पापा ने रात भर चोदा गिफ्ट देकर

Baap Beti sex – Stepfather daughter sex story:  मेरा नाम पूनम है। 21 साल की हूँ, और मुझे लगता है मैं खूबसूरत हूँ। मेरा फिगर 34-26-36 है, और रोज़ योगा करने की वजह से मेरा बदन टोन्ड और लचीला है। मेरे लंबे, काले बाल कमर तक लहराते हैं, और मेरी आँखें भूरी हैं, जो लोग कहते हैं कि बहुत बोलती हैं। मुझे नेटफ्लिक्स पर मूवीज़ देखना पसंद है, खासकर रोमांटिक और थ्रिलर। लेकिन अगर कोई चीज़ मेरे दिल को सबसे ज़्यादा छूती है, तो वो है गिफ्ट्स! गिफ्ट लेना और देना मेरे लिए जैसे ज़िंदगी का सबसे बड़ा मज़ा है। अगर गिफ्ट अनोखा, कीमती और दिल से दिया गया हो, तो मैं उसके लिए कुछ भी कर सकती हूँ। और हाँ, मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ, फैशन का शौक रखती हूँ, और मेरे दोस्त कहते हैं कि मेरा स्टाइल कातिलाना है। आज मैं आपको अपनी एक ऐसी कहानी सुनाने जा रही हूँ, जो मेरे और मेरे सौतेले पापा राजेश की है। ये कहानी मेरे 21वें जन्मदिन की है, जो मेरे लिए हमेशा यादगार रहेगा।

आजकल रिश्तों का मतलब बदल गया है। पहले लोग रिश्तों को इज़्ज़त और प्यार से जोड़ते थे, लेकिन अब ज़रूरतें और चाहतें रिश्तों को परिभाषित करती हैं। लोग अपनी ख्वाहिशें पूरी करने के लिए कुछ भी कर गुजरते हैं। कोई कुछ देता है, तो बदले में कुछ लेता भी है। मेरे सौतेले पापा, राजेश, 45 साल के हैं। लंबे, गोरे, और अच्छी खासी पर्सनालिटी वाले। उनके बाल अब थोड़े ग्रे होने लगे हैं, जो उनकी शख्सियत को और आकर्षक बनाते हैं। वो एक बड़ी कंपनी के सीईओ हैं, पैसे की कोई कमी नहीं। मेरे असली पापा का देहांत कुछ साल पहले कोरोना में हो गया था। मम्मी ने छह महीने पहले राजेश से दूसरी शादी की। मम्मी, जिनकी उम्र 40 साल है, खूबसूरत और स्मार्ट हैं। वो भी एक मल्टीनेशनल कंपनी में बड़ा पद संभालती हैं और अक्सर विदेश के दौरे पर जाती हैं। राजेश ने आज तक शादी नहीं की थी, लेकिन उनकी ज़िंदगी में मस्ती की कभी कमी नहीं रही।

राजेश को ऑफिस में लड़कियों के साथ फ्लर्ट करना, लक्ज़री होटल्स में रुकना, और बिज़नेस टूर पर मौज-मस्ती करना पसंद है। मैंने सुना है कि वो अपने टूर पर ऐसी लड़कियाँ ले जाते हैं, जो प्रमोशन या फायदा चाहती हैं। और आजकल की लड़कियाँ भी कम नहीं। ज्यादातर की सील पहले ही टूट चुकी होती है, लेकिन राजेश जैसे लोग? उन्हें कुछ खास चाहिए। वो वर्जिन लड़कियों की तलाश में रहते हैं, जो नया और अनछुआ माल हो। मैं भी ऐसी ही थी। मेरी सील अभी तक नहीं टूटी थी, और ये बात बाद में राजेश को पता चली, जिसने उनकी आँखों में एक अलग ही चमक ला दी।

मम्मी को उनके काम के सिलसिले में सात दिन के लिए दुबई जाना था। उस वक्त अगस्त का महीना था, और मेरा 21वां बर्थडे आने वाला था। मम्मी ने जाने से पहले राजेश को सख्ती से कहा था, “पूनम मेरी इकलौती बेटी है। इसका ख्याल रखना। इसका बर्थडे है, जो गिफ्ट वो माँगे, वो देना। उसे कोई तकलीफ नहीं होनी चाहिए।” मम्मी की ये बात मेरे लिए जैसे खजाना खोल गई। मैं मन ही मन सोचने लगी कि इस बार का बर्थडे कुछ खास होने वाला है।

इसे भी पढ़ें  खेत के मचान में चचेरे भाई ने मेरी पहली चुदाई की

बर्थडे की सुबह मम्मी का फोन आया। उन्होंने मुझे ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद दिया। फिर राजेश ने मुझे अपने पास बुलाया। वो उस दिन ब्लैक सूट में थे, और उनकी महंगी परफ्यूम की खुशबू पूरे कमरे में फैली थी। उन्होंने मुझे गले लगाया और कहा, “पूनम बेटी, आज तेरा दिन है। जो गिफ्ट माँगेगी, वो मिलेगा। बोल, क्या चाहिए?” उनकी आवाज़ में एक अजीब सा लहजा था, जैसे वो मुझसे कुछ ज़्यादा ही उम्मीद कर रहे हों। मैंने हँसते हुए कहा, “पापा, ये तो गिफ्ट पर डिपेंड करता है। जैसा गिफ्ट, वैसा रिटर्न गिफ्ट।” वो हँसे और बोले, “अच्छा, अगर मैं 5000 का गिफ्ट दूँ?” मैंने मज़ाक में कहा, “तो बस थैंक यू बोलूँगी।” वो फिर बोले, “और 10,000 का?” मैंने शरारती अंदाज़ में कहा, “तो गले लगाकर थोड़ा प्यार दूँगी।” वो और ज़ोर से हँसे, “और 50,000 का?” मैंने आँख मारते हुए कहा, “तो आप मुझे कहीं भी किस कर सकते हो।” उनकी आँखों में एक चमक सी आई। “और अगर लाख का गिफ्ट दूँ?” मैंने ठंडी साँस लेते हुए कहा, “तो मेरे शरीर का कोई भी हिस्सा आपका।” फिर मैंने हँसकर पूछा, “और अगर मैं पूरी रात आपके साथ बिताऊँ, तो क्या देंगे?” राजेश ने गंभीर होकर कहा, “फिर तो डायमंड रिंग, कम से कम 2 लाख की।”

मैं चौंक गई, लेकिन मन ही मन खुश भी थी। मैंने कहा, “पापा, डील पक्की।” वो हँसे और बोले, “तैयार हो जा, आज तेरा दिन खास होने वाला है।” मैंने उस दिन एक टाइट रेड ड्रेस पहनी थी, जो मेरे कर्व्स को हाइलाइट कर रही थी। मेरे बाल खुले थे, और मैंने हल्का मेकअप किया था – गुलाबी लिपस्टिक और काजल, जो मेरी आँखों को और आकर्षक बना रहा था। राजेश मुझे देखकर मुस्कुराए और बोले, “पूनम, तू तो आज कयामत ढा रही है।” मैंने शरमाते हुए कहा, “पापा, बस आपका गिफ्ट देखना है।”

दिन भर उन्होंने मुझे पलकों पर बिठाकर रखा। सुबह हम एक लग्ज़री मॉल गए, जहाँ उन्होंने मुझे एक डिज़ाइनर बैग गिफ्ट किया। फिर लंच के लिए एक फाइव स्टार रेस्तराँ में ले गए, जहाँ मैंने अपनी पसंद का इटैलियन पास्ता और वाइन ऑर्डर की। राजेश ने मुझे वाइन का ग्लास देते हुए कहा, “पूनम, आज तू मेरी प्रिंसेस है।” मैंने हँसकर कहा, “पापा, प्रिंसेस को तो डायमंड चाहिए।” वो हँसे और बोले, “वो भी मिलेगा, बस इंतज़ार कर।”

शाम को वो मुझे एक ज्वेलरी स्टोर ले गए। वहाँ उन्होंने मुझे एक चमचमाती डायमंड रिंग दिखाई, जिसकी कीमत 2.2 लाख थी। रिंग इतनी खूबसूरत थी कि मेरी आँखें चमक उठीं। हीरे की चमक और उसका डिज़ाइन मुझे पागल कर रहा था। मैंने रिंग पहनी और राजेश की तरफ देखकर कहा, “पापा, ये तो मेरे सपनों की रिंग है।” उन्होंने मेरी कमर पर हाथ रखते हुए कहा, “और तू मेरे सपनों की लड़की। लेकिन एक शर्त है – आज रात तू मुझे कुछ नहीं रोक सकती।” मैंने उनकी आँखों में देखा और धीरे से कहा, “पापा, जो आपने किया, उसके लिए मैं तैयार हूँ।”

शाम को हम एक फाइव स्टार होटल में गए, जहाँ राजेश ने पहले से ही एक सुइट बुक कर रखा था। कमरा नंबर 412 था – आलीशान, बड़ा सा बेड, मखमली पर्दे, और एक शानदार व्यू। मैंने अपनी रेड ड्रेस में ही केक काटा। केक चॉकलेट फ्लेवर का था, और उस पर “हैप्पी बर्थडे पूनम” लिखा था। राजेश ने मुझे रिंग गिफ्ट की और मम्मी को फोन करके बताया, “मैं तुम्हारी बेटी को डायमंड रिंग दे रहा हूँ।” मम्मी ने खुश होकर कहा, “पूनम, खूब मज़े करो। मैं कल बात करूँगी, आज मैं बिज़ी हूँ।” ये सुनकर राजेश की आँखों में एक शरारत भरी मुस्कान आ गई।

इसे भी पढ़ें  मेरी छोटी चूत में पापा का मोटा लंड

केक काटने के बाद पार्टी शुरू हुई। राजेश ने वोडका मंगवाई, और हमने ग्लास टकराए। मैंने पहले कभी इतनी शराब नहीं पी थी, लेकिन उस रात नशा चढ़ रहा था। राजेश ने मेरे कंधे पर हाथ रखा और कहा, “पूनम, आज की रात हमारी है।” मैंने हँसकर कहा, “पापा, आपने इतना कुछ किया, अब मेरी बारी है।” शराब का नशा मेरे सिर चढ़ रहा था, और मैं खुलकर हँस रही थी।

रात के 11 बजे हम कमरे में थे। मैं अपनी रेड ड्रेस में थी, और राजेश ने अपनी शर्ट के ऊपरी बटन खोल रखे थे। उनकी छाती पर हल्के बाल दिख रहे थे, जो उन्हें और मर्दाना बना रहे थे। वो मेरे पास आए, मुझे गोद में उठाया, और बेड पर लिटा दिया। मैंने कोई विरोध नहीं किया। मेरे दिल में एक अजीब सा रोमांच था। राजेश ने मेरे गाल पर एक हल्का सा चुम्बन दिया और कहा, “पूनम, तू तैयार है ना?” मैंने शरमाते हुए कहा, “पापा, आपने इतना कुछ दिया, अब मैं आपको कैसे मना करूँ?”

उन्होंने मेरे कंधों से ड्रेस की स्ट्रैप्स धीरे-धीरे नीचे सरकाई। मेरी रेड ड्रेस धीरे-धीरे मेरी कमर तक आ गई। मेरी काली लेस वाली ब्रा और पैंटी अब दिख रही थी। राजेश की नज़रें मेरे बदन पर टिक गईं। उन्होंने मेरी ब्रा के ऊपर से मेरे स्तनों को हल्के से दबाया और कहा, “पूनम, तेरा बदन तो जैसे तराशा हुआ है।” मैं शरमा गई, लेकिन नशे में थी, और मुझे उनका स्पर्श अच्छा लग रहा था। उन्होंने मेरी ब्रा का हुक खोला, और मेरे 34C के स्तन आज़ाद हो गए। मेरे निप्पल गुलाबी और सख्त थे। राजेश ने एक निप्पल को अपने मुँह में लिया और धीरे-धीरे चूसने लगे। “आह्ह… पापा…” मेरे मुँह से हल्की सी सिसकारी निकली।

उन्होंने मेरी ड्रेस पूरी तरह उतार दी। अब मैं सिर्फ काली पैंटी में थी। राजेश ने मेरी जाँघों को सहलाया और धीरे-धीरे मेरी पैंटी को नीचे सरकाया। मेरी चूत, जो अभी तक अनछुई थी, उनके सामने थी। मेरी चूत हल्के भूरे बालों से सजी थी, और मेरी क्लिट गुलाबी और सिकुड़ी हुई थी। राजेश ने मेरी जाँघों को फैलाया और कहा, “पूनम, तू तो बिल्कुल वर्जिन है।” उनकी आवाज़ में एक अजीब सा जोश था। उन्होंने अपनी जीभ मेरी चूत पर रखी और धीरे-धीरे चाटना शुरू किया। “उम्म… आह्ह…” मैं सिसक रही थी। उनकी जीभ मेरी क्लिट को छू रही थी, और मैं अपने आप को रोक नहीं पा रही थी।

कुछ देर चाटने के बाद राजेश ने अपनी पैंट उतारी। उनका लंड, जो लगभग 7 इंच लंबा और मोटा था, अब मेरे सामने था। उसका सुपारा गुलाबी और चमकदार था। उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और अपने लंड पर रखा। “पूनम, इसे पकड़,” उन्होंने कहा। मैंने शरमाते हुए उनके लंड को पकड़ा और धीरे-धीरे सहलाने लगी। “आह्ह… बेटी, तू तो कमाल है,” वो सिसकते हुए बोले। मैंने उनके लंड को अपने मुँह में लिया और चूसना शुरू किया। उनका सुपारा मेरे होंठों पर फिसल रहा था। “हाय… पूनम… चूस… और ज़ोर से…” वो कराह रहे थे।

इसे भी पढ़ें  देवर को पिलाया अपना मीठा गाढ़ा दूध

कुछ देर बाद उन्होंने मुझे बेड पर लिटाया। मेरी टाँगें फैलाईं और अपने लंड को मेरी चूत पर रगड़ा। “पापा… धीरे… मुझे डर लग रहा है…” मैंने कहा। वो हँसे और बोले, “डर मत, बेटी, मैं तुझे दर्द नहीं होने दूँगा।” उन्होंने धीरे से अपने लंड का सुपारा मेरी चूत में डाला। “आह्ह… उफ्फ…” मैं दर्द से कराह उठी। लेकिन राजेश ने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और मुझे चूमते हुए धीरे-धीरे अंदर धकेला। “चप… चप…” उनकी हरकतों से मेरी चूत गीली हो रही थी। कुछ देर बाद उनका पूरा लंड मेरी चूत में था। “आह्ह… पापा… धीरे…” मैं सिसक रही थी।

वो धीरे-धीरे झटके मारने लगे। “पूनम, तेरी चूत कितनी टाइट है… उफ्फ… मज़ा आ रहा है…” वो गंदी बातें करते हुए मुझे चोद रहे थे। मैं भी नशे में थी और कह रही थी, “पापा… और ज़ोर से… मुझे चोदो…” कुछ देर बाद उन्होंने मुझे पलट दिया और घोड़ी बनाकर चोदा। “पच… पच…” उनकी जाँघें मेरी गांड से टकरा रही थीं। “आह्ह… उह्ह…” मैं सिसक रही थी। फिर उन्होंने मुझे अपनी गोद में बिठाया और नीचे से झटके मारे। “पूनम, तू तो जन्नत है…” वो कराह रहे थे।

रात भर हमने कई पोज़ीशन में चुदाई की। कभी मैं ऊपर, कभी वो। मेरी चूत सूज गई थी, लेकिन मज़ा इतना था कि मैं रुकना नहीं चाहती थी। आखिरी बार उन्होंने मुझे मिशनरी पोज़ीशन में चोदा और मेरे अंदर ही झड़ गए। “आह्ह… पूनम… तूने मुझे पागल कर दिया…” वो हाँफते हुए बोले। मैं भी थक चुकी थी, लेकिन खुश थी।

सुबह जब मैं उठी, तो राजेश मेरे बगल में थे। उन्होंने मुझे गले लगाया और कहा, “पूनम, तू मेरी बेटी है, लेकिन अब तू मेरी ज़िंदगी का हिस्सा है।” मम्मी जब दुबई से लौटीं, तो उन्होंने हँसते हुए कहा, “राजेश, तुम तो मेरी बेटी को बहुत प्यार करने लगे हो।” राजेश ने मुस्कुराकर कहा, “हाँ, ये मेरी ज़िम्मेदारी है।” मैंने मन ही मन हँस दिया। अब मैं और राजेश बहुत करीब हैं। वो मुझे हर वो चीज़ देते हैं, जो मैं चाहती हूँ। और मुझे अब किसी और की ज़रूरत नहीं।

क्या आपको मेरी ये कहानी पसंद आई? आपकी राय क्या है? कमेंट में ज़रूर बताएँ।

Related Posts

Leave a Comment