Married man affair sex story – Chut pr shahad sex story: मैं आमिर हूँ, लाहौर का रहने वाला, शादीशुदा, उम्र अभी 33 के करीब है, उस वक्त करीब 30 थी। मैं हमेशा लड़कियों से दोस्ती करते वक्त सच बोलता हूँ कि मैं शादीशुदा हूँ, यही सच लड़कियों का भरोसा जीत लेता है। न मैं जबरदस्ती करता हूँ, न बिना इजाजत कुछ छूता हूँ, बस जो लड़की चाहे वही करता हूँ। इसी भरोसे की वजह से कई लड़कियां मेरे साथ बिस्तर तक पहुँच जाती हैं।
एक दिन चैट रूम में मुझे एक मैसेज आया, asl प्लीज़। मैंने अपना असल बता दिया, 30 M Lahore married। उसने बताया वो सना है, 23-24 साल की, लाहौर की ही, अनमैरिड, अभी-अभी मास्टर्स पूरा किया है। पहले कुछ दिन नॉर्मल बातें हुईं, फिर दोस्ती गहरी हुई। मैंने उसे भी सच बता दिया कि मैं लड़कियों से हर तरह की दोस्ती करता हूँ। वो बहुत इम्प्रेस हुई, बोली आजकल ज्यादातर शादीशुदा मर्द खुद को सिंगल बताते हैं।
फिर उसने पूछा, क्या तुम सचमुच गर्लफ्रेंड्स के साथ सेक्स करते हो? मैंने हाँ कहा। वो और उत्साहित हो गई। मैंने पूछा, तुम अकेले घर में कब होती हो? उसने बताया शाम को 3-4 घंटे अक्सर अकेली रहती है। मैंने मजाक में कहा, मैं तुम्हारे घर आकर तुम्हारे साथ सेक्स कर सकता हूँ, तुम्हें बाहर भी निकलना नहीं पड़ेगा। उसने कहा सोचकर बताऊँगी।
पूरा एक हफ्ता बाद वो ऑनलाइन आई और बोली, इस शनिवार घरवाले सियालकोट शादी में जा रहे हैं, मैं बहाना बनाकर रुक जाऊँगी, तुम आ जाना। उसने एड्रेस दे दिया। हमने कभी एक-दूसरे की फोटो नहीं माँगी, क्योंकि जिसे भरोसा होता है उसे फोटो की जरूरत नहीं पड़ती।
शनिवार को मैं उसके बताए पते पर पहुँचा, डोरबेल बजाई। दरवाजा खुला तो मेरे होश उड़ गए, सामने बेहद खूबसूरत लड़की खड़ी थी, काले शलवार-कमीज़ में, गोरा रंग, लंबे बाल। वो मुझे अंदर ले गई, अपने बेडरूम में। पहले चाय बनाकर लाई। चाय पीते ही वो मेरे सामने सोफे पर बैठ गई। मैं उसके पास गया, उसे अपनी बाँहों में खींच लिया। वो शर्मा रही थी। मैंने उसे खड़ा किया, गले से लगा लिया।
पूछा, सेक्स फिल्में देखी हैं? बोली हाँ। फिर शरमाते हुए बोली, क्या आप वो सब मेरे साथ कर सकते हो जो फिल्मों में होता है? मैंने कहा, अगर तुम चाहो। फिर मैंने उसकी गर्दन पर किस करना शुरू किया, कान के लो को हल्का काटा, वो तेज-तेज साँसें लेने लगी, आह्ह्ह… उफ्फ्फ… उसकी साँसें गर्म हो रही थीं। मैंने उसके होंठ अपने होंठों से चिपका लिए। पहले वो शरमाई, फिर खुद जवाब देने लगी। मैंने उसका मुँह खोला और जीभ चूसने लगा, वो भी मेरी जीभ को पागलों की तरह चूसने लगी, ग्ग्ग्ग… गी… गों… उसकी साँसें और तेज। बोली, आमिर आप बहुत प्यार से करते हो।
मैं उसे किस करता रहा और बेड पर लिटा दिया, खुद उसके ऊपर चढ़ गया। फिर से गर्दन चूमी, एक हाथ से उसके 34 साइज़ के ब्रेस्ट दबाने लगा। वो आह्ह्ह… उम्ह्ह्ह… करने लगी। मैंने उसकी कमीज़ ऊपर की, पेट और नाभि को किस किया, फिर पूरी कमीज़ उतार दी। काली ब्रा में उसके उरोज और खूबसूरत लग रहे थे। ब्रा भी उतारी तो उसके निप्पल्स तन गए। मैंने एक ब्रेस्ट मुँह में लिया, दूसरा हाथ से मसलने लगा। वो बेकाबू होकर कराह रही थी, आह्ह्ह्ह… आमिर्र्र… ह्ह्हीईई… निप्पल्स को हल्का काटा तो वो उछल पड़ी, प्लीज़ आहिस्ता… फिर मैंने दस मिनट तक उसके दोनों स्तनों को चाटता-चूसता रहा।
फिर मैं उसके पैरों की तरफ आया। उसने आँखें बंद कर लीं। मैंने उसके पैर की उँगलियाँ मुँह में लेकर चूसने लगा, साथ ही उसकी टाँगों पर किस करता ऊपर की तरफ बढ़ता गया। उसने पहले से ही लेग हेयर क्रीम से साफ कर रखे थे। उसकी शलवार में इलास्टिक था। जब मैंने शलवार उतारनी चाही तो उसने रोका। बोली, आज मैं पूरी तुम्हारी हूँ, अगर तुम मुझे वैसा मजा दोगे जैसा मैंने सोचा है तो अपनी सारी सहेलियों और कजिन्स से भी तुम्हारी दोस्ती करवाऊँगी। मैंने कहा फिक्र मत करो जान।
फिर उसकी शलवार उतारी, पैर फैलाए तो सामने बिल्कुल साफ-सुथरी, छोटी सी टाइट फूदी थी। मैंने पूछा, कभी फिंगरिंग की? बोली नहीं, डर लगता था। अब वो पूरी नंगी लेटी थी। मैंने उसकी फूदी में एक उंगली डाली, उफ्फ कितनी टाइट थी, वो चीख पड़ी, आह्ह्ह्ह्ह… मैंने कहा सना हौसला रखो, एक उंगली से ही चीख रही हो तो मेरे लंड से क्या होगा। वो बोली प्लीज़ धीरे करना, मैं कुंवारी हूँ। उसकी फूदी पहले से गीली हो चुकी थी।
मैं किचन से शहद की बोतल ले आया। उसने हैरानी से पूछा ये क्या करोगे? मैंने कहा बस देखती जाओ। उंगली पर अच्छे से शहद लगाकर उसकी फूदी पर मलने लगा। वो पागल सी हो गई, आह्ह्ह्ह… ओह्ह्ह्ह… ऊउइइ… मैंने उसकी कमर के नीचे तकिया रखा, टाँगें चौड़ी कीं और जीभ शहद के साथ उसकी फूदी पर रख दी। वो मछली की तरह तड़पने लगी, आह्ह्ह्ह्ह… अम्मी मैं मर जाऊँगी… ऊईईई… आमिर्र्र… मैं शहद भी चाट रहा था और उसकी फूदी भी। टाँगें और फैलाईं तो फूदी के होंठ खुल गए। अब मैंने दीवानों की तरह चाटना शुरू किया। वो चीख रही थी, आह्ह्ह्ह… ह्ह्ह्ह्ह… मर गयी… ऊउउउ… कुछ देर बाद उसकी फूदी से पानी की फव्वारा छूटा और वो ढीली पड़ गई।
दो मिनट बाद उसने आँखें खोलीं और मुझे पागलों की तरह किस करने लगी। बोली, आमिर मैंने सोचा भी नहीं था कोई इतना अच्छा प्यार कर सकता है। मैंने कहा अभी तो और मजा बाकी है, अब तुम मुझे प्यार करो। वो मुझे बेड पर धकेलकर ऊपर चढ़ गई, मेरी कमीज उतारी, मेरे सीने पर किस करने लगी। फिर मेरी पैंट की ज़िप खोली, बेल्ट खोली और बोली अब सब्र नहीं होता, प्लीज़ पैंट उतारो। मैं भी पूरी तरह नंगा हो गया। मेरा लंड 7 इंच का और मोटा देखकर वो घबरा गई, बोली ये मेरे अंदर जाएगा? मैंने कहा हाँ। बोली ठीक है पर धीरे और प्रेग्नेंसी नहीं करनी।
उसने मेरा सुपारा हाथ में पकड़ा और खेलने लगी। फिर मुँह में लेकर चूसने लगी, पहले सिर्फ टॉप फिर भूखी शेरनी की तरह पूरा अंदर तक ले लिया, ग्ग्ग्ग्ग्ग… गोंगोंगों… गीईई… मैं मदहोश हो गया। 3-4 मिनट बाद जब मैं झड़ने वाला था उसने लंड नहीं छोड़ा, सारा माल उसके मुँह में छोड़ दिया। उसने सब पी लिया, चेहरा पूरी तरह संतुष्ट लग रहा था।
10 मिनट आराम के बाद मैंने कहा अब तुम्हारी फूदी फाड़ दूँ? वो तैयार थी। मैंने दो इम्पोर्टेड कंडोम चढ़ाए। उसने कहा पहले पीछे से करो। मैंने मना किया कि बहुत दर्द होगा पर वो नहीं मानी। मैंने उसकी टाइट गांड पर लोशन लगाया, उसे घोड़ी बनाया। पहले सुपारा डाला तो वो चीखी, फिर पूरा लोशन लगाकर एक जोरदार झटका मारा, मेरा पूरा लंड उसकी कुंवारी टाइट गांड को फाड़ता हुआ अंदर चला गया। उसे लगा साँस रुक गई, वो दर्द से रोने लगी पर बोली मत निकालो, पूरा करो। मैंने गांड मारनी शुरू की, वो जोर-जोर से चीख रही थी, आह्ह्ह्ह्ह… मर गई… ऊईईईई… 4-5 मिनट बाद मैं कंडोम में झड़ गया। लंड निकाला तो उसकी गांड सूज गई थी, पर चेहरे पर खुशी थी।
15 मिनट बाद मैंने फिर उसे गर्म किया। अब उसकी कुंवारी फूदी की बारी थी। तकिया कमर के नीचे, टाँगें चौड़ी कीं। उसने मेरी आँखों में देखा और आँखें बंद कर लीं, मतलब फाड़ दो। मैंने दो नए कंडोम चढ़ाए, पहले बिना लोशन ट्राई किया पर नहीं गया। फिर लोशन लगाया, धीरे-धीरे घुसाना शुरू किया। एक इंच गया ही था कि वो चीखने लगी। मैं रुका, फिर पूछा एक झटके में या धीरे? बोली जिससे सबसे ज्यादा मजा आए। मैंने कहा एक झटके में दर्द ज्यादा पर मजा भी ज्यादा। फिर उसके होंठ चूमे और एक जोरदार झटका मारा, उसकी फूदी फट गई, वो बिना पानी के मछली की तरह तड़पने लगी, आअह्ह्ह्ह्ह्ह… ऊईईईईई… मम्मीईई…
जब वो संभली तो मैंने चुदाई शुरू की। कितनी टाइट थी उसकी फूदी, तीन मिनट बाद वो फिर झड़ी। मैंने स्पीड बढ़ाई और जल्दी ही मैं भी कंडोम में झड़ गया, उसके ऊपर गिर पड़ा। पाँच मिनट बाद उठा तो बेडशीट पर खून और उसका रस बिखरा था। सना अब कुंवारी नहीं रही थी।
उसने कहा, आमिर शायद मेरा होने वाला शौहर भी मुझे इतना मजा न दे पाए। तुम मेरी सारी सहेलियों को भी चोद सकते हो। मैंने कहा ठीक है। बाद में उसकी सहेलियों को भी मैंने चोदा।