मैं 24 साल की मनीषा गोरी लंबी खूबसूरत स्मार्ट पढ़ी लिखी हूं। मेरी सेक्सी बॉडी मेरे दीवानों को पागल कर देती है, कॉलेज लाइफ में लड़के मेरे इर्दगिर्द घूमते रहते थे। उन लड़कों को मेरे बड़े-बड़े स्तन जो एकदम तन गए हैं, और मेरे एकदम आकार में उभरी हुई गांड बहुत अच्छी लगती थी।
मेरी हाल भी एकदम हिरनी की तरह मदमस्त थी, जब मैं चलती थी तो पीछे से मेरी मटकती गांड को देख कर लड़के हाय हाय कहते थे। मुझे उनके कमेंट्स सुन कर काफी ज्यादा मजा आता था। फिर पिछले साल हरीश के साथ मेरी शादी बड़ी धूम धाम से हुई।
हरीश बहुत पैसे वाला था, और उसके पापा गंगा बाबू शहर के बहुत बड़े उद्योगपति हैं। उनके पानी कारखाने हैं, और हरीश उन सबका काम संभालता है। हरीश की एक बहन अनामिका है, जिसकी शादी मुझसे एक सप्ताह पहले हुई है।
उसका पति भी काफी पैसे वाला था, और वह खुद भी सरकारी नौकरी करती है। मैं शादी के बाद हाई प्रोफाइल हूं, देख कर बहुत खुश थी। मैं खुश थी और खुशी से मैं इठलाती मचल रही थी। पर ये खुशियां ज्यादा देर की नहीं थी, क्योंकि जब सुहागरात को मेरी मुलाकात मेरे पति हरीश से हुई।
तो जैसे मुसिबतों का पहाड़ मेरे ऊपर टूट पड़ा, मुझे अब पता चला हरीश कभी मुझे चोद नहीं पाएगा। मतलब मैं सिर्फ नाम की शादी शुदा हूं। जरा आप भी सोचिए शादी में लड़का लड़की में चुदाई ना तो वो कैसी शादी भला। उस रात मैं काफी ज्यादा रोई और मैं हरीश को बहुत भला भूरा बोली।
हरीश मेरे आगे अपनी झोली फेला कर बोला – देखो तुम जो मर्जी करो, पर मेरी इज्जत ऐसे मत उछालो।
फिर मुझे पता चला कि अनामिका के साथ भी यही समस्या है। उसके पति पवन ने भी उसको धोखा दिया है। फ़िर ऐसे ही कुछ दिन रोते बिलके बीत गए। एक दिन मैं यूंही पवन के पास मैं गई, तो मेरा उदास सा चेहरा देख कर वो बोले – क्या हुआ?
मैं कुछ बोल ही नहीं पाई, तो पवन ने मुझे बड़े प्यार से अपने गले लगा लिया। मैं अब जोर जोर से रोने लग गई, पवन मेरे होंठों से चाट कर साफ कर रहा था। फिर पवन आगे बढ़ा और वो मेरे सेक्सी बदन का रसपान करने लग गया। ये कहानी आप फ्री सेक्स कहानी पर पढ़ रहे हैं।
पवन अपने होठों से मेरे रसबरे होठों को चूसने लग गया। अब मैं पूरी चुदासी हो चुकी थी, मैंने पवन की पैंट की जीप खोल लंड को अपने हाथों में लेने लग गई। उसका लंड काफी ज्यादा फौलादी था. मैं उसका लंड देख कर अपने सारे दुख भूल गयी।
मैं मस्ती से लंड से खेल रही थी। पवन मेरे होठों को चूसता हुआ मेरे मस्त स्तनों को दबा रहा था। अब वो मेरे स्तनों को मुँह में ले कर साथ वाले स्तनों को हाथो से मसल रहा था। मैं मस्ती में चुदाई का पूरा खेल खेल रही थी।
पवन मुझे लगातार चूम चाट रहा था, वो मेरे पालतू जानवर की नाभि से होते हुए अब मेरी दोनों जांघो के बीच मेरी चूत पर पहुँच चुका था। उसके हाथ मेरी चिकनी सपाट चुत के आसपास नाच रहा था, कभी कभी उसकी उंगली मेरी चूत के अंदर भी चली जा रही थी।
चूत के ऊपर उसकी उंगली का एहसास से मैं एकदम पागल हो गई, अब मेरे मुँह से मस्त सिसकियाँ निकल रही थी। मेरी चूत से अब पानी निकले जा रहा था, मेरे स्तन अब तन गये थे। पवन का लंड भी एकदम रॉड सा हो गया था।
और मैं बोली – पवन अब तुम अपने लंड को मेरी धड़कती चूत में जल्दी से डालो, वरना मैं अपनी ही आग में जल जाउंगी।
पवन मुझे बिस्तर पर ले गया, और उसने मुझे सीधा लिटा दिया। मेरी चूत अब आसमान की तरफ थी, और अब उसके लंड का इंतज़ार कर रही थी। अब पवन मेरे ऊपर आ गया और वो मेरी चूत पर अपना लंड रगड़ने लग गया। उसके दोनों हाथो में मेरे बड़े बड़े स्तन थे, और अब उसके लंड रूपी नाग को मेरी चूत का छेद मिल गया था।
फिर क्या था छेद का एहसास पाते ही पवन ने एक जोरदार धक्का मारा तो मेरी तो चीख ही निकल गई। पर पवन का बड़ा सा लंड मेरी चूत की दिवारो को चिढ़ा हुआ अंदर चला गया। मैं दर्द से तड़प रही थी और अब मैं स्वर्गिक आनंद ले रही थी। इस मजे के आगे मुझे ये दर्द महसूस नहीं हो रहा था, पर मैं चिल्ला रही थी।
मैं – मेरी जान मेरे दर्द की परवा मत कर, तू बस मुझे अब चोदता है और मेरी ज़मीन को बंजर मत होने दे। मेरी चूत को अपने रस से लबालब भर दे।
मेरी चूत के अमृत रस का स्वाद अपने लंड को लेने दे। अब पवन मुझे जोर जोर से दना दन चोद रहा था, मैं गांड उछाल उछाल कर सिस्किया लेते हुए उससे चुद रही थी। आख़िर कर वो पल भी आ गया, जब मेरी चूत को स्वर्गिक आनंद की प्राप्ति हुई और उसने अपनी अमृत धारा छोड़ दी। अब मेरी चूत में से फच फच की आवाजें आने लग गई, और पूरी कमरे में गूंजने लग गई। मेरे गरम गरम पानी ने पवन के लंड को भी पूरा गरम कर दिया था।
जिस वजह से उसके लंड से भी गरम गरम पानी की धार फूट पड़ी थी। मेरी चूत के साथ अब उसका भी गरम गरम पानी मेरी चूत में निकलने लग गया। अब हम दोनों थक कर एक दूसरे के ऊपर ही लेट गए, पवन मेरे स्तन के ऊपर ही लेट गया था। उस पूरी रात पवन ने मेरी जी भर कर चुदाई की, और फिर हम दोनों ने वादा किया कि हम दोनों ऐसे ही चुदाई करते रहेंगे।