एक दोस्त ने मेरी गांड मरवा दी।

जब मेरे प्रेमी ने पहली बार मेरी चुत में लंड डाला, तो मुझे बहुत दर्द हुआ। मैंने उस समय ही अपने प्रेमी का लंड पहली बार मुँह में लिया था और उसका रस भी पिया था।

मैं उसके साथ पहली बार सेक्स करने को भी तैयार थी, भले ही मेरा प्रेमी मेरे साथ सुहागरात मनाना चाहता था। हालाँकि, हम दोनों को कोई सुरक्षित स्थान नहीं मिल रहा था जहां हम अपनी प्यास बुझा सकते थे।

फिर एक दिन मेरे प्रेमी ने मुझे बताया कि जगह का इंतजाम हो गया है और तुम जल्दी मेरे पास आने के लिए तैयार हो जाओ।

मैंने योजना बनाई क्योंकि मैं भी अपने प्रेमी से चुदवाने की इच्छा रखती थी।

एक दिन मुझे पता चला कि मेरे पिता को दो दिन के लिए बाहर जाना था, इसलिए मैंने अपनी माँ को बताया कि मुझे अपनी सहेली के घर जाना है। मैं दो दिनों तक उसी के साथ रहूँगी। ग्रुप अध्ययन आवश्यक है।

मम्मी ने भी हां कहा। लेकिन उन्होंने मेरी उस सहेली से पूछना चाहा कि इस ग्रुप अध्ययन में कौन कौन शामिल होगा।

क्योंकि मेरी सहेली मुझे बहुत पसंद करती है पहले ही फोन पर मैंने उसे बताया था कि मैं अपने घर पर ये सब कहूँगी। वह मेरी माँ को वही बताती, जो मैंने निर्धारित किया था, अगर मेरी माँ उससे पूछती।

मेरी सहेली ने माँ को बताया कि आंटी केवल हम दोनों घर पर रहकर पढ़ाई करेंगे और कोई नहीं आने वाला है।

मैं माँ से मिली। उस दिन मेरी सुहागरात होने के लिए मैं बहुत उत्साहित थी। मैं पहली बार सेक्स करने का आनंद लेने जा रहा थी।

मैं भी अपनी सहेली के घर दूसरे दिन चली गई जब मेरे माता-पिता चले गए।

पास की दुकान पर मैंने एक बहुत ही छोटी सी रेड कलर की ब्रा पैंटी खरीदी। ये पैंटी इतनी छोटी थी कि मेरी चुत के ऊपर ढक्कन सा लगता था। मैं पूरी तरह से साफ देख रही थी। इसमें त्रिभुज के आकार का कपड़ा चूत के ऊपर लगा था। शेष सब जगह सिर्फ डोरी थी। मैं इस मौके पर अपनी गांड को खुला रखना चाहती थी क्योंकि मेरी गांड बहुत सेक्सी है।

मेरी गांड भी मेरे प्रेमी को बहुत पसंद है। वह कई वर्षों से मेरी गांड मारना चाहता है।

मैं अंडरगारमेंट खरीदकर ब्यूटी पार्लर गयी। मैंने पूरे शरीर को वैक्स किया, जिसमें मेरी चुत भी पूरी तरह से साफ की गई। मैं भी मेकअप करायी।

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मैं फिर अपनी सहेली के घर गयी। मैंने गहरे लाल लिपस्टिक लगाई और पूरी तरह से नई दुल्हन की साड़ी पहनी। मेरी सहेली बार-बार मुझे चिकोटी लेती थी।

मैं अब पूरी तरह से अपने मालिक का लंड लेने को तैयार थी। वह शाम को छह बजे मुझे लेने आया था। वह मुझे देखते ही रह गया। तब हम दोनों उसकी कार में उसके एक दोस्त के कमरे में गए।

उसने वहां पहले से ही सभी तैयारी कर रखी थी। एक कमरा बहुत अच्छे से सजाया गया था। आज हम अपनी शादी करने वाले थे। वह खुद को तैयार करने के लिए चला गया और मुझसे उस कमरे में जाने को कहा।

कमरे में बिस्तर पर जाकर मैं दुल्हन की तरह घूंघट निकालकर बैठ गयी।

मेरा प्रेमी कुछ देर बाद कमरे में आ गया और हमारी सुहागरात की बेला शुरू हो गई।

मैं उसे देखकर बेड से उठ गयी। वह खुद भी मेरे पास आकर बैठ गया, जब उसने मुझे बेड पर बैठाया। मैं बहुत शर्मिंदा थी।

पहले वह मेरी प्रशंसा करने लगा। तुम बहुत खूबसूरत और सेक्सी लग रहे हो, उसने कहा। आज मैं तुमसे बहुत प्यार करूँगा।

मैं भी आज बहुत खुश थी कि मैं जिससे प्यार करती हूँ, उसका पहला लंड लूंगी। मेरे मन में यही विचार आया। उसने मुझे हग दिया और अपने होंठ मेरे होंठों पर रख दिए। वह मेरे होंठ चूसने लगा। मैं भी बहुत खुश थी। मैं भी उसके होंठों को चूसने लगी।

वह मेरी रेड लिपस्टिक खा गया। मेरे होंठों पर लिपस्टिक नहीं लगाया। वह मुझे फ्रांसीसी किस कर रहा था और अपनी जीभ मेरे मुँह में घुमा रहा था। मैं भी उसकी जीभ चूसती थी। मैं उसके साथ किस में इतना खो गयी थी कि मैंनेअपनी साड़ी निकाल दी।

अब वह मेरे पीछे आ गयी और मेरी गर्दन पर हाथ फेरने लगा। मैं बहुत खुश थी। मैं कामुक सिसकारियां निकाल रही थी।

“आह आहह लव यू जान.।”

मादक आवाजें कमरे को और भी गर्म कर रही थीं। फिर वह ब्लाउज के ऊपर से ही मेरे मम्मों को ज़ोर से दबाने लगा। मैं सिर्फ आहह आहह उहह की आवाजों में चिल्ला रही थी।

फिर उसने मेरा पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया और मेरे ब्लाउज के बटन भी खोल दिए, जिससे मेरा पेटीकोट ढीला हो गया। जब मेरे प्रेमी ने मेरी टांगों से पेटीकोट खींचा, तो मैंने उससे मदद करते हुए पेटीकोट निकाल दिया। बाद में उसने मेरा ब्लाउज भी निकाल दिया।

अब मैं सिर्फ ब्रा पैंटी में थी, जो इतनी छोटी थी कि मेरी चुत एक लाइन जैसी पैंटी में ढकी हुई देखकर पागल हो गया। इस लाल रंग की ब्रा पैंटी के कारण मैं बहुत गोरी हूँ। उसका लंड मुझे देखकर पूरी तरह खड़ा हो गया।

मैं अब उसके पास हूँ। वह शर्ट के बटन खोलने लगा और उसे उतारा। मैंने उसकी बनियान भी उतार दी और उसके सीने पर हाथ फेरने लगी। तब मैं धीरे-धीरे उसके सीने को अपनी गीली जीभ से चाटने लगी। उसने अपनी गांड उठा दी जब मैंने उसकी पैंट का बटन खोलकर खींचा। मैंने उसकी पैंट गिरा दी। अब वह केवल चड्डी में था।

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वह लगभग नंगा हो गया और मेरी ब्रा खींचने लगा। उसने अपने मजबूत हाथों से मेरे बड़े बड़े मम्मों को दबाने लगा और मेरी ब्रा फाड़ दी।

मैं भी सिर्फ “उम्म्ह… अहह… हय… ओह…” कर रही थी, लेकिन वह मेरे चूचे और ज़ोर से दबाने लगा। अपने मम्मों को मसले जाने से मुझे दर्द हो रहा था, लेकिन मुझे मज़ा भी आ रहा था।

मैंने कहा, “आह जान, आराम करो..।” मैं तुम्हारी हूँ..। मैं कहीं नहीं जा रही हूँ। हमारे पास दो दिन हैं।

हाँ, मेरी रंडी, मैं तुम्हें दो दिन में अपनी रांड बनाकर चोदूंगा।

मैं भी उसके मुँह से इतने गर्म शब्द सुनकर खुश हो गयी।

फिर वह मेरे दूध को मुँह में लेकर निप्पल पर दांत गड़ाने लगा। साथ ही, वह मेरे दूसरे बूब को ज़ोर से दबा रहा था। मैं पूरी तरह से गरम होकर खुश हो गयी।

कुछ देर बाद, वह मेरी चूत की ओर देखने लगा। मेरी चिकनी और बिना बालों की चूत को देखकर वह पागल हो गया।

आह, कितनी सुंदर चूत है, उसने कहा। मैं आज इसे पूरी तरह से फाड़ दूंगा।

उसने अपने मुँह से मेरी चूत का पानी चाटकर साफ किया।

उसने अपनी दो उंगलियां मेरी चूत में डालकर उन्हें हल्के से घुमाने लगा। मैं जन्नत की तरह महसूस करने लगी। आज मेरे प्रेमी की उंगलियों के स्पर्श से उसकी चूत, जिसे मैंने अब तक अपनी उंगलियों से ही छुआ था, मस्त हो गई।

वह सिर्फ दो मिनट में मेरे जी स्पॉट पर पहुंच गया। मैं ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर पायी और पानी गया। पानी के साथ मेरी सूसू भी निकल गई। उसने मेरा सारा रस पीया।

मैंने कहा कि आप वास्तव में महिलाओं की कमजोर नसों को जानते हैं। मैं जन्नत में आ गयी थी।

“मैं औरतों को नहीं जानता, सिर्फ आपको जानता हूँ,” उसने कहा।

उसकी दिल को छू लेने वाली बात सुनकर मैं उसको चूमने लगी। मैंने उसे सीने से चिपकाया।

अब उसने मेरे एक स्तन को मसलकर दूसरे को चूस लिया। साथ ही, वह मेरी चूत में फिर से हाथ डालने लगा। मैं पूरी तरह पागल हो गयी। उसकी चड्डी के ऊपर से मेरा हाथ उसके लंड पर पहुँचा। उसका लंड बहुत गर्म और हल्का था। उसका कड़क लंड लोहे की रॉड की तरह था।

फिर उसने मुझे नीचे करके मेरे मुँह के सामने अपना लंड चड्डी में छिपा दिया। उसने अपने लंड से प्यार करने की विनती की। पहले मैंने लंड चूसने से इनकार कर दिया, लेकिन फिर मैं मान गयी। वह मेरे मुँह के पास आ गया जब मैंने उसके कठोर लंड को हाथ में पकड़ा।

जब मैंने उसका अंडरवियर उतारा तो उसका मोटा लंड मेरी आंखों के सामने खुल गया। उसके लंड का सुपारा एक बड़ा टमाटर की तरह था। मोटे फन वाले सुपारे को देखकर मेरे मुँह में पानी आ गया।

मैंने उसे तुरंत मुँह में लेकर चूसने लगी। उसकी आंखें भी बंद हो गईं। उसने मेरा सिर पकड़ लिया और मेरे मुँह में लंड से धक्के मारने लगा। मेरे गले तक उसका लंड आ रहा था। मेरी आंखों में पानी बहने लगा।

“गुआक गुआक.” मैं बोल रहा थी।

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लंड निकालते हुए मैंने कहा, “अब जल्दी से मेरी चुदाई करो, मुझसे रहा नहीं जा रहा है।”

उन्होंने कहा, “मैं करूँगा, थोड़ी देर मेरा लंड चूसो।”

मैं एक बार फिर लंड चूसने लगी। फिर उसने कुछ देर ऐसा करने के बाद लंड निकाला। टांगें खोलकर मैंने स्माइल दी। वह झट से मेरी टांगों के बीच में आकर उन्हें फैलाया।

उसके लंड से चुदने के लिए मेरी चूत में पानी बह रहा था। उसने अपने लंड को मेरी चूत में डालकर मेरी टांगें अपनी कंधों पर रखीं। उसका सुपारा बहुत मोटा था और उसका लंड मेरी चूत में पूरी तरह फिट था। जैसे मेरी चूत के लिए विशेष रूप से बनाया गया हो।

अगले ही क्षण, उसने मेरी फांकों में लंड डाल दिया। “उम्म्ह… अहह… हय… याह…” मैं दर्द से रोने लगी।

यार का लंड मेरी चूत में घुसते ही मेरी पहली बार सेक्स करने की इच्छा पूरी होती नजर आई।

थोड़ी देर रुककर वह मुझे सहलाने लगा। वह मेरी चूत में फिर से हल्के धक्के मारने लगा जब मैं कुछ संयत हो गयी।

मेरी चूत की दीवारों से उसका लंड टकरा रहा था। उसके हर एक धक्के से मेरी आह निकलती थी। मुझे बहुत दर्द हुआ, लेकिन मैं जानती थी कि इस दर्द के बाद मीठा आनंद मिलेगा, इसलिए मैंने इसे सहन किया।

उसने धक्के तेज कर दिए जब उसका लंड मेरी चूत में घुस गया। उसने मुझे इस पोज में पांच मिनट तक चोदा। उसने इसके साथ मेरी चूचियों को चूस लिया, जो लाल हो गई।

फिर उसने अपना लिंग बाहर निकाला। मैंने उसका लंड पूरा गीला देखा। मैंने तुरंत उसका लंड मुँह में लिया। मेरी चूत के पानी और उसके लंड का एकजुला स्वाद बहुत अच्छा था।

तभी उसने मुझे कुतिया बना दिया और मेरी चूत में अपना लंड डालने लगा। फिर उसने अपने लंड को मेरी चूत में डालकर हाथों से मेरे मम्मों को मसलने लगा। मैं उसकी चुदाई को बहुत पसंद करती थी।

धकापेल चुदाई अब शुरू हो गई। मैं भी लंड के साथ गांड उठा रही थी।

हमारी तीस मिनट की चुदाई में मैं दो बार झड़ी। उसने लंड का रस निकालकर मेरे मुँह पर डाल दिया था।

थोड़ा वीर्य चखी, बहुत मजेदार था। उसका स्वाद मक्खन की तरह था। फिर मैं आयी और अपना चेहरा साफ किया। मैंने कहा कि मुझे बहुत अच्छा लगा।

मैंने उसे गहरी किस दी। वह मुझे फिर से प्यार करने लगा। अबकी बार मैं पीछे से करूँगा, उसने कहा।

मैं समझ गयी कि ये अब मेरी गांड मारेगा। अगली कहानी में मैं बताऊँगी कि उसने मेरी गांड का गड्डा कैसे बनाया।

यह मेरी Frist Time Friend Xxx Sex Story है, और मैं आपके मेल का स्वागत करती हूँ।

riya544@gmail.com.

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