ममेरी बहन को चोद के नया साल मनाया

New Year sex story हाय दोस्तो, मैं कुंवर, 29 साल का शादीशुदा लड़का, जयपुर के पास एक छोटे से कस्बे से हूँ। मेरा कद 5 फीट 10 इंच, गोरा रंग, और फिट बॉडी है, क्योंकि मैं रोज जिम जाता हूँ। मैं कंप्यूटर इंजीनियर हूँ और पिछले सात महीनों से सेक्सी कहानियाँ पढ़ रहा हूँ, जो मेरे दिमाग में आग लगा देती हैं। मेरी शादी को तीन साल हो चुके हैं, और मेरी बीवी रानी, 27 साल की, खूबसूरत और घरेलू है, लेकिन उसकी सेक्स में रुचि कम है, जिसके चलते मेरे मन में हमेशा कुछ ज्यादा की तलाश रहती है। आज मैं तुम्हें अपनी एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जो 2018 की सर्दियों में मेरे साथ घटी, जब मेरी ममेरी बहन नेहा मेरे घर आई और हमने नया साल धमाकेदार तरीके से मनाया।

नेहा, मेरी ममेरी बहन, 22 साल की, दिल्ली में पढ़ाई करती है। उसका फिगर 34-28-36 है, गोरी चमड़ी, लंबे काले बाल, और आँखें जो किसी को भी दीवाना बना दें। उसकी चाल में एक अजीब सी मस्ती थी, और जब वो हँसती थी, तो उसके गालों पर डिंपल पड़ते थे। वो इतनी सेक्सी थी कि उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो जाता था। मैं कई बार उसके बारे में सोचकर मुठ मार चुका था, लेकिन उसे छूने की हिम्मत कभी नहीं हुई। वो मुझे तिरछी नजरों से देखती थी, और उसकी मुस्कान में कुछ ऐसा था, जो मेरे दिल में आग लगा देता था।

2018 के दिसंबर में नेहा हमारे घर छुट्टियाँ मनाने आई। वो 10-12 दिन रुकने वाली थी। हमारा घर गाँव में है, बड़ा सा हवेली जैसा, जहाँ रात को 9 बजे तक सब सो जाते हैं। सर्दियों की ठंड थी, और घर में सब लोग रजाई ओढ़कर एक कमरे में बैठकर बातें करते थे। उस रात नेहा मेरे पास वाली रजाई में बैठ गई। उसकी जाँघ मेरी जाँघ से टच हो रही थी, और मेरे दिल की धड़कन बढ़ गई। मैंने धीरे से उसकी जाँघ पर हाथ फेरा, हल्का सा दबाव डालकर। वो मेरी तरफ देखकर हल्के से मुस्कराई, और उसकी आँखों में शरारत चमक रही थी। मुझे लगा, ये ग्रीन सिग्नल है।

मैंने धीरे-धीरे उसकी जाँघ सहलाना जारी रखा, और मेरा हाथ उसकी कमर की तरफ बढ़ने लगा। उसने कुछ नहीं कहा, बस अपनी साँसें तेज हो गईं। मैंने हिम्मत करके उसकी चूची पर हाथ रखा, जो टाइट स्वेटर के नीचे पूरी तरह उभरी हुई थी। वो हल्के से सिहर उठी, लेकिन उसने मेरा हाथ नहीं हटाया। वो बोली, “भैया, मुझे कंप्यूटर सिखाओ ना, मुझे कुछ नहीं आता।”

इसे भी पढ़ें   माँ ने मेरी चूत को ठंडा करवाया

मैंने मौके का फायदा उठाते हुए कहा, “हाँ, क्यों नहीं? लेकिन क्लास रात को 9 बजे के बाद लगेगी, जब सब सो जाएँ।”

वो हँसते हुए बोली, “ठीक है, मैं डिनर के बाद आपके कमरे में आ जाऊँगी।”

रात को 9:30 बजे वो मेरे कमरे में आई। उसने टाइट जींस और लाल स्वेटर पहना था, जिसमें उसका फिगर और भी सेक्सी लग रहा था। गाँव में सन्नाटा था, और मेरे कमरे में सिर्फ कंप्यूटर की स्क्रीन की रोशनी थी। मैंने कंप्यूटर ऑन किया और उसे बेसिक्स सिखाने लगा—गाने कैसे चलाते हैं, एमएस ऑफिस कैसे यूज करते हैं। सिखाते वक्त मैं जानबूझकर उसे छू रहा था—कभी उसका हाथ पकड़कर माउस चलाने को कहता, कभी उसकी कमर को हल्का सा सहलाता। वो हल्के-हल्के मस्ती में आ रही थी, उसकी साँसें भारी हो रही थीं।

मैंने जानबूझकर एक सेक्सी फिल्म की फाइल पर क्लिक किया और फिर सोने का नाटक करने लगा। वो स्क्रीन पर फिल्म देखकर चौंक गई और जल्दी से उसे बंद कर दिया। थोड़ी देर बाद वो फिर कंप्यूटर पर कुछ करने लगी, लेकिन उसका ध्यान बार-बार उसी फाइल की तरफ जा रहा था। मैंने आँखें हल्की खोलकर

देखा, वो चुपके से उस फिल्म को फिर से चला रही थी। स्क्रीन पर एक लड़की अपने बूब्स दबा रही थी, और नेहा का चेहरा लाल हो गया था। वो धीरे-धीरे अपनी चूचियों को स्वेटर के ऊपर से सहलाने लगी। उसकी साँसें तेज थीं, और वो पूरी तरह गरम हो चुकी थी।

मैं धीरे से उठा और उसके पीछे खड़ा हो गया। उसकी गर्दन पर हल्का सा किस किया। वो चौंककर पलटी और बोली, “भैया, ये क्या कर रहे हो?”

मैंने उसकी आँखों में देखते हुए कहा, “वही जो तू चाहती है।”

वो हल्का सा शरमाई, लेकिन उसने मुझे रोका नहीं। मैंने उसे अपनी बाहों में खींच लिया और उसके होंठों पर किस करने लगा। उसके होंठ रसीले थे, और वो भी धीरे-धीरे मुझे किस करने लगी। मैंने उसकी चूचियों को स्वेटर के ऊपर से दबाना शुरू किया। वो सिहर रही थी, और उसकी साँसें और तेज हो गईं। मैंने उसका स्वेटर धीरे-धीरे ऊपर किया और उसकी ब्रा के ऊपर से उसकी चूचियों को चूमा। उसकी चूचियाँ छोटी लेकिन टाइट थीं, 34B साइज की, और उसकी निपल्स ब्रा के ऊपर से सख्त होकर उभर रही थीं।

इसे भी पढ़ें   मंगलसूत्र वाली सेक्सी कमसिन भाभी

मैंने उसकी जींस का बटन खोला और उसे नीचे सरकाया। वो अब सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी। उसकी गोरी जाँघें और टाइट गांड देखकर मेरा 6 इंच का लंड पूरी तरह खड़ा हो गया। उसने मेरी पैंट की तरफ देखा और बोली, “भैया, ये क्या है? इतना सख्त?”

मैंने हँसते हुए कहा, “ये तेरा इंतजार कर रहा है।”

उसने मेरी पैंट के ऊपर से मेरे लंड को सहलाया, और मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी चूत को छुआ। वो गीली हो चुकी थी। मैंने उसकी ब्रा उतारी, और उसकी चूचियाँ मेरे सामने थीं—गोरी, टाइट, और निपल्स गुलाबी। मैंने एक निपल को मुँह में लिया और चूसने लगा। वो सिसकारियाँ भरने लगी, “आह्ह… भैया… उफ्फ… और चूसो…”

मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी पैंटी उतार दी। उसकी चूत गोरी, साफ, और पूरी तरह गीली थी। मैंने उसकी चूत को चूमना शुरू किया, और मेरी जीभ उसकी क्लिट को चाट रही थी। वो पागल हो रही थी, “आआह्ह… भैया… उउउ… क्या कर रहे हो… आह्ह… और चाटो…” उसकी सिसकारियाँ पूरे कमरे में गूँज रही थीं। मैंने अपनी एक उँगली उसकी चूत में डाली, और वो तड़प उठी। उसकी चूत इतनी टाइट थी कि मेरी उँगली को जकड़ रही थी।

वो बोली, “भैया, अब और मत तड़पाओ… जल्दी करो… मेरी चूत में कुछ हो रहा है…”

मैंने कहा, “रुक, अभी तो शुरुआत है।”

मैंने उसे 69 की पोजीशन में आने को कहा। वो मेरे लंड को मुँह में लेने लगी, और मैं उसकी चूत को चूस रहा था। उसका रस नमकीन और मादक था। वो मेरे लंड को चूसते हुए सिसकार रही थी, “उम्म… आह्ह… कितना बड़ा है…” मैं उसकी चूत को जीभ से चोद रहा था, और वो दो बार झड़ चुकी थी। उसका रस मेरे मुँह में था, और मैंने उसे पूरा पिया। मेरा लंड अब फटने को तैयार था, और मैंने उसका मुँह चोदा, मेरा रस उसके मुँह में छूट गया। वो उसे चाटते हुए बोली, “भैया, ये तो बहुत टेस्टी है…”

थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। मैंने उसकी चूचियों को फिर से चूसा, और वो मस्ती में तड़प रही थी। मैंने उसकी चूत में दो उँगलियाँ डालीं, और वो चिल्ला उठी, “आह्ह… भैया… अब डाल दो… मेरी चूत फट रही है…”

इसे भी पढ़ें   कम उम्र के ब्वायफ़्रेंड से चुदाई

मैंने कहा, “पहले तेल लगाता हूँ, वरना तुझे दर्द होगा।”

मैंने अपने 6 इंच के लंड पर तेल लगाया और उसकी चूत पर भी थोड़ा सा मला। मैंने उसकी चूत पर लंड रखा और धीरे से धक्का दिया। मेरा लंड 2 इंच ही अंदर गया था कि वो चिल्ला उठी, “आह्ह… भैया… छोड़ दो… मर जाऊँगी…”

मैं रुक गया और उसकी चूचियों को चूसने लगा। वो धीरे-धीरे शांत हुई। मैंने फिर से एक जोरदार झटका मारा, और मेरा लंड उसकी चूत की सील तोड़ते हुए पूरा अंदर चला गया। वो चीख पड़ी, “आआह्ह… उउउ… मम्मी… मर गई…” मैंने उसके होंठों को चूमा और धीरे-धीरे झटके मारने शुरू किए। “फट… फट… फट…” की आवाज कमरे में गूँज रही थी। वो अब मस्ती में मेरा साथ दे रही थी, अपनी गांड उठा-उठाकर चुद रही थी। “आह्ह… भैया… और जोर से… चोदो… मेरी चूत फाड़ दो… उउउ… आआह्ह…”

मैंने 200-250 झटके मारे, और वो इस दौरान चार बार झड़ चुकी थी। आखिरकार मैं भी झड़ गया, और मेरा रस उसकी चूत में भर गया। हम दोनों पसीने से तर थे, और वो मेरे सीने पर लेट गई। वो बोली, “भैया, ये तो जिंदगी का सबसे मस्त पल था…”

उस रात, 31 दिसंबर 2018 को, मैंने उसे तीन बार और चोदा। हर बार वो और मस्त होकर चुदवाती थी। “फट… फट… फट…” की आवाज और उसकी सिसकारियाँ, “आह्ह… उउउ… चोदो… और जोर से…” पूरे कमरे में गूँज रही थीं। सुबह 6 बजे वो पूरी तरह टूट चुकी थी। उससे चला भी नहीं जा रहा था। वो उठकर अपने कमरे में चली गई।

ये सिलसिला अगले सात दिन तक चला। हर रात वो मेरे कमरे में आती, और हम पूरी रात चुदाई का मजा लेते। कभी मैं उसकी चूत चाटता, कभी वो मेरा लंड चूसती। हर बार वो नई-नई पोजीशन में चुदवाती थी। सात दिन बाद वो अपने घर चली गई, लेकिन उसने जाते वक्त कहा, “भैया, जब भी मौका मिलेगा, मैं फिर आऊँगी।”

Related Posts

Report this post

Leave a Comment