दोस्त की शादी में मेरी आबादी

हेलो दोस्तों, मैं आपका अशु, एक बार फिर अपनी ज़िंदगी की एक सच्ची और मस्ती भरी घटना लेकर हाज़िर हूँ। ये कहानी पिछले साल सर्दियों की है, जब मैं अपने कॉलेज के दोस्त सैंडी की शादी में गया था। इस शादी में जो कुछ हुआ, वो मेरी ज़िंदगी का सबसे मज़ेदार और गर्म अनुभव बन गया। मैं आपको पूरी कहानी डिटेल में सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें हर किरदार की पूरी जानकारी, उनकी भावनाएँ, और वो सारी गर्माहट शामिल है, जो इस कहानी को असली बनाती है।

मैं, अशु, 28 साल का, मस्तमौला, फिट बॉडी वाला, और चुदाई के मामले में थोड़ा जुनूनी। मेरी हाइट 5 फीट 10 इंच है, चेहरा साफ, और बातों में वो चार्म जो औरतों को आसानी से लुभा लेता है। मेरा दोस्त सैंडी, 29 साल का, मेरे ही शहर का रहने वाला, जॉली और थोड़ा शरारती। उसकी होने वाली बीवी, सीना, 26 साल की, गोरी, स्लिम, और आँखों में एक चमक जो किसी को भी दीवाना बना दे। लेकिन इस कहानी की असली आग थी सीना की मौसी, रीता, जो 41 साल की थीं। रीता मौसी गोरी, फिट, और इतनी सेक्सी कि कोई नहीं कह सकता कि वो दो बच्चों की माँ हैं। उनकी हाइट 5 फीट 6 इंच, कर्वी फिगर 34-28-36, और चेहरा ऐसा कि 25 की लड़की को भी मात दे। उनके पति आर्मी में हैं, और पिछले 6 महीनों से LOC पर तैनात थे, जिसके चलते रीता मौसी अकेली थीं। उनके दो बच्चे, एक बेटा और एक बेटी, कॉलेज में पढ़ते हैं। और हाँ, एक और किरदार है—संजू, मेरी पुरानी गर्लफ्रेंड, जो अब एक ब्यूटी पार्लर चलाती है। वो 27 साल की है, हॉट, और मेरी हर शरारत से वाकिफ।

सैंडी ने मुझे अपनी शादी में स्पेशल इनवाइट करने के लिए मेरे घर आकर बुलाया। वो मेरी सेक्स लाइफ के बारे में सब जानता था, और उसे मेरी हरकतों पर मज़ा भी आता था। मैं उसके साथ उसके घर चला गया, जहाँ शादी का प्रोग्राम 6 दिन का था। सैंडी की होने वाली बीवी सीना और उसका परिवार भी उसी होटल में ठहरा था, जहाँ सैंडी का परिवार था। पहले दिन जब सैंडी ने मुझे सीना और उसके परिवार से मिलवाया, मेरी नज़र रीता मौसी पर अटक गई। वो सीना की माँ की छोटी बहन थीं, और उनकी साड़ी में लिपटी वो कातिलाना फिगर देखकर मेरा दिल धड़कने लगा। उनके गले में मंगलसूत्र, माथे पर छोटी सी बिंदी, और होंठों पर हल्की लिपस्टिक—वो किसी अप्सरा से कम नहीं थीं। उनकी आँखों में एक अजीब सी चमक थी, जो मुझे बेचैन कर रही थी। मैंने सैंडी से उनके बारे में पूछा, तो उसने हँसते हुए कहा, “यार, ये सीना की मौसी हैं। तू इनके चक्कर में मत पड़, ये बहुत सख्त औरत हैं। इनके पति आर्मी में हैं, और ये दो बच्चों की माँ हैं। तेरा नंबर नहीं लगेगा।” मैंने हँसकर जवाब दिया, “सैंडी, तू मुझे अभी तक समझा नहीं। अगर मैं किसी को चोदने की ठान लूँ, तो उसे चोदकर ही मानता हूँ। बस तू मुझे इनके बारे में बता, बाकी मेरा दिमाग देखेगा।” सैंडी ने बताया कि रीता मौसी पिछले 6 महीनों से अपने बच्चों के साथ अकेली रहती हैं, क्योंकि उनके पति LOC पर हैं। ये सुनकर मेरे दिमाग में प्लान बनने लगा।

शादी के दूसरे दिन, रीता मौसी को ब्यूटी पार्लर जाना था। सैंडी की माँ किसी को उनके साथ भेजने की तलाश में थी, तभी सैंडी ने मुझे आँख मारी और कहा, “अशु है ना, वो ले जाएगा।” मैं तुरंत तैयार हो गया। सैंडी ने मुझे अपनी कार देने की बजाय मोटरसाइकिल देने की बात की, लेकिन मैंने ज़िद की और उसकी कार की चाबी ले ली। मैंने रीता मौसी को कार में बिठाने के लिए दरवाज़ा खोला, तो उन्होंने कहा, “बेटा, ये क्या कर रहे हो? तुम तो हमारे होने वाले दामाद के दोस्त हो।” मैंने तुरंत जवाब दिया, “मौसी जी, बड़ों का आदर करना पुण्य का काम है।” मेरी बात सुनकर वो मुस्कुराईं और कार में बैठ गईं। उनकी वो हल्की सी स्माइल और साड़ी में लिपटा उनका फिगर मुझे पागल कर रहा था। मैं जानबूझकर उन्हें अपने शहर के उस पार्लर में ले गया, जो मेरी पुरानी गर्लफ्रेंड संजू का था। संजू को मैंने पहले ही फोन करके सब बता दिया था। जब हम पहुँचे, संजू ने रीता मौसी का ज़ोरदार स्वागत किया और उन्हें स्पेशल चैंबर में ले गई। संजू बाहर आई, मुझसे गले मिली, और बोली, “तू चिंता मत कर, मैं तेरे लिए मौसी को सेट कर दूँगी।”

पार्लर में मैं रीता मौसी के पास बैठ गया। संजू ने हमारे लिए कॉफी मँगवाई। मौसी मुझसे बोलीं, “बेटा, तुम तो बहुत शांत स्वभाव के लगते हो। ज़्यादा बात नहीं करते।” मैं मन ही मन हँस रहा था, सोच रहा था कि मौसी जी, आपको चोदने के लिए ये सारा ड्रामा करना पड़ रहा है। कमरे में टीवी चल रहा था, और मैंने जानबूझकर FTV चैनल लगाया, फिर तुरंत बदल दिया, जैसे मैं शरीफ बन रहा हूँ। मौसी ने कहा, “अरे, वही चैनल लगाओ।” मैंने थोड़ा शरमाने का नाटक किया और रिमोट उनके हाथ में दे दिया। फिर मैं बाहर संजू के पास गया और बोला, “यार, मौसी FTV देख रही हैं, और मैं शरीफ बनने का नाटक कर रहा हूँ।” संजू हँस पड़ी और बोली, “तू तो वही पुराना अशु है। इतना शरीफ लड़का मैंने ज़िंदगी में नहीं देखा। तेरा ये प्लान तो मौसी का दिल भी पिघला देगा।” संजू मेरी पुरानी गर्लफ्रेंड थी, और कॉलेज के दिनों में मैंने उसे खूब चोदा था। वो मेरी हर हरकत जानती थी।

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संजू अंदर गई और मौसी से बातें करने लगी। उसने मौसी को बताया कि मैं कितना शरीफ और अच्छा लड़का हूँ, और ये कि मैं FTV जैसी चीज़ें नहीं देखता। मौसी शर्म से सिर झुका बैठी थीं, और उनके चेहरे से लग रहा था कि वो मुझसे इंप्रेस होने लगी थीं। संजू ने मौसी का फेशियल, मसाज वगैरह किया और मेरी तारीफों के पुल बाँध दिए। दो घंटे में उसने मौसी को 41 की उम्र से 25 की हॉट लड़की बना दिया। जब मौसी बाहर आईं, मैं देखता ही रह गया। उनकी साड़ी में वो इतनी सेक्सी लग रही थीं कि मेरा लंड तुरंत खड़ा हो गया। मैंने खुद को कंट्रोल करते हुए कहा, “मौसी जी, अब बहुत देर हो गई। सैंडी का फोन दो बार आ चुका है।” संजू ने मौसी से पैसे लेने से मना कर दिया और बोली, “आप मेरे दोस्त की मौसी हैं, तो मेरी भी तो मौसी हुईं। मैं आपसे कैसे पैसे ले सकती हूँ?” मौसी ने संजू को गले लगाया, और हम दोनों कार में बैठकर निकल गए।

रास्ते में मौसी ने मुझसे माफी माँगी और बोलीं, “बेटा, मेरी वजह से तुम्हें तकलीफ हुई, इसके लिए मुझे माफ कर दो।” मैंने तुरंत कहा, “मौसी जी, आप मुझसे बड़ी हैं, प्लीज़ माफी मत माँगिए।” फिर उन्होंने कहा, “तुम काफ़ी इंटरेस्टिंग हो। जब तक मैं यहाँ हूँ, तुम मेरा ख्याल रखोगे ना?” मैंने जवाब दिया, “ये भी कोई कहने की बात है?” होटल पहुँचते ही मौसी ने सबके सामने मेरी तारीफ की। सैंडी मेरे पास आया और बोला, “साले, लगता है तेरा काम बन गया। तूने तो मौसी को पटा ही लिया।” मैंने हँसकर कहा, “अभी कहाँ, ये तो बस शुरुआत है।”

उसी रात, खाने के बाद मौसी ने मुझे अपने कमरे में बुलाया। मैं जानबूझकर नहीं गया, ताकि उनकी बेचैनी बढ़े। दस मिनट बाद वो खुद मेरे कमरे में आईं और बोलीं, “क्यों मेरे कमरे में नहीं आए?” मैंने शरमाते हुए कहा, “मौसी जी, मुझे थोड़ा अजीब लगा किसी लेडी के कमरे में जाने में।” वो बोलीं, “क्या, तुम्हें मैं अच्छी नहीं लगती?” मैंने कहा, “ऐसी बात नहीं है, बस कोई देख लेगा तो क्या सोचेगा?” उन्होंने जवाब दिया, “ये सब तुम मुझ पर छोड़ दो, मैं सब संभाल लूँगी।” ये सुनकर मेरे दिल में लड्डू फूटने लगे। मेरा जाल काम कर गया था। फिर भी, मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था, इसलिए उनके सिग्नल का इंतज़ार कर रहा था।

हम दोनों बातें करने लगे। मौसी ने धीरे-धीरे सेक्स की बातें शुरू कर दीं। उनकी आँखों में वासना साफ दिख रही थी। हम एक-दूसरे की आँखों में देखकर बात करने लगे। तभी उनकी बेटी और सीना कुछ लड़कियों के साथ मेरे कमरे में आ गईं। मैं और मौसी पास-पास बैठे थे, और मैंने पीछे से उनका हाथ पकड़ रखा था। अचानक लाइट चली गई, और सब घबरा गए। मैं उठकर देखने गया, तो मौसी ने मेरा हाथ पकड़कर मुझे बिठा लिया। उन्होंने अपनी बेटी को बाहर भेजा, और मैंने अंधेरे का फायदा उठाकर उनके हाथ को चूमना शुरू कर दिया। उनकी बेटी आई और बोली कि जनरेटर में तेल खत्म हो गया है, इसलिए लाइट आने में टाइम लगेगा। बाकी लड़कियाँ उसके साथ चली गईं।

अब कमरे में सिर्फ मैं, मौसी, और सीना थे। मैंने धीरे-धीरे मौसी की चूचियों को दबाना शुरू किया। उनके मुँह से “शhhhh” की आवाज़ निकली। सीना ने पूछा, “क्या हुआ, मौसी जी?” उन्होंने कहा, “कुछ नहीं, मेरा हाथ टेबल से टकरा गया।” फिर मौसी ने मेरी पैंट के ऊपर से मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया। मैंने भी उनकी पैंटी में हाथ डालकर उनकी चूत को रगड़ना शुरू किया। उनकी चूत पूरी गीली थी, एक भी बाल नहीं था। वो और गर्म होने लगीं। उन्होंने मेरी ज़िप खोलकर मेरा लंड बाहर निकाला और मुँह में लेकर चूसने लगीं। उस पल का मज़ा मैं बता नहीं सकता। पाँच मिनट बाद सीना बोली, “आप लोग बैठे रहिए, मैं बाहर जाकर देखती हूँ कि लाइट क्यों नहीं आई।” वो चली गई, और अब कमरे में सिर्फ हम दोनों थे।

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मौसी ने कहा, “अब मुझसे कंट्रोल नहीं होता। इसी अंधेरे में जल्दी से मुझे चोद दो।” लेकिन मुझे जल्दबाज़ी पसंद नहीं थी। मैंने उन्हें मना लिया कि लाइट आने तक रुकें, फिर मैं उन्हें जमकर चोदूँगा। हम दोनों अंधेरे में एक-दूसरे को छेड़ते रहे। वो मेरा लंड चूसती रहीं, और मैं उनकी चूत में उंगली डालकर चोदता रहा।

लाइट आने के बाद मैंने मौसी से कहा, “आप यहीं रुकिए, मैं एक अलग कमरे का इंतज़ाम करता हूँ। यहाँ कोई भी आ सकता है।” मैं सैंडी के पास गया और उसे गले लगाकर बोला, “यार, काम हो गया। बस एक और कमरे का जुगाड़ कर दे।” सैंडी ने टॉप फ्लोर पर एक शानदार कमरा बुक कर दिया। मैंने उसे थैंक्स कहा और मौसी को लेकर उस कमरे में चला गया। अंदर जाते ही मैंने “Do Not Disturb” का बोर्ड लगा दिया। मैं नहीं चाहता था कि इतनी मेहनत के बाद कोई हमें डिस्टर्ब करे।

कमरे में जाते ही मैंने मौसी को गोद में उठाकर बेड पर लिटाया और उनके ऊपर चढ़ गया। वो भी पूरी गर्म थीं। उन्होंने मुझे अपनी बाहों में कसकर पकड़ लिया। मैं उनके होंठ चूसने लगा, जीभ अंदर डाल दी। वो मेरी जीभ को चाटने लगीं। उन्होंने बताया कि उनके पति के LOC ट्रांसफर के बाद से, यानी 6 महीने से, वो नहीं चुद पाई थीं। उनके पति उन्हें रोज़ चोदा करते थे, लेकिन अब वो चुदाई के लिए तरस रही थीं। मैंने कहा, “मौसी जी, चिंता मत करिए, आज मैं आपकी सारी हसरतें पूरी कर दूँगा।” उन्होंने कहा, “मुझे मौसी मत कहो, बस रीता कहो।” मैंने कहा, “ठीक है, मेरी जान।”

मैंने उनका ब्लाउज़ खोल दिया। अंदर काली ब्रा में उनकी गोरी चूचियाँ चमक रही थीं। मैंने ब्रा का हुक खोलकर उनकी चूचियों को आज़ाद कर दिया। उनकी चूचियाँ मीडियम साइज़ की थीं, लेकिन निप्पल बड़े और सख्त थे। मैं उनके निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा, दाँतों से हल्का काट रहा था। रीता के मुँह से “शhhhh, अच्छा लग रहा है” की आवाज़ निकल रही थी। उन्होंने कहा, “6 महीने बाद मेरी चूचियों को इतना आराम मिला है। मेरे पति भी चोदते वक्त मेरी चूचियाँ खूब चूसते हैं, लेकिन वो ना मुझे लंड चूसने देते हैं, ना मेरी चूत चाटते हैं।” मैंने कहा, “डार्लिंग, आज मैं तुम्हारी हर ख्वाहिश पूरी करूँगा।”

मैं एक चूची को ज़ोर से दबा रहा था, दूसरी को चूस रहा था। फिर मैं नीचे की ओर बढ़ा, उनकी नाभि को चाटने लगा। मैंने उनकी साड़ी खोल दी, फिर पेटीकोट का नाड़ा खींच दिया। अब वो सिर्फ काली पैंटी में थीं। मैंने पैंटी के ऊपर से उनकी चूत को सहलाना शुरू किया। चूत का पानी पैंटी को भिगो चुका था। मैंने उनकी टाँगें फैलाईं और पैंटी के ऊपर से चूत चाटने लगा। फिर पैंटी उतार दी। सामने उनकी चिकनी, फूली हुई चूत थी, जिसमें से लगातार पानी टपक रहा था। मैंने चूत का मुँह खोलकर जीभ अंदर डाल दी और चूसने लगा। जैसे ही मेरी जीभ चूत पर लगी, रीता चीख पड़ी, “आhhhhh, ओhhhh!” उनका शरीर जैसे करंट से दौड़ गया। मैं उनकी चूत को बिल्ली की तरह चाट रहा था।

रीता अपनी गांड को एक जगह टिकने नहीं दे रही थीं। वो चीख रही थीं, मेरे बाल खींच रही थीं। लगता था कि पहली बार किसी ने उनकी चूत चाटी थी। मैंने एक उंगली चूत में डाल दी और अंदर-बाहर किए बिना घुमाने लगा। चूत से खच-खच, पच-पच की आवाज़ें आने लगीं। मैंने चूत के दाने को चाटना शुरू किया, तो रीता और ज़ोर से चीखने लगीं। कुछ देर बाद उनका शरीर अकड़ गया, और वो ज़ोर से चीखीं। उन्होंने मेरे बाल कसकर पकड़ लिए और झड़ गईं। चूत से पानी का सैलाब निकल पड़ा। मैंने उनकी चूत चाटी, और वो मेरे ऊपर गिर पड़ीं, मुझे चूमने लगीं।

रीता ने मुझे बेड पर लिटाया और मेरी पैंट खोल दी। मेरा लंड देखकर वो बोलीं, “तुम्हारा लंड मेरे पति जितना बड़ा है। आज तो मज़ा आएगा।” मैंने कहा, “तो देर किस बात की, मेरे लॉलीपॉप का मज़ा लो।” उन्होंने मेरा लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगीं। मैंने उनकी गांड अपनी तरफ घुमाई और चूत का पानी उंगली पर लगाकर उनकी गांड के छेद में डालने लगा। उनका मुँह मेरे लंड से भरा था, और वो पिंक हिस्से को ज़ोर-ज़ोर से चूस रही थीं।

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मैंने उन्हें अपने ऊपर खींचा, लंड को चूत के मुँह पर रखा, और एक ज़ोरदार धक्का मारा। मेरा लंड पूरा उनकी चूत में घुस गया। मैंने उनकी गांड पकड़कर तेज़ी से चोदना शुरू किया। वो “आhhhh, ओhhhh” चीख रही थीं। फिर मैंने उन्हें बेड पर लिटाया, उनके पैरों के बीच बैठा, और लंड को चूत में रगड़कर एक तेज़ झटके में अंदर पेल दिया। वो चीखीं, “उम्म्म्म, आhhhh!” मैं उनके ऊपर चढ़कर ज़ोर-ज़ोर से चोदने लगा। उनकी चूत गर्म थी, और वो भी गांड उछाल-उछालकर मेरा साथ दे रही थीं।

मैंने पूछा, “डार्लिंग, कभी गांड मरवाई है?” वो बोलीं, “हाँ, एक-दो बार, लेकिन मेरे पति को गांड मारना पसंद नहीं।” मैंने कहा, “आज देखो, मैं तुम्हारी गांड कैसे फाड़ता हूँ।” मैंने उन्हें सोफे पर घोड़ी बनाया, गांड पर थूक लगाया, और एक झटके में लंड अंदर पेल दिया। उनकी गांड बहुत टाइट थी। रीता दर्द से चीखने लगीं, “आह, धीरे चोदो, मेरी गांड फट जाएगी!” मैंने कहा, “जान, गांड तेज़ी से मरने में ही मज़ा है। थोड़ा दर्द सह लो, फिर मज़ा आएगा।” मैं मिसाइल की रफ्तार से उनकी गांड मारने लगा। वो चीख रही थीं, “शhhhh, उम्म्म, मेरी गांड फट गई!” मैंने 20 मिनट तक उनकी गांड मारी। इस बीच उनकी बेटी का फोन आया, और वो बात करते-करते “आह, उह” की आवाज़ें निकाल रही थीं।

फिर मैंने उन्हें बेड पर लिटाया, दोनों टाँगें हाथ में पकड़ीं, और चूत में लंड डालकर तेज़ी से चोदने लगा। वो बोलीं, “मेरी गांड तो सूज गई, अब चूत की भी यही हालत होने वाली है। तुम तो मँजे हुए खिलाड़ी हो!” वो तीन बार झड़ चुकी थीं। चूत का पानी फर्श पर टपक रहा था। मैंने उनके बूब्स के बीच लंड डालकर चोदा, फिर एक बार और लंड चुसवाया। आखिर में मैंने पूछा, “मेरे लंड का अमृत कहाँ लोगी?” वो बोलीं, “मेरी चूत के सिवा कहीं नहीं।” मैंने AC तेज़ कर रखा था, लेकिन हम दोनों पसीने से तर थे। मैं उनकी आँखों में आँखें डालकर चोद रहा था। 30-35 धक्कों बाद मैं उनकी चूत में झड़ गया। वो चीखीं, “आhhhh, कितना गर्म है तेरा बिरया!” हम दोनों ने एक-दूसरे को कसकर पकड़ लिया।

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मेरा लंड निकालते ही चूत से ढेर सारा पानी निकला। मैं उनके बगल में लेट गया। रीता मेरे सीने पर सिर रखकर मेरे लंड को सहलाने लगीं। बोलीं, “मेरी शादी को 20-21 साल हो गए, लेकिन मेरे पति ने मुझे कभी इतना मज़ा नहीं दिया। तुम तो हर पोज़िशन में चोदते हो। जो तुमसे शादी करेगी, उसकी तो ज़िंदगी बन जाएगी।” मैंने कहा, “रीता, अभी तो पहली रात है। अगले 5 दिन मैं तुम्हारी चूत और गांड की धज्जियाँ उड़ा दूँगा।”

उस रात मैंने रीता को दो बार और चोदा। अगले 6 दिन मैंने उन्हें रोज़ दिन में एक बार और रात भर चोदा। एक दिन ब्यूटी पार्लर के बहाने मैं उन्हें कार में ले गया और कार में ही चोद दिया। उनकी बेटी और सीना को शक हो गया था। उन्होंने हमारी जासूसी की और पक्का कर लिया कि मैं रीता को चोद रहा हूँ। शादी की रात नीचे शादी चल रही थी, और ऊपर हमारा हनीमून।

जाने से पहले रीता मेरे गले लगकर रोने लगीं। मैंने कहा, “रोइए मत। एक हफ्ते बाद मेरे पास आ जाना।” ठीक एक हफ्ते बाद वो मेरे पास आईं, और मैंने 5 दिन तक उनकी जमकर चुदाई की। आज भी वो कभी-कभी मेरे पास आती हैं, और मैं उन्हें मस्त चोदता हूँ।

शादी के 5 महीने बाद सैंडी का ट्रांसफर मेरे शहर में हो गया। वो और सीना मेरे घर में रहने लगे। सैंडी को अक्सर टूर पर जाना पड़ता था, और मैं और सीना घर पर अकेले रह जाते थे। एक दिन सीना ने मुझसे कहा कि वो मेरे और रीता की चुदाई के बारे में सब जानती है। उसने मुझे ब्लैकमेल किया कि अगर मैं उसे नहीं चोदूँगा, तो वो रीता के बेटे को सब बता देगी। मजबूरन मुझे सीना को भी चोदना पड़ा। आज भी जब सैंडी टूर पर जाता है, सीना मेरे पास आती है, और मैं उसे चोदता हूँ।

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