मेरा नाम मानस है, उम्र 46 साल, और मेरी बीवी शैला, जिसका नाम मैंने बदल के लिखा है, 40 साल की है। हम दिल्ली में रहते हैं, पिछले 20 साल से शादीशुदा। शैला पहले तो एकदम कड़क माल थी, बे। उसकी चुदाई की भूख, वो धांसू स्टाइल, और लंड चूसने का अंदाज़—साला, बस देखके लंड खड़ा हो जाए! लेकिन पिछले कुछ सालों से वो जैसे ठंडी पड़ गई है। चुदाई के टाइम बस लेटके पड़ी रहती, ना कोई जोश, ना कोई सीन। मैं तो उससे पक चुका था, यार। हर बार वही लम्पट सीन—दो मिनट चुदाई, फिर खर्राटे। मेरे मन में तो आग लगी थी, पर शैला का दिल जैसे बुझ सा गया था।
शैला का 40वां बर्थडे आने वाला था, और मैं चाहता था कि इस बार उसका बर्थडे फुल धमाका हो। मैं उसे फिर से वही पुरानी आग बनाना चाहता था, जो पहले थी। एक दिन मैंने उसका ड्रॉवर खोला, जो हमेशा ताला बंद रहता था। अंदर एक बड़ा सा डिल्डो मिला—प्लास्टिक का लंड, मोटा, काला, और 10 इंच लंबा। मैं एकदम समझ गया कि शैला को मेरा 6 इंच का लंड अब मज़ा नहीं देता। उसकी चूत को अब कुछ बड़ा, मोटा चाहिए था। वो इस डिल्डो से अपनी प्यास बुझा रही थी, लेकिन मैं चाहता था कि उसे असली मोटा काला लंड मिले। मेरे दिमाग में सीन सेट हुआ—शैला को उसके बर्थडे पर ऐसा गिफ्ट दूं, जो उसकी चूत की आग ठंडी कर दे। मैं उसे किसी मोटे काले लंड से चुदवाना चाहता था, और ये सोचके मेरा लंड खड़ा हो गया।
शैला पहले एकदम देसी माल थी। उसकी गोरी चमड़ी, भरी हुई चूचियां, और मोटी गोल गांड—साला, कोई भी देखे तो लट्टू हो जाए। चुदाई में वो दिल्ली की शेरनी थी। लंड को मुंह में लेकर चूसना, गांड में लंड लेना, 69 में चूत और लंड चाटना—वो सब कुछ करती थी। चुदाई के टाइम उसकी सिसकारियां, “आह्ह… ज़ोर से चोद, बे… फाड़ दे!”—उसकी आवाज़ मेरे कानों में गूंजती थी। वो अपनी चूत और गांड को उठा-उठाकर लंड लेती, जीभ से लंड का टोपा चाटती, और पूरा लंड गले तक ले जाती। उसकी आंखों में वो हवस, वो प्यास—सब कुछ मुझे पागल कर देता था। लेकिन अब वो सब खो सा गया था। मैं उसे फिर से गर्म करना चाहता था, और उसके बर्थडे पर ऐसा गिफ्ट देना चाहता था, जो उसे जिंदगी भर याद रहे।
हमारी बिल्डिंग के बाहर एक छोटा सा पार्क है, जहां शैला कभी-कभी शाम को चक्कर लगाने जाती थी। लेकिन पिछले कुछ महीनों से वो कम जाती थी। शायद उसे भी अपनी ठंडी ज़िंदगी से शिकायत थी। शैला का बर्थडे वीकेंड पर था, और मैंने सोच लिया था कि इस बार फुल सीन करना है। एक रात, बर्थडे से दो दिन पहले, हम एक दोस्त की पार्टी से लौट रहे थे। रात के 11:30 बज रहे थे। दिल्ली की सड़कें सुनसान थीं, ठंडी हवा चल रही थी। हमारी बिल्डिंग के गेट पर एक नया चौकीदार खड़ा था। उसका नाम मिंदर था। उम्र 50 के आसपास, मोटा-तगड़ा, सांवला, और लंबा। उसने पुरानी खाकी यूनिफॉर्म पहनी थी, और उसका लखनऊ वाला अंदाज़ देखके लगता था कि वो बड़ा नखरेबाज़ मर्द है।
जब हम लिफ्ट की तरफ जा रहे थे, मैंने देखा कि मिंदर शैला की गांड को घूर रहा था। शैला ने उस रात टाइट लाल नाइटी पहनी थी, जो उसकी मोटी गांड को और उभार रही थी। हर कदम पर उसकी गांड मटक रही थी, और मिंदर की आंखें उस पर टिकी थीं। शैला को इसका अंदाज़ा नहीं था, लेकिन मैंने मिंदर की हवस भरी नजरें पकड़ लीं। मुझे उसकी ये लालची नज़रें मस्त लगीं। मेरे दिमाग में सीन बना—क्या मिंदर वही बंदा है, जो शैला की चूत को अपने मोटे काले लंड से भर सकता है? लेकिन पहले मुझे उसके लंड का साइज़ चेक करना था, क्योंकि शैला को मोटा, लंबा लंड चाहिए था।
अगले दिन, शैला के बर्थडे से एक दिन पहले, मैंने मिंदर को दारू पिलाने का सीन बनाया। उसे पास की देसी ठेके के पीछे ले गया, जहां कुछ लोग अंधेरे में बैठके पी रहे थे। मैंने एक देसी दारू की बोतल खरीदी और मिंदर को पिलाने लगा। वो दो-तीन पैग में चढ़ गया और लखनऊी स्टाइल में बोलने लगा, “हुज़ूर, ये ज़िंदगी भी क्या ज़िंदगी है! सब कुछ फानी है!” वो थोड़ा नाटकीय अंदाज़ में गालियां भी बक रहा था। मैंने मौका देखके बात शुरू की, “अरे मिंदर, तू कल रात हमारी बीवी को घूर रहा था, क्या सीन है?” वो पहले थोड़ा सकपकाया, लेकिन नशे में मुस्कुराते हुए बोला, “हुज़ूर, आपकी बीबी तो एकदम मस्त माल हैं। उनकी गांड देखकर तो हमारा दिल धड़क उठा!”
मैंने हंसके कहा, “सच में, मिंदर? तेरा लंड कितना बड़ा है, बे?” वो ज़ोर से हंसा, “हुज़ूर, हमारा लंड 9 इंच का काला शहज़ादा है, देख लीजिए!” तभी उसे पेशाब लगी। वो झाड़ियों की तरफ गया, और मैं पीछे चला गया। जब उसने पैंट की ज़िप खोलके लंड निकाला, मैं दंग रह गया। उसका लंड मोटा, काला, और 9 इंच से ज़्यादा लंबा था। नशे में वो आधा खड़ा था, फिर भी भारी और डरावना लग रहा था। मैं मन ही मन खुश हो गया—यही लंड शैला की चूत की प्यास बुझाएगा।
मिंदर की बातों से पता चला कि वो लखनऊ का बड़ा गर्म मिजाज़ का बंदा है। उसने बताया कि अवध में कई औरतों को चोदा है, और उसे “मोटी गांड वाली औरतें” बहुत पसंद हैं। मैंने कहा, “मिंदर, कल हमारी बीवी का बर्थडे है। अगर तू अपने काले लंड से उसकी चुदाई कर दे, तो उसका बर्थडे फुल मस्त हो जाएगा।” वो मुस्कुराया, “हुज़ूर, आपकी बात सर-आंखों पर। हम आपकी बीबी की चूत को ऐसा मज़ा देंगे कि वो जिंदगी भर याद रखेंगी!” मैंने कहा, “ठीक है, कल रात को प्लान है। तू तैयार रह, और धीरे-धीरे सीन बनाना।”
शैला को मैंने कुछ नहीं बताया। मैं चाहता था कि उसका बर्थडे सरप्राइज़ हो। बर्थडे की रात मैंने मिंदर को घर बुला लिया। मैंने शैला से कहा, “शैला, आज तेरा बर्थडे है, ना? मैंने तेरे लिए एक कड़क गिफ्ट रखा है।” शैला ने हंसके पूछा, “क्या सीन है, मानस? कोई डायमंड रिंग या नई लहंगा?” मैंने मुस्कुराते हुए कहा, “अरे, बस थोड़ा चिल कर, तुझे ऐसा मज़ा आएगा कि तू जिंदगी भर याद रखेगी।” शैला को अजीब लगा। उसने घूरके कहा, “तू फिर से कोई बकचोदी तो नहीं कर रहा, बे?” मैंने हंसके टाल दिया, “अरे, तू रिलैक्स कर, फुल धमाल सीन होने वाला है।”
रात को मैंने शैला को लिविंग रूम में बुलाया। मैंने उसकी आंखों पर काला रूमाल बांध दिया। शैला हंसते हुए बोली, “ये क्या बकवास है, मानस? तू मुझे अंधेरे में कहां ले जा रहा है, बे?” मैंने कहा, “बस चुप रह, शैला। तेरा बर्थडे गिफ्ट तैयार है।” मैंने मिंदर को पहले से तैयार रखा था। वो लिविंग रूम में खड़ा था, सिर्फ़ लुंगी पहने, और उसका मोटा काला लंड लुंगी के बाहर झांक रहा था। मैंने शैला को मिंदर के सामने खड़ा किया और उसका हाथ पकड़के मिंदर के लंड पर रख दिया। शैला ने जैसे ही लंड को छुआ, वो चौंक गई। उसने कहा, “मानस, ये क्या है? इतना मोटा… ये तो…” मैंने उसका रूमाल खोल दिया। शैला ने मिंदर का 9 इंच का काला लंड देखा, जो अब फुल खड़ा था। उसकी आंखें फटी की फटी रह गईं, और सांसें तेज़ हो गईं।
शैला ने घबराते हुए कहा, “मानस, ये क्या सीन है? ये चौकीदार… और इसका लंड?” मैंने हंसके कहा, “शैला, ये तेरा बर्थडे गिफ्ट है, बे। मिंदर का काला लंड तेरी चूत की प्यास बुझाएगा। तू फुल मज़े ले, मैं सोफे पर बैठके देखता हूं हूं।” शैला पहले हिचकिचाई, लेकिन मिंदर के लंड को देखके उसकी चूत गीली हो गई। मिंदर ने लखनऊी अंदाज़ में कहा, “हुज़ूर की बीबी, आप डर क्यों रही हैं? हम आपकी चूत को ऐसा मज़ा देंगे कि आप जिंदगी भर याद रखेंगी!”
मैं सोफे पर बैठ गया, मेरा लंड पहले से खड़ा था। मिंदर ने शैला की लाल नाइटी एक झटके में उतार दी। उसकी गोरी चमड़ी, भरी चूचियां, और मोटी गांड देखके मिंदर का लंड और तन गया। उसने शैला को बेड पर लिटाया और उसकी ब्रा-पैंटी फाड़ दी। शैला पूरी नंगी थी। उसकी चूत गीली चमक रही थी। मिंदर ने अपनी जीभ शैला की चूत पर रख दी और चाटने लगा, जैसे कोई भूखा नवाब शाही दावत खा रहा हो। शैला की सिसकारियां शुरू हो गईं, “आह्ह… मिंदर… और चाट… मेरी चूत को खा जा, बे!” मिंदर ने सारा पानी चाट लिया, फिर शैला की क्लिट को दांतों से हल्का काटा। शैला चीखी, “उफ्फ… मिंदर… क्या कर रहा है, यार!”
मिंदर ने शैला की चूचियों को अपने खुरदुरे हाथों में लिया और ज़ोर से दबाने लगा। शैला चीखी, “आह्ह… धीरे कर, मिंदर… दर्द हो रहा है!” मिंदर बोला, “हुज़ूर की बीबी, आपकी चूचियां तो एकदम रसीली हैं, दबाने में मज़ा आ रहा है!” उसने निप्पल्स को दांतों से काटा, फिर चूसने लगा। शैला हवस में डूब गई, अपनी चूचियां मिंदर के मुंह में दबाते हुए बोली, “हां… और चूस… मेरी चूचियां खा जा!” मिंदर ने एक चूची दबाई, दूसरी चूसी, और शैला की चूत टपकने लगी।
मिंदर ने अपना लंड शैला के मुंह के पास लाया, “लीजिए, बीबी जी, इसे चूसिए। दिखाइए आपमें कितना दम है!” शैला ने लंड को हाथ में लिया। उसका मोटा, काला लंड इतना बड़ा था कि उसके हाथ में पूरा नहीं आ रहा था। उसने टोपा जीभ से चाटा, फिर मुंह में लिया। मिंदर का लंड शैला के गले तक गया, और वो गैग करने लगी। मिंदर ने उसके सिर को पकड़के हिलाया, “हां, बीबी जी… पूरा चूसिए… आपका मुंह तो चूत से मस्त है!” शैला ने जीभ से लंड चाटा, और मिंदर सिसकारियां लेने लगा, “आह्ह… हुज़ूर की बीबी… आप तो लखनऊ की रंडी से ज़्यादा मस्त चूस रही हैं!”
मिंदर ने शैला को घोड़ी बनाया। उसकी मोटी गांड देखके वो पागल हो गया। उसने उंगली पर थूक लगाया और शैला की गांड के छेद में डाल दी। शैला चिल्लाई, “नहीं, मिंदर… वहां नहीं… मर जाऊंगी!” मिंदर बोला, “बीबी जी, आपकी गांड तो जन्नत है! आज इसमें लंड डालेंगे!” उसने दो उंगलियां शैला की गांड में डालके अंदर-बाहर की। शैला की सिसकारियां दर्द-मज़े के मिश्रण में बदल गईं, “आह्ह… धीरे… उफ्फ!” मिंदर ने लंड शैला की चूत पर रगड़ा और ज़ोरदार धक्का मारा। आधा लंड चूत में घुसा। शैला चीखी, “आह्ह… मर गई… बहुत बड़ा है!” मिंदर ने पूरा लंड पेल दिया। शैला की चूत गीली थी, फिर भी टाइट।
मिंदर ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। शैला की गांड हर धक्के में मटक रही थी, और सिसकारियां गूंज रही थीं, “आह्ह… मिंदर… और ज़ोर से… मेरी चूत फाड़ दे, बे!” मिंदर बोला, “बीबी जी, आपकी चूत तो स्वर्ग है!” शैला की चूत से पानी टपक रहा था, बेड गीला था। मैं सोफे पर बैठा ये सब देख रहा था, मेरा लंड पैंट में तन रहा था। मिंदर ने 20 मिनट तक चोदा, फिर शैला की चूत में माल छोड़ दिया। शैला दो बार झड़ चुकी थी। उसका चेहरा चमक रहा था।
मिंदर ने शैला को पलटा और उसकी गांड पर थूक लगाया। शैला डर गई, “नहीं, मिंदर… गांड में नहीं!” मिंदर बोला, “बीबी जी, आपकी गांड तो चूत से मस्त है। बर्थडे गिफ्ट पूरा करेंगे!” उसने लंड गांड के छेद पर सेट किया और धक्का मारा। आधा लंड घुसा। शैला की चीख निकली, आंखों में आंसू, “आह्ह… छोड़ दे… दर्द हो रहा है!” मिंदर ने धीरे-धीरे धक्के मारे, और शैला की गांड लंड लेने लगी। वो सिसकारी, “आह्ह… धीरे… फट जाएगी!” मिंदर ने 15 मिनट गांड चोदी, फिर उसमें झड़ गया।
शैला थकके बेड पर लेट गई। मिंदर ने उसकी चूत और चूचियां चाटी, “हुज़ूर की बीबी, बर्थडे गिफ्ट कैसा लगा?” शैला ने शर्माते हुए मुस्कुराया, “मिंदर, तूने मेरी चूत और गांड की प्यास बुझा दी। ये बर्थडे फुल कड़क था, बे!” मैंने देखा, शैला की आंखों में फिर से वही चमक थी। मिंदर अब हर हफ्ते आता है, और शैला उससे जी भरके चुदवाती है। मैं खुश हूं—मेरी प्यासी बीवी को बर्थडे गिफ्ट मिल गया: मिंदर का काला लंड।