Videshi Ladki Ke Saath Chudai हेलो दोस्तों, मेरा नाम राकेश है। मैं नोएडा में रहता हूँ, उम्र 28 साल, कद 5 फीट 10 इंच, रंग गोरा, और जिम जाने की वजह से बदन कसा हुआ। मैं एक आईटी कंपनी में काम करता हूँ, लेकिन मेरा असली शौक है नई-नई लड़कियों से दोस्ती करना और उनकी कहानियाँ सुनना। आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो दो साल पहले की है। ये कहानी मेरी और एक फिलिपींस की लड़की शेली की है, जिसके साथ मेरी दोस्ती इन्टरनेट पर हुई और फिर बात चुदाई तक पहुँच गई। foreign girl sex story
बात उस वक्त की है जब मैं इन्टरनेट पर टाइमपास कर रहा था। तभी मेरी मुलाकात शेली से हुई। शेली, 22 साल की, लंबाई 5 फीट 4 इंच, गोल चेहरा, बड़ी-बड़ी आँखें और गोरी चमकती त्वचा। वो फिलिपींस की थी, लेकिन उसका अंदाज़ बिल्कुल देसी लड़कियों जैसा खुला हुआ था। हम दोनों रोज़ चैट करते, कभी टेक्स्ट तो कभी वीडियो कॉल। धीरे-धीरे हमारी बातें पर्सनल होने लगीं। एक दिन बातों-बातों में सेक्स का टॉपिक आ गया। मैंने मज़ाक में पूछ लिया, “शेली, तुम वर्जिन हो क्या?” वो ज़ोर से हँस पड़ी और बोली, “राकेश, मैं 22 की हूँ, यहाँ इतनी उम्र में कोई वर्जिन नहीं रहता।” उसका ये बिंदास अंदाज़ मुझे और भा गया। मैंने पूछा, “तो तुमने अपनी वर्जिनिटी कब लूज़ की थी?” उसने बताया कि वो 18 साल की थी जब उसने पहली बार सेक्स किया।
बातें और गर्म होने लगीं। हम वीडियो चैट पर थे। उसने अचानक कहा, “राकेश, मुझे तेरा लंड देखना है।” मैंने हँसते हुए जवाब दिया, “पहले तू अपने बूब्स दिखा।” वो बिना देर किए मान गई। उसने अपना टॉप उतारा और अंदर कुछ नहीं पहना था। उसके गुलाबी, गोल-मटोल मम्मे देखकर मेरा मुँह खुला रह गया। एकदम दूध जैसे सफेद, ऊपर गुलाबी निप्पल, मानो कोई रसीली मिठाई हो। मैंने कहा, “शेली, तू तो बड़ी सेक्सी है यार!” वो शरमाते हुए अपने मम्मों को छुपाने लगी और बोली, “अब तू दिखा ना, जल्दी!”
मैंने भी देर न की। मैंने अपना 7 इंच का लंड कैमरे के सामने कर दिया और हिलाने लगा। वो चिल्लाई, “और ज़ोर से हिला, राकेश!” वो अपने मम्मे मसलने लगी, निप्पल्स को चुटकी में दबाने लगी। मैंने कहा, “रुक, पहले अपनी चूत दिखा।” वो थोड़ा नखरे करने लगी, लेकिन मेरे ज़ोर देने पर उसने अपनी जीन्स और पैंटी उतार दी। दोस्तों, क्या बताऊँ, उसकी चूत देखकर तो मेरा दिल रुक गया। बिल्कुल गुलाबी, एक भी बाल नहीं, मानो मखमली फूल हो। उसकी चूत चमक रही थी, और मेरी जीभ में पानी आ गया। मैंने कहा, “शेली, ये तो जन्नत है!”
बस फिर क्या, हमारा कैम सेक्स शुरू हो गया। वो अपनी चूत में उँगली डालने लगी, और अह्ह्ह्ह… ऊऊऊऊ… की सिसकारियाँ भरने लगी। मैं भी अपना लंड ज़ोर-ज़ोर से हिलाने लगा। वो पागलों की तरह अपनी चूत रगड़ रही थी, और मैं उसकी सिसकारियों से और जोश में आ रहा था। कुछ ही मिनटों में हम दोनों झड़ गए। मेरे लंड से पानी निकल गया, और वो भी अपनी उँगलियों पर गीली हो गई।
इसके बाद उसने मुझे खुशखबरी दी कि वो अपने दोस्तों के साथ इंडिया आ रही है। हम दोनों रोज़ प्लान बनाने लगे कि मिलने पर क्या-क्या करेंगे। वो मेरे लंड के साइज़ से बहुत खुश थी और बार-बार कहती, “राकेश, तेरा लंड तो मेरी चूत का दीवाना बना देगा।” मैं भी उसकी चूत की तारीफ करता और सोचता कि कब वो दिन आएगा जब मैं उसे सचमुच चोदूँगा।
आखिर वो दिन आ ही गया। शेली इंडिया पहुँची और उसने मुझे कॉल किया। हमने आगरा में मिलने का प्लान बनाया। वो अपने दोस्तों के साथ आगरा के एक होटल में रुकी थी। उसने मेरे लिए उसी होटल में अलग फ्लोर पर रूम बुक करवा रखा था। मैं आगरा पहुँचा और होटल में चेक-इन किया। जब मैं शेली से मिला, दोस्तों, वो कैमरे पर जितनी खूबसूरत थी, उससे लाख गुना ज़्यादा हसीन थी। उसने टाइट जीन्स और लाल टॉप पहना था, जिसमें उसके मम्मे उभरे हुए थे। उसकी आँखों में शरारत थी, और होंठों पर हल्की सी मुस्कान।
हमने खूब बातें कीं। वो अपने दोस्तों के साथ ताजमहल घूमने चली गई और मुझे मैसेज किया, “रात को तैयार रहना, आज तुझे चोदने का मूड है।” मैं तो ये सुनकर पागल हो गया। मैंने बाजार से एक सेक्सी रूम स्प्रे खरीदा, कुछ फ्लेवर्ड कंडोम लिए, और रात का इंतज़ार करने लगा। इंतज़ार करते-करते मुझे नींद आ गई।
रात को 12 बजे अचानक डोरबेल बजी। मैंने दरवाजा खोला तो शेली मेरे सामने खड़ी थी। उसने काला टाइट ड्रेस पहना था, जो उसके कर्व्स को और उभार रहा था। उसकी साँसों से बियर की हल्की सी खुशबू आ रही थी। मैंने उसे अंदर खींचा, और दरवाजा बंद करने से पहले ही वो मुझ पर कूद पड़ी। वो मेरे गले पर चूमने लगी, अपने दाँतों से हल्के-हल्के काटने लगी। मैं भी जोश में आ गया। मैंने उसे गोद में उठाया और उसके होंठों को चूमने लगा। उसके होंठ रसीले, नरम, और बियर के स्वाद से भरे थे। वो मेरे मुँह में अपनी जीभ डालने लगी, और मैं भी उसका साथ देने लगा।
वो मेरे कपड़े उतारने लगी। मेरा टी-शर्ट, लोअर, और अंडरवियर एक झटके में उतार दिया। वो नीचे बैठ गई और मेरे 7 इंच के लंड को अपने मुँह में ले लिया। दोस्तों, क्या बताऊँ, उसका मुँह इतना गर्म था कि मेरा लंड और सख्त हो गया। वो लॉलीपॉप की तरह मेरे लंड को चूस रही थी, अपनी जीभ से मेरे सुपारे को चाट रही थी। वो बोली, “राकेश, तेरा लंड तो कमाल है! इससे चुदने में मज़ा आएगा।” मैंने उसके बाल पकड़े और उसके मुँह को और गहराई तक ले गया। वो गों-गों की आवाज़ निकाल रही थी, और उसकी लार मेरे लंड पर चमक रही थी।
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मैंने उसे उठाया और उसका ड्रेस उतार दिया। उसने अंदर सिर्फ एक काली पैंटी पहनी थी। मैंने उसके मम्मों को देखा, गुलाबी निप्पल्स एकदम सख्त हो चुके थे। मैंने उसके एक निप्पल को मुँह में लिया और चूसने लगा। वो सिसकारियाँ भरने लगी, “अह्ह्ह्ह… राकेश… और चूस… ओह्ह्ह्ह…” मैंने उसके दूसरे मम्मे को दबाना शुरू किया, और उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को सहलाने लगा। उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी। मैंने उसकी पैंटी उतारी और उसकी चूत को देखा। बिल्कुल गुलाबी, फूली हुई, और गीली। मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर रखी और चाटना शुरू किया। उसकी चूत का स्वाद नमकीन और मीठा था। मैंने अपनी जीभ को उसकी चूत की दरार में डाला, और वो चिल्लाने लगी, “उम्म्म… ओह्ह्ह… राकेश… और चाट… अह्ह्ह्ह…”
मैंने उसकी चूत को चूसना जारी रखा, और मेरी उँगलियाँ उसके क्लिट को रगड़ रही थीं। वो तड़प रही थी, अपने कूल्हे हिला रही थी। मैंने अपनी एक उँगली उसकी चूत में डाली, और वो और ज़ोर से सिसकने लगी। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरी उँगली को जकड़ रही थी। मैंने धीरे-धीरे उँगली अंदर-बाहर की, और उसकी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं। “राकेश… अब बस… मुझे चोद दे… प्लीज़… फक मी…” वो चिल्ला रही थी।
मैंने उसे बिस्तर पर लिटाया और उसकी गांड के नीचे एक तकिया रखा ताकि उसकी चूत और खुल जाए। मैंने उसके मम्मों को फिर से चूसा, और वो मेरे बालों को नोच रही थी। मैंने अपने लंड पर कंडोम चढ़ाया और उसकी चूत पर टिकाया। मैंने सोचा कि उसने पहले सेक्स किया है, तो लंड आसानी से चला जाएगा। लेकिन उसकी चूत इतनी टाइट थी कि लंड का सुपारा भी मुश्किल से घुसा। वो चिल्लाई, “आह्ह्ह… राकेश… धीरे…” मैंने एक और झटका मारा, और मेरा लंड आधा अंदर चला गया। उसकी चूत से हल्का सा खून निकला, और वो दर्द से तड़पने लगी। मैं रुक गया और उसके होंठों को चूमने लगा।
थोड़ी देर बाद वो शांत हुई। मैंने धीरे-धीरे अपने लंड को अंदर-बाहर करना शुरू किया। उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी, और हर धक्के के साथ वो सिसक रही थी, “अह्ह्ह… ओह्ह्ह… राकेश… और ज़ोर से…” मैंने अपने धक्कों की रफ्तार बढ़ाई, और कमरे में फच-फच की आवाज़ गूँजने लगी। उसकी चूत की गर्मी और टाइटनेस मुझे पागल कर रही थी। मैंने उसके मम्मों को दबाना शुरू किया, और वो अपनी गांड उठा-उठाकर मेरा साथ देने लगी।
पाँच मिनट बाद वो बोली, “राकेश, मुझे डौगी स्टाइल में चोद।” मैंने उसे घुमाया, और वो घुटनों के बल झुक गई। उसकी गोल, मखमली गांड मेरे सामने थी। मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर टिकाया और एक ज़ोरदार धक्का मारा। मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया, और वो चिल्लाई, “आह्ह्ह… हाँ… चोद मुझे…” मैंने उसके कूल्हों को पकड़ा और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा। फच-फच-फच की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी, और उसकी सिसकारियाँ मुझे और जोश दिला रही थीं।
थोड़ी देर बाद उसने कहा, “मैं ऊपर आती हूँ।” मैं बिस्तर पर लेट गया, और वो मेरे लंड के ऊपर बैठ गई। उसने धीरे-से मेरा लंड अपनी चूत में लिया, और पूरा लंड अंदर जाते ही वो उछलने लगी। मैं उसके मम्मों को दबा रहा था, और वो चिल्ला रही थी, “हाँ… राकेश… चोद मुझे… और ज़ोर से…” उसकी चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी, और हर उछाल के साथ उसकी चूत की गर्मी मुझे और पागल कर रही थी।
करीब 10 मिनट बाद मुझे लगा कि मेरा निकलने वाला है। मैंने कहा, “शेली, मैं झड़ने वाला हूँ।” वो तुरंत उठी और मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया। वो इतनी ज़ोर से चूसने लगी कि मैं खुद को रोक न सका। मैं उसके मुँह में झड़ गया, और वो मेरे पानी को चाटने लगी।