मेरा नाम कुंती है, आज मैं आपको अपनी सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूँ। ये सेक्स कहानी एक माँ बेटे के बिच की है। मेरा बेटा राहुल मुझे एक रात चोद दिया आज मैं उस रात की पूरी बात आपको इस वेबसाइट यानी की Free Sex Kahani पर पोस्ट कर रही हूँ। ये कहानी आज से ठीक साथ दिन पहले की है। मैं इसलिए इस वेबसाइट पर ये कहानी डाल रही हूँ ताकि आप भी जान सकें की उस दिन मेरे साथ क्या क्या हुआ था। क्यों की मैं भी इस वेबसाइट की फैन हूँ और मैं भी रोजाना यही कहानियां पढ़ती हूँ। मुझे सेक्स कहानी पढ़ना बहुत अच्छा लगता है।
मेरी उम्र अभी 36 साल है। जल्दी शादी हो गयी और बच्चा हो गया। बच्चा तो बड़ा हो गया पर मैं अभी भी हॉट और खूबसूरत हूँ। आपको भी पता है 35 साल के ऊपर की औरत बहुत हॉट सेक्सी गदराया बदन और खूबसूरत होती है। असल चुदाई की मजा तो 35 साल से 45 साल की औरत की है। मैं खूबसूरत होने के साथ साथ मॉडर्न हूँ। वेस्टर्न ड्रेस पहनती हूँ ब्यूटी पारलर जाती हूँ। सजने सवरने का शौक है। 34 साइज की ब्रा पहनती हूँ कमर मेरी 32 की है चूचियां बड़ी बड़ी और सेक्सी है। बदन मेरा गोरा है लम्बे बाल है।
होठ गुलाबी है बिना लिपस्टिक लगाए। तो दोस्तों ये तो जानकारी मेरे बारे है। पर ये भी जान लीजिये की मैं अकेली अपने बेटे के साथ लखनऊ में रहती हूँ। पति मेरा भाग गया है एक लड़की को फुसलाकर बहलाकर और उसी की साथ दिल्ली में रहता है। अभी मैंने केस किया है इसलिए बातचीत बंद है। और अकेली ही रहती हूँ।
चुदाई का मन तो सबका करता है चाहे जो औरत रोज चुदती है या कभी कभी। मुझे तो चुदना बहोत अच्छा लगता है पर मैं लाचार हूँ इस समय। किसी से दोस्ती भी नहीं कर सकती जब एक बार फ्री हो जाऊ तो अलग अलग उम्र के तीन चार बॉय फ्रेंड बनाउगीं ताकि मोटा लंड पतला लंड जवान बूढ़ा पहलवान सभी लंड का स्वाद ले सकूँ और अपनी हॉट और सेक्सी गीली चूत में डलवा सकूँ। तो अब मैं सीधे कहानी पर आती हूँ, जिसका आपको भी इंतज़ार है।
एक दिन की बात है मैं मार्किट गयी थी और आने में देर हो गयी। खाना बाहर से ही ले आई थी उस दिन मेरा माहवारी भी शुरू हुआ था तो पेट में कमर में दर्द हो रहा था। हम दोनों माँ बेटा खाना खा लिए जल्दी और मैं अपने पलंग पर चली गयी सोने उस समय रात के करीब नौ बजे थे। राहुल मोबाइल पर क्रिकेट गेम खेल रहा था। मैं राहुल से बोली बेटा आज मेरा पैर दबा दो आज बहुत दर्द हो रहा है पुरे शरीर में।
उसने कहा आपके पैर में सरसों तेल का मालिश कर देता हूँ ताकि दर्द तुरंत ख़तम हो जाये। राहुल ऐसा करता है जब मन करता है वो मेरे पैर में तेल लगाकर मालिश कर देता है। और जब भी वो मालिश करता है मुझे नींद भी अच्छी आती है और मैं उसी समय सो जाती हूँ।
उस दिन भी ऐसा ही हुआ उसने मेरे साडी और पेटीकोट को घुटने से ऊपर कर दिया और पैरों में तेल लगाने लगा। और ना जाने कब आँख लग गयी और मैं सो गयी। पर जब नींद खुली तो देखि वो मेरे ब्लाउज का हुक खोल चुका था। मेरी दोनों चूचियां बाहर आ गयी थी और पेटीकोट और साडी दोनों ही कमर के ऊपर तक था। वो मेरे बदन को निहार रहा था और अपना लंड जांघिया से निकाल कर हाथ में ले आकर हिला रहा था।
नींद खुलते मैं तो भौचक रह गयी की राहुल मेरे साथ क्या कर रहा है। पर उसे किसी बात का डर नहीं था उसने तुरंत ही मेरे ऊपर चढ़ गया और दोनों चूचियों को मसलने लगा। मैं दूर कर रही थी उसे की ये ठीक नहीं है पर वो नहीं मान रहा था और मेरे होठो को चूसने लगा। मेरे बदन को सहलाने लगा। मेरी चूचियों को मसलने लगा। थोड़े देर तक तो कहती रही राहुल ये सब ठीक नहीं नहीं पर वो और भी ज्यादा करने लगा। आख़िरकार मेरी चूत भी पानी पानी हो गया क्यों की मैं भी काफी समय से चुदी नहीं थी।
मैंने भी अब उसको कुछ भी नहीं कहा और दोनों पैरों को अलग अलग फैला दी। वो बिच में आ कर बैठ गया और मेरी चूत को निहारने लगा। मेरे होठ खुद व् खुद दॉंत से दब रहे थे मेरी सिसकारियां निकल रही थी मेरे तन बदन में आग लग रही थी। मेरे होठ लाल हो गए थे और गाल गुलाबी हो गया था मेरी चूचियां तन गयी थी निप्पल टाइट हो गया और चूत से गरम गरम पानी निकलने लगा था मेरे होठ सुख रहे थे। आआह आआ हआ ओह्ह्ह्हह को आवांज अनायास ही ही मेरे मुँह से निकल रहा था।
मैं भी चुदने को तैयार थी। पर राहुल मेरे जिस्म के साथ खेल रहा था मेरे बदन को मेहसूस कर रहा था छू रहा था मेरे अंगो को ऐसा लग रहा था उसको जन्नत मिल गया है इसलिए वो बड़े ही सिद्दत से एक एक चीज को देख रहा था और महसूस कर रहा था। मैंने कहा अब तो तूने मेरे शरीर में आग लगा दिया राहुल अब तू जल्दी बुझा इस आग को। मैं पागल हो जाउंगी जल्दी नहीं चोदा तो।
उसने भी आव देखा ना ताव तुरंत ही लंड हाथ लिया और मेरे चूत के मुँह पर रखा दो तीन बार रगड़ा मैं भी अपना चूतड़ सेट कर ली और फिर उसने एक भी धक्के अपना नौ इंच का लंड मेरे चूत में पेल दिया। ओह्ह्ह्हह्ह्ह्हह मैं तो जन्नत में आ गयी ऐसा लगा था इतना मोटा लंड चूत में जैसे ही गया। मैं राहुल को चूमने लगी। वो मेरी चूचियों को पीने लगा। मेरे हाथ रगड़ता तो मैं और भी पागल हो रही थी।
मैं गांड उछाल उछाल कर चुदवाने लगी और वो जोर जोर से धक्के देते हुए कभी मुझे चूमता कभी जीभ मेरे मुँह में देता कभी चूचियां मसलता कभी गांड के छेद में अपना ऊँगली डालने को कोशिश करता। और जोर जोर से मुझे चोदने लगा। अब हम दोनों ही एक दूसरे को चुदाई में मदद करने लगे। कभी घोड़ी बन कर चुद रही थी कभी मैं उसके ऊपर चढ़। जाती कभी पीछे से कभी आगे से कभी घोड़ी बनाकर कभी पैर उठाकर।
उस दिन राहुल ने मुझे दो घंटे तक चोदा हम दोनों ही पानी पानी हो गए थे। एक वो दिन था मुझे लग रहा थे मेरी सुहागरात हो। राहुल दूल्हा और मैं दुल्हन। अब हम दोनों ऐसा कोई बंधन नहीं है जिससे हम दोनों करीब नहीं आएं। अब जब मन करता है हम दोनों एक दूसरे को खुश कर देते हैं। मैं जल्द ही अपनी दूसरी कहानी free sex kahani डॉट in पर लिखने वाली हूँ तब तक के लिए धन्यावाद।
Sirf boys hi aaye h aisi khani padhne number deke koi fayda nhi
Han bhai but ye clear ho gya na sab apni maa behno ko chodna chahte