Dost ki biwi chudai sex story – Friend wife sex story – Bhabhi fucked hard sex story: मेरा नाम भानु है, मैं हनुमानगढ़ के एक छोटे शहर में रहता हूं, अभी-अभी अपनी पढ़ाई पूरी की थी, कुछ दिनों बाद नौकरी की जरूरत पड़ी, खुद का बिजनेस शुरू करने के पैसे नहीं थे, इसलिए मैंने अपने पुराने दोस्त अजय को फोन किया, बोला भाई नौकरी लगवा दे।
अजय ने कहा ठीक है तू आ जा मेरे पास, मैं तैयार हुआ और अगले दिन ही जयपुर के लिए निकल गया, जयपुर पहली बार जा रहा था, स्टेशन पहुंचकर अजय को फोन किया, वो मुझे अपने घर ले गया, घर पहुंचते ही पता चला कि अजय की शादी हो चुकी है।
उसने मुझे अपनी बीवी से मिलवाया, उसका नाम मोनिका था, मोनिका देखने में बेहद खूबसूरत थी, हाइट करीब 5 फुट, शरीर एकदम फिट, न ज्यादा मोटी न ज्यादा पतली, परफेक्ट सेक्सी फिगर, तीखे नैन-नक्श, उभरे हुए सख्त बूब्स जो देखते ही लंड खड़ा कर दें।
हमने एक-दूसरे को नमस्ते कहा, मोनिका चाय लेकर आई, मैंने चाय पी, फिर अजय बोला तू आराम कर मैं ऑफिस जा रहा हूं, तेरी भाभी से बोल देना जो खाने का मन हो, मैंने कहा यार अकेला घर पर क्या करूंगा, मैं भी चलता हूं, अजय बोला आज नहीं भाई, कोई बात करता हूं, तू आज आराम कर।
कहकर अजय काम पर निकल गया, वैसे अजय का शरीर एकदम सूखा हुआ था, शादी से पहले उसकी गांड मारने का शौक था, मैंने कई बार उसकी गांड मारी थी।
मैं नहाकर बैठ गया, थोड़ी देर बाद मोनिका भाभी नाश्ता लेकर आई, बोली भानु नाश्ता कर लो, मैं बाहर बैठकर नाश्ता करने लगा, मुंह से निकल गया भाभी नाश्ता बहुत मस्त बनाया है, जी करता है इन हाथों को चूम लूं, कहते ही रुक गया, लगा ज्यादा बोल गया।
मोनिका मुस्कुराई और बोली क्या कहा मेरे हाथों को, पूरा बोलो ना, डरने की क्या बात है, मुझे अच्छा लगता है जब कोई तारीफ करता है, मैंने हिम्मत करके कहा जी करता हूं आपके हाथों को चूम लूं, मोनिका ने हाथ आगे बढ़ाए और बोली ये लो चूम लो।
मेरी हिम्मत बढ़ी, मैंने उसके हाथ पकड़े और किस कर दिया, फिर हम सारा दिन बातें करते रहे, हंसी-मजाक चलता रहा।
शाम को अजय आया और बोला खुशखबरी है भाई, तेरी जॉब लग गई, मेरे ही ऑफिस में, कल से दोनों साथ जाएंगे, मैं खुश होकर अजय के गले लग गया, अजय बोला चलो खुशी में बाहर डिनर करते हैं, मोनिका तैयार हुई, हम बाइक पर होटल गए।
अजय बाइक चला रहा था, मैं बीच में, मोनिका पीछे, हर ब्रेकर पर मोनिका के मुलायम बूब्स मेरी पीठ से टकराते, लगा जानबूझकर दबा रही है, लंड अपने आप खड़ा होने लगा।
खाना खाकर घर लौटे, सोने की तैयारी की, घर छोटा था, तीनों एक ही कमरे में एक ही बेड पर सोने लगे, पहले मैं, बीच में अजय, फिर मोनिका।
मैं सोने का नाटक कर रहा था, नींद नहीं आ रही थी, रात करीब 12 बजे अजय का मूड बना, उसने मोनिका के बूब्स दबाने शुरू किए, मोनिका भी गरम हो गई, उसने अजय का लंड पकड़कर सहलाना शुरू किया, थोड़ी देर बाद अजय ऊपर चढ़ा और लंड उसकी चूत में डाल दिया, बस दो मिनट में अजय का पानी निकल गया, वो साइड होकर सो गया।
मोनिका उठी, बाथरूम गई, लौटकर गुस्से में हमारे बीच बैठ गई, उसकी चूत की आग अभी बुझी नहीं थी, फिर वो मेरी तरफ गांड करके लेटी, अपनी गांड मेरे लंड पर सटा दी, मैं समझ गया कि इसकी खुजली अभी बाकी है।
थोड़ी देर बाद मोनिका ने फिर गांड पीछे ठेली, मैंने मौके का फायदा उठाया, अपना हाथ उसके बूब्स पर रख दिया, धीरे-धीरे दबाने लगा, ब्रा की स्ट्रिप खोल दी, उसके सख्त बूब्स आजाद कर दबाने-मसलने लगा, मोनिका की सांसें तेज हो गईं, आह्ह, ह्ह्ह्ह।
फिर मैंने हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत पर फेरा, पैंटी नीचे की, जैसे ही चूत पर उंगली रखी, मोनिका के मुंह से सिसकारी निकली, आह्ह्ह, ओह्ह्ह भानु, उसकी चूत पूरी गीली थी, पानी लबालब, मैं उंगली अंदर-बाहर करने लगा, फच-फच की आवाज आने लगी।
मोनिका ने चेहरा मेरी तरफ घुमाया और मेरे होंठ चूसने लगी, गहरा किस करते हुए मैं उसकी चूत में दो उंगलियां डालकर तेजी से चला रहा था, वो तड़प रही थी, आह्ह्ह, इह्ह्ह, ह्ह्ह्ह, भानु प्लीज जल्दी करो, मैं मर रही हूं।
मैंने देर न की, अपना 8 इंच का मोटा लंड बाहर निकाला, उसका पैर उठाकर चूत पर सेट किया और एक जोरदार झटका मारा, पूरा लंड उसकी टाइट चूत में घुस गया, मोनिका के मुंह से चीख निकली, आअह्ह्ह्ह, पर मैंने होंठ उसके होंठों पर रख दिए, अजय गहरी नींद में था, उसे कुछ पता नहीं चला।
मैंने दमदार ठोकना शुरू किया, फच-फच, फट-फट की आवाजें पूरे कमरे में गूंजने लगीं, मोनिका आह्ह्ह, ओह्ह्ह, भानु जोर से, ह्ह्ह्ह, आह्ह्ह्ह, उसने चादर नोंच ली, उसका पहला ऑर्गेज्म आया, चूत से पानी की बौछार छूटी, पर मैं नहीं रुका, लगातार चोदता रहा।
15 मिनट बाद मुझे लगा होने वाला है, मैंने सारा माल उसकी चूत में छोड़ दिया, हम दोनों पसीने से तर, वैसे ही लेटे रहे।
दस मिनट बाद मेरा लंड फिर तन गया, मैंने मोनिका का सिर पकड़कर अपने लंड पर सेट किया, वो समझ गई, मुंह खोलकर लंड अंदर लिया, ग्ग्ग्ग, गों गों, गी गी, गहरा ब्लोब्जॉब देने लगी, गले तक लंड ले रही थी, सांस रुक रही थी फिर भी नहीं छोड़ा।
मैंने कहा अब तुम्हारी बारी, उसे ऊपर बिठाया, मोनिका ने खुद लंड पकड़कर चूत पर रखा और एक झटके में पूरा अंदर उतार लिया, मेरे मुंह से आह्ह्ह निकला, मजा आ गया, वो उछल-उछलकर चोदने लगी, ऊईईई, आह्ह्ह्ह, भानु तुम्हारा बहुत मोटा है, मेरी बच्चेदानी को छू रहा है, ह्ह्ह्ह, ओह्ह्ह।
हमने कई पोजिशन बदली, डॉगी में, साइड से, मिशनरी में, करीब 35 मिनट तक चुदाई की, फिर बाथरूम में जाकर साफ हुए और लेट गए, अजय अभी भी सो रहा था।
रात करीब 3 बजे मेरी नींद खुली, मोनिका फिर मेरा लंड चूस रही थी, ग्ग्ग्ग, गों गों, बड़े मजे से, मैं समझ गया ये रंडी है, अजय तो दो मिनट का खिलाड़ी है, मैंने उसे घोड़ी बनाया और फिर चोदना शुरू किया, इस बार पूरा एक घंटा चोदा, मोनिका की चूत से खून तक आने लगा, वो पागल हो गई, पांच बार झड़ी, आह्ह्ह्ह, ओह्ह्ह्ह, भानु बस करो, आह्ह्ह्ह्ह, ऊईईई, ह्ह्ह्ह्ह।
फिर हम सो गए, सुबह अजय उठा, मोनिका को जगाया, मुझे उठाकर बोला नहा ले, मैं दूध लाता हूं, भाभी से चाय बना लेना, अजय निकला तो मैंने गेट बंद किया, किचन में गया, मोनिका को पीछे से पकड़कर किस करने लगा, वो बोली यार सच में आज मेरी सुहागरात हुई, अब से तुम मेरे पति हो, अजय तो सिर्फ दिखावे का है, दो मिनट में झड़ जाता है।
मैंने मोनिका को स्लैब पर बिठाया, उसकी चूत में लंड सेट किया, वो बोली दर्द हो रहा है, मैंने कहा देखकर खड़ा हो गया, अब शांत करो, फिर जमकर चुदाई की, फच-फच, आह्ह्ह, ओह्ह्ह, दोनों झड़े, फिर नहाकर ऑफिस चले गए।
उसके बाद हम रोज सेक्स करने लगे, जब भी मौका मिलता चौदते, अब हमने बड़ा घर ले लिया, रोज मजे करते हैं, एक दिन मोनिका सो रही थी तो अजय ने मेरा लंड हिलाना शुरू किया, फिर मैंने उसकी गांड मारी, पर वो अलग कहानी है।